कैसे प्लेटलेट्स तुरंत बढ़ाने के लिए? - kaise pletalets turant badhaane ke lie?

प्लेटलेट्स के बारे में सरल रूप में समझा जाए तो कह सकते हैं कि यह ऐसी कोशिकाएं होती हैं जो रक्त को बहने से रोकती है. शरीर में किसी चोट या अन्य कारण से रक्तवाहिका से रक्तस्त्राव होने पर प्लेटलेट्स के द्वारा ही खून को रोकने का कार्य किया जाता है. मुख्यतः प्लेटलेट्स की कमी समस्या का कारण बनती है. आगे हम जानेंगे कि प्लेटलेट्स क्या है, प्लेटलेट्स के कार्य, यह क्यों घटते है, प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण व कारण और इनको बढ़ाने के उपाय आदि. प्लेटलेट्स की संख्या कम होने पर कट्स से लंबे समय तक रक्तस्राव होना, मसूड़ों या नाक से रक्तस्राव, मूत्र या मल में खून, महिलाओं को असामान्य रूप से भारी मासिक धर्म, थकान और सामान्य कमजोरी की शिकायत कर सकते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपायों को जानें.

प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय - Platelets Badhane ke Upay in Hindi

  • आंवला
    आंवला एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक दवा है जो प्लेटलेट्स की गिनती को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है आंवला. आंवला में विटामिन सी प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. इसके लिए रोज सुबह खाली पेट 3 से 4 आंवले का सेवन करें
  • वीट ग्रास
    वीट ग्रास प्लेटलेट्स गिनती बढ़ाने में फायदेमंद हो सकता है. वास्तव में, यह हीमोग्लोबिन, लाल रक्त कोशिका, कुल सफेद रक्त कोशिका और भिन्न सफेद रक्त कोशिकाओं की मात्रा में महत्वपूर्ण वृद्धि का उत्पादन कर सकता है. यह इसलिए होता है क्योंकि वीट ग्रास मानव रक्त में हीमोग्लोबिन अणु के समान लगभग एक आणविक संरचना के साथ क्लोरोफिल में उच्च होता है. बस थोड़े से नींबू के रस के साथ आधा कप व्हीट ग्रास जूस के साथ मिलाकर पियें
  • तिल के तेल का इस्तेमाल
    यह कोल्ड प्रेस्सेड आयल प्लेटलेट्स काउंट की संख्या बढ़ाने में लाभदायक है. तिल के तेल में ऐसे गुण होते हैं जो प्लेटलेट्स लेवल को प्राकृतिक रूप से बढ़ा सकते हैं. इससे बॉडी में फ्री एलेमेंट्स क्षति, सूजन कम हो जाती है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. दिन में दो बार तिल के तेल के 1 से 2 बड़े चम्मच का सेवन करें. आप प्लेटलेट्स काउंट में वृद्धि के लिए लसीका नोड के क्षेत्रों में बाहरी रूप से कुछ तिल का तेल से मालिश कर सकते हैं. इसके अलावा, खाना पकाने के लिए आप कोल्ड प्रेस्सेड तिल का तेल का इस्तेमाल करें
  • पीएं भरपूर पानी
    ब्लड सेल्स पानी और प्रोटीन से बनी होती है, इसलिए आपको हर दिन ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है. जब बात लो प्लेटलेट्स काउंट की आती है तो ठंडा पानी पीने से परहेज करें, क्योंकि यह आपके पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और शरीर पोषक तत्वों को उचित तरीकें से अवशोषित नहीं कर पाता है. इसके बजाए, फिल्टर और प्योर पानी पीएं जो कि कमरे के टेम्परेचर पर हो. यह आपके बॉडी में अधिक ब्लड सेल्स के उत्पादन में मदद करता है और अंततः प्लेटलेट्स काउंट में सुधार होता है. नित्य रूप से कम से कम 8 से 10 गिलास पानी के पीएं
  • नियमित व्यायाम
    नियमित व्यायाम से रक्त परिसंचरण को बढ़ावा मिलेगा, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होगा और प्लेटलेट्स में बढ़ोतरी हो सकती है. कुछ विशिष्ट अभ्यास कम प्लेटलेट्स की गिनती के विभिन्न स्तरों को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं
  • चुकंदर
    आमतौर पर चुकंदर का सेवन लोग सलाद के रूप में करते हैं. यह प्‍लेटलेट की संख्या बढ़ाने वाले एक प्रचलित आहार के रूप में की जाती है. चुकंदर, प्राकृतिक एंटीऑक्‍सीडेंट और हेमोस्टैटिक तत्वों से भरपूर होने के वजह से प्‍लेटलेट काउंट को कुछ ही दिनों में बढ़ा सकता है. यदि आप रोजाना दो-तीन चम्मच चुकंदर को गाजर के साथ मिक्स कर पीते है तो ब्लड प्लेटलेट्स की वृद्धि में तेजी आती है
  • पपीता
    पपीता को प्‍लेटलेट की मात्रा बढाने के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है, इसके फल और पत्तियां दोनों का ही इस्‍तेमाल से कुछ ही दिनों में प्‍लेटलेट की मात्रा बढ़ जाता हैं. डेंगू बुखार में प्‍लेटलेट की संख्या कम होने पर पपीता के पत्ते के रस के सेवन बहुत फायदेमंद है. पपीते की पत्तियों को आप चाय की तरह भी पी सकते हैं. इसके लिए इसे पानी में उबालकर पिएं तो इसका स्वाद ग्रीन टी की तरह लगेगा
  • नारियल पानी
    बॉडी में ब्‍लड प्‍लेटलेट के संख्या को बढ़ाने के लिए नारियल का पानी बहुत लाभदायक होता है. नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं. इसके अलावा, यह मिनरल का भी अच्छा स्रोत होने के कारण बॉडी में ब्लड प्लेटलेट्स की कमी नहीं होने देता है
  • कद्दू
    कद्दू की सब्जी खाते समय हमें ये पता भी नहीं होता है कि ये प्‍लेटलेट कांउट में वृद्धि करने वाला एक महत्वपूर्ण आहार है. विटामिन ए से समृद्ध कद्दू प्‍लेटलेट के उचित विकास में मदद करता है. यह कोशिकाओं में मौजूद उत्‍पादित प्रोटीन के स्तर को नियंत्रित करके प्‍लेटलेट के स्‍तर में वृद्धि करता है
  • गिलोय
    गिलोय का जूस ब्‍लड में प्‍लेटलेट को बढ़ाने में कारगर है. डेंगू की बीमारी के दौरान नियमित रूप से इसे लें तो इससे ब्लड प्लेलेट्स बढ़ने लगती है और इससे आपकी प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होती है. इसके लिए 2 चुटकी गिलोय के अर्क को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लेना होगा
  • पालक
    पालक विटामिन 'के' का एक अच्‍छा स्रोत है और अक्सर कम प्लेटलेट विकार के इलाज में मदद करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. विटामिन 'के' सही तरीके से होनी वाली ब्‍लड क्‍लॉटिंग के लिए आवश्‍यक है. इस तरह से यह बहुत अधिक ब्‍लीडिंग के खतरे को कम करता है. दो कप पानी में 4 से 5 ताजा पालक के पत्‍तों को डालकर कुछ मिनट के लिए उबाल लें. इसे ठंडा होने के लिए रख दें. इसके बाद इसमें आधा गिलास टमाटर मिलाकर इसे दिन में तीन बार पीएं.

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मैं अपने प्लेटलेट्स को जल्दी कैसे बढ़ा सकता हूं?

जब किसी व्यक्ति के खून में प्लेटलेट्स काउंट 150,000 प्रति माइक्रोलीटर से घट जाता है तो इसे लो प्लेटलेट्स कहा जाता है. कुछ विटामिन्स और मिनरल्स को डाइट में शआमिल करने से प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाया जा सकता है. फोलेट युक्त फूड्स- हेल्दी ब्लड सेल्स के लिए फोलेट या विटामिन B9 काफी जरूरी माना जाता है.

प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?

2 अपनी डाइट में दही, आंवला, लहसुन, ग्रीन टी के साथ ही नारियल पानी और अनार, पपीता, सेब, चुकंदर जैसे फलों को भी शामिल करें साथ ही पपीते के पत्तों का रस पीना भी एक लाभप्रद उपाय है। 3 रोजाना एलोवेरा का सेवन भी इसके लिए फायदेमंद है। 20 से 25 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन एलोवेरा का गुदा खाएं या फिर इसका जूस बनाकर पिएं।

क्या चीज खाने से प्लेटलेट बढ़ता है?

प्लेटलेट्स के लिए जरूरी हैं ये फूड्स विटामिंस और मिनरल्स युक्त खाद्य पदार्थ शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स की गिनती को बढ़ाने के लिए बेहद आवश्यक होते हैं. आइए जानते हैं डेंगू और अन्य बीमारियों में प्लेटलेट्स की गिनती को बढ़ाने के लिए किन चीजों का सेवन कर सकते हैं.

प्लेटलेट बढ़ाने के लिए कौन सी टेबलेट?

लेकिन एलोपैथी में प्लेटलेट्स बढ़ाने की कोई दवा नहीं, इसके लिए केवल प्लेटलेट्स ही चढ़ाते हैं। यदि ऐसा करने पर प्लेटलेट्स बढ़े तो रोगी के प्राण संकट में जाते हैं। यह कहना है जिला आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र भार्गव का।