ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया है। वह पिछले कुछ वक्त से बीमार थीं। 96 साल की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय फिलहाल स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में थीं। यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। वे सबसे लंबे समय तक (70 साल) ब्रिटेन की क्वीन रहीं। गुरुवार दोपहर को उनकी तबीयत नाजुक होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद वे डॉक्टर्स की देखरेख में थीं। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद क्वीन के पोते प्रिंस विलियम भी उनके साथ मौजूद थे। बीमारी की वजह से महारानी बाल्मोरल महल में रह रही थीं। वे सभी आधिकारिक काम इसी पैलेस से कर रही थीं। ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने 6 सितंबर को यहीं आकर उनसे मुलाकात की और यहीं शपथ ली थी। रॉयल फैमिली की आधिकारिक वेबसाइट पर यह तस्वीर शेयर की गई है। इसमें रानी के निधन की सूचना दी गई है। पीएम मोदी ने दुख जताया, कहा- वो एक दिग्गज शासक थीं उन्होंने बताया- मैं 2015 और 2018 में यूके की यात्राओं के दौरान महारानी से मिला था। एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे एक रूमाल दिखाया था, जो महात्मा गांधी ने उनकी शादी में गिफ्ट किया था। शाही परिवार को स्कॉटलैंड के एबरडीन एयरपोर्ट से निकलते देखा गया। यह तस्वीर रायटर्स ने अभी जारी की है। स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल इमारत पर सिक्योरिटी गॉर्ड तैनात हो गए हैं। बकिंघम पैलेस की गार्ड चेंजिंग सेरेमनी रद्द बकिंघम पैलेस पर लगा साइन बोर्ड। यहां कल पारंपरिक गॉर्ड चेंजिंग सेरेमनी होनी थी। इससे पहले महारानी की प्रीवी कॉउंसिल यानी गुप्त जानकारी के संबंधित मंत्रीपरिषद की वर्चुअल मीटिंग भी रद्द कर दी गई थी। महारानी के हेल्थ के बारे में सूचना बाहर आने के बाद लोग बकिंघम पैलेस पर पहुंचने लगे थे। यह तस्वीर 6 सितंबर यानी 2 दिन पहले की है। जब ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस महारानी से शपथ लेने गई थीं। तब यह फोटो जारी की थी। 70 साल तक राजशाही को संभाले रखीं एलिजाबेथ क्वीन एलिजाबेथ 2 जून 1953 को ब्रिटेन की महारानी के पद पर आसीन हुईं थीं। जब एलिजाबेथ क्वीन बनीं तब दुनिया ही नहीं ब्रिटेन में भी राजशाही पर सवाल उठ रहे थे। लेकिन महारानी एलिजाबेथ ने तमाम विरोध के बावजूद शाही परिवार के रुतबे और असर को बरकरार रखा। दरअसल, क्वीन एलिजाबेथ के करीब सत्तर साल के कार्यकाल के दौरान ब्रिटेन ही नहीं बल्कि समूची दुनिया में भारी बदलाव हुए। इस दौरान ब्रिटेन ने सिर्फ आर्थिक चुनौतियों का ही नहीं बल्कि राजनीतिक संकटों का भी सामना किया। उतार-चढ़ाव के दौर में ब्रिटेन की महारानी अपने देश की जनता के लिए भरोसे का प्रतीक बनीं रहीं। 25 साल की एलिजाबेथ क्वीन बनी, अंग्रेजी हुकूमत का रुतबा और रकबा दोनों घट रहे थे एलिजाबेथ का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन में हुआ था। उनके पिता अल्बर्ट ड्यूक ऑफ यॉर्क और उनकी मां एलिजाबेथ बोवेस-लियोन थीं। जब एलिजाबेथ क्वीन बनीं तब दुनिया ही नहीं ब्रिटेन में भी राजशाही पर सवाल उठ रहे थे। लेकिन महारानी एलिजाबेथ ने तमाम विरोध के बावजूद शाही परिवार के रुतबे और असर को बरकरार रखा। एलिजाबेथ कभी स्कूल नहीं गईं थीं। उनकी पढ़ाई घर पर ही हुई। उन्होंने कई भाषाएं सीखीं। एलिजाबेथ 21 अप्रैल 1926 को बर्कले में पैदा हुईं थीं। एलिजाबेथ के पिता ड्यूक ऑफ आर्क अल्बर्ट उस दौर के ब्रितानी राजा जार्च पंचम के दूसरे नंबर के बेटे थे। एलिजाबेथ अपने पिता की बड़ी बेटी थीं। उस दौर में शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एलिजाबेथ महारानी बनेंगी। ये तस्वीर एलिजाबेथ की है, जब वो 2 साल की थीं। वो अल्बर्ट और बोवेस-लियोन की पहली संतान थीं। कैसे बनीं महारानी लेकिन अपने प्रेम प्रसंग के कारण एडवर्ड अष्टम को गद्दी छोड़नी पड़ी। एडवर्ड ने एक तलाकशुदा अमेरिकी महिला से शादी की थी जिसकी वजह से उनका भारी विरोध हुआ। एडवर्ड के पात हिचकते हुए एलिजाबेथ के पिता अल्बर्ट राजगद्दी पर बैठे और इस तरह एलिजाबेथ के महारानी बनने का रास्ता भी तैयार हुआ। 4 साल की एलिजाबेथ ओलंपिया में एक रोयल टूर्नामेंट में गई थीं। ये तस्वीर उसी समय ली गई थी। वो कई बार ओलंपिया इंटरनेशनल हॉर्स शो देखने जाती थीं। जीवनसाथी से मुलाकात फिलिप और एलिजाबेथ की कई मुलाकातें हुईं और 1944 में दोनों प्यार में पड़ गए थे। एलिजाबेथ की फिलिप से नजदीकी किसी से छुपी नहीं थी। दूसरा विश्व युद्ध में टेरिटोरियल सर्विस में हिस्सा लेने वाली एलिजाबेथ विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद फिलिप से शादी करना चाहती थीं। कई अड़चनों के बाद 20 नवंबर 1947 को एलिजाबेथ की शादी फिलिप से हुई। 1948 में एलिजाबेथ को पहली औलाद प्रिंस चार्ल्स के रूप में मिली। दो साल बाद उनकी बेटी एना का जन्म हुआ। ये तस्वीर एलिजाबेथ और उसकी बहन मार्गरेट रोज की है। मार्गरेट जन्म 1930 में हुआ था। दोनों की शिक्षा घर पर ही हुई थी। पिता की मौत महारानी घोषित किए जाने के सोलह महीने बाद जून 1953 में एलिजाबेथ का कोरोनेशन हुआ था जिसका प्रसारण दुनियाभर में टीवी पर किया गया था। ये पहली बार था जब दुनिया में बहुत से लोगों ने पहली बार टीवी पर लाइव प्रसारण देखा था। ये वो दौर था जब ब्रिटेन दूसरे विश्व युद्ध के बाद खड़ा होने की कोशिश कर रहा था। खर्चों में कटौती हो रही थी और देश के सामने कई चुनौतियां थीं। 14 साल की राजकुमारी एलिजाबेथ ने रेडियो कार्यक्रम चिल्ड्रन ऑवर में उन बच्चों के लिए संदेश भेजा था जिन्हें सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन छोड़ना पड़ा था। ब्रिटेन की राजशाही का घटता रुतबा इस दौर में महारानी एलिजाबेथ ने कॉमनवेल्थ के जरिए ब्रिटेन के रुतबे को बरकरार रखने की कोशिश की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दौरा किया। हालांकी एलिजाबेथ की कोशिशों के बावजूद ब्रिटेन का पतन नहीं रुका। 1956 में मिस्र ने स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण करके ब्रितानी साम्राज्य के सम्मान को चकनाचूर कर दिया। ब्रिटेन ने स्वेज पर नियंत्रण बरकरार रखने के लिए सैन्य टुकड़ियां भी भेजीं लेकिन वो भी कुछ ना कर सकीं। निराश ब्रितानी प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। एलिजाबेथ 1937 में गर्ल गाइड बनीं थीं। इस तस्वीर में उन्होंने गर्ल गाइड की यूनिफॉर्म पहन रखी है। गर्ल गाइड एक चैरिटेबल आर्गनाइजेशन है। सीमित अधिकार 20 नवंबर 1947 को उन्होंने ग्रीस के प्रिंस फिलिप से शादी की। वह प्रिंस एंड्रयू ऑफ ग्रीस एंड डेनमार्क और प्रिंसेस एलिस ऑफ बटनबर्ग की एकलौती संतान थे। पहली प्रधानमंत्री थैचर से तनावपूर्ण संबंध एलिजाबेथ ब्रितानी कॉमनवेल्थ और अफ्रीका में निवेश को बढ़ाना चाहती थीं। थैचर इसके समर्थन में नहीं थीं। यह तस्वीर महारानी एलिजाबेथ II और पति फिलिप की है। ये 2 जून, 1953 को बकिंघम पैलेस में महारानी के राज्याभिषेक या ताजपोशी के दौरान ली गई थी। महल में आग, खर्च पर सवाल मरम्मत का खर्च निकालने और शाही परिवार के खर्च पूरे करने के लिए बकिंघम पैलेस को आम जनता के लिए खोल दिया गया। एलिजाबेथ ने अपने और अपने बेटे प्रिंस चार्ल्स के अपनी आमदनी पर टैक्स देने की घोषणा भी कर दी। महारानी एलिजाबेथ की पहली संतान यानी प्रिंस चार्ल्स का जन्म 1948 में हुआ। उनकी दूसरी संतान यानी उनकी बेटी एनी का जन्म 1950 में हुआ। अब रानी की जिंदगी से जुड़ी सबसे बेहतरीन तस्वीरें मुस्कुराती हुई क्वीन एलिजाबेथ II की ये तस्वीर 1957 में उनकी पहली टेलीविजन क्रिसमस स्पीच के पहले खींची गई थी। क्वीन एलिजाबेथ II ने कभी कोई इंटरव्यू नहीं दिया, लेकिन वो किसी न किसी तरीके से जनता तक अपनी मन की बातें पहुंचाती रहती थीं। महारानी एलिजाबेथ को जानवारों से बेहद प्यार था। उनके पास कॉर्गी ब्रीड के 30 डॉग्स थे। अपनी पहली शाही यात्रा के दौरान क्वीन एलिजाबेथ II ने सदियों से चले आ रहे ट्रेडिशन को तोड़ा था। उन्होंने लोगों को दूर से वेव करने के बजाय पास से ग्रीट किया था। पहली शाही यात्रा 1970 में ऑस्ट्रेलिया में की थी। इस दौरान वे सिडनी में लोगों के बीच से गुजरी थीं। यह तस्वीर 27 मार्च 1981 की है। इसमें क्वीन एलिजाबेथ II अपने बेटे प्रिंस चार्ल्स और डायना स्पेंसर के साथ खड़ी हैं। इसी साल प्रिंस चार्ल्स और डायना स्पेंसर की शादी हुई थी। ये तस्वीर 20 अक्टूबर 2003 की है। तब को दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला लंदन के बकिंघम पैलेस आए थे। महारानी एलिजाबेथ ने हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया था। मंडेला पहले भी 1996 में ब्रिटेन का दौरा कर चुके थे। 2012 में हुए लंदन ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में क्वीन एलिजाबेथ II ने लोगों को सपराइज कर दिया था। वे फेमस स्पाई जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाने वाले एक्टर डेनियल क्रेग के साथ सेरेमनी में पहुंची थीं। प्रिंस फिलिप एलिजाबेथ को प्यार से 'लिलिबेट' बुलाते थे। शादी के 73 साल बाद प्रिंस फिलिप का अप्रैल 2021 में निधन हो गया। प्रिंस के निधन के बाद क्वीन एलिजाबेथ II काफी देर तक सेंट जॉर्ज चैपल में अकेले बैठी रही थीं। जून में महारानी एलिजाबेथ के शासन की प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेट की गई। प्लैटिनम जुबली समारोह शाही इतिहास में अपनी तरह का पहला समारोह रहा। |