जायफल दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है? - jaayaphal doodh mein milaakar peene se kya hota hai?

Show

वजन घटाना आज हर कोई चाहता है लेकिन उसकी प्लानिंग कैसी हो, ये नहीं जान पाता. आपके सोने के समय में जायफल के साथ हल्दी दूध पीना बहुत जरूरी है.

जायफल दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है? - jaayaphal doodh mein milaakar peene se kya hota hai?

Turmeric Milk With Nutmeg

हल्दी दूध और जायफल के फायदे

एक थका देने वाले दिन के बाद, हम सभी को अच्छी नींद की जरूरत होती है. लेकिन इस तनावपूर्ण जीवन में अच्छी नींद लेना एक बड़ा टास्क है.

लोग आजकल इतने ज्यादा टेंशन में हैं कि वो सही तरीके से नींद भी नहीं ले पाते हैं. हर वक्त किसी और खयालात में रहना और काम के पीछे दिन-रात भागते रहना लोगों का काम हो गया है, जिससे लगातार टेंशन और अनिद्रा की समस्या हो रही हैं.

वजन घटाना आज हर कोई चाहता है लेकिन उसकी प्लानिंग कैसी हो, ये नहीं जान पाता. आपके सोने के समय में जायफल के साथ हल्दी दूध पीना बहुत जरूरी है. यहां आपको इसे रोजाना क्यों पीना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताया गया है.

दूध तकरीबन हर घर में बच्चे से लेकर बूढ़े तक पीते हैं लेकिन हल्दी वाले दूध का सेवन काफी सीमित मात्रा में लोग कर पाते हैं.

जबकि हल्दी वाले दूध से आपके शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं, जिनके बारे में आपको भी जानकारी होनी चाहिए. आज हम यहां हल्दी वाले दूध के उन्हीं कुछ फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए विस्तार से जानते हैं-

1. हल्दी दूध के फायदे

ये एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ है जो हमारे मस्तिष्क और शरीर दोनों को कई तरह से मदद करता है. ये पाचन को बढ़ाता है, आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है, कैंसर के खतरे को कम करता है और ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है.

साथ ही, ये उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है, जिन्हें रात में सोना मुश्किल होता है. ये रेस्टलेस लेग सिंड्रोम, इंसुलिन रेसिस्टेंस, अनिद्रा, कमजोरी और थायराइड के मुद्दों को कंट्रोल करने में मदद करता है और अच्छी रात की नींद को बढ़ावा देता है.

स्टडीज के मुताबिक, जायफल में हीलिंग गुण होते हैं जो तंत्रिकाओं को आराम देने में मदद करते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक, एक गिलास दूध में जायफल की एक चुटकी पीने से नींद की स्थिति में सुधार करने में मदद मिल सकती है.

2. जायफल के साथ हल्दी दूध कैसे बनाएं?

2 कप दूध उबालें, उसमें एक चुटकी हल्दी पाउडर, 2 केसर की किस्में, 1 छोटा चम्मच चीनी और कुछ कुचले हुए मेवे डालें. इसे उबाल लें और गर्मा-गर्म परोसें.

3. आखिरी शब्द

जबकि हल्दी दूध सभी के लिए अच्छा है, बस सुनिश्चित करें कि हल्दी की मात्रा कम से कम हो, क्योंकि हल्दी का ज्यादा सेवन डायबिटीज और किडनी से संबंधित कॉम्पलीकेशंस से पीड़ित लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है.

ये भी पढ़ें- Karela Juice Benefits : सर्दियों में करेले का जूस पीने से होंगे ये कमाल के फायदे

ये भी पढ़ें- Benefits Of Aloe Vera : त्वचा और बालों के लिए वरदान से कम नहीं है एलोवेरा, जानें इसके फायदे

अगर खाने की बात करें, तो भारतीय व्यंजन के स्वाद का मुकाबला शायद ही कोई कर सकता है। तरह-तरह के मसाले, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। उन्हीं मसालों में से एक है जायफल। लगभग हर रसोई में पाया जाने वाला यह मसाला न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ा सकता है बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम जायफल के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। यहां आप वैज्ञानिक प्रमाण सहीत जायफल के फायदे और नुकसान जान पाएंगे। साथ ही इस लेख में जायफल का उपयोग करने का तरीका भी बताया गया है। पाठक इस बात पर विशेष ध्यान दें कि जायफल लेख में शामिल किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। यह केवल समस्या से बचाव में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है।

विस्तार से पढ़ें

आर्टिकल में सबसे पहले हम आपको बता रहे हैं कि जायफल क्या होता है?

विषय सूची

  • जायफल क्या होता है?
  • जायफल के फायदे – Benefits of Nutmeg in Hindi
  • जायफल के पौष्टिक तत्व – Nutmeg Nutritional Value in Hindi
  • जायफल का उपयोग – How to Use Nutmeg in Hindi
  • जायफल का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
  • जायफल के नुकसान – Side Effects of Nutmeg in Hindi

जायफल क्या होता है?

जायफल दुनिया भर में अपने स्वाद के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोकप्रिय मसाला है। यह जायफल के पेड़ (जिसका वैज्ञानिक नाम मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस है) से मिलता है। जायफल के पेड़ से दो मसाले मिलते हैं जायफल और जावित्री। मिरिस्टिका के बीज को जायफल कहा जाता है। इस लेख में हम खासतौर पर जायफल के बारे में बता रहे हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार इस मसाले का उपयोग स्वास्थ्य लाभ के लिए हजारों वर्षों से किया जाता रहा है। यह कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है और इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे प्रभाव भी पाए जाते हैं (1)।

स्क्राॅल करें

अब आगे जानिए जायफल के फायदे किसी प्रकार लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं।

जैसा की आपने ऊपर पढ़ा कि जायफल कई पोषक तत्वों और गुणों से भरपूर होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं। नीचे हम आपको बता रहें हैं कि जायफल खाने से क्या होता है और शरीर के लिए इसके फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।

1. अनिद्रा की समस्या में जायफल के लाभ

जायफल का उपयोग अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि दो हफ्तों तक जायफल चूर्ण का इस्तेमाल अनिंद्रा से पार पाने में मददगार हो सकता है (2)। वहीं, एक अन्य शोध में भी अनिद्रा के लिए इसके उपयोग का पता चलता है (3)।

2. पाचन तंत्र सुधारने में जायफल खाने के फायदे

जायफल का उपयोग पाचन तंत्र को सुधारने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि आर्युवेद में जायफल का उपयोग कई समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जाता है, जिसमें खराब पाचन तंत्र को ठीक करना भी शामिल है। साथ ही यह मल त्यागने की क्रिया को भी सरल बना सकता है (4)। वहीं, एक अन्य शोध में गैस, डायरिया और अपच की समस्या के लिए इसके उपयोग का पता चलता है (1)। हालांकि, इन लाभ के पीछे जायफल के कौन से औषधीय प्रभाव काम करते हैं, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

3. दर्दनिवारक के रूप में

जायफल का उपयोग दर्दनिवारक के रूप में किया जा सकता है। इस विषय पर डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज (शिकागो) के द्वारा शोध किया गया। शोध में पाया गया कि जायफल के अर्क में एनाल्जेसिक (analgesic) गुण यानी की दर्द को दूर करने वाला गुण पाया जाता है (1)।

4. गठिया के लिए जायफल खाने के फायदे

गठिया की समस्या में जोड़ों में दर्द के साथ ही सूजन की समस्या हो सकती है। इस समस्या में जायफल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। इस विषय से संबंधित एक शोध में पाया गया कि जायफल का उपयोग मांसपेशियाओं में ऐंठन और गठिया की समस्या में लाभकारी हो सकता है। शोध में पाया गया कि जायफल में एनाल्जेसिक और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये गुण गठिया के दौरान होने वाले दर्द और सूजन में राहत देने का कार्य कर सकते हैं (4)।

5. कैंसर से बचाव में जायफल के लाभ

जायफल का उपयोग कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। इस विषय से जुड़े एक अध्ययन में पाया गया है कि जायफल में एंटीट्यूमर गुण पाए जाते हैं, जो कि कैंसर का कारण बनने वाले ट्यूमर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं (5)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में पाया गया कि जायफल के तेल का उपयोग भी कैंसर से बचने के लिए किया जा सकता है। जायफल के तेल में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं (6)। यहां इस बात का ध्यान रखें कि जायफल कैंसर का उपचार नहीं है। अगर कोई इस बीमारी की चपेट में आ गया है, तो जल्द से जल्द डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।

6. मधुमेह में जायफल के गुण

मधुमेह के लिए भी जायफल का उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि जायफल के अर्क में एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं। यह गुण रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकते हैं (7)। इसलिए, कहा जा सकता है कि मधुमेह की समस्या में जायफल का उपयोग लाभदायक हो सकता है।

पढ़ना जारी रखें

7. दांतों के लिए जायफल खाने के फायदे

जायफल का उपयोग दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, जायफल में अर्क में मौजूद मैकलिग्नन (macelignan) नामक तत्व में एंटीकैरोजेनिक (दांतों को टूटने से बचाने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो दांतों को स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स (Streptococcus Mutans) नामक ओरल बैक्टीरिया से सुरक्षा प्रदान कर सकता है (8)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि मुंह का स्वास्थ्य बरकरार रखने के लिए जायफल का उपयोग लाभकारी हो सकता है।

8. दिमाग के लिए जायफल खाने के फायदे

सेहत और दांतों के साथ ही जायफल दिमाग के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इससे जुड़े एक शोध में केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की क्रियाओं के लिए जायफल के उपयोग का जिक्र मिलता है। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, जिसमें मस्तिष्क और रीढ़ शामिल होते हैं (1)। वहीं, इससे जुड़े एक अन्य शोध में पता चलता है कि जायफल का उपयोग याददाश्त और सीखने की क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकता है (9)। हालांकि, इस लाभ के पीछे जायफल के कौन से गुण लाभकारी हो सकते हैं, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

9. अवसाद और चिंता दूर करने में जायफल के लाभ

जायफल अवसाद और चिंता की स्थिति में भी फायदेमंद हो सकता है। जानवरों के ऊपर किए गए शोध में पाया गया कि जायफल के जलीय अर्क में एनजियोलिटिक (anxiolytic) गुण पाए जाते हैं, जो चिंता को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। साथ ही शोध में पाया गया कि जायफल के अर्क में एंटीडिप्रेसेंट गुण पाया जाता है, जो अवसाद को कम करने में मददगार हो सकता है (1)।

10. रोग-प्रतिरोधक क्षमता के लिए जायफल के फायदे

किसी भी व्यक्ति के लिए उसकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता का सही होना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो व्यक्ति जल्द बीमार पड़ सकता है। ऐसे में जायफल का सेवन इम्यून पावर बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। इससे जुड़े एक शोध के अनुसार, जायफल रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का काम कर सकता है (10)। हालांकि, यह किस प्रकार यह काम करता है, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।

11. कोलेस्ट्रॉल के लिए जायफल के फायदे

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर कई समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक (11)। ऐसे में जायफल का सेवन बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। दरअसल, जायफल के अर्क में कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली गतिविधि पाई जाती है। वहीं, इसी शोध में जिक्र मिलता है कि जायफल का सप्लीमेंट ब्लड लिपिड में सुधार का काम कर सकता है, जिससे बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की समस्या को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है (12)। हालांकि, इसकी कार्यप्रणाली को लेकर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।

12. वजन कम करने में फायदेमंद

एक बड़ी आबादी मोटापे की समस्या से ग्रसित है। लगातार बाहर का खाना, तैलीय खाद्य पदार्थ, सही वक्त पर न खाना और व्यायाम न करना इसके कारण हो सकते हैं। ऐसे में शारीरिक गतिविधि और खाने-पीने का ध्यान रखना जरूरी है। वहीं, माटापे को नियंत्रित करने के लिए घरेलू नुस्खों को भी अपनाया जा सकता है, जिसमें जायफल भी शामिल है। दरअसल, जायफल में एंटीऑबेसिटी गुण पाए जाते हैं, जो मोटापे को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं (13)।

13. मुंहासों को कम करने में जायफल के गुण

मुंहासों की समस्या से निजात दिलाने में भी जायफल का उपयोग लाभकारी हो सकता है। दरअसल, जायफल में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं (14)। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया की वजह से होने वाले मुंहासों से लड़ने का काम कर सकते हैं और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासों की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, ये सीधे तौर पर मुंहासों पर कितना प्रभावकारी हो सकता है, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

अंत तक पढ़ें

जायफल के गुण और उपयोग के बाद जानिए जायफल के पौष्टिक तत्वों के बारे में।

जायफल के पौष्टिक तत्व – Nutmeg Nutritional Value in Hindi

जायफल में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व इस प्रकार हैं (15) :

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी 6.23 ग्राम
कैलोरी 525 kcal
प्रोटीन 5.84 ग्राम
फैट 36.31 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 49.29 ग्राम
फाइबर 20.8 ग्राम
शुगर 2.99 ग्राम
कैल्शियम 184 मिलीग्राम
आयरन 3.04 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 183 मिलीग्राम
फास्फोरस 213 मिलीग्राम
पोटेशियम 350 मिलीग्राम
सोडियम 16 मिलीग्राम
जिंक 2.15 मिलीग्राम
मैंगनीज 2.9 मिलीग्राम
कॉपर 1.027 मिलीग्राम
सेलेनियम 1.6 माइक्रोग्राम
विटामिन-सी 3 मिलीग्राम
थियामिन 0.346 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन 0.057 मिलीग्राम
नियासिन 1.299 मिलीग्राम
विटामिन-बी 6 0.16 मिलीग्राम
फोलेट 76 माइक्रोग्राम
कोलीन 8.8 मिलीग्राम
विटामिन-ए, RAE 5 माइक्रोग्राम
बीटा कैरोटीन 28 माइक्रोग्राम
विटामिन-ए IU 102 IU
फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड 25.94 ग्राम
फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 3.22 ग्राम
फैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 0.35 ग्राम

जानकारी बाकी है

जायफल के पाैष्टिक तत्वों के बाद जानते हैं जायफल के उपयोग के बारे में।

जायफल का उपयोग – How to Use Nutmeg in Hindi

जायफल का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। नीचे हम जायफल के कुछ खास उपयोग आपको बता रहे हैं –

  • जोड़ों में दर्द या सूजन की स्थिति में जायफल का तेल लगाया जा सकता है (16)।
  • खाने में मसाले के तौर पर जायफल का उपयोग कर सकते हैं।
  • सिरदर्द और मुंह की दुर्गंध की परेशानी है, तो जायफल का उपयोग किया जा सकता है (17) इसके लिए डॉक्टरी परामर्श पर जायफल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • अगर अनिद्रा की समस्या है, तो रात को सोने से कुछ देर पहले चुटकीभर जायफल पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
  • मुंहासों की समस्या है, तो जायफल पाउडर और शहद को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें और इसे चेहरे पर लगाएं। फिर कुछ देर सूखने दें और बाद में साफ पानी से धो लें।

और पढ़ें

नीचे जानिए जायफल का चुनाव और इसे सुरक्षित रखने से जुड़ी अहम बातें।

जायफल का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

जायफल का चुनाव और लंबे समय तक सुरक्षित रखने से जुड़ी जानकारी के लिए नीचे दी गईं बातों पर ध्यान दिया जा सकता है –

  • बाजार में जायफल साबुत और पाउडर के रूप में उपलब्ध है। इनका चुनाव जरूरत अनुसार किया जा सकता है।
  • चाहें, तो बाजार से साबुत जायफल खरीदकर घर में ही इसका पाउडर बना सकते हैं।
  • इसे जनरल स्टोर या ऑनलाइन खरीदा जा सकता है।
  • जायफल को किसी एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • ध्यान रहे, जायफल या इसके पाउडर को किसी सूखी जगह पर ही रखें ताकि यह नमी से बचा रहे।

और पढ़ें

लेख के इस भाग में हम आपको बता रहे हैं जायफल के नुकसान।

जायफल के नुकसान – Side Effects of Nutmeg in Hindi

जायफल के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिनकी जानकारी हम नीचे दे रहे हैं –

  • जायफल की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्मियों में इसका अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है। फिलहाल, इससे जुड़ा कोई सटीक शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन बेहतर है गर्मियों में इसका सेवन कम किया जाए।
  • जायफल का सेवन जरूरत से ज्यादा किया जाए, तो मतिभ्रम, दिल की धड़कनें सामान्य से तेज होना, घबराहट, उल्टी व मतली जैसी परेशानियां हो सकती हैं (18)।
  • शोध में भी इसे लंबे समय तक लेने की सलाह नहीं दी गई है। खासतौर से, गैस्ट्रिक की जलन की समस्या से जूझ रहे मरीजों को इससे दूरी बनाने के लिए कहा गया है, क्योंकि इसका सेवन गैस्ट्रिक की जलन (Gastric irritation) की समस्या को जटिल बना सकता है (1)। अगर कोई व्यक्ति इसका सेवन कर भी रहा है, तो 2 हफ्ते से ज्यादा इसका सेवन न करें।
  • कई बार जायफल का सेवन अधिक मात्रा में करने से ठीक वैसा ही असर हो सकता है, जैसा किसी नशीले पदार्थ के सेवन से होता है (18)।
  • इससे ड्राई माउथ की समस्या भी हो सकती है (18)।

हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद अब आप अच्छी तरह जान गए होंगे कि जायफल खाने से क्या होता है। साथ ही, इसकी अधिक मात्रा किस प्रकार नुकसानदायक हो सकती है, इसकी भी जानकारी आपको हो गई होगी। वहीं, लेख में हमने जायफल के उपयोग संबंधी जानकारी भी आपको दे दी है। अब आप चाहें, तो जायफल के फायदे उठाने के लिए डॉक्टरी परामर्श पर इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना सकते हैं। हम आशा करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। आगे हम पाठकों के कुछ सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

जायफल के लिए एक अच्छा विकल्प क्या हो सकता है?

जायफल के लिए सबसे अच्छा विकल्प जावित्रि है, जिसे जायफल के पेड़ से ही प्राप्त किया जा सकता है।

जायफल का नशा कितनी देर तक रहता है?

जायफल का नशा 24 से 48 घंटे तक रह सकता है। हालांकि, इस विषय पर शोध की आवश्यकता है।

क्या आप जायफल का धूम्रपान कर सकते हैं?

यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, हम इसका प्रयोग करने की सलाह नहीं देते हैं और न ही इसका समर्थन करते हैं।

प्रति दिन जायफल की कितनी खुराक सुरक्षित है?

जायफल की सुरक्षित मात्रा के लिए डॉक्टरी सलाह लेना एक अच्छा निर्णय हो सकता है।

जायफल और शहद मिलाकर खाने से क्या फायदा हो सकता है?

जायफल और शहद के फायदे भी देखे जा सकते हैं। हालांकि, इन दोनों का मिश्रण किस प्रकार सेहत को फायदा पहुंचा सकता है, इससे जुड़ा कोई सटीक वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।

जायफल और दूध मिलाकर सेवन करने से क्या फायदा हो सकता है?

जायफल और दूध के फायदे भी कई हैं। माना जाता है कि जायफल को दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से अपच और अनिद्रा की समस्या में मिल सकता है। हालांकि, इससे जुड़ा कोई शोध उपलब्ध नहीं है। लेकिन, इसके सेवन से अच्छी

क्या बच्चों के लिए जायफल फायदेमंद है?

किसी भी प्रकार के नुकसान से बचने के लिए बच्चों को इसका सेवन कराने से पहले डॉक्टरी परामर्श लेना एक अच्छा निर्णय हो सकता है।

जायफल की तासीर कैसी होती है?

जायफल की तासीर में गर्म होती है।

Sources

Articles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.

  • Chemical diversity and pharmacological significance of the secondary metabolites of nutmeg (Myristica fragrans Houtt.)
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5222521/?report=classic#R1
  • MANAGING INSOMNIA WITH JATHIPHALA (MYRISTICA FRAGRANS) POWDER – A PILOT STUDY
    https://www.researchgate.net/publication/326444717_MANAGING_INSOMNIA_WITH_JATHIPHALA_MYRISTICA_FRAGRANS_POWDER_-_A_PILOT_STUDY
  • Ethnobotany of nutmeg in the Spice Islands
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/8072304/
  • Utilization of Nutmeg (Myristica fragrans Houtt.) Seed Hydrodistillation Time to Produce Essential Oil Fractions with Varied Compositions and Pharmacological Effects
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7037852/
  • Cytotoxic and anti-tumor activities of lignans from the seeds of Vietnamese nutmeg Myristica fragrans
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/23877238/
  • Chemical composition, antioxidant and cytotoxicity activities of the essential oils of Myristica fragrans and Morinda citrifolia
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/25520982/
  • Ameliorative effect of Myristica fragrans (nutmeg) extract on oxidative status and histology of pancreas in alloxan induced diabetic rats
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/31063201/
  • Anticariogenic activity of macelignan isolated from Myristica fragrans (nutmeg) against Streptococcus mutans
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16492529/
  • Improvement of mouse memory by Myristica fragrans seeds
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/15298762/
  • Histological Assessment of the Testes and Serum Testosterone of Adult Male Albino Wister Rats Following Oral Administration of Ground Nutmeg Seed
    http://scholarsmepub.com/wp-content/uploads/2018/11/SJMPS-410-1248-1256-c.pdf
  • Blood Cholesterol
    https://www.nhlbi.nih.gov/health-topics/blood-cholesterol
  • LIPID LOWERING EFFECTS OF MYRISTICA FRAGRANS
    https://pdfs.semanticscholar.org/b5b0/6771a9aba3d66b171f8062cc72198732a65f.pdf
  • AMP-activated protein kinase (AMPK) activators from Myristica fragrans (nutmeg) and their anti-obesity effect
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20541406/
  • Mycotic and aflatoxin contamination in Myristica fragrans seeds (nutmeg) and Capsicum annum (chilli), packaged in Italy and commercialized worldwide
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4996038/
  • Spices, nutmeg, ground
    https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/171326/nutrients
  • Nutmeg oil alleviates chronic inflammatory pain through inhibition of COX-2 expression and substance P release in vivo
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4848392/
  • Pharmaceutical Perspectives of Spices and Condiments as Alternative Antimicrobial Remedy
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5871277/
  • Nutmeg Poisonings: A Retrospective Review of 10 Years Experience from the Illinois Poison Center, 2001–2011
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4057546/?report=classic
  • Nutmeg intoxication in pregnancy. A case report
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/3560064/

Was this article helpful?

जायफल दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है? - jaayaphal doodh mein milaakar peene se kya hota hai?

जायफल को दूध में पीने से क्या होता है?

दूध में जायफल मिक्स करके पीने से आपको जोड़ों के दर्द से काफी हद तक राहत मिल सकती है. दरअसल, जायफल में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द व सूजन से राहत देने में मदद करते हैं. जायफल मिल्क केवल सेहत को ही फायदे नहीं देता है. ये स्किन को ग्लोइंग बनाने में भी काफी मददगार साबित होता है.

दूध में कितना जायफल डालना है?

आयुर्वेद के मुताबिक, एक गिलास दूध में जायफल की एक चुटकी पीने से नींद की स्थिति में सुधार करने में मदद मिल सकती है.

जायफल कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?

आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए जायफल के फायदे बताने जा रहे हैं..
चेहरे के लिए लाभदायक जायफल आपकी स्किन के लिए बेहद लाभकारी है. ... .
UTI की समस्या करे खत्म जायफल और दूध के सेवन से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को कम करने में मदद मिलती है. ... .
गठिया के दर्द से राहत ... .
मुंह से बदबू की समस्या से दिलाए निजात ... .
अच्छी नींद.

जायफल कितना गर्म होता है?

जायफल की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन शरीर में गर्मी देता है। www.myUpchar.com से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, जायफल के साथ ही इसके तेल का उपयोग कॉस्मेटिक्स और दवा की तरह किया जा सकता है। इससे पेट और त्वचा संबंधी बीमारियों को दूर किया जा सकता है।