क्या नीली और नीलम एक ही है? - kya neelee aur neelam ek hee hai?

शहर के पंडित जगदीश शर्मा बताते है कि शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए नीलम रत्न को धारण किया जाता है। ये रत्न बहुत ही जल्दी अपना प्रभाव दिखाता है। कुछ लोगों को नीलम पहनने से इसके नकारात्मक परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। ज्योतिष के मुताबिक कन्या , मिथुन और वृश्चिक राशि को ये रत्न जरूर पहनना चाहिए। इनके लिए ये रत्न काफी लाभदायक होता है। अगर आप भी नीलम रत्न को धारण करते हैं तो इससे जुड़ी कुछ बातों के ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। जानिए नीलम रत्न पहनने से पहले ध्यान योग्य बातें...

क्या नीली और नीलम एक ही है? - kya neelee aur neelam ek hee hai?

जानिए क्या है नीलम रत्न का स्वभाव

शनि का रत्न नीलम है। जिस प्रकार शनि शक्तिशाली और लंबे समय तक असर दिखाने वाला ग्रह है, उसी प्रकार नीलम भी चमत्कारी रत्न है। नीलम के विषय यह माना जाता है कि इसमें बनाने और बिगाड़ने दोनों तरह की शक्ति होती है। इसे यूं भी कह सकते हैं कि जिसे यह रास आ जाए उसे राजा बना सकता है। अगर यह किसी को अशुभ प्रभाव देने लगे तो राजा को रंक बनाने में भी इसे देर नहीं लगती।

ऐसे करें असली नीलम की पहचान

नीलम की कीमत भी अधिक होती है। इसमें अलग-अलग किस्म होती हैं। नीलम 35 रुपये कैरट से 50 हजार रुपये प्रति कैरेट तक बाजार में मिल जाता है। जानकारों के मुताबिक अच्छी क्वालिटी के नीलम को दूध में डाल दे तो यह दूध के रंग को भी नीला कर देता है।

क्या नीली और नीलम एक ही है? - kya neelee aur neelam ek hee hai?

चमकीला और चिकना

नीलम रत्न की एक और पहचान यह है कि यह दिखाई देने में चमकीला और चिकना होता है। पानी से भरे कांच के गिलास में यदि नीलम को रखें तो पानी के ऊपर नीली किरण दिखाई देने लगती है। मोर के पंख की तरह इसका रंग नीला होता है। यह पारदर्शी होता है। इसके ऊपर रोशनी डालने पर नीली आभा छिटकती है।

घनत्व और वजन की जांच करें

असली नीलम रत्न को पहचानने का एक तरीका उसके घनत्व की जांच करना भी है। यह एक भारी रत्न है। इसके एक घर सेंटीमीटर पीस में 3.98 ग्राम वजन होता है। इसलिए नीलम को लेने से पहले इसके वजन की जांच कर लें।

क्या नीली और नीलम एक ही है? - kya neelee aur neelam ek hee hai?

जरूर ध्यान रखें ये बातें

- अगर आप नीलम रत्न धारण करते है तो इसका प्रभाव तेजी से दिखता है। ऐसे में अगर यह रत्न आपके ल‌िए सकारात्मक फल देने वाला नहीं है तो आंखों में तकलीफ महसूस होने लगती है।

- अगर नीलम रत्न आपके लिए प्रत‌िकूल हो तो इसे धारण करने के बाद आपके साथ कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है या आपको बड़ी चोट लग सकती है।

- नीलम रत्न धारण करना आपके लिए शुभ न हो तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी आर्थ‌िक स्थिति पर भी देखा जा सकता है यानी आपको पैसों का नुकसान होने लगता है।

- जिस व्यक्ति के लिए नीलम धारण करना अनुकूल नहीं होता, उन्हें इसे पहनने के बाद बुरे और डरावने सपने भी आ सकते हैं। जो इस बात का संकेत होते हैं कि आपके लिए ये रत्न शुभ नहीं है।

- जिन लोगों के लिए नीलम रत्न पहनना शुभ और अनुकूल होता है, उनके सालों के अटके अधूरे काम पूरे होने लगते हैं या पहले किए गए कामों का पॉजिटिव असर जीवन पर दिखने लगता है।

- जिन लोगों के लिए नीलम धारण करना शुभ होता है, उन्हें इसे पहनने के कुछ दिनों बाद ही लंबे समय से चली आ रही स्वास्‍थ्य संबंधी परेशानियां से छुटकारा मिलने लगता है।

- जिनके लिए नीलम पहनना शुभ होता है, उन्हें नीलन धारण करने के बाद आर्थ‌िक लाभ म‌िलने लगते हैं। नौकरी और बिजनेस में उन्नत‌ि मिलना भी नीलम के शुभ होने का संकेत होते हैं।

- नीलम धारण करने के बाद आपकी दुर्घटनाएं टल जाना या नुकसान होते-होते परिस्थिति संभल जाना भी इसी बात का संकेत होता है कि आपके ल‌िए यह रत्न शुभ है।

हमारे द्वारा बेचे जा रहे रत्न एकदम वास्तविक, प्राकृतिक और प्रामाणिक हैं। आजकल रत्न व्यापारी अधिक लाभ के लिए नकली और कृत्रिम रत्न को ख़ूब बेच रहे हैं जिनका उत्पादन अधिकतर बैंकॉक में होता है। ऐसे रत्नों का कोई ज्योतिषीय महत्व नहीं होता है। इनमें केवल ग्राहकों का पैसा ही बर्वाद होता है। लेकिन एस्ट्रोसेज आपको यह पूरा भरोसा दिलाता है कि यहाँ से प्राप्त रत्न एकदम नैचुरल होंगे जिनकी प्रामाणिकता प्रतिष्ठित लैब द्वारा सत्यापित होती है।

Q2. आपकी प्रयोगशाला में रत्न की वास्तविकता को कैसे प्रमाणित किया जाता है?

हमारे रत्न एबीसी जेमस्टोन सर्टिफिकेशन लैब द्वारा प्रमाणित किए जाते हैं। यह भारत की प्रसिद्ध प्रयोगशाला है जिसमें रत्नों की विश्वसनीयता को प्रमाणित किया जाता है। अगर रत्न में किसी प्रकार की मिलावट होती है तो कुछ लैब उसके सर्टिफिकेट में उसका पूरा ब्यौरा नहीं देती हैं। लेकिन एबीसी जेमस्टोन सर्टिफिकेशन लैब में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है। इसमें रत्न का पूरा विवरण रहता है। इसलिए हम केवल उच्च क्वालिटी के रत्न को ही बेचते हैं।

Q3. यदि प्राप्त रत्न मुझे पसंद नहीं है तो क्या मैं इसे वापस कर सकता हूँ?

जी बिल्कुल, रत्न विभिन्न आकार और रंग रूप के होते हैं। हर एक रत्न में समानता की गुंजाइश कम होती है। इसलिए किसी भी रत्न को लेकर मन में भ्रम पैदा होना स्वभाविक है। इस बात को संज्ञान में लेते हुए हमारी रिटर्निंग पॉलिसी सक्रिय रूप से जारी है। जिसके तहत ग्राहक 7 दिनों के भीतर प्राप्त प्रोडक्ट को वापस कर सकता है। इसके लिए हमारे कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव्स से संपर्क करना होता है।

Q4. क्या मैं स्वयं किसी रत्न को धारण कर सकता हूँ या मुझे इसके लिए किसी ज्योतिषीय परामर्श की आवश्यकता है ?

किसी व्यक्ति पर <रत्न> का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए प्रतिकूल रत्न के कारण लोगों को आशानुरूप परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं। अतः हम अपने ग्राहकों को रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेने की सलाह अवश्य देते हैं। इसके अलावा रत्न के सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए रत्न को धारण एवं जागृत करने की विधि एवं इसके प्रभावों के बारे में भी बताते हैं। आप हमारे कस्टमर सपोर्ट पर कॉल करके हमारे विद्वान ज्योतिषियों से रत्न परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

Q5. आपके रत्न की क्या विशेषता है?

रत्न को किसी भी रत्न बेचने वाले व्यापारी से सस्ते मूल्य पर ख़रीदा जा सकता है। लेकिन वहाँ आपको रत्न की वास्तविकता का प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा। एस्ट्रोसेज पर एकदम असली, नैचुरल और उच्च क्वालिटी के रत्न उपलब्ध हैं जो भारत की प्रतिष्ठित लैब द्वारा प्रमाणित हैं। यदि आपको प्राप्त रत्न पसंद न आए तो आप इसे 7 दिनों के भीतर वापस भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको हमारे कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव से संपर्क करना होगा।

Q6. रत्न का मूल स्रोत क्या है?

रत्न मूल रूप से कच्ची धातु के रूप में पाए जाते हैं जिन्हें बाद में तराशा जाता है। हालाँकि कुछ रत्न पूरे पत्थर के नहीं होते हैं। ऐसे रत्न समुद्र की गहराई में स्थित सीप या पौधों की जड़ से प्राप्त होते हैं। हमारे द्वारा बेचे जा रहे रत्न के प्रमाण पत्र में उसके मूल स्रोत को अंकित किया जाता है। आजकल बाज़ार में बैंकॉक के रत्न भरे पड़े हैं जो ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बिल्कुल निरर्थक हैं। ये रत्न कैमिकल, शीशे एवं अन्य पदार्थों के द्वारा फैक्ट्री में तैयार किए जाते हैं। हम इस तरह के कृत्रिम रत्न नहीं बेचते हैं।

नीली और नीलम में क्या फर्क है?

नीलम् रत्न है शनि का और नीली उपरत्न है। रत्न हमेशा उपरत्न से ज्यादा शक्ति प्रद होते है। लाभ तो इनका आपकी कुंडली के अनुसार होता है, उसमे शनि की स्तिथि और कारकत्व क्या है।

नीली पत्थर पहनने से क्या होता है?

नीली (nili ratna kaisa hota hai) एक ऐसा रत्न है जो जातक को नकारात्मक लोगों से बिल्कुल दूर रखता है। इसके साथ ही जातक को नकारात्मक विचारों से भी दल को दूर रहता है, तथा उसके चित को शांति प्रदान करता है।

नीली किसका उपरत्न है?

नीली यह नीलम रत्न का उपरत्न है। यह शनि ग्रह का रत्न माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से मानसिक शांति का अनुभव होता है।

NILI रत्न की कीमत क्या है?

इसकी कीमत 1,000 रु कैरेट से लेकर 100,000 रु कैरेट तक हो सकती है! अच्छे प्रभाव के लिए कम से कम 3,000 रु कैरेट तक का नीलम धारण करना चाहिए !