एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियाई नेशंस, या आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को बैंकाक, थाईलैंड में की गयी थी. वर्तमान में इस संगठन के 10 स्थायी सदस्य हैं. आसियान का मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है. भारत अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण इस संगठन का सदस्य नही बन सकता है. Show
एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियाई नेशंस, या आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को बैंकाक, थाईलैंड में की गयी थी. इस संगठन की स्थापना के पीछे मूल उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया में आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना और इस क्षेत्र में आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना है. आसियान का मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है. वर्तमान में इस संगठन के 10 स्थायी सदस्य हैं. भारत इस संगठन का सदस्य नही है क्योंकि आसियान दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों का संगठन है जबकि भारत दक्षिण-एशिया में स्थित है. जुलाई 23, 1996 को; आसियान ने भारत को सलाहकार देश का दर्जा दिया था. इस लेख में हम आसियान के सभी सदस्य देशों की सूची उनकी राजधानियों के नाम के साथ प्रकाशित कर रहे हैं. आसियान सदस्यों की सूची निम्नानुसार है; देश का नाम राजधानी आसियान से जुड़े 1. ब्रुनेई बंदर सेरी बेगावान 7 जनवरी, 1984 2. कंबोडिया नामपेन्ह 30 अप्रैल,1999 3. इंडोनेशिया जकार्ता 8 अगस्त,1967 4. लाओस वियनतियाने 23 जुलाई,1997 5. मलेशिया कुआलालम्पुर 8 अगस्त,1967 6. म्यांमार नाएप्यीडॉ 23 जुलाई,1997 7. फिलीपींस मनीला 8 अगस्त,1967 8. सिंगापुर सिंगापुर 8 अगस्त,1967 9. थाईलैंड बैंकाक 8 अगस्त,1967 10. वियतनाम हनोई 28 जुलाई,1995 आसियान राष्ट्रों के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य इस प्रकार हैं; 1. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा अप्रैल 2017 में जारी आंकड़ों के मुताबिक; आसियान राष्ट्रों में सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय (PPP-US$ 90724) सबसे अधिक है. 2. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा अप्रैल 2017 में जारी आंकड़ों के मुताबिक; आसियान राष्ट्रों में कंबोडिया की प्रति व्यक्ति जीडीपी (PPP-US$ 4022) सबसे कम है. 5. इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड आसियान के संस्थापक सदस्य हैं. शेष पांच सदस्य बाद में इस संगठन में शामिल हुए थे. आसियान देशों के साथ भारत के बहुत अच्छे व्यापार संबंध हैं यही कारण है कि इसे भारत के विभिन्न शिक्षा संस्थानों के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, ताकि विद्यार्थी भारत के इस महत्वपूर्ण व्यापार साझीदार के बारे में जान सकें. दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी: Association of Southeast Asian Nations; [आसियान]) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है।[1] 2010 के अनुसार आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। सदस्य राष्ट्रों की सूची नीचे दी गयी है। आसियान प्लस तीन तथा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल सदस्य भी सूचीबद्ध हैं। दोनों ही मंच आसियान के नेतृत्व में चलते हैं तथा इनकी बैठकें भी आसियान शिखर सम्मेलन के अनुचर होती हैं। इस सूची में आसियान क्षेत्रीय मंच में हिस्सा लेने वाले राष्ट्र भी सूचीबद्ध है, जो कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में कार्य करने वाला संगठन है। इस संगठन का प्रमुख उद्देश्य क्षेत्र में आपसी संवाद व परामर्श को प्रोत्साहन देना तथा आत्मविश्वास व निवारक कूटनीति को बढ़ावा देना है।[2] आसियान के सदस्य राष्ट्र[संपादित करें]आसियान के वर्तमान सदस्यों तथा निम्नलिखित तीन देशों का यह मंच है: आसियान उम्मीद्वार/पर्यवेक्षक राष्ट्र[संपादित करें]पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन[संपादित करें]आसियान प्लस तीन के वर्तमान सदस्यों तथा निम्नलिखित राष्ट्रों का यह मंच है: आसियान क्षेत्रीय मंच एक 28 देशों का एक अनौपचारिक बहुपक्षीय संवाद मंच है जो कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सुरक्षा मुद्दों को उठाता है। दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। आसियान की स्थापना ८ अगस्त, १९६७ को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी। इसके संस्थापक सदस्य थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और सिंगापुर थे। ब्रूनेई इस संगठन में १९८४ में शामिल हुआ और १९९५ में वियतनाम। इनके बाद १९९७ में लाओस और बर्मा इसके सदस्य बने। १९७६ में आसियान की पहली बैठक में बंधुत्व और सहयोग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए। १९९४ में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम (एशियन रीजनल फोरम) (एआरएफ) की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था। अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया सहित एआरएफ के २३ सदस्य हैं।[11] अपने चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। पहला उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखा जाए, इसके साथ ही झगड़ों का शांतिपूर्ण निपटारा हो। सेक्रेट्री जनरल, आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करता है। इसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। वर्तमान में थाईलैंड के सूरिन पिट्स्वान इसके सेक्रेट्री जनरल है। आसियान की निर्णायक बॉडी में राज्यों के प्रमुख होते हैं, इसकी वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत आसियान देशों से सहयोग करने और संपर्क रखने का सदा ही इच्छुक रहा है। हाल ही में १३ अगस्त,२००९को भारत ने आसियन के संग बैंगकॉक में सम्मेलन किया, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण समझौते हुए थे।[12] भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008, नई दिल्ली में आसियान मुख्य केन्द्र बिन्दु रहा था। नई व्यापार ब्लॉक के तहत दस देशों की कंपनियों और कारोबारियों ने मेले में भाग लिया था। थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे।[13] आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। फिक्की के महासचिव अमित मित्रा के अनुसार भारत और आसियान के बीच हुआ समझौता दोनों पक्षों के लिए उत्तम होगा। समझौता जनवरी २००९ से लागू हुआ था।[14] सदस्य राष्ट्रयह देश इस संगठन के सदस्य हैं।[15] आसियान प्लस तीनआसियान प्लस तीन के सदस्य राष्ट्र आसियान प्लस तीन (एपीटी) एक ऐसा मंच है जो आसियान के सदस्य देशों तथा तीन पूर्वी एशियाई देशों चीन, जापान तथा दक्षिण कोरिया के मध्य सामंजस्य का कार्य करता है। दस आसियान देशों व तीन पूर्वी एशियाई देशों सरकारी नेता, मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हैं।[16] आसियान के 10 सदस्य कौन कौन से हैं?थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे। आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था।
वर्तमान में आसियान में कुल कितने सदस्य हैं?आसियान क्षेत्रीय मंच एक 28 देशों का एक अनौपचारिक बहुपक्षीय संवाद मंच है जो कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सुरक्षा मुद्दों को उठाता है।
आसियान के संस्थापक सदस्यों की संख्या कितनी है?इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड आसियान के संस्थापक सदस्य हैं. शेष पांच सदस्य बाद में इस संगठन में शामिल हुए थे.
आसियान का सदस्य कौन कौन से हैं?इसका मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है। वर्तमान में इसके सदस्यों की संख्या 10 है, जो इस प्रकार हैं- इंडोनेशिया, मलेशिया, फ़िलीपींस, वियतनाम, कंबोडिया, म्यांमार, थाईलैंड, सिंगापुर, ब्रुनेई एवं लाओस।
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