भारत का सबसे बड़ा खेल कौन सा है? - bhaarat ka sabase bada khel kaun sa hai?

भारत में खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। जिसमें खिलाड़ियों, कोचों या संगठनों को उनकी उपलब्धियों और भारतीय खेलों के विकास में योगदान के लिए छह अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। ।

भारत के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार में छह प्रमुख पुरस्कार हैं। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार या सिर्फ खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (जिसे माका ट्रॉफी भी कहा जाता है) और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार।

2004 से छह राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के साथ तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार भी दिया जा रहा है, जिससे यह सूची का एक अनौपचारिक हिस्सा बन गया है।

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भारत के यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री द्वारा प्रतिवर्ष बांटे जाते हैं।

आम तौर पर भारतीय हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के दिन सिफारिश किए गए खिलाड़ी भारत के राष्ट्रपति से राष्ट्रपति भवन में अपने पुरस्कार प्राप्त करते हैं। भारत का राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को मनाया जाता है।

यहां आपको सभी पुरस्कारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।

खेल रत्न पुरस्कार

खेल रत्न पुरस्कार भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान माना जाता है, खेल रत्न को 1991-92 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से पहली बार दिया गया था, हालांकि साल 2021 में इसका नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया गया था। खेल रत्न को चार साल की अवधि में किए गए खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाता है। विजेताओं को एक पदक, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार मिलता है।

भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद भारत के पहले खेल रत्न विजेता थे। अन्य विजेताओं में एमसी मैरी कॉम, पीवी सिंधु, साइना नेहवाल, विजेंदर सिंह, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली जैसी दिग्गज खेल हस्तियां शामिल हैं।

बीजिंग 2008 में ओलंपिक में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाने वाले पिस्टल शूटर अभिनव बिंद्रा खेल रत्न जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। बिंद्रा ने 2001 में पुरस्कार जीता था, जब वो सिर्फ 18 साल के थे। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) कर्णम मल्लेश्वरी 1994-95 में खेल रत्न पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं।

अर्जुन पुरस्कार

प्राचीन भारतीय महाकाव्य महाभारत के मुख्य नायक अर्जुन के नाम पर अर्जुन पुरस्कार की स्थापना 1961 में की गई थी। खेल रत्न के अस्तित्व में आने से पहले ये भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान था।

चार वर्षों की अवधि में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं को अर्जुन की एक प्रतिमा, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार दिया जाता है।

भारत के फुटबॉल ओलंपियन पीके बनर्जी 1961 में अपने उद्घाटन संस्करण में अर्जुन पुरस्कार के 20 विजेताओं में शामिल थे। हॉकी खिलाड़ी अन्ना लम्सडेन पहली महिला अर्जुन पुरस्कार विजेता थीं।

वर्तमान नियमों के अनुसार, खेल रत्न विजेता को अर्जुन पुरस्कार के लिए नामांकित नहीं किया जा सकता है। हालांकि एक अर्जुन पुरस्कार विजेता को खेल रत्न के लिए नामांकित किया जा सकता है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार

1985 में स्थापित द्रोणाचार्य पुरस्कार कोचों के लिए भारत का सबसे बड़ा खेल सम्मान है। ये प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।

दिलचस्प बात ये है कि द्रोणाचार्य या द्रोण महाभारत में अर्जुन के गुरु या कोच थे। पुरस्कार विजेताओं को द्रोणाचार्य की एक कांस्य प्रतिमा, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार मिलता है।

कुश्ती कोच भालचंद्र भास्कर भागवत, बॉक्सिंग मेंटर ओम प्रकाश भारद्वाज और भारतीय स्प्रिंट क्वीन पीटी उषा के करियर को नई दिशा देने वाले महान एथलेटिक्स कोच ओम नांबियार पहले द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं में शामिल थे।

2002 में द्रोणाचार्य पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला एथलेटिक्स कोच रेणु कोहली थीं।

द्रोणाचार्य पुरस्कार हाल की उपलब्धियों और आजीवन योगदान दोनों के लिए दिया जाता है।

मेजर ध्यान चंद पुरस्कार

भारत के हॉकी जादूगर ध्यानचंद के नाम पर एक और पुरस्कार दिया जाता है। मेजर ध्यानचंद पुरस्कार खेल में आजीवन उपलब्धियों के लिए दिया जाता है, जो भारत के सर्वोच्च सम्मान का प्रतिनिधित्व करता है।

साल 2002 से अच्छे प्रदर्शन के लिए और बिना किसी की मदद से खेलों को बढ़ावा देने में योगदान देने वाले विजेताओं को ध्यानचंद की एक प्रतिमा, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार मिलता है।

ओलंपियन मुक्केबाज शाहुराज बिराजदार, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ी अशोक दीवान और भारतीय महिला बास्केटबॉल टीम की एक कुशल खिलाड़ी और कोच अपर्णा घोष मेजर ध्यानचंद पुरस्कार के पहले विजेता थे।

मौलाना अबुल कमाल आज़ाद ट्रॉफी

भारत में सबसे पुराना राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी या माका ट्रॉफी 1956-1957 में स्थापित की गई थी।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद के सम्मान के लिए सिफारिश किए गए लोगों को पिछले एक साल में इंटर-यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन के लिए विश्वविद्यालय को दिया जाता है।

बॉम्बे यूनिवर्सिटी ने पहला पुरस्कार जीता था, लेकिन तब से, अमृतसर, पंजाब के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय ने विजेताओं की सूची में अपना दबदबा कायम रखा, दिए गए 64 पुरस्कारों में से 22 पुरस्कार इसी विश्वविद्यालय ने जीता है। इनाम में एक रोलिंग MAKA ट्रॉफी शामिल होती है, जो हर साल विजेता को दी जाती है, और साथ में नकद पुरस्कार भी दिया जाता है।

राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार

पिछले तीन वर्षों में खेल प्रोत्साहन और विकास के क्षेत्र में भूमिका निभाने के लिए संगठनों या कॉरपोरेट्स (निजी और सार्वजनिक दोनों) और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2009 से राष्ट्रीय खेल पुरस्कार सूची में एक बना हुआ है।

चार अलग-अलग विभागों में नामांकित लोगों को ये पुरस्कार दिया जाता है। जिसमें युवा प्रतिभाओं की पहचान और पोषण, कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के माध्यम से खेलों को प्रोत्साहन, खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण के उपाय और विकास के लिए खेल का उपयोग करना शामिल है।

प्रत्येक श्रेणी के विजेताओं को एक प्रशस्ति पत्र और एक ट्रॉफी मिलती है। एक साल में एक ही श्रेणी में कई विजेता हो सकते हैं।

तेनज़िंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार

नेपाली मूल के एक भारतीय नागरिक तेनजिंग नोर्गे और कीवी पर्वतारोही एडमंड हिलेरी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले दो व्यक्ति थे, जो कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है।

साल 1994 में नोर्गे की स्मृति में स्थापित, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार साहसिक गतिविधियों या भूमि, समुद्र और वायु पर खेल के क्षेत्र में शानदार उपलब्धियों के लिए दिया जाता है। जिसमें पर्वतारोहण, स्काइडाइविंग, खुले पानी में तैराकी और नौकायन जैसी गतिविधियां शामिल हैं।

अर्जुन पुरस्कार के समकक्ष साहसिक खेल, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार 2004 से छह प्रमुख राष्ट्रीय पुरस्कारों के साथ प्रदान किए गए हैं। पुरस्कार की स्थापना से पहले, साहसिक खेलों में उपलब्धियों को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

आमतौर पर, पुरस्कार को प्रत्येक वर्ष चार श्रेणियों में विभाजित किया जाता है - भूमि साहसिक, जल (समुद्र) साहसिक, हवाई साहसिक और आजीवन उपलब्धि।

भारत में सबसे बड़ा खेल कौन सा है?

भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल क्रिकेट है। भारत में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसे क्रिकेट नहीं पसंद होगा इसकी पॉपुलैरिटी को देखते हुए बहुत से लोग क्रिकेट को ही नेशनल गेम मानने लगते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। दुनिया के लगभग सभी देशों ने किसी न किसी खेल को राष्ट्रीय खेल का दर्जा दिया हुआ है।

वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा खेल कौन सा है?

1. फुटबॉल: इस लिस्ट के पहले पायदान पर जो खेल आता है वो है फुटबॉल. भारत समेत लगभग 200 देशों द्वारा खेला जाता हैं.