खेती में काम आने वाले औजार | Kheti Me Kaam Ane Wale Aujaar: खेती हमारे देश का मुख्य व्यवसाय है. क्योंकि आज भी 80% लोग गांव में ही रहते हैं. और हमारे भारत देश को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. इसीलिए भारत में औजार की भी कमी नहीं है नए नए औजार मार्केट में आते रहते हैं. इस पोस्ट में हम आपको भारत में खेती में उपयोग होने वाले औजार के नाम लिस्ट इन हिंदी शेयर करने वाले है. Show
वैसे तो खेती में काम आने वाले औजार की संख्या बहुत है लेकिन हमें आपको सभी महत्वपूर्ण औजार की के बारे में जानकरी देगे. औजार की मदद से किसान खेती में काम करता है और खेती को रक्षा करता है जिससे कि उसकी फसल अच्छी आए. औजार के बिना खेती करना बहुत ही मुश्किल है. भारत के खेती के लिए औजार बोहत सालों से खेती में इस्तेमाल के आ रहे हैं और हम भी आज भी किसान उसी औजार का इस्तेमाल करके खेती करते हैं. तो दोस्तों चलिए देखते है फिर Table of Contents
खेती में काम आने वाले औजार | Kheti Me Kaam Ane Wale Aujaarसभी औजार का इस्तेमाल खेती में अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है. किसका काम खेती फसल उगाने के लिए किया जाता है. तो किस का काम फसल काटने के लिए किया जाता है और इस साथ अन्य औजारों के विरुद्ध उपयोग है. आज के दोनों में बहुत सारे आधुनिक औजार, यंत्र बाजार में आए हैं. लेकिन आज भी कई किसान खेती करने के लिए हमारे पारंपरिक औजारों का ही इस्तेमाल करते हैं. सभी खेली में इस्तेमाल किया जाने वाले औजार सूची – 1. खेत की जुताई करने वाले औजार
2. बीज बुवाई में काम आने वाले औजार
3. खेली कों पानी देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाल यंत्र
4. फसल कों काटने वाला औजार
अगर हमसे गलती से खेती में काम आने वाले किसी औजार का नाम रह गया है तो हमें कमेंट में जरूर बताना. हम उसे इस सूची में जरूर शामिल करेंगे तो यहां पर हमने खेती में काम आने वाले औजार, Kheti Me Kaam Ane Wale Aujaar के बारे में जानकारी दी है. इस पोस्ट को आगे जरुर शेयर करना और इसी तरह और जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट को visit करते रहना. खेती में काम आने वाले औजार | Kheti Ke Auzaar Ke Naam, खेती में काम आने वाले उपकरण, अगर आप को इन सब प्रश्नों का उत्तर जानना है तो आप सही जगह पर आये है | नमस्कार दोस्तों आप का बहुत स्वागत है हमारे ब्लॉग बीइंग हिन्दी पर | आप हम इस लेख की मदद से जानेंगे खेती में काम आने वाले औजार | Kheti Ke Auzaar Ke Naam, खेती में काम आने वाले उपकरण कौन से है | वर्तमान में सुर्खियों में कृषि सुधारों के साथ, सरकार को उपज के भंडारण को बढ़ाने और ग्राम मंडियों या हाटों की स्थापना जैसे उपायों के साथ एक बड़े पैमाने पर ग्राम-स्तरीय बुनियादी ढांचा परियोजना पर विचार करने की आवश्यकता है। यह न केवल कृषि आपूर्ति श्रृंखला में मूल्यवर्धन करेगा, बल्कि यह ग्रामीण इकाइयों और किसान समुदाय को भी सशक्त करेगा, जिससे अंततः भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक त्वरित पोस्ट-कोविड रिकवरी की ओर अग्रसर होगा। वैसे तो बहुत सारे खेती में काम आने वाले औजार होते है लेकिन हम उन औज़ारोन के बारे में बात करने जा रहे है जो प्रतिदिन किसानी करने के काम आता है | चलिये अब जानते है खेती में काम आने वाले उपकरण कौन कौन से है | Post Contents
टॉप 5 खेती में काम आने वाले औजार | Top 5 Kheti Ke Auzaar Ke Naam
खेती में काम आने वाला औजार कुदालएक कुदाल मुख्य रूप से एक ब्लेड युक्त खुदाई के लिए एक उपकरण है – आमतौर पर घुमावदार और एक सामान्य फावड़े की तुलना में अधिक नुकीला – और एक लंबा हैंडल। प्रारंभिक हुकुम कटी हुई लकड़ी या जानवरों की हड्डियों से बने होते थे। धातु की कला विकसित होने के बाद, धातु की तेज युक्तियों के साथ इसे बनाया गया। कुदाल से हम खेतो में वो भी काम करते है जो हल नही कर पाता जैसे खेतो के किनारों कि मिट्टी जो हल जोत नही पाता | उस मिट्टी को कुदाल की सहायता से खोद कर भुरभुरी बनाया जाता है | यहाँ से खरीदे खेती में काम आने वाला औजार फावड़ा ( फरुहा )फावड़ा ( फरुहा ) कृषि का एक प्राचीन उपकरण है जिसका उपयोग मिट्टी को आकार देने, खरपतवार निकालने, मिट्टी को साफ करने और जड़ वाली फसलों को काटने के लिए किया जाता है। मिट्टी को आकार देने में पौधों के आधार के चारों ओर मिट्टी जमा करना, बीज या बल्ब लगाने के लिए संकीर्ण खांचे और उथली खाइयां खोदना शामिल है। फावड़ा ( फरुहा ) से हम खेतो में ज्यादातर मिट्टी को खोद कर उसे इकठ्ठा करने का काम करते है | जैसे खेत के चारो तरफ मेड बनाने का काम जो कि सिर्फ फावड़ा ( फरुहा ) से ही हो सकता है | यहाँ से खरीदे खेती में काम आने वाला औजार खुरपी ( खुरपा )खुरपी एक छोटा कृषि उपकरण है जो कि तेजधार वाला लोहा और लकड़ी के हत्थे से बनाया जाता है | खुरपी का उपयोग खरपतवार निकालने के काम आता है | इसी काम को गाँव कि भाषा में खेतो की निराई भी कहा जाता है | यहाँ से खरीदे खेती में काम आने वाला औजार हंसियाहंसिया खेतो में कटाई के लिए उपयोग होने वाला एक प्रमुख औजार है | ग्रामीण इलाको में आज भी इसका उपयोग धान की कटाई के समय पर ज्यादा होता है | हंसिया एक एकल-हाथ वाला कृषि उपकरण है जिसे विभिन्न घुमावदार ब्लेड के साथ डिज़ाइन किया गया है और आमतौर पर कटाई, या कटाई, अनाज फसलों या मुख्य रूप से पशुधन को खिलाने के लिए रसीला चारा काटने के लिए उपयोग किया जाता है | यहाँ से खरीदे खेती में काम आने वाला औजार हलग्रामीण इलाको में हल अब भी पुराने ढंग के हैं जिनमें कि एक माची लगी होती है जिसको दो बैल खींचते हैं। हल का उपयोग खेतो को जोतने के काम में आता है | ज्यादातर पहाड़ी इलाको में खेत कि जुताई हल के द्वारा ही की जाती है | आज बाजार में बने लोहे के हल अधिक प्रचलित हैं जो ट्रेक्टर में लगे होते है | जिससे जुताई आसानी से हो जाती है | लेकिन एक समय था जब हल ग्रामीण संसाधनों से ही तैयार किये जाते थे| खेत की जुताई में काम आने वाले इस उपकरण में बहाण को छोड़कर अन्य सभी भाग लकड़ी के बने होते थे| बहाण लोहे की नुकीली छड़ को कहते हैं | हल सामान्यतः खेतो की जुताई में लगभग 3-4 सेंटीमीटर का गड्डा करता है | अंतिम शब्द : वैसे तो देखा जाये आज के दौर में खेतीबाड़ी के लिए भी बहुत सारे मशीनरी भी मौजूद है जिससे कृषि आसन हो जाती है | लेकिन ग्रामीण इलाको में खेती आज भी पुराणी विधि से भी किया जाता है | जिसके लिए खेती में काम आने वाले औजार | Kheti Ke Auzaar Ke Naam ऊपर दिये है | आशा करता हु कि आप को हमारा यह लेख पसन्द आया होगा | इसे भी पढिये :
AAMIR HASAN मेरा नाम आमिर हसन है | मै उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिले का रहने वाला हु | मैंने कम्प्यूटर साइंस से बी० टेक( B.Tech in Computer Science ) किया है | मै पिछले 3 साल से ब्लागिंग कर रहा हु | मुझे हिन्दी भाषा में लिखना और पढ़ना बहुत अच्छा लगता है | मै अपने ब्लॉग पर रेगुलर पोस्ट पब्लिश करता हु | खेत में कौन कौन से औजार काम आते हैं?ट्रैक्टर, पावर टिलर, कल्टीवेटर, रोटावेटर, तवेदार हैरो, पावर वीडर, खुरपी, हँसुआ, फरसा और कुदाल आदि.
किसानों के क्या क्या समस्याएं हैं?ये हैं भारतीय किसानों की मूल समस्याएं. भूमि पर अधिकार देश में कृषि भूमि के मालिकाना हक को लेकर विवाद सबसे बड़ा है। ... . फसल पर सही मूल्य किसानों की एक बड़ी समस्या यह भी है कि उन्हें फसल पर सही मूल्य नहीं मिलता। ... . अच्छे बीज ... . सिंचाई व्यवस्था ... . मिट्टी का क्षरण ... . मशीनीकरण का अभाव ... . भंडारण सुविधाओं का अभाव ... . परिवहन भी एक बाधा. |