विद्यालय में स्वच्छता पर आधारित योजना बताइए - vidyaalay mein svachchhata par aadhaarit yojana bataie

स्वच्छ भारत: स्वच्छ विद्यालय एक राष्ट्रीय अभियान है जो 'स्वच्छ भारत: स्वच्छ विद्यालय' की थीम पर चलाया जा रहा है। इस अभियान की एक प्रमुख विशेषता यह सुनिश्चित करना है कि भारत के प्रत्येक स्कूल में कार्यप्रणाली का और अच्छी तरह से अनुरक्षित पानी, साफ–सफाई और स्वच्छता सुविधाओं का एक सेट होना चाहिए। स्कूलों में पानी, साफ–सफाई और स्वच्छता से तात्पर्य तकनीकी और मानव विकास घटकों के ऐसे संयोजन से है जो स्कूल में एक स्वस्थ वातावरण बनाने और उचित स्वास्थ्य एवं स्वच्छता परिपाटियां विकसित करने या उनका समर्थन करने के लिए आवश्यक हैं। तकनीकी घटकों में स्कूल परिसर में बच्चों और शिक्षकों के उपयोग के लिए पीने के पानी की, हाथ धोने की, शौचालय की और साबुन की सुविधाएं शामिल हैं। मानव विकास घटक वे गतिविधियाँ हैं जिनसे स्कूल के भीतर ऐसी स्थितियों को और बच्चों की ऐसी आदतों को बढ़ावा मिलता है जो पानी, साफ–सफाई और स्वच्छता संबंधी बीमारियों को रोकने में सहायक हैं।

अधिक जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें: https://swachhbharat.mygov.in

विद्यालय परिवेश को साफ सुथरा कैसे बनाएं?

बच्चों के जीवन में स्कूल एक महत्वपूर्ण संस्थान है,और जब ये साफ-सुथरे होते हैं तो वे स्वच्छ और स्वस्थ समुदायों को बनाने में योगदान करते हैं, वर्तमान और भविष्य, दोनों में।

स्वच्छता हेतु आप कौन कौन से कार्य करेंगे?

महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था।

स्वच्छता पर निबंध कैसे लिखें?

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। हमारे लिए शरीर की भी स्वच्छता बहुत जरूरी है, जैसे रोज नहाना, स्वच्छ कपड़े पहनना, दांतों की सफाई करना, नाखून काटना, आदि। इसके लिए हमें प्रतिदिन सुबह जैसे ही हम सोकर उठते हैं, अपने दांतों को साफ करना चाहिए।

स्वच्छता कैसे करें?

व्यक्तिगत स्वच्छता को बनाएं रखने से रोग क्षमता बढ़ती है तथा बीमार होने की संभावना कम होती है । प्रतिदिन सुबह और रात में सोने से पहले दांतों को साफ करें। नाखून कटे हुए और साफ रहने चाहिएं। * आंखों व कानों की सफाई रखें।