छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम टेबिल बनाते समय क्या क्या सोचा और फिर वह उसका पालन क्यों नहीं कर पाया 4 अंक? - chhote bhaee ne apanee padhaee ka taim tebil banaate samay kya kya socha aur phir vah usaka paalan kyon nahin kar paaya 4 ank?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए -

छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम-टेबिल बनाते समय क्या-क्या सोचा और फिर उसका पालन क्यों नहीं कर पाया?

छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई के लिए एक टाइम-टेबिल बनाया जिसमें खेलने का कोई समय नहीं था। रात ग्यारह बजे तक हर विषय का कार्यक्रम बनाया गया परन्तु पढ़ाई करते समय खेल के मैदान, उसकी हरियाली हवा के हलके-हलके झोंके, फुटबॉल की उछलकूद, कबड्डी बालीबॉल की तेज़ी सब चीज़े उसे अपनी ओर खींचती और वह टाइम टेबिल का पालन नहीं कर पाता था।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B)

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छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम बनाते समय क्या क्या सोचा फिर उसका पालन क्यों नहीं कर पाया?

छोटे भाई ने टाइम-टेबिल बनाते यह सोचा कि वह मन लगाकर पढ़ाई करेगा और अपने बड़े भाई साहब को कभी शिकायत का कोई मौका नही देगा। परन्तु उसके स्वच्छंद स्वभाव के कारण वह अपने ही टाईम टेबिल का पालन नहीं कर पाया क्योंकि पढ़ाई के समय उसे खेल के हरे-भरे मैदान, फुटबॉल, बॉलीबॉल और मित्रों की टोलियाँ अपनी ओर खींच लेते थे ।

छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई के टाइम टेबिल में अनुवाद का समय क्या रखा था?

छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम-टेबिल बनाते समय क्या-क्या सोचा और फिर उसका पालन क्यों नहीं कर पाया ? Solution : छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम-टेबल बनाते समय सोचा कि वह अब मन लगाकर पढ़ाई करेगा और बड़े भाई को कभी शिकायत का मौका नहीं देगा।

छोटे भाई द्वारा टाइम टेबिल पर अमल क्यों नहीं किया जाता था?

यह टाइम-टेबिल का पालन न कर पाया, क्योंकि मैदान की हरियाली, फुटबॉल की उछल-कूद, बॉलीबॉल की तेज़ी और फुरती उसे अज्ञात और अनिवार्य रूप से खींच ले जाती और वहाँ जाते ही वह सब कुछ भूल जाता। प्रश्न 2.

टाइम टेबल के अनुसार छोटे भाई की प्रातः काल की दिनचर्या क्या थी?

Answer: छोटे भाई ने टाइम टेबिल बनाते यह सोचा कि वह मन लगाकर पढ़ाई करेगा और अपने बड़े भाई साहब को शिकायत का कोई मौका न देगा परन्तु उसके स्वच्छंद स्वभाव के कारण वह अपने ही टाईम टेबिल का पालन नहीं कर पाया क्योंकि पढ़ाई के समय उसे खेल के हरे-भरे मैदान, फुटबॉल, बॉलीबॉल और मित्रों की टोलियाँ अपनी ओर खींच लेते थे ।