Gayika में कौन सा स्त्री प्रत्यय है - gayik mein kaun sa stree pratyay hai

पुल्लिंग शब्दों में जिन प्रत्ययों को लगाकर स्त्रीलिंग या स्त्रीवाचक शब्द बनाए जाते हैं, उन्हें स्त्री प्रत्यय कहते हैं। जैसे- अज + टाप् = अजा।

Gayika में कौन सा स्त्री प्रत्यय है - gayik mein kaun sa stree pratyay hai
Gayika में कौन सा स्त्री प्रत्यय है - gayik mein kaun sa stree pratyay hai

स्त्री प्रत्यय के भेद

1. टाप् (आ) प्रत्यय
2. डाप् (आ) प्रत्यय
3. चाप् (आ) प्रत्यय
4. ङीप् (ई) प्रत्यय
5. ङीष् (ई) प्रत्यय
6. ङीन् (ई) प्रत्यय
7. ति प्रत्यय
8. ऊङ् (ऊ) प्रत्यय

1. टाप् (आ) प्रत्यय 

अकारान्त पुल्लिंग शब्दों से स्त्रीलिंग शब्द बनाने के लिए टाप् (आ) लगाया जाता है।

  • ‘टाप्’ प्रत्यय के ‘ट्‘ और ‘प्‘ का लोप होकर केवल ‘आ’ ही शेष रहता है।
  • ‘टाप्’ प्रत्यय से बने शब्दों के रूप ‘रमा’ के समान चलते हैं।
  • यदि पुल्लिंग शब्द के अंत में ‘अक‘ हो तो टाप् (आ) लगने पर ‘इक‘ हो जाता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दसरलटाप्सरलाअजटाप्अजासुतटाप्सुताप्रथमटाप्प्रथमाअश्वटाप्अश्वावृद्धटाप्वृद्धामंदटाप्मंदाज्येष्ठटाप्ज्येष्ठाशूद्रटाप्शूद्राचटकटाप्चटकावत्सटाप्वत्साक्षत्रियटाप्क्षत्रियाकनिष्ठटाप्कनिष्ठाकृपणटाप्कृपणाकोकिलटाप्कोकिलासर्वटाप्सर्वाएडकटाप्एडकाएतटाप्एतासेवकटाप्सेविकाबालकटाप्बालिकामूषकटाप्मूषिकाशिक्षकटाप्शिक्षिकागायकटाप्गायिकानायकटाप्नायिकासाधकटाप्साधिकाचालकटाप्चालिकायाचकटाप्याचिकासंयोजकटाप्संयोजिकाकारकटाप्कारिकानाटकटाप्नाटिका

2. डाप् (आ) प्रत्यय

‘मन्‘ और ‘अन्‘ वाले शब्दों में डाप् प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है।

  • ‘डाप्’ प्रत्यय के ‘ड्‘ और ‘प्‘ का लोप होकर केवल ‘आ’ ही शेष रहता है।
  • ‘डाप्’ प्रत्यय से बने शब्दों के रूप ‘रमा’ के समान चलते हैं।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दसीमन्डाप्सीमादामन्डाप्दामाबहुराजन्डाप्बहुराजापामन्डाप्पामा

3. चाप् (आ) प्रत्यय 

सूर्य शब्द से देवता अर्थ में ‘चाप्’ प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है।

  • ‘चाप्’ प्रत्यय के ‘च्‘ और ‘प्‘ का लोप होकर केवल ‘आ’ ही शेष रहता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दसूर्यचाप्सूर्या

4. ङीप् (ई) प्रत्यय 

ऋकारान्त और नकारान्त पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए ‘ङीप्‘ प्रत्यय जोड़ा जाता है।

  • ‘ङीप्’ प्रत्यय में ‘ड्‘ और ‘प्‘ का लोप होकर केवल ‘ई’ शेष रहता है।
  • ऋ का ‘अर्‘ हो जाता है और न् में कोई परिवर्तन नहीं होता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दकर्तृङीप्कर्त्रीदातृङीप्दात्रीधातृङीप्धात्रीअभिनेतृङीप्अभिनेत्रीभर्तृङीप्भर्त्रीविधातृङीप्विधात्रीगुणिन्ङीप्गुणिनीतपस्विन्ङीप्तपस्विनीकामिन्ङीप्कामिनीप्रियवादिन्ङीप्प्रियवादिनीमनोहारिन्ङीप्मनोहारिणी

 

  • अकारान्त पुल्लिंग शब्दों और कुछ जातिवाचक शब्दों में भी ‘ङीप्‘ प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग शब्द बनाएँ जाते हैं।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दनदङीप्नदीदेवङीप्देवीगोपङीप्गोपीमहिषङीप्महिषीशूकरङीप्शूकरीमृगङीप्मृगीब्राह्मणङीप्ब्राह्मणीभयङ्करङीप्भयङ्करी

 

  • द्विगु समास का अंतिम शब्द यदि अकारान्त है तो ‘ङीप्‘ प्रत्यय लगता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दत्रिलोकङीप्त्रिलोकीपंचवटङीप्पंचवटी

 

  • आरम्भिक आयुवाचक अकारान्त शब्द से स्त्रीलिङ्ग विवक्षा में ‘ङीप्‘ लगता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दकुमारङीप्कुमारीकिशोरङीप्किशोरी

 

  • वतुप् / मतुप् प्रत्यायान्त शब्द से स्त्रीलिङ्ग बनाने में ‘ङीप्‘ प्रत्यय लगता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दभवत्ङीप्भवतीश्रीमत्ङीप्श्रीमतीगतवत्ङीप्गतवतीबुद्धिमत्ङीप्बुद्धिमती

 

  • शतृ प्रत्ययांत शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए ‘ङीप्‘ प्रत्यय का प्रयोग होता है तथा अंतिम वर्ण से पूर्व न् का आगम हो जाता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दवदत्ङीप्वदन्तीगच्छत्ङीप्गच्छन्तीदर्शयत्ङीप्दर्शयन्तीभवत्ङीप्भवन्ती

5. ङीष् (ई) प्रत्यय

षित् और गौर आदि शब्द से ‘ङीष्‘ प्रत्यय लगता है।

  • ‘ङीष्’ प्रत्यय में ‘ड्‘ और ‘ष्‘ का लोप होकर केवल ‘ई’ शेष रहता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दनर्तकङीष्नर्तकीनटङीष्नटीपितामहङीष्पितामहीमण्डलङीष्मण्डलीमङ्गलङीष्मङ्गली

 

  • जाया अर्थ में पुल्लिंग शब्दों से ‘ङीष्’ प्रत्यय लगाया जाता है और ‘ङीष्’ प्रत्यय से पूर्व ‘आनुक् (आन्)‘ का आगम होता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दइन्द्रङीष्इन्द्राणीवरुणङीष्वरुणानीभवङीष्भवानीरुद्रङीष्रुद्राणीमातुलङीष्मातुलानीशर्वङीष्शर्वाणीआचार्यङीष्आचार्याणीयवनङीष्यवनानीहिमङीष्हिमानी

6. ङीन् (ई) प्रत्यय

नृ तथा नर शब्द से ‘ङीन्‘ प्रत्यय होता है और दोनों शब्दों में स्थित स्वरों की वृद्धि होती है।

  • ‘ङीन्’ प्रत्यय में ‘ड्‘ और ‘न्‘ का लोप होकर केवल ‘ई’ शेष रहता है।
  • शार्ङ्गरव आदि अञ् प्रत्ययान्त जो अकारान्त शब्द है उनसे स्त्रीत्व विवक्षा में ङीन् प्रत्यय होता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दनृङीन्नारीनरङीन्नारीशार्ङ्गरवङीन्शार्ङ्गरवीबैदङीन्बैदीब्राह्मणङीन्ब्राह्मणी

7. ति प्रत्यय

युवन् शब्द से स्त्रीलिंग शब्द बनाने के लिए ‘ति‘ प्रत्यय का प्रयोग होता है।

उदाहरण

शब्दप्रत्ययप्रत्यय युक्त शब्दयुवन्तियुवतिः

8. ऊङ् (ऊ) प्रत्यय

उकारान्त शब्द जो मनुष्यजाति वाचक हो तथा जिनकी उपधा में ‘य‘ न हो ऐसे शब्दों से स्त्रीत्व विवक्षा में ‘ऊङ्‘ प्रत्यय होता है ।

गायिका शब्द में कौन सा प्रत्यय लगा है?

गायिका में मूल शब्द 'गायक' और इसका प्रत्यय 'इका' होगा।

कौन सा स्त्री प्रत्यय है?

Stree Pratyaya in Sanskrit: टाप् प्रत्ययः – अजाद्यतष्टाप् – अजादिगण में आये अज आदि शब्दों से तथा अकारान्त शब्दों से स्त्रीप्रत्यय 'टाप्' होता है। 'टाप्' का 'आ' शेष रहता है।

गायक में प्रत्यय क्या है?

Detailed Solution. गायक शब्द में 'प्रत्यय' प्रयुक्त हुआ है। गायक में अक प्रत्यय है।

शिक्षिका में कौन सा प्रत्यय है?

शिक्षा शब्द संस्कृत भाषा की 'शिक्ष्' धातु में 'अ' प्रत्यय लगाने से बना है।