दोस्तों को प्रश्न पूछा गया है कि जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करती है जाती है तो अभिराम के किशोर झुकती है तो हम इसको समझने के लिए एक चित्र बना लेते हैं कहां से गुड़ की का जिसको हम ऊपर की ओर से देख रहे जिसमें एक आपतित किरण है जो कांच की सतह से टकराकर क्या हो जाती है और प्रतीत हो जाती है ठीक हमने आपतन कोण का मान किस टाइम आना है और तन कोण का मान किस टाइम आना है आपतन कोण क्या है माध्यमिक में है मतलब हवे में अपवर्तन कोण के लिए हमने मतलब ऋतिक किरण की शादी में जाएगी और दुश्मनों ने जो क्या होता है हद से ज्यादा सजन होता है तो दूसरे माध्यम में जाकर थोड़ी विचलित हो जाएगी लेकिन अभी नाम के किशोर अभी थोड़ा दूर है हमको हम पहले समझ लेते हैं कि शक्ल और विरल माध्यम क्या होता है विरल क्या होता है इसमें प्रकाश है वह गति Show
करती है माध्यम होता है प्रकाश जिसमें प्रकाश को एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने के लिए कोई माध्यम की आवश्यकता होती है तो विरान माध्यम क्या होता है वीर हनुमान देवता है इसे प्रकाश आसानी से ज्योति कर सकती हैं आसानी से गति कर सकती है ठीक और सघन माध्यम क्या होता है सघन माध्यम में प्रकाश की चाल अपेक्षाकृत कम हो जाती है प्रकाश विवेक से गति करती है अपेक्षाकृत ठीक तो यह तो हो गया शक्ल और विरोध के बीच का जो अंतर है वह अब प्रकाश किरण ने पीटा आईकॉन बनाती है तो आपतन कोण हम किसके साथ लेते हैं आपतन कोण किसे किस के बीच होता है मैं उसको भी लिख देता हूं आपतन कोण मतलब इसके बीच होता है एक किरण और अभिलंब के बीच होता है अभी लंब के बीच अगर कोई प्रकाश निवेश करें प्रकाश को अगर हम उस में भेजे तो क्या होगा अभिनव के साथ कौन बना रहा है क्या हो गया आप कौन हो गया कहां से बेचने पर प्रकाश की किरणें जो है वह प्रवर्तित होती है और क्या होती है अभिलंब के पास जाती चीता आर क्योंकि थीटा आई जो होता है अगर माध्यम हमारा क्या हो रहा है विरल से सघन जा रहे हैं विरल माध्यम जी ने सघन माध्यम से विरल से चमन जा रहे तो ठीक था आई क्या होगा हमेशा बड़ा होगा थीटा और चौकीदार जो बनेगा हमारा होता ऐसे छोटा बनेगा तो तू ईटानगर छोटा है तो अभिलंब के पास आ जाती है कि मैं जो है तो विरोध से सघन जाएंगे प्रकाश की कितने क्या होगी प्रकाश की कितने अभिनव के पास आ जाएगी अभी नंबर से के पास आएगी ठीक है हम से प्रश्न पूछा गया था दोस्तों धन्यवाद जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करती है तो क्या होता है?जब प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम तक जाती है, तो यह अभिलंब से दूर झुक जाती है और गति बढ़ती है। जब प्रकाश की एक किरण एक सघन से विरल माध्यम में गुजरती है, तो अपवर्तन कोण आपतन कोण से अधिक होगा क्योंकि प्रकाश किरण अभिलंब से दूर झुक जाती है। झुकने की मात्रा दो माध्यम के अपवर्तन के सूचकांकों पर निर्भर करती है।
सघन माध्यम में प्रकाश किरणों के झुकने को क्या कहा जाता है 1 परावर्तन 2 विक्षेपण 3 अपवर्तन 4 विचलन?अपवर्तन : सघन माध्यम में प्रकाश किरणों का झुकना अपवर्तन कहलाता है।
सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करने पर आपतन कोण तथा अपवर्तन कोण में क्या संबंध रहता है?विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करने पर आपतन कोण तथा अपवर्तन कोणा में क्या संबंध रहता हैं ? UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! दोनों कोण बराबर होते हैं। आपतन कोण छोटा होता है।
प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम से जाने पर अपने मुख्य पथ से विचलित हो जाना कौन घटना है?Solution : माध्यम बदलने पर प्रकाश की किरण अपने मार्ग से विचलित हो जाती है। इससे प्रकाश का अपवर्तन कहते है।
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