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विश्व का सबसे बड़ा पुल क्या है?इसे सुनेंरोकेंसमुद्र पर दुनिया का सबसे लंबा पुल चीन में बनकर तैयार हो गया है। इसे शनिवार से आवाजाही के लिए खोल दिया गया। चीन का यह किंगडाओ हाइवान सड़क पुल पूर्वी चीन के शैनडांग प्रांत के किंगडाओ शहर को जियाओझू की खाड़ी पर स्थित हुआंगडाओ जोड़ता है। इस पुल की कुल लंबाई लगभग 42.50 किलोमीटर है । रेलवे का सबसे बड़ा पुल कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंहिमालय में चिनाब पर दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे पुल बनाया जा रहा है। इसका काम 2016 में पूरा होगा। जो आईफल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा होगा। पुल का काम 2002 में शुरू हुआ था लेकिन सुरक्षा और अन्य कारणों के कारण यह प्रोजेक्ट 2008 में रुक गया था। हिंदुस्तान का सबसे बड़ा पुल कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंढोला सादिया ब्रिज यानी ‘भूपेन हजारिका ब्रिज’ भारत में नदी पर बना सबसे लंबा पुल है। 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल लोहित नदी पर बना है। भारत का सबसे बड़ा सड़क पुल कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंफिलहाल देश के सबसे लंबा पुल असम का 9.15 किमी लंबा भूपेन हजारिका सेतु है लेकिन ये पुल इससे भी लंबा होगा. यह भूपेन हजारिका पुल से भी करीब 1 किलोमीटर ज्यादा लंबा होगा. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से बनाए जा रहे इस 10.2 किलोमीटर लंबे महासेतु का निर्माण में 984 करोड़ रुपये लग रहे हैं. वर्तमान में भारत का सबसे लंबा रेलवे पुल कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंबोगीबील पुल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को (prime minister narendra modi to inaugurate bogibeel bridge in assam) देश के सबसे बड़े रेल-रोड ब्रिज बोगीबील (bogibeel bridge in assam) का उद्घाटन किया। यह पुल असम के डिब्रूगढ़ में बनाया गया है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तर और दक्षिण तट को जोड़ेगा। भारत का सबसे लंबा सड़क आर्च ब्रिज कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंढोला-सादिया सेतु 26 मई 2017 को आम जनता के लिए खोला गया ये पुल भारत का सबसे लंबा पुल है। इसे भूपेन हजारिका सेतु के नाम से भी जाना जाता है। 9.15 किलोमीटर लंबा ये पुल लोहित नदी पर बना है। 938 करोड़ रुपए की लागत से बने इस पुल का काम 2010 में शुरू हुआ था। भूपेन हजारिका की लंबाई कितनी है?9,500 मीDhola Sadiya Bridge / कुल लंबाई भारत में नदी पर बना सबसे लंबा पुल कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंढोला सादिया ब्रिज यानी ‘भूपेन हजारिका ब्रिज’ भारत में नदी पर बना सबसे लंबा पुल है। 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल लोहित नदी पर बना है। असम और अरुणाचल प्रदेश को पहली बार स्थायी रूप से जोड़ने वाले इस पुल का सेना के लिए खास महत्व है। रोड आर्च ब्रिज क्या है?इसे सुनेंरोकेंइस परियोजना को 2013 में मंजूरी दी गई थी और 2014 में काम शुरू हुआ था. यह पुल दिसंबर 2018 में पूरा हुआ था. उत्तर पूर्व क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) के गैर-लैप्सेबल सेंट्रल पूल ऑफ़ रिसोर्स (NLCPR) के तहत 49.395 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से आर्च ब्रिज का निर्माण किया गया है. हाल ही में शुरू किया गया भारत का सबसे लंबा रोड आर्च ब्रिज वाह्र ब्रिज कहाँ पर बनाया गया है? इसे सुनेंरोकेंवाह्र ब्रिज मेघालय वाह्र नदी पर बने इस पुल की लंबाई 169 मीटर है। 2014 से बन रहे इस पुल को 22 जनवरी 2021 को आम जनता के लिए खोला गया। ब्रिज भोलागंज और सोहबर को नोंगजिरी से जोड़ता है। पटना का सबसे बड़ा पुल कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंमहात्मा गांधी सेतु पटना से वैशाली जिला को जोड़ने को लिये गंगा नदी पर उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना एक पुल है। यह दुनिया का सबसे लम्बा, एक ही नदी पर बना सड़क पुल है। इसकी लम्बाई 5,750 मीटर है। भारत की प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने इसका उद्घाटन मई 1982 में किया था। भारत का सबसे बड़ा लंबा पुल कौन सा है? इसे सुनेंरोकें9.15 किलोमीटर लंबाई और 12.9 मीटर चौड़ाई के साथ भूपेन हजारिका सेतु (Bhupen Hazarika Setu) भारत का सबसे लंबा पुल है. बताते चलें कि भारत के सबसे बड़े इस सड़क पुल को ढोला-सादिया पुल (Dhola Sadiya Bridge) के रूप में भी जाना जाता है. एशिया का सबसे बड़ा पुल कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंअसम में ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर बना धौला-सादिया पुल. यह पुल एशिया का सबसे लंबा पुल है जो साल 2011 में बनना शुरू हुआ था. 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल ना सिर्फ असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच के सफर की दूरी को कम करेगा बल्कि समय की भी बचत होगी। भारत में सबसे बड़ा क्या चीज है? भारत में सबसे बड़ा, सबसे लम्बा और सबसे ऊँचा
भारत का सबसे लंबा रेल रोड पुल कौन सा है?बिहार में एशिया का सबसे बड़ा पुल कहाँ स्थित है? इसे सुनेंरोकेंमहात्मा गांधी सेतु – पटना से हाजीपुर को जोड़ने को लिये गंगा नदी पर,उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना महात्मा गांधी सेतु एक सड़क पुल है। एक ही नदी पर बना सड़क पुल मे से एक हैं। इसकी लम्बाई 5,750 मीटर यानि 5.7 किलोमीटर है। भारत में कुल कितने ब्रिज है?भारत में पानी के ऊपर सबसे लंबे पुलों की सूची
भारत का सबसे बड़ा रेलवे पुल कौन सा है? एशिया का सबसे ऊंचा पुल कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंलाहौल स्पीति के चिचम गांव को जोड़ने वाला यह पुल 14 हजार फुट की ऊंचाई पर सांबा-लांबा नाले पर बना है। 120 मीटर लंबा, 150 मीटर ऊंचा। एशिया का सबसे लंबा पुल कौन सा है? सबसे लम्बा सड़क पुल कहाँ है?इसे सुनेंरोकेंभूपेन हजारिका सेतु, असम देश के सबसे लंबे सड़क पुल का गौरव हासिल है, भूपेन हजारिका सेतु को, जो कि लोहित नदी पर बना हुआ है। यह पुल हिंदुस्तान का सबसे लम्बा सड़क पुल है जिसकी लम्बाई 9,150 मीटर (9.15 km) है। 2017 में बनकर तैयार हुआ ये सेतु उत्तर पूर्व राज्य असम के तिनसुकिया ज़िले में स्थित है। बिहार में सबसे बड़ा पुल कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंगांधी सेतु या गंगा सेतु दक्षिण में पटना को बिहार के उत्तर में हाजीपुर से जोड़ने वाली गंगा नदी पर एक पुल है। इसकी लंबाई 5,575 मीटर (18,291 फीट) है और यह भारत में सबसे लंबा नदी पुल है। भारत का सबसे लम्बा सड़क पुल कहाँ है?इसे सुनेंरोकेंभूपेन हजारिका सेतु, असम यह पुल हिंदुस्तान का सबसे लम्बा सड़क पुल है जिसकी लम्बाई 9,150 मीटर (9.15 km) है। 2017 में बनकर तैयार हुआ ये सेतु उत्तर पूर्व राज्य असम के तिनसुकिया ज़िले में स्थित है। ढोला सादिया पुल को ही भूपेन हजारिका सेतु के नाम से जाना जाता है। बिहार का 38 वा जिला कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंअरवल जिला का बिहार का 38 वां जिला भी कहा जाता है. विश्व के सबसे लंबे पुल का नाम क्या है?Detailed Solution. दैन्यांग-कुनशान ग्रांड ब्रिज विश्व का सबसे लंबा पुल है। यह पूर्वी चीन के जियांग्सु प्रांत में शंघाई और नानजिंग के बीच रेल लाइन पर स्थित है। पुल नदी के दक्षिण में लगभग 8 से 80 किमी (5 से 50 मील), यांग्त्ज़ी नदी के लगभग समानांतर चलता है।
भारत के सबसे लंबे पुल का नाम क्या है?भारत का सबसे लंबा पुल: ढोला सादिया ब्रिज यानी 'भूपेन हजारिका ब्रिज' भारत में नदी पर बना सबसे लंबा पुल है। 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल लोहित नदी पर बना है।
विश्व का सबसे बड़ा सेतु कौन सा है?भूपेन हाजरिका सेतु - विकिपीडिया
एशिया का सबसे लंबा पुल कौन सा है?इसी का सबसे नया और बड़ा उदाहरण है असम में ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर बना ये धौला-सादिया पुल. यह पुल एशिया का सबसे लंबा पुल है जो साल 2011 में बनना शुरू हुआ था. 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल ना सिर्फ असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच के सफर की दूरी को कम करेगा बल्कि समय की भी बचत होगी.
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