नियंत्रण और समन्वय => प्रत्येक तंत्रिका कोशिका में एक तारे जैसी रचना होती है ,जिसे साइटोन (cycton)
कहते हैं। साइटोन में कोशिका द्रव्य तथा एक बड़ा न्यूक्लियस होता है।
इसे दो बीीह भागो में बाँटा गया है :- :- यह
मस्तिष्क का सबसे बड़ाभाग होता है जो बाए से दाए एक अनुदैधर्य खाँचे :- इसे दो भागो में बांटा
गया है - => यह तंत्रिका तंत्र का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। इसके माध्यम से जैव क्रियाओ का नियंत्रण और समन्वय किया जाता है । मस्तिष्क के महत्त्वपूर्ण कार्य इस प्रकार है - यह कार्बनिक यौगिक है जो अल्प मात्रा में स्त्रावित्त हो कर
शारीरिक क्रियाओ का नियंत्रण और समन्वय करता है। यह प्रेरक का काम करता है। :- पिट्यूटरी ग्रान्थि कपाल की स्फेनॉइड हड्डी में स्थित रहती है । इसका मुख्य कार्य शरीर की :- आयोडीन की कमी से जो थाइरॉक्सीन कम बनता है ,उसके गति में वृद्धि करने का काम थाइरोइड :- इसका मुुख्य कार्य :- इससे हैै हार्मोन का स्त्राव होता है तथा बालिकाओं के शरीर में यौनावस्था में होने वाली सभी परिवर्तन इस हार्मोन के द्वारा होता है। : - यह गति रासायनिक उद्यिपनो के द्वारा होता है जो परागण के समय दिखाई देता है। |