खंजन पक्षी का घोंसला कैसा होता है - khanjan pakshee ka ghonsala kaisa hota hai

कई तरीकों से घोंसले बनाते हैं पक्षी

Pauri Updated Sat, 05 Jan 2013 05:30 AM IST

कोटद्वार। पक्षियों की अपनी अलग और अजीब सी दुनिया है। इनके रहने के अलग-अलग तरीके हैं। इनका घोसला एक तरह का नहीं बल्कि कई तरह का होता है। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार इनके घोसलों के प्रकार दर्जन भर से ज्यादा हैं। अब इन सभी प्रकार के पक्षियों के घोसलों को बचाने के लिए पक्षी विशेषज्ञ, संरक्षक और शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती कोशिशों में हुटे हुए हैं।

गढ़वाल क्षेत्र में पक्षियों के घोंसले बनाने की अलग-अलग विधि है। कौन पक्षी कहां और किस प्रकार से घोंसले बनाता है, एक अलग ही विधा है।
1-पेड़ों पर घोंसला बनाने वालों में भृंगराज, डिगडाल, मुटरी,भुजंगा, सतरंगा और हरी तूती पक्षी हैं। ये पक्षी पेड़ों के दोफकी तनों पर घोंसला बनाते हैं।
2-पेड़ों के ऊपरी भाग में घाेंसला बनाने वाले पक्षियों में राजलाल,बाज और चील शामिल हैं।
3-पेड़ों के तनों के सुराखों में घोंसला बनाने वाले पक्षियों में कठफोर, पहाड़ी मैना, नीलकंठ, धनेश, तोला, उल्लू, हारिल और सिफिया आते हैं।
4-पेड़ों की ठूंठ पर घाेंसला बनाने वालों में कठगोल नाम का पक्षी है।
5-पेड़ों और झाड़ियों के तनों में लटकाकर घोंसला बनाने वाले पक्षियों में बया, शकरखोरा, फुदकी, जबकी और फूलचूही है।
6-पेड़ों की पत्तियों को मोड़कर या सीलकर घोंसला बनाने वाले पक्षियों में दरजिन फुदकी प्रमुख है।
7-झाड़ियों और छोटे पेड़ों में घोंसला बनाने वाले पक्षियों में चिलचिल, सतबहनी चरखी, चरखी, बुलबुल, निलकंठी, काजला लहटोरा, मुनिया, महोख और फाख्ता आदि शामिल हैं।

8-खुली जमीन में घोंसला बनाने वाले पक्षियों में टिटिहरी, तीतर और चकोर आते हैं।
9-जमीन के ऊपर झाड़ या झाड़ी के जड़ों में अथवा घास के बीच घाेंसला बनाने वाले पक्षियों में चकोत्री,पिद्दा, पुली, भरत, घुघ्घू, मोर और असकोल प्रमुख हैं।
10-पत्थरों के दराजों या उनकी ओट में खंजन, चुलिया और सवां पक्षी अपना निवास बनाता है।
11-दूसरों के घोंसलों में रहने वाले पक्षियों में कोयल, चातक, पपीहा और वन कोकिल शामिल हैं।
12-मिट्टी के घोंसलों में रहने वाले पक्षियों में अबाबील आदि हैं।
13-चट्टानों या मिट़्टी के टीले, भीटे के सुराखों में घोंसला बनाने वालों में किलकिला, कौडिल्ला और पतेला आदि शामिल हैं।
14-इमारतों, दीवारों, चट्टानों पर घाेंसला बनाने वाले पक्षियों में दहगल, दुमा, श्यामा चिरी, पबई, और हुदहुद आती है।
15-घर आंगन में घाेंसला बनाने वाले पक्षियों में गौरैया का नाम प्रमुख रूप से आता है।
विश्व पक्षी दिवस पर एक मुलाकात में कुकरेती ने बताया कि गढ़वाल क्षेत्र में पक्षियों को बचाना एक बड़ी जिम्मेदारी है। क्योंकि ये सबसे निरीह और असुरक्षित जीव हैं। जहां पर इनके घोंसले हैं आज उन पर संकट है। विश्व पक्षी दिवस पर हम सभी को संकल्प लेना है कि पक्षियों की दुनिया को बचाना है। अगर पक्षियों का घर बचेगा तो उनकी पीढ़ी भी आगे बढ़ सकेगी। इससे पर्यावरण संरक्षण और संतुलन दोनों ही बना रहेगा।

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विषयसूची

  • 1 खंजन पक्षी का दूसरा नाम क्या है?
  • 2 हॉर्नबिल पक्षी को हिंदी में क्या कहते हैं?
  • 3 गायब होने वाला पक्षी कौन सा है?
  • 4 ऐसी कौन सी चिड़िया है जो गायब हो जाती है?
  • 5 कोयल पक्षी का पति कौन है?
  • 6 कोयल के बच्चे कौन पालता है?
  • 7 शुतुरमुर्ग धर्म क्या है?
  • 8 शुतुरमुर्ग कौन सा पक्षी है?
  • 9 भारत का सबसे बड़ा पक्षी कौन सा है?
  • 10 शुतुरमुर्ग धर्म क्या है यह कछुआ धर्म से किस प्रकार भिन्न है?

खंजन पक्षी का दूसरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइसे ममोला और कालकंठ भी कहते हैं। यह सफेद खंजन से कुछ बड़ा और उससे अधिक चितकबरा होता है।

हॉर्नबिल पक्षी को हिंदी में क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंहॉर्नबिल पक्षी Hornbill Bird In Hindi को हिंदी में “धनेश पक्षी” भी कहते है। Hornbill In India में भी पाया जाता है। इस पक्षी की विशिष्ट पहचान इसकी नीचे मुड़ी हुई चोंच होती है जिसके उपर उभार होता है।

कबूतर का प्रजनन काल?

इसे सुनेंरोकेंनर और मादा कबूतर दोनों अंडे सेने में सहायता करते हैं मादा आमतौर पर रात में अंडे सेती है और दिन में नर अडें सेता है । अंडों से चूजे निकलने में 14 से 19 दिन लगते हैं इसके बाद भी 12 से 18 दिनों तक घोंसले में ही रखकर चूजों की सेवा की जाती है ।

कौन से पक्षी के नर व मादा दिखने में समान होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइस पक्षी को अंग्रेजी में एशियन ओपन बिल स्टार्क व ¨हदी में गुंगला या घोंघिला के नाम से जाना जाता है। इस पक्षी का मुख्य भोजन पानी में मिलने वाला घोंघा होता है। जिसके कारण इसका नाम घोंघिला पड़ा है। नर और मादा घोंघिला दोनों एक समान ही दिखते हैं।

गायब होने वाला पक्षी कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंकाली गर्दन वाली सारस पक्षी, Grus nigricollis तिब्बत के पठारों का मूल निवासी है।

ऐसी कौन सी चिड़िया है जो गायब हो जाती है?

इसे सुनेंरोकेंगिद्ध, कौवे, गौरैया अब बहुत कम नजर आते हैं। जानकारों का मानना है कि अमेरिका में सबसे ज्यादा पक्षी गायब हुए हैं। इसके अलावा इंडोनेशिया, ब्राजील और भारत के पंछियों को भी खतरा काफी ज्यादा है। लेकिन पंछियों के खत्म होने की सबसे बड़ी घटना है मुसाफिर कबूतरों (पैसेंजर पीजन) का खत्म होना।

घर में कबूतर का अंडा देना शुभ या अशुभ?

इसे सुनेंरोकेंइससे आपको कम समय में बड़ी सफलता मिलने वाली है. हालांकि कुछ लोगों के घर में इसे बुरा मानते हैं, लेकिन ये एक अच्छा संकेत माना जाता है.

कबूतर का जीवन चक्र?

इसे सुनेंरोकें कबूतर अपने 5 से 6 महीने की उम्र में अंडे देना शुरू कर देते हैं। आमतौर पर कबूतरों को जोड़े में खड़ा किया जाता है। नर और मादा कबूतर का एक जोड़ा अपने पूरे जीवनकाल तक साथ रहता है। वे लगभग 12 से 15 साल तक जीवित रह सकते हैं।

कोयल पक्षी का पति कौन है?

इसे सुनेंरोकेंमादा कोयल देखने में कम आकर्षक धब्बेदार तथा चितकबरी होती है तथा इसकी आवाज भी कर्कश होती है मादा कोयल अपनी पूरी जीवन में कई नर गोयल के साथ अपने संबंध बनाती है अर्थात यह बहुपति होती है।

कोयल के बच्चे कौन पालता है?

इसे सुनेंरोकेंकोयल कौए के घोंसले में अंडे देती है। कोयल के अंडों-बच्चों की परवरिश कौए द्वारा होना जैव विकास के क्रम का नतीजा है। कोयल ने कौए के साथ ऐसी जुगलबंदी बिठाई है कि जब कौए का अंडे देने का वक्त आता है तब वह भी देती है। कौआ जिसे चतुर माना जाता है, वह कोयल के अंडों को सेहता है और उन अंडों से निकले चूज़ों की परवरिश भी करता है।

अदृश्य शक्ति कैसे प्राप्त करें?

इसे सुनेंरोकेंअधिकांश लोगों के मस्तिष्क का एक हिस्सा भाग ही जागृत रहता है तीन हिस्सा भाग सोया हुआ रहता है। योग के माध्यम से मस्तिष्क के सोए तंत्र को जगाया जा सकता है। जिससे इंसान में आत्म बल की वृद्धि एंव अदृश्य शक्ति की प्राप्ति होती है। सबसे पहले पेट को खाली रखे, शांत स्थान का चयन करें एवं ढीले कपड़े पहने।

इसे सुनेंरोकेंइसे खैरैया भी कहते हैं। यह जाड़ों में उत्तर और पश्चिम की ओर से आता है और हिमालय से लेकर धुर दक्षिण तक फैल जाता है। यह पानी के किनारे अकेले ही रहता है। यह अपनी लंबी दुम, निलछौंह स्लेटी पीठ और पीले पेट के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है।

भारत का सबसे बड़ा हॉर्नबिल कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय ग्रे हॉर्नबिल (ऑकीसेरॉस बिरोस्ट्रिस ) एक साधारण हॉर्नबिल है जो भारतीय उपमहाद्वीप में पायी जाती है। यह सर्वाधिक वानस्पतिक पक्षी है और आमतौर पर जोड़े में दिखायी पड़ती है।

शुतुरमुर्ग धर्म क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजैसा कि कहा गया है, यहूदी कानून के अनुसार, शुतुरमुर्ग को नहीं खाया जा सकता है और इस प्रकार यह माना जाना चाहिए कि शुतुरमुर्ग यहूदी घरों में मुख्य रूप से अपने अंडे और पंखों से उपकरण और सजावट तैयार करने के लिए पैदा हुआ था और शायद पालतू जानवरों के रूप में, जैसा कि बाद के स्रोतों से जाना जाता है (अमर) 2003:35)।

शुतुरमुर्ग कौन सा पक्षी है?

इसे सुनेंरोकेंशुतुरमुर्ग (Struthio camelus) पहले मध्य पूर्व और अब अफ्रीका का निवासी एक बड़ा उड़ान रहित पक्षी है। यह स्ट्रुथिओनिडि (en:Struthionidae) कुल की एकमात्र जीवित प्रजाति है, इसका वंश स्ट्रुथिओ (en:Struthio) है। शुतुरमुर्ग के गण, स्ट्रुथिओफॉर्म के अन्य सदस्य एमु, कीवी आदि हैं।

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य को गायब करने वाला पक्षी कौन सा है? – Quora. मनुष्य को गायब करने वाला पक्षी कौन सा है? कीवी एक ऐसा पक्षी है जिसके पंख नहीं होते हैं । और यह उड़ भी नहीं सकता।

ऐसा कौन सा पक्षी है जो गायब हो जाता है?

इसे सुनेंरोकेंगौरैया के इस तरह गायब होते जाने के कारणों की पड़ताल की जाए तो हम मनुष्यों की आधुनिक जीवन शैली और पर्यावरण के प्रति उदासीनता इसका सबसे बड़ा कारण नज़र आती है. आधुनिक बनावट वाले मकानों में गौरैया को अब घोंसले बनाने की जगह ही नहीं मिलती.

भारत का राज्य पक्षी कौन है?

इसे सुनेंरोकेंआइए जानते हैं किस राज्य का कौन सा पक्षी है राजकीय पक्षी- भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर है। मोर को जनवरी 1963 में राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया।

भारत का सबसे बड़ा पक्षी कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंसारस (पक्षी) – विकिपीडिया

शुतुरमुर्ग धर्म क्या है यह कछुआ धर्म से किस प्रकार भिन्न है?

इसे सुनेंरोकेंयह कछुआ-धरम का भाई शुतुर्मुर्ग-धरम है। कहते हैं कि शुतुर्मुर्ग का पीछा कीजिए तो वह बालू में सिर छिपा लेता है। समझता है कि मेरी आँखों से पीछा करने वाला नहीं दीखता तो उसे भी मैं नहीं दीखता।

शुतुरमुर्ग कौन सी भाषा का शब्द है?

इसे सुनेंरोकेंशुतुरमुर्ग संज्ञा पुं० [फ़ा०] अमेरिका, अफ़िका और अरब के रेगि- स्तान में होनेवाला एक प्रकार का बहुत बड़ा पक्षी ।

खंजन पक्षी की पहचान क्या है?

यह खंजन लगभग ८ इंच लंबा और रंग में चितकबरा होता है। जाड़ों में इसके नर के सिर के पीछे एक काला चकत्ता रहता है जो गले के चारों ओर फैल जाता है। सिर का ऊपरी भाग और शरीर का निचला हिस्सा सफेद होता है जिसमें थोड़ी कंजई झलक रहती है। ऊपर का हिस्सा हल्का सिलेटी और डैने काले होते हैं।

खंजन पक्षी का दूसरा नाम क्या है?

cinerea इसे खैरैया भी कहते हैं। यह जाड़ों में उत्तर और पश्चिम की ओर से आता है और हिमालय से लेकर धुर दक्षिण तक फैल जाता है। यह अपनी लंबी दुम, निलछौंह स्लेटी पीठ और पीले पेट के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। गर्मियों में यह पक्षी स्वदेश लौट जाता है।

खंजन पक्षी कितने प्रकार के होते हैं?

विदेश से भारत में भी पहुंची खंजन चिड़िया ये पक्षी एक से दो के समूह में चलते हैं। इनका वजन 18-19 ग्राम होता है। इनके सात प्रकार होते हैं

खंजन पक्षी को हिंदी में क्या कहते हैं?

[सं-पु.] - काले-मटमैले रंग की एक प्रसिद्ध चिड़िया जो बहुत चंचल होती है; खंडरिच; विशेष- चंचलता के कारण कवियों ने इसकी उपमा चंचल नेत्रों से दी है, जैसे- खंजन नयन।