आजादी का अमृत महोत्सव क्या है पर निबंध? - aajaadee ka amrt mahotsav kya hai par nibandh?

Azadi ka Amrit Mahotsav Essay in Hindi : आजकल आजादी का अमृत महोत्सव की चर्चाएं चारों तरफ हो रही है. भारत के इतिहास को याद दिलाने तथा संस्कृति को बचाने के लिए मोदी जी ने विभिन्न कदम उठाए हैं

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क्या आप आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध लिखना चाहते हैं तो इस पोस्ट में मैंने आपको तीन निबंध बताए हैं जोकि विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी है. तो आइए पहले कुछ जरूरी पॉइंट पढ़ते हैं और फिर Amrit Mahotsav Essay in Hindi पढ़ते हैं

उत्सव आजादी का अमृत महोत्सव
शुरूआत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने
शुरुआत हुई गुजरात के साबरमती आश्रम से
शुरू हुआ 12 मार्च 2021
समाप्त होगा 15 अगस्त 2023
उद्देश्य आजादी के संघर्ष के गौरवशाली इतिहास को याद करना
शामिल विषय बीते 75 साल पर विचार, उपलब्धियां, एक्शन और संकल्प

आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध 300 शब्दों में

“यह महोत्सव है आजादी के इतिहास का
नए संकल्पों के साथ का
आत्मनिर्भरता के आगाज का
भारत के विश्व गुरु बनने के एहसास का”

हमारा देश भारत अपनी संस्कृति तथा सभ्यताओं की वजह से पूरी दुनिया में जाना जाता है. हमारी संस्कृति भले ही पुरानी हो परंतु आज भी हमें सही दिशा दिखलाती है. हमारे देश की आजादी को 75 साल हो गए हैं इस सुनहरी आजादी के लिए कई वीर हंसते-हंसते कुर्बान हो गए थे. उस समय प्रत्येक भारतीय आजादी की सुबह का स्वप्न लेकर ही सोता था

उस सपने को पूरा हुए अब 75 वर्ष हो गए हैं. इसी खुशी का जश्न मनाने के लिए ये अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. यह महोत्सव देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर 75 सप्ताह पूर्व प्रारंभ हो गया है. पूरे देश में यह महोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है

12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने नमक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी. यह एक ऐतिहासिक घटना थी. वर्ष 2021 में इस सत्याग्रह को 91 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी जी ने साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव की शुरुआत पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर की, यह पदयात्रा डांडी तक गई

इस महोत्सव में देश की सांस्कृतिक व सभ्यता को प्रदर्शित करने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं. इस महोत्सव के जरिए मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को भी सभी लोगों तक पहुंचाकर आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी. जिसके अंतर्गत ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’ को भी आगे बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर अग्रसर हो

मोदी जी ने कहा कि – “आजादी का अमृत महोत्सव यानी आजादी की ऊर्जा का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी स्वाधीनता सेनानियों से प्रेरणाओं का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी नए विचारों का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी आत्मनिर्भरता का अमृत”

“अमृत महोत्सव ने ली अंगड़ाई है
यह तो आजादी की बधाई है
75 वर्ष बीते आजादी को
वह यात्रा अब सबको याद दिलानी है”

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आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध 500 शब्दों में

आजादी का अमृत महोत्सव क्या है पर निबंध? - aajaadee ka amrt mahotsav kya hai par nibandh?

“आजादी का अमृत महोसव.. है भारत मां के लालों का
आजादी के मतवालों का.. आजाद 75 सालों का”

प्रस्तावना

सोने की चिड़िया कहा जाने वाला हमारा देश भारत करीब 200 वर्षों तक अंग्रेजी हुकूमत का गुलाम रहा है. इन गुलामी की जंजीरों को तोड़ने में भारतवासियों को कड़ा संघर्ष करना पड़ा और 15 अगस्त सन 1947 के दिन हमारा देश भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया

इतनी मुश्किलों और बलिदानों से मिली हुई आजादी को हम भारतवासी प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन जश्न के रूप में मनाते हैं. यूं तो यह जश्न प्रत्येक वर्ष ही महत्वपूर्ण होता है, किंतु इस वर्ष का जश्न कुछ खास है क्योंकि हमारे देश भारत को स्वतंत्र हुए 75 साल पूरे हो चुके हैं. इस खुशी में पूरा देश आजादी का अमृत महोसव मना रहा है

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत

इस महोत्सव की शुरुआत भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा गुजरात के साबरमती आश्रम से 12 मार्च 2021 को दांडी यात्रा के आयोजन के रूप में हुई

प्रथम अमृत महोत्सव 15 अगस्त 2021 को मनाया गया. इस वर्ष 15 अगस्त 2022 को भी यह महोत्सव मनाया गया और अगले वर्ष 15 अगस्त 2023 तक यह महोत्सव मनाया जाएगा

आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य

आजादी के इस महोत्सव का उद्देश्य सम्पूर्ण देश में जन अभियान चलाकर हर एक व्यक्ति को इस अभियान से जोड़कर उनमें विभिन्न तरीकों से देशभक्ति की भावनाओं को जागृत करना है

इस महोत्सव का उद्देश्य जन भागीदारी के द्वारा लोगों तक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और इस संग्राम के हर एक नायक के बारे जानकारी का प्रसार करना है. इस महाअभियान के माध्यम से गुमनाम शहीदों की गाथाएं लोगों तक पहुँचाई जा रही हैं

भारत ने बीते 75 सालों में क्या खोया क्या पाया इसकी जानकारी भी जन-जन तक पहुंचाना अभियान का उद्देश्य है. इस महोत्सव के दौरान आने वाले 25 सालों जिन्हें अमृत काल माना जा रहा है, उसकी रूपरेखा भी तैयार की जा रही है

कैसे मनाया जा रहा है अमृत महोत्सव

इस महोत्सव के दौरान विकासशील देश भारत के स्वतंत्र 75 साल तथा भारत के नागरिकों, भारत की संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाया जा रहा है

विभिन्न छोटी-छोटी कड़ियों को जोड़कर यह महोत्सव मनाया जा रहा है. इसमें सभी छोटे-बड़े संस्थानों, विभिन्न विभागों, स्कूल-कॉलेजों, संस्थाओं सभी को जोड़ा गया है. सभी ने अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है

भारत सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम तथा प्रतियोगिताये आयोजित की जा रही हैं और जन-जन को जोड़ा जा रहा है, जिससे कि भारत का हर नागरिक अपने देश और इसके इतिहास के बारे में जान सके

 इस महोत्सव के दौरान स्कूलों में, कार्यलयों में खेल, गीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पोस्टर, बैनर के माध्यम से सबको देशभक्ति के रंग में रंगा जा रहा है

आजादी के अमृत महोत्सव का महत्व

आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने का बहुत ही अधिक महत्व है. इस महोत्सव की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह एक बड़े राष्ट्रीय त्यौहार की भांति मनाया जा रहा है. इसका सम्बन्ध किसी भी विशेष धर्म, जाति या सम्प्रदाय से नहीं बल्कि भारत देश के हर एक नागरिक से है

जिस प्रकार से आजादी की लड़ाई जन-जन के द्वारा मिलकर लड़ी गयी थी, ठीक उसी प्रकार यह महोत्सव भी जन-जन के द्वारा मिलकर मनाया जा रहा है

“महान है भारत देश, महान है इसकी आजादी, 
पाने को जिसे वीरों ने अपनी जान गवां दी”

इसके माध्यम से आज की युवा पीढ़ी को आजादी के संघर्ष और उसके बाद की चुनौतियों को जानने का स्वर्णिम अवसर मिला है

200 वर्षों की गुलामी के बाद एक राष्ट्र को फिर से खड़ा करना और विश्वशक्ति बनने की राह तक ले आना आसान नहीं था. युवा पीढ़ी को बीते 75 सालों की चुनौतियों और उपलब्धियों दोनों के बारे में गहराई से जानने का मौका मिला है. अतः इस महोत्सव का भारतवासियों के लिए बहुत महत्व है

उपसंहार

सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हमारे देश भारत का इतिहास भी स्वर्णिम है. हम भाग्यशाली हैं, जो हमें इस महोत्सव के माध्यम से इसे जानने का मौका मिल रहा है

हमें इसे गवाना नहीं चाहिए. हम सभी देशवासियों को इस अमृत महोत्सव में भागीदारी सुनिश्चित कर जनसहयोग करना चाहिए. जब जन-जन की भागीदारी होगी तभी सरकार का अभियान सफल हो पाएगा

“आजादी का अमृत महोत्सव हम सबको मिलकर मनाना है,
जन-जन की भागीदारी से अभियान सफल बनाना है”

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आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध 800 शब्दों में

आजादी का अमृत महोत्सव क्या है पर निबंध? - aajaadee ka amrt mahotsav kya hai par nibandh?

“आओ सब मिलकर झूमें गाएं
आजादी का अमृत महोत्सव मनाएं”

प्रस्तावना

हमारे देश भारत को बड़े ही संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी. देश को यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली थी. असंख्य देशप्रेमियों के बलिदान के बाद हमें आजादी नसीब हुई थी

अतः यह आजादी सभी देशवासियों के लिए बहुमूल्य है. इसी बहुमूल्य आजादी के वर्षों के जश्न का नाम है “आजादी का अमृत महोत्सव” देशभर में यह जश्न एक उत्सव की भांति मनाया जा रहा है

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत

15 अगस्त 2022 को आजादी का 75वां वर्ष पूर्ण हुआ. 75 सप्ताह पूर्व ही आजादी का अमृत महोत्सव शुरू हो चुका है

इस महोत्सव के लिए हर राज्य अपने-अपने स्तर पर तैयारियां कर रहा है. हम सभी जानते हैं कि 12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह की शुरुआत की थी

2021 में नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव की शुरुआत पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर की, इस महोत्सव के कार्यक्रम वर्ष 2023 तक चलेंगे

आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य

आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का उद्देश्य लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और त्याग के बारे में जानकारी देना है

हमारे इतिहास में बहुत से ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हुए जिन्होंने देश पर जान न्यौछावर की, परन्तु हम कुछ ही के नाम जानते हैं. इस महोत्सव के जरिये देश उन गुमनाम नायकों को ढूंढकर उनकी वीरगाथाएं सबके सामने लाएगा

आजादी का अमृत महोत्सव

आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान बीते 75 साल पर विचार, उपलब्धियां, एक्शन और संकल्प शामिल हैं. जो स्वतंत्र भारत के सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे

इस आयोजन के माध्यम से ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’ को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. देशभर में 75 सप्ताह स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसके जरिए देशभक्ति का संदेश देने और भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने की कोशिश की जाएगी

पीएम मोदी के अनुसार, “आजादी का अमृत महोत्सव यानी आजादी की ऊर्जा का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी वीर सेनानियों से प्रेरणाओं का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी नए विचारों का अमृत नए संकल्पों का अमृत, आजादी का अमृत महोत्सव यानी आत्मनिर्भरता का अमृत”

आजादी के अमृत महोत्सव का महत्व

आजादी का अमृत महोत्सव प्रत्येक देशवासी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके माध्यम से हम भविष्य पर निगाह रखते हुए देश की आजादी के संघर्ष के गौरवशाली इतिहास को भी याद रखेंगें

इस महोत्सव ने हमें अवसर दिया है कि हम देशवासी अपनी कमजोरियों को जानें व उनका आकलन करें मगर उनसे लज्जित न हों और आत्मसम्मान के साथ आगे बढ़ें

भारत के पास गर्व करने के लिए अथाह भंडार है, समृद्ध इतिहास है, चेतनामय सांस्कृतिक विरासत है जो हमें ऊंची उड़ान भरने के लिए शक्तिशाली पंख देती है

इसीलिए यह आशा की जा सकती है कि यह महोत्सव नई पीढ़ी में लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति सम्मान पैदा करेगा और उनमें आजादी पाने के लिए दिए गए बलिदानों की स्मृति जगाते हुए एक आदर्श समाज की रचना की प्रेरणा देगा

उपसंहार

आज देश में निराशाओं के बीच आशाओं के दीप जलने लगे हैं. एक नई सभ्यता और एक नई संस्कृति करवट ले रही है

नये राजनीतिक मूल्यों और नये विचार लिए हुए आजाद मुल्क की एक ऐसी गाथा लिखी जा रही है जिसके फलस्वरूप देश सशक्त होने लगा है. न केवल भीतरी परिवेश में बल्कि दुनिया की नजरों में भारत अपनी एक स्वतंत्र पहचान लेकर उपस्थित है

अगर देश इसी प्रकार अपनी सांस्कृतिक, पहचान को साथ लिए आधुनिकता की राह पर आगे बढ़ता रहा तो अवश्य ही एक दिन भारत विश्वगुरु बनकर महाशक्ति के रूप में खड़ा होगा

“आजादी का ये जश्न हम सब को मिलकर मनाना होगा
जन-जन की भागीदारी से आत्मनिर्भर भारत बनाना होगा”

FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत किसने की थी ?

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने की

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत कब हुई ?

आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत 12 मार्च 2021 को हुई

अमृत महोत्सव का उद्देश्य क्या है ?

अमृत महोत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों में देश के प्रति भक्ति, प्रेम को जागृत करना और देश के गौरवशाली इतिहास को याद करना है

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संक्षेप में 

उम्मीद है आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध (Azadi ka Amrit Mahotsav Essay in Hindi) आपके लिए उपयोगी रहा होगा. यदि आपको लगता है कि इस निबंध में और अधिक सुधार करने की आवश्यकता है तो अपना फीडबैक कमेंट बॉक्स में हमें जरूर दें

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आजादी के अमृत महोत्सव पर निबंध कैसे लिखें?

आजादी का अमृत महोत्सव निबंध आजादी का अमृत महोत्सव 12 मार्च 2021 से मनाया जा रहा है जिसे विशालकाय रूप देते हुए पूरे भारतवर्ष में एक साथ 15 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव भारत की 75 वीं वर्षगांठ को मनाने का एक विशेष तरीका है जिसमें भारत की ताकत और इसकी कार्यकुशलता कोई यहां की जनता के समक्ष रखा जाएगा।

आजादी का अमृत महोत्सव का क्या महत्व है?

आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है। “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को शुरू होती है, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू करती है और 15 अगस्त, 2023 को एक वर्ष के बाद समाप्त होगी।

आजादी का अमृत महोत्सव कैसे मनाया गया?

आजादी का अमृत महोत्सव की शुरुआत आजादी का अमृत महोत्सव आधिकारिक तौर पर 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ, 15 अगस्त 2022 से लगभग 75 सप्ताह पहले. पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से आजादी का अमृत महोत्सव की कर्टन रेजर एक्टिविटीज का उद्घाटन किया. ये समारोह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा.

अमृत महोत्सव मिशन क्या है?

आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की ओर से की जाने वाली एक पहल है।