उत्पादन संभावना वक्र क्या है उदाहरण देकर समझाइए? - utpaadan sambhaavana vakr kya hai udaaharan dekar samajhaie?

उत्पादन संभावना वक्र क्या है उदाहरण देकर समझाइए? - utpaadan sambhaavana vakr kya hai udaaharan dekar samajhaie?


 उत्पादन संभावना वक्र क्या है? उत्पादन संभावना वक्र की परिभाषा लिखिए

उत्पादन संभावना वक्र का अर्थ लिखिए 

Write the meaning of production possibility curve

अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों की सीमित मात्रा होती है किंतु उत्पादित की जाने वाली वस्तुएं असीमित होती है फलस्वरुप अर्थव्यवस्था को साधनों के वैकल्पिक उपयोगों के बीच चयन करना पड़ता है। इस प्रकार वस्तुओं के उत्पादन के अनेक विकल्प अर्थव्यवस्था के सामने आते हैं जिन्हें अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाएं कहते हैं यदि इन उत्पादन संभावनाओं को रेखा चित्र द्वारा दर्शाया जाता है तो वह उत्पादन संभावना वक्र कहलाती है।

उत्पादन संभावना वक्र की परिभाषा लिखिए 

Write the definition of production possibility curve

सेम्युलसन के अनुसार :- "उत्पादन संभावना वक्र वह वक्र है जो दो वस्तुओं या सेवाओं के उन सभी सहयोग दें को प्रकट करती हैं जिनका अधिकतम उत्पादन अर्थव्यवस्था के दिए हुए साधनों का तकनीक के द्वारा साधनों के पूर्ण रोजगार की सूची में संभव होता है।"

Write the meaning of production possibility curve

What is a production possibility curve?

The means of production in an economy are limited, but the goods produced are unlimited, as a result of which the economy has to choose between alternative uses of the means. In this way, many options for production of goods come before the economy, which are called production possibilities of the economy.

Write the definition of production possibility curve

"Production possibility curve is which curve represents the maximum amount of a pair goods or services that can both be produced with an economys given resource and technique assuming that all resources are fully employed " Samuelson

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अर्थशास्त्र- उत्पादन संभावना वक्र (PPC CURVE)

उत्पादन संभावना वक्र के अन्य नाम।

  1. उत्पादन संभावना सीमा।
  2. उत्पादन संभावना फ्रंटियर।
  3. रुपांतरण वक्र।
  4. रुपांतरण सीमा।

उत्पादन संभावना वक्र(PPC)- यह वक्र दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाता है जिने  दिए गए संसाधनों व तकनीक द्वारा उत्पादित किया जा सकता है।

PPC की मान्यताएं (Assumption for PPC)

  1. संसाधनों का पूर्ण व कुशलतम  प्रयोग किया जाता है।
  2. दिए गए संसाधनों के प्रयोग से केवल दो वस्तुओं को उत्पादित किया जा सकता है।
  3. संसाधन सभी वस्तुओं के उत्पादन में एक समान नहीं होते हैं।
  4. तकनीक के स्तर को स्थिर मान लिया जाता है।
  5. उत्पादन संभावना तालिका व वक्र

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    उत्पादन संभावना वक्र

    उत्पादन संभावना वक्र क्या है उदाहरण देकर समझाइए? - utpaadan sambhaavana vakr kya hai udaaharan dekar samajhaie?

    • उपरोक्त वक्र मे X- अक्ष पर वस्तु X की इकाइयों को और Y-अक्ष पर वस्तु Y की इकाइयों को दर्शाया गया है।
    • बिन्दु A पर अर्थव्यवस्था अपने सभी संसाधनों का उपयोग करके वस्तु Y की अधिकतम 15 इकाइयां उत्पादित कर सकती है परंतु वस्तु X की एक भी इकाइयां उत्पादित नहीं कर सकती है।
    • वही बिंदु F पर अर्थव्यवस्था अपने सभी संसाधनों का उपयोग वस्तु X के उत्पादन के लिए करती है तो वह वस्तु X की अधिकतम 5 इकाइयां उत्पादित कर सकती है परंतु वस्तु Y को उत्पादित नहीं कर सकती है।
    • इन A और F के बीच वस्तु X और वस्तु Y की विभिन्न संयोगों की बहुत सी संभावनाएं रहती हैं।
    • जब A,B,C,D,E और F विभिन्न संयोगों वाले बिंदुओं को जोड़ा जाता है तो हमें AF वक्र प्राप्त होता है। जो उत्पादन संभावना वक्र कहलाता है AF वक्र संसाधनों के पूर्ण तथा कुशलतम प्रयोग के जरिए वस्तु X और वस्तु Y के उत्पादन की अधिकतम सीमाओं को दर्शाता है

    सीमांत अवसर लागत – यह एक वस्तु की वह इकाईयां होती है जिन्हें दूसरी वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई को प्राप्त करने के लिए त्यागा जाता है।

    PPC की विशेषताएं (Characteristics of PPC)

    1. PPC नीचे की ओर गिरता है

    • उपलब्ध संसाधनों के पूर्ण तथा कुशल प्रयोग की स्थिति में दोनों वस्तुओं के उत्पादन को एक साथ नहीं बढ़ाया जा सकता है।
    • इस स्थिति में एक वस्तु का अधिक उत्पादन दूसरी वस्तु के उत्पादन से संसाधनों को हटाकर ही हो सकता है।

    2. PPC मूल बिंदु की ओर नतोदर होता है:-

    • बढ़ती हुई सीमांत अवसर लागत के कारण PPC मूल बिंदु की ओर नतोदर होता है।
    • वस्तु X की एक अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने के लिए वस्तु Y की अधिक से अधिक इकाइयों को त्याग करना पड़ता है

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उत्पादन, उपभोग और वितरण क्रियाए प्रत्येक अर्थव्यवस्था का मुख्य गतिविधियाँ हैं| इन गतिविधियों के दौरान प्रत्येक अर्थवयवस्था के सामने  आर्थिक समस्या उत्पन्न होती हैं| आर्थिक समस्या वैकल्पिक प्रयोग वाले सीमित संसाधनों के जरिये असीमित आवश्यकताओं की सन्तुष्टि के लिए की जाने वाली चयन की समस्या हैं| इस आर्थिक समस्या के कारण प्रत्येक अर्थव्यवस्था को मुख्य केंद्रीय समस्याओ का सामना करना पड़ता है| क्या उत्पादन किया जाये ? यह समस्या उत्पादित की जाने वाली वस्तुओं सेवाओं के चयन और प्रत्येक चयनित वस्तुए उत्पादित की जाने वाली मात्रा से हैं। प्रत्येक अर्थव्यवस्था के पास सीमित संसाधन होते हैं तथा इन संसाधनों के वैकल्पिक प्रयोग भी होते हैं। इसी वजह से प्रत्येक अर्थव्यवस्था सभी वस्तुओं और सेवाओं को उत्पादित नहीं कर सकती है। एक वस्तु या सेवा का अधिकउत्पादन दूसरी वस्तु या सेवा के उत्पादन को कम करके ही संभव हो सकता है। क्या उत्पादन किया जाए समस्या के दो पहलू हैं। किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए। एक अर्थव्यवस्था को निर्णय लेना पड़ता है कि किन उपभोक्ता वस्तुओं (चावल, गेहूं, कपड़े

अनधिमान वक्र दो वस्तुओं के ऐसे संयोगों का ग्राफीय निरूपण है जोकि उपभोक्ता को समान संतुष्टि प्रदान करते हैं। अनधिमान वक्र को तटस्थता वक्र और उदासीनता वक्र भी कहा जाता है। अनधिमान वक्र विश्लेषण क्रमवाचक उपयोगिता पर आधारित है। इसमें उपयोगिता को सांख्यिकी रूप में नहीं मापा जाता है। अनधिमान तालिका  केले और संतरे के संयोग केले  (इकाईयां)  संतरों (इकाईयां)  A  1  25  B 2 20   C  3  16 D  4   13  E  5  11 उपरोक्त चित्र में X-अक्ष पर केले की इकाइयों तथा Y-अक्ष पर संतरों की इकाइयों को दर्शाया गया है।  तालिका तथा वक्र पर स्थित A,B,C,D तथा E केले और संतरे के विभिन्न संयोगों को दर्शाते हैं। यह संयोग संतुष्टि के समान स्थल को प्रदर्शित करते हैं। A संयोग भी उतनी ही उपयोगिता देता है जितनी B तथा C या कोई अन्य देते हैं। इन सभी संयोगों का ग्राफीय रूप से प्रदर्शित करने पर हमें अनधिमान वक्र प्राप्त होता है। सीमांत विस्थापन की दर (MRS) सीमांत विस्थापन की दर से अभिप्राय उस दर से होता है जिस पर वस्तुओं को एक दूसरे से प्रतिस्थापित किया जाता है ताकि उपभोक्ता की कुल संतुष्टि एक समान रहे। MRS = संतरे

उत्पादन संभावना वक्र क्या है एक उदाहरण देकर समझाइए?

उत्पादन संभावना वक्र, केन्द्रीय समस्या 'क्या उत्पादन किया जाए' पर प्रकाश डालने का एक रेखाचित्रिय माध्यम है। यह निर्णय लेने के लिए कि क्या उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में किया जाए पहले यह जानना आवश्यक होता है कि आखिर हम प्राप्त क्या कर सकते हैं।

उत्पादन संभावना वक्रा क्या है?

Solution : उत्पादन संभावना वक्र - निश्चित संसाधनों एवं तकनीकी ज्ञान से वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन की विभिन्न संभावनाओं के सहयोग को उत्पादन संभावना कहते हैं। इस संभावना के ग्राफीय निरूपण से प्राप्त वक्र को उत्पादन संभावना वक्र कहते हैं। <br> यह वक्र विभिन्न संभावनाओं के अधिकतम प्रयोग को दर्शाता है।

उत्पादन संभावना वक्र का दूसरा नाम क्या है?

उत्पादन संभावना वक्र के अन्य नामउत्पादन संभावना सीमा। उत्पादन संभावना फ्रंटियर। रुपांतरण वक्र

उपयुक्त उदाहरण देकर क्या और कितना उत्पादन करें की समस्या को समझाइए?

ये क्या और कितने उत्पादन की समस्या सरकार द्वारा उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में संसाधनों के आवंटन से सुलझाई जाती है अथवा बाजार में वस्तुओं तथा सेवाओं की कीमतों तथा जन सामान्य की वरीयताओं के आधार पर भी इस समस्या का समाधान हो सकता है।