सामाजिक-विज्ञानप्रश्न 14. भूमि के उपयोग के बदलाव के कारण पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ा है ? समझाइए। Show
उत्तर- मनुष्य ने प्रकृति पर विजय पाने की कोशिश में पर्यावरण को अपनी आवश्यकता के अनुसार बदलने का प्रयास किया है। प्राकृतिक पर्यावरण में उसने अनावश्यक हस्तक्षेप किया है। मनुष्य द्वारा की गई तीव्र प्रगति, नगरीकरण और औद्योगीकरण से प्राकृतिक पर्यावरण में महत्वपूर्ण बदलाव हुए। पूरे विश्व में पर्यावरण के विनाश का मुख्य कारण भूमि के उपयोग का बदलता स्वरूप है। भारत में कृषि क्षेत्र में विस्तार लाने के लिए धीरे-धीरे वनों को नष्ट किया जा रहा है। मानव के निवास हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी निवासों का निर्माण किया जा रहा है। फलतः खुले स्थान धीरे-धीरे अदृश्य होते जा रहे हैं। वनों की कटाई, पशुचारण, जल विद्युत आपूर्ति एवं सिंचाई हेतु बड़े बाँधों के निर्माण, नई सड़कों और रेलमार्गों के फैलाव तथा कल-कारखानों के विकास ने भूमि के उपयोग के तौर-तरीकों में काफी बदलाव किया है जिससे प्राकृतिक सन्तुलन बिगड़ा है। विभिन्न प्रकार के जीवों के आवास नष्ट हुए हैं और तो और आज हजारों प्रकार के पौधे व जीव-जन्तु भी लुप्त होने लगे हैं। MP BOARD CLASS 9 SOCIAL SCIENCE NOTES भूमि उपयोग परिवर्तन
प्रीलिम्स के लिये:पशुजन्य रोग, संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय, मरुस्थलीकरण एवं सूखा रोकथाम दिवस तथा थीम मेन्स के लिये:भू- निम्नीकरण के कारण तथा समाधान, भूमि उपयोग परिवर्तन तथा इसे प्रतिवर्तित करने की आवश्यकता। चर्चा में क्यों?संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (United Nations Convention to Combat Desertification- UNCCD) के अनुसार, भूमि उपयोग परिवर्तन, जो COVID-19 जैसे पशुजन्य रोगों (Zoonoses) का कारण बनता है, को प्रतिवर्तित कर देना चाहिये। प्रमुख बिंदु
संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमयUnited Nations Convention to Combat Desertification (UNCCD)
मरुस्थलीकरण एवं सूखा रोकथाम दिवस 2020World Day to Combat Desertification and Drought 2020
पशुजन्य रोग (Zoonoses)
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स्रोत: डाउन टू अर्थ |