व्यक्तिगत सूचना एकत्र करना और किसी दूसरे व्यक्ति के रूप में प्रभावी ढंग से बताना ....... का अपराध कहलाता है | Show
📌 एप्लिकेशन से कॉपी किया गया डाटा .....में स्टोर किया जाता हैं | 📌 डिवाइस जो कम्प्यूटर को आपके साथ कम्युनिकेट करने देते हैं उन्हैं क्या कहते हैं ? 📌 माउस के दाएं बटन पर क्लिक करने से क्या दिखाई देता हैं ? 📌 इंटरनेट पर सर्बर से सूचना पाने के कम्प्यूटर के प्रौसेस को क्या कहते हैं ? 📌 पासवर्ड से प्रयोक्ता ? 📌 ब्राउजर क्या करता हैं ? 📌 BASIC भाषा का प्रयोग निम्न में से किस कार्य के लिए किया जाता हैं ? 📌 इन्टीग्रेटेड सर्किट चिप का विकास किसने किया ? 📌 वेब पर एक्सेस करने के लिए डाक्यूमेंटों ग्राफिक्स और ध्वनियों को ... किया जाता हैं ? 📌 निम्नलिखित में से कौन-सी एक आउटपुट डिवाइस नहीं है ? 📌 web page कौन-सी language में बनाया जाता है ? 📌 क्म्प्यूटर के विकास मे सर्वाधिक योगदान किसका है ? 📌 एक्सेल दस्तावेज ....नामक फाइल के रूप में स्टोर किए जाते हैं | 📌 M.S. Word में स्पेंलिंग को सही करने के लिए किस प्रोग्राम का उपयोग होता है ? 📌 मॉनिटर का रिजोल्यूशन जितना अधिक हो.? 📌 एक लोकप्रिय विन्डोइंग इन्वार्मेन्ट विन्डोज -3 माइक्रोसॉफ्ट द्वारा निर्गत की गई ? 📌 प्राचीन समय में गणना करने के लिए किस उपक्रम का प्रयोग किया जाता था ? 📌 स्प्रेसीट में डाटा कैसे ऑर्गेनाइज होता हैं ? 📌 निम्न में से कौन उपभौक्ता एवं हार्डवेयर के बीच एक (एजेंट ) की तरह काम करता हैं ? 📌 स्टोरेज डिवाइस के मेन फोल्डर को क्या कहते हैं ? 📌 पंचम पीढ़ी के कम्प्यूटरों की प्रमुख विशेषता निम्न में से कौन-सी होगी ? 📌 यात्रा करने वाले प्रयोक्ताओं (user )के लिए "पोर्टेबल" कम्प्यूटर कौनसे होते हैं ? 📌 सर्वाधिक शक्तिशालि कम्प्यूटर कौनसा है ? 📌 वेबसाइट में "होम" पेज का क्या अर्थ हैं ? 📌 कम्प्यूटर का मॉनीटर जुड़ा रहता है ? 📌 सबसे पहला माइक्रो कंप्यूटर कौन -सा था ? 📌 ई-मेल पते के दो भाग कौन-से होते हैं ? 📌 कम्प्यूटर भाषा JAVA के अविष्कारक कौन हैं ? चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। माइक्रो कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था और कब किया था देखिए आज सबसे पहला पर्सनल कंप्यूटर क्वेश्चन 1975 में जो डांस किया गया था ईडियट ने यह आए इसका नाम सबसे पहले पर्सनल कंप्यूटर और पी सी दुनिया के सामने प्यार हुआ 3 नवंबर 1962 में जब अंतर को इंट्रोडक्शन था micro computer ka avishkar kisne kiya tha aur kab kiya tha dekhiye aaj sabse pehla personal computer question 1975 me jo dance kiya gaya tha idiot ne yah aaye iska naam sabse pehle personal computer aur p si duniya ke saamne pyar hua 3 november 1962 me jab antar ko introduction tha माइक्रो कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था और कब किया था देखिए आज सबसे पहला पर्सनल कंप्यूट 69 Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! क्या आपने कभी सोचा है कि आज हम बड़े से बड़े कार्यों को बड़ी ही आसानी से कैसे कर लेते हैं। लेकिन, हम यह नहीं जानते कि इसके पीछे का Process क्या होता है और ना ही हम यह जानते हैं कि कंप्यूटर का आविष्कार कैसे हुआ? हम इस Article के द्वारा कंप्यूटर से संबंधित सभी जानकारियां देने का प्रयास करेंगे ।
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कंप्यूटर क्या है? (What is Computer in Hindi)“कंप्यूटर एक ऐसा Electronic Device है जो डेटा को स्टोर, प्रोसेस और पुनः प्राप्त कर सकता है तथा इसका उपयोग सभी तरह की आधुनिक मशीनों को कण्ट्रोल करने के काम में भी लिया जाता है।” देखा जाए तो कंप्यूटर हमारे जीवन का बहुत ही आवश्यक हिस्सा बन चुका है । आज के समय में आपने देखा होगा कि स्कूल, ऑफिस, बैंक एवं कई अन्य जगहों पर कंप्यूटर का बहुत अधिक संख्या में उपयोग होने लगा है। वर्तमान समय में लोग अपनी जरूरतों के हिसाब से अपने घरों में भी ज्यादा से ज्यादा इसका उपयोग करने लगे हैं। Computer निर्देशों के अनुसार कार्य करने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है । इसमें किसी भी डाटा को प्राप्त (Receive) करने, संग्रहित (Store) तथा प्रोसेस (Process) करने की क्षमता होती है । कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा के “Computare” शब्द से हुई है । जिसका हिंदी अर्थ है “गणनाकरना” परंतु कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति “Compute” से हुई है । जिसका अर्थ होता है गणना करने वाला कंप्यूटर का हिंदी में अर्थ “संगणक” होता है । Computer का फुल फॉर्म क्या है | Full Form of Computer in HindiComputer का फुल फॉर्म “Commonly Operated Machine Particularly Used for Technical and Educational Research” है। कंप्यूटर के जनक कौन है?Charles Babbage को आधुनिक कंप्यूटर का जनक माना जाता है क्योंकि उन्होंने 1822 में दुनिया के पहले Mechanical Computer का अविष्कार किया था। इस कंप्यूटर को लोग डिफरेंस इंजन (Difference Engine) के नाम से जानने लगे। इसके कुछ समय बाद एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) का अविष्कार हुआ जो कि 1837 में हुआ। इसी को आधार मानकर उन्हें कंप्यूटर जगत में “Father of Computer” के नाम से भी जाना जाता है । कंप्यूटर का इतिहास ( History of Computer)दोस्तों ब्रिटेन में एक गणित के प्रोफेसर हुए जिनका नाम था चार्ल्स बैबेज । चार्ल्स बैबेज एक बहुत ही अच्छे गणितज्ञ और मैकेनिकल इंजीनियर भी थे । चार्ल्स बैबेज का जन्म 26-Dec-1791 को हुआ था । उनका जन्म ब्रिटेन में हुआ था । चार्ल्स बैबेज का जन्म ब्रिटेन के एक बैंकर परिवार में हुआ था । उन्होंने 1822 में पहला मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया था । जिसको हम डिफरेंस इंजन के नाम से जानते हैं । इस आधार पर आज सभी कंप्यूटर काम कर रहे हैं । इसीलिए चार्ल्स बैबेज को “कंप्यूटर का जनक” माना जाता है । उन्होंने 1837 में एनालिटिक्स इंजन का आविष्कार किया । उस एनालिटिकल इंजन को बनाने में 25000 पुर्जे लगे थे और इस इंजन का भार 13600 Kg का था । यह इंजन गणित के सारे प्रश्नों को हल कर देता था । इस इंजन के निर्माण से चार्ल्स बैबेज पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गए । क्योंकि यह विश्व का पहला कैलकुलेटिंग कंप्यूटर था । अगर कंप्यूटर की Generation की बात करें तो इसे पांच पीढ़ियों में बांटा गया है । जब भी हम कंप्यूटर की Generation के बारे में सोचते हैं तो इसका तात्पर्य है कि जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे ही पीढ़ी दर पीढ़ी कंप्यूटर का भी विकास होता रहा । पहली पीढ़ी के कंप्यूटर ( 1940-1956 ) “Vacuum Tubes”1940 से 1956 के बीच में प्रथम कंप्यूटर का विकास हुआ था । इस पीढ़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum Tube) का प्रयोग किया जाता था । जिसकी वजह से इसका आकार बहुत बड़ा होता था । यह कंप्यूटर बिजली की खपत भी बहुत ज्यादा करते थे और उसमें जो Tube होती थी । वह बहुत ज्यादा गर्मी पैदा करती थी । इसलिए यहां पर इनको ठंडा भी किया जाता था । इस समय के कंप्यूटर की सबसे बड़ी बात यह है कि वर्तमान में आप जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows Operating System) का इस्तेमाल करते हैं । उस दौर में वह विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होते थे । इसे चलाने के लिए जो प्रोग्राम (Program) बनाए जाते थे । वह कंप्यूटर पंच कार्ड में स्टोर करके रखे जाते थे । इसलिए इसमें डाटा Store करने की जो क्षमता थी । वह बहुत कम थी साथ ही यह कंप्यूटर बहुत धीमी गति से चला करते थे । इन कंप्यूटर्स में मशीनी भाषा का इस्तेमाल किया जाता था यानी यह कंप्यूटर मशीनी लैंग्वेज को समझा करते थे । उदाहरण के लिए ENIAC and UNIVAC Computers. First Generation की विशेषताएं
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर ( 1956 -1963 ) “Transistors”यह कंप्यूटर प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के आकार की अपेक्षा थोड़े छोटे होते थे । यहां पर वेक्यूम ट्यूब की जगह पर ट्रांजिस्टर (Transistors) का इस्तेमाल किया जाने लगा है । ट्रांजिस्टर वेक्यूम ट्यूब से काफी बेहतर हुआ करते थे । इन कंप्यूटर में मशीनी भाषा के स्थान पर असेंबली लैंग्वेज (Assembly Language) का इस्तेमाल होने लगा था और डाटा स्टोर (Data Store) करने के लिए अभी भी कंप्यूटर पंच कार्ड का ही इस्तेमाल किया जाता था । हालांकि आकार के हिसाब से और बिजली की खपत के हिसाब से यह कंप्यूटर पहली पीढ़ी के कंप्यूटर से कहीं अधिक बेहतर होते थे । इस पीढ़ी में जो प्रोग्राम इस्तेमाल किया जाता था वह हाई लेवल लैंग्वेज (High Level Language) यानी उच्च स्तरीय भाषा होती थी जिसमें COBOL और FORTRAN का विकास हुआ था । Second Generation की विशेषताएं
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (Third Generation) “Integrated Circuits”इनका विकास 1964 से 1971 के बीच में हुआ था और यह कंप्यूटर देखने में आज के वर्तमान कंप्यूटर के जैसे ही होते थे । यहां Keyboard और Monitor का प्रयोग होने लगा । लकिन यहां पर Mouse अभी भी नहीं था । ट्रांजिस्टर की जगह इन कंप्यूटर में इंटीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit) का इस्तेमाल होने लगा था उनका आकार बहुत छोटा हो गया था और गति भी पहले की अपेक्षा बढ़ गई थी । पहले कंप्यूटर की जो गति होती थी । वो माइक्रो सेकेंड (Micro Second) में नापी जाती थी । अब इनकी गति माइक्रोसेकंड से बढ़कर नैनो सेकंड तक पहुंच गई थी । यानी यह उनसे ज्यादा तेजी से कैलकुलेशन करने लगे थे । इनको कीबोर्ड की सहायता से चलाया जाता था । इस पीढ़ी के कंप्यूटर को छोटा और सस्ता बनाया गया था । इस पीढ़ी में जो प्रोग्राम इस्तेमाल किया जाता था । वह हाई लेवल लैंग्वेज (High Level Language) यानी उच्च स्तरीय भाषा होती थी । जिसमें पास्कल (PASCAL) और बेसिक (BASIC) का विकास हुआ था । Third Generation की विशेषताएं
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (1971-1985 ) “Microprocessors”इन कंप्यूटर का विकास 1971 से 1985 तक देखा गया है । यह कंप्यूटर देखने में हमारे वर्तमान कंप्यूटर के जैसे ही हैं । इन कंप्यूटर में इंटीग्रेट सर्किट (Integrated Circuit) की जगह माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) का उपयोग होने लगा । इन कंप्यूटर का आकार छोटा होने के साथ-साथ इनकी स्पीड भी बहुत बढ़ गई थी । कैलकुलेशन करने के साथ-साथ यहां पर हाई स्पीड वाले नेटवर्क जिन्हें आप LAN (Local Area Network) और WAN (Wide Area Network) के नाम से जानते हैं । यहां पर पहली बार ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) में MS-Dos का विकास हुआ था । धीरे-धीरे करके जो MS-Dos थी उसका विकास माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के विंडोस के रूप में हो गया था । ज्यादातर कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर विंडोज आने लग गई थी । इसी वजह से यहां मल्टीमीडिया (Multimedia) का विकास भी हुआ और वह प्रोग्रामिंग भाषा C Language हो गई । धीरे-धीरे करके यह कंप्यूटर आज के वर्तमान कंप्यूटर के रूप में बदलने लगे । इससे ढेर सारी चीजें आने लगी इस पीढ़ी के कंप्यूटर में आप म्यूजिक भी सुन सकते थे, आप इंटरनेट भी चला सकते थे और आप बहुत सारे काम आसानी से कर सकते थे । GUI (Graphical User Interface) के आने के बाद से तो बहुत सारे बदलाब हो गए । धीरे-धीरे करके ये जो कंप्यूटर थे उन्होंने हमारे अपने घरों में, ऑफिस में, कार्यालय में और स्कूलों में अपनी जगह बना ली और उनकी पहुंच आम लोगों के घरों तक हो गई । Fourth Generation की विशेषताएं
पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर ( 1985 – Present ) “Artificial Intelligence”1985 के बाद पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटरों ने अपनी जगह बना ली । धीरे-धीरे विकास की यह पीढ़ी आगे बढ़ने लगी । अब पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर आने लगे हैं । यानी Fifth Generation के कंप्यूटर का विकास अभी जारी है और इस्तेमाल होने लगे हैं । “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” यानी कि AI. इस AI टेक्नोलॉजी को हम भविष्य की टेक्नोलॉजी भी कह सकते हैं । जिसे आप आम तौर पर अपने मोबाइलों में देखते होंगे जैसे Google Assistant और Alexa है । यह धीरे-धीरे करके अपने आप को Develop कर रहे हैं और कंप्यूटर में सोचने समझने की शक्ति डाली जा रही है और उनका विकास धीरे-धीरे हो रहा है । इन्हें भविष्य का कंप्यूटर भी कहा जाता है । AI Technology को Future Technology के रूप में भी देखा जा रहा है Fifth Generation की विशेषताएं
कंप्यूटर के प्रकार1. एप्लीकेशन के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार( Types of Computers Based on Application ) 2. उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार( Types of Computers Based on Purpose ) 3. आकर के आधार पर कम्प्यूटरों के प्रकार( Types of computers based on size) एप्लीकेशनके आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार(Based on Application)
एनालॉग कंप्यूटर( Analog Computer )एनालॉग कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो Physical Unit जैसे ब्लड प्रेशर, टेम्प्रेचर और लम्बाई को मापकर अंको में व्यक्त करता है। यह कंप्यूटर किसी कंप्यूटर का परिमाप कंप्रेसर के ही आधार पर करते हैं। जैसे एक Thermometer कोई गणना नहीं करता बल्कि यह पारे से संबंधित प्रसार की तुलना करके शरीर के तापमान को बताता है। एनालॉग कंप्यूटर केवल अनुमानित परिमाप ही देते हैं देखा जाये तोह इनकी एक्टिविटी बहुत कम ही होती है । डिजिटल कंप्यूटर( Digital Computer )यह कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो डिजिट, शून्य व एक (0,1) पर आधारित होते हैं। Digital Computer डाटा और प्रोग्राम को (0,1) में परिवर्तित करके उनको इलेक्ट्रॉनिक रूप में ले आता है। डिजिटल कंप्यूटर में जो रिजल्ट प्राप्त होता है वह हमें कैलकुलेशन के आधार पर ही प्राप्त होता है तथा इन कंप्यूटरों की Accuracy बहुत ज्यादा होती है। हाइब्रिड कंप्यूटर ( Hybrid Computer )हाइब्रिड कंप्यूटर में एनालॉग तथा डिजिटल कंप्यूटर दोनों के गुण भी पाए जाते हैं। Hybrid का अर्थ होता है अनेक गुणों का मिश्रण जैसे कंप्यूटर की Analog Devices, किसी रोगी के तापमान तथा ब्लड प्रेशर को मापती है। यह जो परिमाप होता है यह बाद में Digital भाग के द्वारा अंकों में बदल जाते हैं जैसे कि Modem का प्रयोग हमेशा Internet में किया जाता है। उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार ( Based on Purpose )कंप्यूटर को हमेशा दो उद्देश्यों के आधार पर ही स्थापित किया जा सकता है सामान्य ( General ) एवं विशिष्ट ( Special ) इस तरह कंप्यूटर उद्देश्य के आधार पर दो ही प्रकार के होते हैं : – 1. सामान्य उद्देश्यीय कंप्यूटर ( General Purpose Computer) 2. विशिष्ट उद्देश्यीय कंप्यूटर ( Special Purpose Computer ) सामान्य उद्देश्यीय कंप्यूटर ( General Purpose Computer)इन कम्प्यूटरों मे कई प्रकार के कार्य करने की क्षमता होती है। लेकिन यह सारे कार्य समान रूप से एक जैसे ही होते हैं। यह व्यापार से संबंधित डाटा या कठिन गणितीय फार्मूले पर Process कर सकते हैं। सामान्य उद्देश्यीय कंप्यूटर बहुत अधिक मात्रा में Data स्टोर कर सकता है और बहुत से व्यवसायों में इनका प्रयोग होता है। विशिष्ट उद्देश्यीय कंप्यूटर ( Special Purpose Computer)इन कम्प्यूटरों को किसी विशेष कार्य के लिए बनाया जाता है। इनके CPU ( Centre Processing Unit ) की क्षमता उस कार्य के अनुरूप होती है। इसके लिए उन्हें तैयार किया गया है। इनमे यदि अनेक CPU की आवश्यकता हो तो इनकी संरचना अनेक CPU वाली कर दी जाती है। आकर के आधार पर कम्प्यूटरों के प्रकार ( Types of computers based on size) –साइज के आधार पर कंप्यूटर को चार भागों में बांटा गया है 1. माइक्रो कंप्यूटर ( Micro Computer ) 2. मिनी कंप्यूटर ( Mini Computer ) 3. मेनफ्रेम कप्यूटर ( Mainframe Computer ) 4. सुपर कंप्यूटर ( Super Computer ) माइक्रो कंप्यूटर ( Micro Computer )माइक्रो कंप्यूटर को सामान्य भाषा में छोटा कंप्यूटर भी कहा जाता है। इसको हम आसानी से एक जगह से दूसरी जगह तक आसानी से ले जा सकते हैं। यह single silicon chip पर आधारित है जिसे माइक्रोप्रोसेसर कहते हैं। माइक्रो कंप्यूटर एक डेस्क पर या ब्रीफकेस में भी रखे जा सकते हैं । यह कंप्यूटर कीमत में सस्ते और आकर मे छोटे होते हैं इसलिए ये व्यक्तिगत उपयोग के लिए घर या बाहर किसी भी कार्यक्षेत्र में लगाए जा सकते हैं । उनको दो भागों में विभाजित किया जा सकता है जैसे पर्सनल कंप्यूटर और होम कंप्यूटर । मिनी कंप्यूटर ( Mini Computer )मिनी कंप्यूटर मध्यम साइज के कंप्यूटर होते हैं। ये माइक्रो कंप्यूटर की तुलना मे आकर मे बड़े तथा अधिक कार्य क्षमता वाले होते हैं। मिनी कंप्यूटर की कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होते है। इन कम्प्यूटरों में एक से अधिक CPU होते हैं तथा इनकी मेमोरी और स्पीड माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है। मिनी कंप्यूटर मे एक से अधिक व्यक्ति कार्य कर सकते हैं उदाहरण के लिए पहला मिनी कंप्यूटर प.डी.प. – 8 के नाम से बन गया था। मनफ्रेम कप्यूटर ( Mainframe Computer )देखा जाये तो मेनफ़्रेम कंप्यूटर साइज मे मिनी कंप्यूटर से काफी बड़े होते हैं । लेकिन इनकी स्पीड मिनी कम्प्यूटरों की अपेक्षा ज्यादा होती है । इस कंप्यूटर मे भी एक से अधिक CPU लगे होते हैं तथा इन कम्प्यूटर को चलाने के लिए 5 से 10 यूजर की आवश्यकता होती है । मेनफ़्रेम कंप्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी मिनी कंप्यूटर की अपेक्षा बहुत ज्यादा होती है । मेनफ़्रेम कंप्यूटर का उपयोग इंडस्ट्रीज या आर्गेनाइजेशन मे किया जाता है। इनका उपयोग बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन के लिए भी किया जाता है । सुपर कंप्यूटर ( Super Computer )सुपर कंप्यूटर साइज मे सबसे बड़े कंप्यूटर होते हैं यह कंप्यूटर एक सेकंड में दस ट्रिलियन व्यक्तिगत गणना कर सकता है। इन कम्प्यूटरों की स्टोरेज कैपेसिटी सबसे ज्यादा होती है तथा इनमे एक से अधिक CPU प्रयोग किये जाते हैं । इन कंप्यूटर को चलने के लिए एक साथ लगभग 10 से 20 यूजर की आवश्यकता होती है । इन कंप्यूटर का उपयोग मौसम विभाग की जानकारी ज्ञात करने तथा अंतरिक्ष विज्ञान मे प्रयोग किया जाता है । भारत का पहला माइक्रो कंप्यूटर कौन सा है?भारत का पहला स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर जल्द ही आपके मोबाइल फोन, सर्विलांस कैमरा और स्मार्ट मीटर्स को ताकत देगा। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मद्रास ने 'शक्ति' नाम के इस माइक्रोप्रोसेसर को डिवेलप और डिजाइन किया है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, चंडीगढ़ की सेमी कंडक्टर लैब में माइक्रोचिप के साथ इसे बनाया गया है।
माइक्रो कंप्यूटर का आविष्कार कौन है?माइक्रोप्रोसेसर किस पीढ़ी का कंप्यूटर है? माइक्रो प्रोसेसर चतुर्थ पीढ़ी का कंप्यूटर है । इंटेल 4004 दुनिया का पहला माइक्रोप्रोसेसर था । माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार Faggin, Hoff, Mazor ने सन 1971 में किया था।
माइक्रो कंप्यूटर की शुरुआत कब हुई?माइक्रो कंप्यूटर का इतिहास (History of Micro Computer in Hindi) Micro Computer शब्द 1970 में अस्तित्व में आया. 1971 में Intel 4004 माइक्रोप्रोसेसर और फिर क्रमशः 1972 और 1974 में Intel 8008 और Intel 8080 माइक्रोप्रोसेसर के आने से Micro Computer का निर्माण होना शुरू हुआ.
पहला माइक्रोप्रोसेसर कौन सा है?आमतौर पर माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार का श्रेय इंटेल-4004 नामक माइक्रोप्रोसेसर को जाता है। इंटेल ने इसे १९७१ में बाजार में निकाला था।
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