वोल्टमीटर व ऐमीटर परिपथ में कैसे जोड़े जाते हैं ? - voltameetar va aimeetar paripath mein kaise jode jaate hain ?

वोल्टमीटर व ऐमीटर परिपथ में कैसे जोड़े जाते हैं ? - voltameetar va aimeetar paripath mein kaise jode jaate hain ?

अमीटर ( Ammeter )

किसी भी विद्युत परिपथ में धारा की प्रबलता मालूम करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । यह धारामापी की कुण्डली के समान्तर क्रम में एक कम प्रतिरोध का मोटा तार ( शन्ट ) जोड़ देने से बनता है , जिससे उसका तुल्य प्रतिरोध कम से कम हो जाये । अमीटर को परिपथ में सदैव श्रेणीक्रम में लगाया जाता है । अमीटर की रचना चित्र में दिखाई गई है । इसकी रचना धारामापी की भाँति है । शन्ट का मान बदलकर अमीटर की परास ( Range ) बदली जा सकती है ।

वोल्टमीटर व ऐमीटर परिपथ में कैसे जोड़े जाते हैं ? - voltameetar va aimeetar paripath mein kaise jode jaate hain ?
अमीटर ( Ammeter )

अमीटर में विक्षेप सदैव एक ही दिशा में हो सकता है , इसलिये इसमें धारा भी केवल एक ही दिशा में प्रवाहित की जाती है । इसी कारण सम्बन्धक पेचों पर धन ( + ) तथा ऋण ( - ) चिन्ह लगा देते हैं । आदर्श अमीटर का प्रतिरोध शून्य होता है ।

वोल्टमीटर ( Voltmeter )

यह यन्त्र विद्युत परिपथ में किन्हीं भी दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है । यह धारामापी की कुण्डली के श्रेणीक्रम में एक उच्च प्रतिरोध का तार जोड़ देने से बनता है । जिससे इसका तुल्य प्रतिरोध उच्च हो जाए ।

वोल्टमीटर व ऐमीटर परिपथ में कैसे जोड़े जाते हैं ? - voltameetar va aimeetar paripath mein kaise jode jaate hain ?
वोल्टमीटर ( Voltmeter )

इसकी रचना भी धारामापी की भाँति है , जैसा कि चित्र में दिखलाया गया है । उच्च प्रतिरोध का मान बदल कर वोल्टमीटर की परास ( Range ) बदली जा सकती है । वोल्टमीटर में धारा ( + ) चिन्ह वाले सिरे से प्रवेश करके ( - ) चिन्ह वाले सिरे से बाहर निकलती है ।

विद्युत परिपथ के जिन दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापना होता है उनके बीच वोल्टमीटर को समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ते हैं कि वोल्टमीटर का धन सम्बन्धक पेंच उच्च विभव वाले बिन्दु से तथा ऋण सम्बन्धक पेंच निम्न विभव वाले बिन्दु से जुड़े । वोल्टमीटर को परिपथ में सदैव समान्तर क्रम में लगाते हैं । आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध ( अनन्त ) होता है ।

अमीटर और वोल्टमीटर में अन्तर

अमीटरवोल्टमीटर
यह परिपथ में धारा नापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है । यह परिपथ में किन्हीं दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है ।
इसे धारामापी की कुण्डली के समान्तर क्रम में कम प्रतिरोध का तार जोड़कर बनाया जाता है । इसे धारामापी की कुण्डली के श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध का तार जोड़ कर बनाया जाता है ।
इसे विद्युत परिपथ में सदैव श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है । इसे विद्युत परिपथ में सदैव समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है ।
इसका स्केल ऐम्पियर में अंकित रहता है । इसका स्केल वोल्ट में अंकित रहता है ।

हेलो फ्रेंड इस प्रश्न में पूछा गया है कि विद्युत परिपथ में हम मीटर और 40 मीटर को कैसे जोड़ा जाता है ठीक है या फिर देखते मीटर होगा ठीक है मीटर वोल्टमीटर क्या होता है मीटर क्या होता है जो किसी यह वही वही होती है जो किसी तत्व का जो है धारा का मापन करता है ठीक है तो मीटर के द्वारा क्या किया जाता है धारा का मापन उसी प्रकार वोल्ट मीटर क्या होता है यह किसी तत्व के जो है वक्ता का मापन करता है उसके सिरों के बीच आवडता या विभवांतर का मापन करता है उसके सिरों के बीच प्रतिरोध क्या होता है आप देख सकते हैं प्रतिरोध क्या होता है जो एक आदर्श अमीटर होता है ठीक है आदर्श अमीटर का जो है आंतरिक प्रतिरोध हो क्या प्राप्त होता है वह सुनने होता है पता है तो समझ कर का

आंतरिक प्रतिरोध अधिक प्रतिरोध शून्य होते हैं हादसे ऑडिशन 10 प्राप्त होगा आदर्श वोल्टमीटर के लिए क्या होता है आंतरिक प्रतिरोध जो है आदर्श वोल्टमीटर के अगर आर्टिस्ट नाम दे तो यह में आनंद प्राप्त होता है ठीक है अंत होता है तो हमें पूछा गया है कि विद्युत परिपथ में मीटर और 40 मीटर को कैसे जोड़ा जाता है ठीक है तू अगर हम जो प्रतिरोध ले शक्ल से रोज लेते हैं जिसका हमें क्या धारा का मापन करना है ठीक है आप एक धारा प्रवाहित हो रही है ठीक है समय मापन करना है एक किरदार है अगर इसके जो है समांतर क्रम में 1 मीटर जोड़ देते हैं इस प्रकार से इस का आंतरिक प्रतिरोध है यहां पर आंतरिक प्रतिरोध का डिश रामदेव तो यहां भी जान दीक्षित यहां पर क्या प्राप्त होगा मैं एड्रेस बराबर ही हमें प्राप्त होगा

00 प्राप्त होगा ठीक है तो अब देखें कि जो तुल्य प्रतिरोध है दोनों एक दूसरे के समांतर क्रम में आरती सुना दो आरती देखा प्राप्त होगा में आरती लिए प्राप्त होगा और आधे घंटे क्योंकि दोनों एक दूसरे के समांतर का में समांतर क्रम में होते हैं जब दो पल पर तो हम इसके लिए हमें इस प्रकार का सुख प्राप्त होता है ठीक है आपके मार्गदर्शन सुननी है क्योंकि आदर्श अमीटर है हमें आर्टिफिशली दुनिया अधूरी का प्राप्त होगा यह प्राप्त होगा हमें सुनने प्राप्त हुआ तो यहां पर देखते जो तूने प्रतिरोध है वह सुने प्राप्त हो रहे थे धारा प्रवाहित हो गई उसने उनके प्रतिरोध में प्रवाहित होगी धारा सुनियम रिप्लाई दोगी तो जो मीटर है उसका पाठ्य यहां पर प्रदर्शित नहीं होगा या अधिकतम जाएगा या नहीं होगा ठीक है तू यहां से हमें क्या

पता चलता है कि हम किसी भी जो है अमिताभ को जो है किसी युक्ति की शादी या किसी जो तत्व है उसका जो है में धारा का मान ज्ञात करना है तो उसके साथ हम वहां पर को समांतर क्रम में संयोजित नहीं कर सकते हैं उसी प्रकार हम देखते हैं यहां पर अगर यह किसके लिए था यह अमिताभ के लिए था अगर हम वोल्टमीटर कर रहे किसी तत्व का जहां में यहां पर कर दो तत्व और हमें क्या करना है व्हाट्सएप ओपन करना है इसके लिए किसी वॉटर मीटर कम लोग तो सही काम में लगा देती तो यहां भी इसका प्रतिरोध क्या होगा ठीक है प्रतिरोध होगा कि रूगा आ रहा है इसका कारण क्या होता है यहां पर जो है हम देखते हैं दोनों जो है सैनिकों में जुड़े हुए हैं आंतरिक प्रतिरोध और चीज जो प्रतिरोध हमें दिया गया

यार तू लिया आप तो क्या होगा यहां पर आरती आदेश आदेश का मान क्या है यह अनंता ठीक है यहां पर रख सकते हैं तो यह आ जाएगा मैं आनंद तुम याद तुल्य प्रतिरोध जो है क्या प्राप्त होता है इस बिंदु से लेकर इस बिंदु तक ठीक है क्या प्राप्त होता है में आनंद प्राप्त होता ना प्रतिरोध का मान जाए अनंत है ठीक है के परिपथ कैसा हो जाएगा यह लो परिपथ ना परिपथ हो जाएगा 7 बिंदु से प्राप्त होने का राज है पठान यहां पर दर्शाए गा नहीं थी क्या 9810 आएगा तो मैं जो है वर्तमान में प्राप्त नहीं होगा ठीक है तो वोट तेरा मन प्राप्त नहीं होगा इसीलिए तो है जो वोल्टमीटर है उसको जो है श्रेणी क्रम में नहीं जोड़ा जाता तेरी कमी

नहीं छोड़ा जाता तो हमें इन दोनों कल से क्या प्राप्त हुआ जय मीटर है उसको क्या किया जाता है श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है किसी का भी हमें धारा जो है ज्ञात करना है ठीक है उसी प्रकार वोल्टमीटर कहां जाना जाता है इस को समांतर क्रम में जोड़ा जाता है ठीक है समझ गया मैं हार का जो है धारा ज्ञात करनी है तो हमें यहां पर परिपथ में आप ही जोड़ना पड़ेगा मीटर कौन सी है श्रेणी क्रम में आरके गुप्ता ज्ञात करनी है तो वॉटर मीटर को इस प्रकार इस के समांतर क्रम में जोड़ना पड़ेगा क्या 30 प्रकार हम देख सकते हैं यहां पर हमें क्या प्राप्त होते हैं मीटर्स हूं इसे निगम में जोड़ा जाता है जिस तत्व का मैच था नाम अपना है 20 मीटर जो है यह

समांतर क्रम में जोड़ा जाए दो श्री का क्या फल प्राप्त होते हैं मीटर वोल्टमीटर कि हमारा आंसर है कि थैंक यू

वोल्टमीटर व अमीटर परिपथ में कैसे जोड़े जाते है?

विद्युत परिपथ के जिन दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापना होता है उनके बीच वोल्टमीटर को समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ते हैं कि वोल्टमीटर का धन सम्बन्धक पेंच उच्च विभव वाले बिन्दु से तथा ऋण सम्बन्धक पेंच निम्न विभव वाले बिन्दु से जुड़े । वोल्टमीटर को परिपथ में सदैव समान्तर क्रम में लगाते हैं

अमीटर और वोल्टमीटर को विद्युत परिपथ के साथ क्रम श्रेणी एवं समांतर क्रम में क्यों जोड़ा जाता है?

Solution : अमीटर को परिपथ के श्रेणीक्रम में इसलिए लगाते है ताकि सम्पूर्ण धारा इसमें से होकर जाये। वोल्टमीटर परिपथ के दो बिन्दुओं के बिच विभवान्तर नापता है, अतः इसे उन बिन्दुओं के समान्तर-क्रम में जोड़ता है।

वोल्ट मीटर को परिपथ में सदैव कैसे संयोजित किया जाता है?

<br> वोल्टमीटर उच्च प्रतिरोध का गेल्वेनोमीटर है। इसे परिपथ में श्रेणीक्रम में जोड़ने पर परिपथ का तुल्य प्रतिरोध उच्च हो जाता है । जिससे परिपथ में से धारा प्रवाह अवरुद्ध होगा। इसीलिए वोल्टमीटर को समान्तर क्रम में संयोजित किया जाता है।