Que : 11. Traditional डेटाबेस की अपेक्षा Relational डेटाबेस के क्या फायदे हैं? Show
प्रारंभिक डेटाबेस अपेक्षाकृत "फ्लैट" थे, जिसका अर्थ है कि वे एक स्प्रेडशीट की तरह सरल पंक्तियों (rows) और स्तंभों (columns) तक सीमित थे। हालांकि, आज के रिलेशनल डेटाबेस उपयोगकर्ताओं को, विभिन्न टेबलों में संग्रहीत डेटा के संबंधों के आधार पर, जानकारी तक पहुंचने, अपडेट करने और खोज करने की अनुमति देते हैं। रिलेशनल डेटाबेस कई डेटाबेस पर आधारित क्वेरिस (Queries) चला सकते हैं। जबकि शुरुआती डेटाबेस केवल पाठ (Text) या संख्यात्मक (Numeric) डेटा को संग्रहीत कर सकते थे । आधुनिक डेटाबेस उपयोगकर्ताओं को अन्य डेटा प्रकार जैसे ध्वनि क्लिप, चित्र और वीडियो को संग्रहीत करने की भी अनुमति देता है।Traditional डेटाबेस में यह नुकसान है कि इसका स्ट्रक्चर सभी तरह के डेटाबेस में अप्लाई (apply) नहीं किया जा सकता यह डेटाबेस फ्लेक्सिबल (flexible) नहीं होता है और इनमें रिकॉर्ड को अपडेट (update) और इंसर्ट (insert) करना बहुत जटिल (complex) होता है। रिलेशनल डेटाबेस का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है क्योंकि यह सबसे सरल है और आसानी से उपयोग किया जा सकता है । इस डेटाबेस में डाटा एक टेबल (Table) के अंदर स्टोर किया जाता है । टेबल में रो (Row) और कॉलम (Column) होते हैं । टेबल में एक एंटिटी (Entity) के रिकॉर्ड को दर्शाती है और कॉलम, एटरीब्यूट्स (Attributes) / फील्ड्स (Fields) दर्शाते हैं । इस डेटाबेस में डाटा को इंसर्ट (Insert), डिलीट (Delete) और अपडेट (update) करना बहुत आसान होता है । डाटा को इंसर्ट , डिलीट और अपडेट करने के लिए एसक्यूएल क्वेरीज (SQL Queries) का उपयोग किया जाता है । रिलेशनल डेटाबेस में टेबल को रिलेशन भी कहते हैं इसीलिए इस डेटाबेस को रिलेशनल डेटाबेस कहा जाता है । कुछ प्रचलित रिलेशनल डीबीएमएस (Relational DBMS) के उदाहरण है : ओरेकल (Oracle), एसक्यूएल सर्वर (SQL Server), माय एसक्यूएल (MySQL), DB2 आदि । एक रिलेशनल डेटाबेस का सबसे मुख्य फायदा यह है कि इसमें डाटा टेबल के रूप में होता है जिसके कारण उपयोगकर्ता (User) इसे आसानी से समझ लेते हैं और एक्सेस (Access) कर लेते हैं । रिलेशनल मॉडल बहुत पावरफुल (Powerful) और सिंपल (Simple) है तथा बहुत ज्यादा फ्लेक्सिबल (Flexible) भी है। Traditional डेटाबेस का एक नुकसान ये भी है कि ज्यादा डाटा होने पर यह जटिल बन जाता है और डाटा रिलेशनशिप भी जटिल और कठिन हो जाती है ।रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम ( RDBMS ) : रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक ऐसा डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम होता है,जो रिलेशनल डाटा मोडल पर आधारित है और जिसके अंदर रिलेशनल डेटाबेस तैयार किए जाते है। रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के कुछ उदाहरण : Microsoft Access, Oracle, SQL Server, MySQL etc. इन्टरनेट पर आप किसी भी वेबसाइट या एप्प में जो भी डाटा देख रहे हैं वह किसी न किसी डेटाबेस में स्टोर है। डेटाबेस के प्रकार एक नही बल्कि कई सारे हैं और उन्ही में से एक है रिलेशनल डेटाबेस, जिसके बारे में आज हम बात करने वाले हैं। सन 1970 में IBM के एक कंप्यूटर वैज्ञानिक Edgar F. Codd नाम के व्यक्ति ने relational database का concept पूरी दुनिया के सामने रखा था। तब से यह समय के साथ और भी अधिक लोकप्रिय होता गया है और आज database के तौर पर ज्यादातर relational database model का उपयोग हो रहा है। आज हम इस आर्टिकल में रिलेशनल डेटाबेस क्या है? इसके क्या लाभ हैं? इसकी क्या विशेषताएं हैं और इसमें क्या कमियां हैं आदि के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे की Traditional डेटाबेस की अपेक्षा Relational डेटाबेस के क्या फायदे हैं? और इसका क्यों उपयोग किया जाता है?
रिलेशनल डेटाबेस एक प्रकार का डेटाबेस है जिसमे डाटा को अलग-अलग टेबल के रूप में व्यवस्थित तरीके से रखा जाता है और ये tables एक दुसरे से related होते हैं और जरुरत पड़ने पर आपस में link किये जा सकते हैं। रिलेशनल डेटाबेस मॉडल की वजह से डाटा को maintain करना और जरुरत पड़ने पर उसे fetch करना बहुत ही आसान हो गया है। हम अलग-अलग टेबल के डाटा के बीच सम्बन्ध स्थापित कर सकते हैं और उन सभी टेबल से डाटा को एक लाइन की query लिखकर आसानी से retrieve कर सकते हैं। उदाहरण के लिए हम किसी कंपनी या shop में कस्टमर की जानकारी को डेटाबेस में store करते हैं तो उसके लिए Customer table और Transaction Table नाम के दो टेबल बनाते हैं। जहाँ Customer table में customer_id, Name, Address नाम के कॉलम रहेंगे और Transaction table में customer_id, transaction_date, amount आदि रहेंगे। अब आप देख सकते हैं की इन दोनों टेबल में customer_id नाम का column मौजूद है और इसी कॉलम के आधार पर दोनों tables के बीच relationship बनाया जा सकता है और दोनों टेबल से काम का डाटा निकाला जा सकता है। रिलेशनल डेटाबेस के लाभ और हानिआज के समय में रिलेशनल डेटाबेस (RDB) का उपयोग बहुत ही अधिक हो रहा है और लगभग सभी मॉडर्न DBMS सिस्टम relational database model का आधार पर बनाये गये हैं। इस प्रकार के डेटाबेस मॉडल के कई फायदे तो हैं ही इसके अलावा इसमें कुछ कमियां भी हैं। निचे हम आपको रिलेशनल डेटाबेस के फायदे और नुकसान के बारे में बता रहे हैं। रिलेशनल डेटाबेस के लाभ – Benefits of Relational Database in Hindi
रिलेशनल डेटाबेस के नुकसान – Limitations of Relational Database in Hindi
रिलेशनल डेटाबेस की विशेषताएं – Relational Database Features in Hindi
RDBMS क्या है? (Relational Database Management System in Hindi)RDBMS यानि Relational Database Management System एक प्रकार का सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम है जो की यूजर, एप्लीकेशन और डेटाबेस के बीच माध्यम (interface) का काम करता है। RDBMS की मदद से हम डेटाबेस पर create, update, delete, और data retrieve जैसे operation को perform कर पाते हैं और डेटाबेस में डाटा को मैनेज कर पाते हैं। Database पर इन operations को perform करने के लिए ज्यादातर RDBMS systems द्वारा SQL programming का उपयोग किया जाता है और हर operation के लिए अलग-अलग तरह से queries लिखे जाते हैं। ज्यादातर RDBMS systems सुरक्षित तरीके से transaction को या किसी भी task को perform करने के लिए ACID properties को follow करती हैं। ACID properties क्या है इसकी संक्षिप जानकारी कुछ इस प्रकार है:
Relational Database और RDBMS के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। Traditional डेटाबेस की अपेक्षा Relational डेटाबेस के क्या फायदे हैंट्रेडिशनल डेटाबेस एक साधारण डेटाबेस होता है जिसमे डाटा को एक फाइल के अंदर स्टोर करके रखा जाता है। इसमें हम डेटा के बीच सम्बन्ध (relationship) स्थापित नही कर पाते हैं। आइये जानते हैं की ट्रेडिशनल डेटाबेस और रिलेशनल डेटाबेस में क्या अंतर हैं और ट्रेडिशनल डेटाबेस की अपेक्षा रिलेशनल डेटाबेस का क्यों उपयोग किया जाता है:
इन सभी पॉइंट्स से आपको समझ आ गया होगा की आखिर ट्रेडिशनल डेटाबेस की जगह RDBMS का क्यों अधिक उपयोग होता है। आगे पढ़ें:
रिलेशनल डेटाबेस के क्या फायदे हैं?रिलेशनल डेटाबेस में जटिल queries को आसानी से हल किया जा सकता है। RDBMS एक साधारण डेटा मॉडल और डेटा सुरक्षा प्रदान करता है। डेटा दोहराव (duplication) से बचा जाता है, और डेटा प्रारूप या डेटा को बदलना आसान होता है। रिलेशनल डेटाबेस विवरण जोड़ने, संशोधित करने या हटाने में आसान।
डेटाबेस की अपेक्षा Relational डेटाबेस के क्या फायदे हैं?रिलेशनल डेटाबेस का सबसे मुख्य फायदा यह है कि इसमें डाटा टेबल के रूप में होता है जिसके कारण उपयोगकर्ता (User) इसे आसानी से समझ लेते हैं और एक्सेस (Access) कर लेते हैं । रिलेशनल मॉडल बहुत पावरफुल (Powerful) और सिंपल (Simple) है तथा बहुत ज्यादा फ्लेक्सिबल (Flexible) भी है।
डेटाबेस क्या है रिलेशनल डेटाबेस का उपयोग क्यों करें?रिलेशनल डेटाबेस एक प्रकार का डेटाबेस है जिसमे डाटा को अलग-अलग टेबल के रूप में व्यवस्थित तरीके से रखा जाता है और ये tables एक दुसरे से related होते हैं और जरुरत पड़ने पर आपस में link किये जा सकते हैं। रिलेशनल डेटाबेस मॉडल की वजह से डाटा को maintain करना और जरुरत पड़ने पर उसे fetch करना बहुत ही आसान हो गया है।
रिलेशनल डेटाबेस की संरचनाएं क्या हैं इसे समझाइए?रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम है जो रिलेशनल मॉडल पर आधारित है. एक डेटाबेस जिसमें डेटा Table में स्टोर होता है और उस डेटा के मध्य रिलेशनशिप भी टेबल में स्टोर होता है यह Table के फॉर्म्स को बिना बदले हुए सभी तरीकों से डेटा को Access किया जा सकता है.
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