राष्ट्र एकीकरण एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया व एक भावना है जो किसी राष्ट्र अथवा देश के लोगों में भाई-चारा अथवा राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं अपनत्व का भाव प्रदर्शित करती है। एक देश में रह रहे लोगों के बीच एकता की शक्ति के बारे में लोगों को जागरूक बनाने के लिये ‘राष्ट्रीय एकीकरण’ एक तरीका है। अलग संस्कृति, नस्ल, जाति और धर्म के लोगों के बीच समानता लाने के द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण की जरूरत के बारे में ये लोगों को जागरूक बनाता है। Show
राष्ट्रीय एकीकरण पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on National Integration in Hindi, Rashtriya Ekikaran par Nibandh Hindi mein)निबंध 1 (300 शब्द)प्रस्तावना इस देश में व्यक्तिगत स्तर के विकास को बढ़ाने के लिये भारत में राष्ट्रीय एकीकरण का बहुत महत्व है और ये इसे एक मजबूत देश बनाता है। पूरी तरह से लोगों को इसके प्रति जागरूक बनाने के लिये, 19 नवंबर से 25 नवंबर तक राष्ट्रीय एकता दिवस और राष्ट्रीय एकीकरण सप्ताह (अर्थात् कौमी एकता सप्ताह) के रुप में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जन्म दिवस 19 नवंबर को प्रतिवर्ष एक विशेष कार्यक्रम के रुप में मनाया जाता है। भारतीय एकता का आधार भारत विश्व का एक विशाल देश है। इस विशालता के कारण इस देश में हिन्दू, मुस्लिम, जैन, ईसाई, पारसी तथा सिक्ख आदि विभिन्न धर्मों तथा जातियों एवं सम्प्रदायों के लोग रहते हैं। अकेले हिन्दू धर्म को ही ले लीजिए। यह धर्म भारत का सबसे पुराना धर्म है जो वैदिक धर्म, सनातन धर्म, पौराणिक धर्म तथा ब्रह्म समाज आदि विभिन्न मतों सम्प्रदायों तथा जातियों में बंटा हुआ है। लगभग यही हाल दूसरे धर्मों का भी है। कहने का मतलब यह है कि भारत में विभिन्न धर्मों, सम्प्रदायों जातियों तथा प्रजातियों एवं भाषाओं के कारण आश्चर्यजनक विलक्षणता तथा विभिन्नता पाई जाती है। निष्कर्ष भारत एक ऐसा देश है जहाँ लोग विभिन्न धर्म, क्षेत्र, संस्कृति, परंपरा, नस्ल, जाति, रंग और पंथ के लोग एक साथ रहते हैं। इसलिये, राष्ट्रीय एकीकरण बनाने के लिये भारत में लोगों का एकीकरण जरूरी है। एकता के द्वारा अलग-अलग धर्मों और संस्कृति के लोग एक साथ रहते हैं, वहाँ पर कोई भी सामाजिक या विचारात्मक समस्या नहीं होगी। भारत में इसे विविधता में एकता के रुप में जाना जाता है हालाँकि ये सही नहीं है लेकिन हमें (देश के युवाओं को) इसे मुमकिन बनाना है।———- निबंध 2 (400 शब्द)प्रस्तावना भारत में, हर साल 19 नवंबर को एक बहुत जरूरी सामाजिक कार्यक्रम के रुप में राष्ट्रीय एकीकरण दिवस को देखा जाता है। राष्ट्रीय एकीकरण के बारे में लोगों के बीच अधिक जागरूकता फैलाने के लिये 19 से 25 नवंबर तक राष्ट्रीय एकीकरण सप्ताह के रुप में वार्षिक तौर पर देखे जाने के लिये भारतीय सरकार द्वारा एक पूरे सप्ताह का कार्यक्रम भी लागू किया गया है। भारत एक ऐसा देश है जो अपने विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं, नस्ल, धर्मों, जाति और पंथ के जाना जाता है। लेकिन इस बात को अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि यहाँ निवास कर रहे लोगों की सोच में विविधता के कारण ये अभी भी विकासशील देशों में आता है। यहाँ रह रहे लोग अपनी संस्कृति और धर्म के अनुसार अलग-अलग सोचते हैं जो व्यक्तिगत और देश के विकास को रोकने का एक बड़ा कारण हैं। राष्ट्रीय एकीकरण के लिए शिक्षा का कार्यक्रम ऊपर दी गयी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें स्कूलों में इस प्रकार की शैक्षिक कार्यक्रम तैयार करना चाहिये जिसमें प्रत्येक बालक राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत हो जाये। निम्नलिखित पंक्ति में हम विभिन्न स्तरों के शैक्षिक कार्यक्रम पर प्रकाश डाल रहें हैं –
निष्कर्ष भारत अपनी विविधता में एकता के लिये प्रसिद्ध है लेकिन ये सही नहीं है क्योंकि विकास के लिये दूसरे के विचार को स्वीकार करने के लिये लोग तैयार नहीं है। यहाँ सभी मानते हैं कि उनका धर्म ही सबसे बेहतर है और जो भी वो करते हैं वही सबसे ठीक है। अपने खुद के फायदे के लिये केवल खुद को अच्छा साबित करने के लिये यहाँ रह रहे विभिन्न नस्लों के लोग आपस में शारीरिक, भावनात्मक, बहस और चर्चा आदि के द्वारा लड़ते हैं। अपने देश के बारे में एक साथ होकर वो कभी नहीं सोचते हैं। वो कभी नहीं सोचते कि हमारे देश का विकास केवल व्यक्तिगत वृद्धि और विकास के साथ ही संभव है। हिंदी भाषा विश्व की समृद्धतम भाषाओं में अग्रणी एवं हमारी राष्ट्रीय एकता की प्रतीक है। यह हमें विविधता में एकत्व का बोध कराती है। यह भाषा राष्ट्र की अभिव्यक्ति और लोगों को जोड़ने का सरलतम स्रोत है। आगे बताया कि हिन्दी का प्रभाव विश्व भर में देखा जा सकता है। हिन्दी भाषी लोग हर क्षेत्र में इसका प्रचार-प्रसार कर रहें हैं और यह हर नागरिक का कर्तव्य भी है। भारत में हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है क्योंकि आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितबंर 1949 को संविधान सभा में एकमत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था। इस निर्णय के बाद हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के उद्देश्य से राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। हिन्दी भारत की आधिकारिक भाषा है और संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा भी है। मालूम हो कि आज के समय में हिंदी विश्व के तीस से अधिक देशों में पढ़ी-पढ़ाई जाती है, लगभग 100 विश्वविद्यालयों में उसके लिए अध्यापन केंद्र खुले हुए हैं। एक जानकारी के अनुसार अमेरिका में लगभग एक सौ पचास से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी का पठन-पाठन हो रहा है। दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है। हिंदी मंदारिन, स्पैनिश, इंग्लिश के बाद विश्व की चौथी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है। भारत, फिजी के अलावा मॉरीशस, फिलीपींस, अमेरिका, न्यूजीलैंड, यूगांडा, सिंगापुर, नेपाल, गुयाना, सुरिनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत, दक्षिण अफ्रीका, सूरीनाम, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और पाकिस्तान में कुछ परिवर्तनों के साथ ही सही लेकिन हिंदी बोली और समझी जाती है। मौके पर प्रधानाध्यापक उमेश साह, धर्मेंद्र भारती, सुनिल कुमार, अभिमन्यु कुमार, महेश कुमार, शशि कुमारी, नरेंद्र पाण्डेय, शक्ति प्रकाश एवं हरिद्वार चौधरी आदि उपस्थित रहे। « Prev 1 / 151 Next » प्रखंड स्तरीय तरंग मेधा स्पोर्ट्स उत्सव 2022 शांतिपूर्ण M.N.D. हाई स्कूल प्रांगण में संपन्न 50वर्ष के गुरुजी को 20वर्ष की अपने ही छात्रा से हुआ प्यार, रचाई शादी, विडियो हुआ वायरल युगल जोड़ी को पंचायत ने कराई मंदिर में शादी। कई महीनों से लड़का लड़की से बना रहा था शारीरिक संबंध रसड़ा नगर पालिका द्वारा लाखों खर्च कर बनाए गए आरो प्लांट ही पडा़ सूखा, पेय जल के लिए भटक रहे लोग अवैध सरकारी जमीन से हटाया गया अतिक्रमण सिंगापुर में लालू यादव का ऑपरेशन हुआ सफल। हाथ हिलाकर प्रशंसकों का जताया आभार...👇 पत्रकार आलोक पाण्डेय के स्वास्थ्य लाभ व दीर्घायु हेतु किया गया हवन-पूजन टोल प्लाजा कंपनी के कर्मी की पिटाई...👇 विडियो हुआ वायरल बिहार पुलिस पर हमला बोल AK 47 छीना, 2 पुलिसकर्मी घायल कार्यकर्ताओं की दबंगई: सीएम और डिप्टी सीएम के सामने ही CTET-BTET अभ्यर्थियों को कुर्सियों से पीटा सीएम नितिश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सामने सरेआम शराब कि बोतल.... गए थे रिश्ता तय करने और अचानक से एक बोतल शराब के चक्कर में युवक को हो गई जेल... सिवान जेल में वसूली का खेल: बिकता है गांजा, चंपी कराते हैं सिपाही.. VIDEO वायरल नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के सामने ही कार्यकर्ताओं ने CTET-BTET अभ्यर्थियों को पीटना शुरू किया...👇 देश की एकता और अखंडता के लिए क्या आवश्यक है?राष्ट्रीय एकता का मतलब ही होता है, राष्ट्र के सब घटकों में भिन्न-भिन्न विचारों और विभिन्न आस्थाओं के होते हुए भी आपसी प्रेम, एकता और भाईचारे का बना रहना। राष्ट्रीय एकता में केवल शारीरिक समीपता ही महत्वपूर्ण नहीं होती बल्कि उसमें मानसिक,बौद्धिक, वैचारिक और भावात्मक निकटता की समानता आवश्यक है।
भारत में राष्ट्रीय एकता की क्या आवश्यकता है?(1) विदेशी शक्तियों एवं आन्तरिक झगड़ों से उत्पन्न संकट से बचाव करने के लिए राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता है। (2) विघटनकारी शक्तियों का दमन करके शान्तिपूर्ण वातावरण तैयार करने के लिये राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता है। (3) राष्ट्र की स्वाधीनता, सम्मान और हितों की रक्षा के लिये राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता है।
देश की राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक एकता और अखंडता को कौन मजबूती प्रदान करता है?अलग-अलग संस्कृति और भाषाएं होते हुए भी हम सभी एक सूत्र में बंधे हुए हैं तथा राष्ट्र की एकता व अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। संगठन ही सभी शक्तियों की जड़ है,एकता के बल पर ही अनेक राष्ट्रों का निर्माण हुआ है,प्रत्येक वर्ग में एकता के बिना देश कदापि उन्नति नहीं कर सकता। एकता में महान शक्ति है।
भारत में एकता को बढ़ावा देने वाले कारक क्या है?भारत जैसे विशाल राष्ट्र में सामाजिक जीवन में उन तत्वों की आवश्यकता अधिक प्रबल हो जाती है, जिन तत्वों के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में रहनेवाले लोग भावनात्मक तौर पर एक-दूसरे को परस्पर संबद्ध महसूस करें। एक भाषा के तौर पर हिंदी इस देश में यही भूमिका निभा रही है।
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