Why grass is green: अब तक घास के हरे दिखने की वजह क्लोरोफिल पिंगमेंट को बताया गया है. यह तो हुआ पुराना जवाब, इस पर वैज्ञानिकों ने एक नई थ्योरी पेश की है. उनका कहना है, घास के हरा दिखने के लिए कुछ और भी बातें जिम्मेदार है.अक्सर साइंस (Science) के स्टूडेंट्स से सवाल पूछा जाता है कि घास और पत्तियों का रंग हरा क्यों होता है. उनका जवाब होता है, इनमें खास तरह का पिंगमेंट होता है जिसे क्लोरोफिल (Chlorophyll)कहते हैं. इसी पिगमेंट (Pigment) के कारण इनका रंग हरा होता है. यह तो हुआ पुराना जवाब, इस पर वैज्ञानिकों ने एक नई थ्योरी पेश की है. उनका कहना है, घास के हरा होने के लिए कुछ और भी बातें जिम्मेदार है. Show
नई रिसर्च में वैज्ञानिकों का कहना है, घास के हरे रंग के लिए सिर्फ क्लोरोफिल ही नहीं जिम्मेदार होता.इसमें ऑर्गेनेल नाम का तत्व और फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया का भी बड़ा रोल होता है. आसान भाषा में समझें तो फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया के जरिए सूर्य की रोशनी से पौधे अपने लिए भोजन बनाते हैं. लाइवसाइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, पौधों में पाए जाने वाले ऑर्गेनेल में क्लोरोफिल के अणु होते हैं. जब सूर्य की किरणें इन पर पड़ती हैं तो ये लाल और नीली तरंगदैर्ध्य वाली किरणों को अवशोषित कर लेते हैं, लेकिन हरे रंग को एब्जॉर्ब नहीं कर पाते. यही रंग परावर्तित होकर इंसान की आंखों तक पहुंचता है तो घास हरी दिखाई देती है. छोटी से घास हो या दूसरा पौधा, क्लोरोफिल हर पौधे के लिए जरूरी होता है. इसकी मदद से ही फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया पूरी होती है और पौधा अपने लिए भोजन बनाता है. पौधे क्लोरोफिल के जरिए सूर्य की ऊर्जा का इस्तेमाल करके कार्बन-डाई-ऑक्साइड और पानी को शुगर के रूप में बदलता है. यही वजह है कि पौधे के बढ़ने के लिए सूर्य की रोशनी होनी जरूरी है. नेशनल जियोग्राफिक की रिपोर्ट के मुताबिक, फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया के बाद पौधे अपने अंदर जो शुगर का निर्माण करते हैं उसकी और मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की मदद से खुद को हरा-भरा रखने की कोशिश करते हैं. इसलिए घास हो या पौधा बेहतर विकास के लिए सूरज की रोशनी के साथ मिट्टी भी अच्छी होनी चाहिए. श्रीमती शैली शर्मा। पेड़ की पत्तियां मुलायम होती हैं, कमजोर होती हैं। सवाल यह है कि जब गर्मी के मौसम में, तेज धूप में, जरा सी देर में इंसानों की त्वचा जल जाती है तो फिर पत्तियां हरी क्यों बनी रहती है। इस प्रश्न का बहुत ही सरल सा उत्तर है। पेड़ों की पत्तियों पर सूर्य के प्रकाश का कोई असर नहीं होता। क्योंकि उनका उनका जन्म ही सूर्य की तेज किरणों का सामना करने के लिए होता है। पेड़ों की पत्तियों में हरा रंग कहां से आता हैदरअसल, पौधों के पास उनका खुद का हरित लवक यानी कि क्लोरोफिल होता है जो कि प्रकाशीय ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदल कर प्रकाश संश्लेषण या फोटोसिंथेसिस की क्रिया करता है परंतु अगर प्रायोगिक तौर पर देखा जाए तो नीली, हरी, लाल तथा पीली रोशनी का पेड़ पौधों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है जो कि कृत्रिम वातावरण में करवाया जाता है परंतु सूरज से आने वाली रोशनी सभी के लिए एक समान होती है तथा हरे रंग के पत्ते उसे आसानी से पकड़ लेते हैं और प्रकाश संश्लेषण की क्रिया करते हैं। क्या सिर्फ सूर्य की किरणें पौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिए पर्याप्त हैप्रकाश संश्लेषण की क्रिया के लिए सिर्फ सूर्य का प्रकाश ही काफी नहीं है, इसके लिए CO2 यानी कि कार्बन डाइऑक्साइड तथा H2o यानी कि जल भी आवश्यक है। कार्बन डाइऑक्साइड से प्राप्त होती है तथा पौधों की जगह अवशोषित करते हैं। इस प्रकार प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल की उपस्थिति में संपन्न होती है तथा कार्बोहाइड्रेट, ऑक्सीजन तथा जल का निर्माण होता है। तो इस प्रकार यह दोनों क्रियाएं पृथ्वी पर जीवन का संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है। एक के बिना दूसरी असंभव है। इसलिए पेड़-पौधे और जीव-जंतु एक दूसरे के लिए आवश्यक है। सरल शब्दों में समझिएपेड़ की पत्तियों का रंग सूर्य की रोशनी के कारण प्रभावित नहीं होता बल्कि पेड़ अपने अंदर से पत्तियों को हरा रंग उपलब्ध कराता है ताकि वह सूर्य की किरणों से भोजन ग्रहण कर सके। जब तक पत्तियां हरी रहती हैं तब तक ही पेड़ सूर्य के प्रकाश से भोजन ग्रहण कर पाता है। जब पत्तियों का काम पूरा हो जाता है तो पेड़ उसमें हरे रंग का तत्व खत्म कर देता है और पत्तियां सूख कर जमीन पर गिर जाती हैं। यह सब कुछ पेड़ के कारण होता है, सूर्य के कारण नहीं। लेखक श्रीमती शैली शर्मा वनस्पति विज्ञान में स्नातकोत्तर भी है। पेड़ पौधों की पत्तियों का रंग हरा क्यों होता है? अक्सर आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा पौधों की पत्तियों का रंग हरा होने का कारण सूर्य की रोशनी नहीं है बल्कि पौधों में ही कुछ ऐसे रसायन पाए जाते हैं जिनकी मदद से पत्तियों का रंग हरा होता है। पेड़ पौधों के पत्तियों का रंग हरा होना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि अगर पत्तियां हरी नहीं रहेंगी पतियों में हरित लवक नहीं रहेगा तो पौधे अपना भोजन नहीं बना पाएंगे जिसकी वजह से पौधे खत्म हो जाएंगे। Table of Contents
पत्तियों का रंग क्लोरोफिल के कारण हरा होता है। क्लोरोफिल के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें. इंसान के शरीर में इंसान के स्किन का रंग मेलेनिन पर निर्भर करता है उसी तरह पेड़ पौधों का हरे रंग होने के पीछे पर्णहरित या हरित लवक या क्लोरोफिल के कारण होता है क्लोरोफिल पेड़ पौधों में रसायन के रूप में रहता है जो हरे रंग का होता है इसलिए पत्तियों का रंग हरा होता है और यह प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रकाश संश्लेषण द्वारा पौधे अपना भोजन कैसे बनाते हैं?प्रकाश संश्लेषण यानी फोटोसिंथेसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पौधे अपना भोजन सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में बनाते हैं। प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के लिए सिर्फ क्लोरोफिल ही काफी नहीं होता बल्कि क्लोरोफिल के साथ-साथ सूर्य के प्रकाश का होना और जल की उपस्थिति होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड CO2 और h2o यानी जल और प्रकाश की उपस्थिति में पौधे अपना भोजन बनाते हैं और ऑक्सीजन निकालता है इसी प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहा जाता है। कार्बन डाइऑक्साइड कहां से आता है?आपके समझ में यह तो आ गया होगा कि h2o यानी पानी और प्रकाश कहां से आता है पर आपको यह नहीं समझ में आया होगा कि कार्बन डाइऑक्साइड पौधे कहां से ग्रहण करते हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि कार्बन डाइऑक्साइड कहां से आता है। कार्बन डाइऑक्साइड जीव जंतुओं द्वारा वातावरण में फैल जाता है जिसको पौधे ग्रहण करके प्रकाश संश्लेषण की क्रिया करते हैं। जब हम सांस लेते हैं तो हमारे अंदर ऑक्सीजन जाता है जो पेड़ पौधे निकालते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलता है जो पेड़ पौधे ग्रहण कर लेते हैं इसीलिए जीव जंतु और पेड़ पौधे एक दूसरे से जुड़े हुए हैं एक दूसरे के बिना जीवन असंभव है। इसीलिए हमारे वातावरण में ज्यादा पेड़ पौधों का होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि ऑक्सीजन हमें अच्छी तरह से मिल जाता है अगर पेड़ नहीं रहेंगे तो वातावरण में ऑक्सीजन की कमी होने लगेगी जिसकी वजह से सांस लेने में हमें परेशानी होगी और हम बीमार पड़ने लगेंगे इसलिए पेड़ पौधे हमारे लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। क्या हरे रंग के अलावा दूसरे रंग के पत्तियों में भी क्लोरोफिल होता है?ज्यादातर पत्तियों का रंग हरा ही होता है पर कभी-कभी कुछ पत्तियां लाल और पीले रंग की भी दिखाई देती है। हरे और पीले रंग की पत्तियां देखने के बाद अक्सर लोगों के मन में यह सवाल होता है कि अगर पत्तियों में क्लोरोफिल होता है तो वह हरे रंग की दिखाई देती है और अगर क्लोरोफिल नहीं रहेगा तो पौधे अपना भोजन नहीं बनाए पाएंगे फिर यह पौधे जिन की पत्तियां लाल या पीली है यह जीवित कैसे हैं। तो हम आपको इसका उत्तर बहुत ही आसान भाषा में देने जा रहे हैं। पत्तियां जिनका रंग लाल पीला होता है उनमें भी क्लोरोफिल पाया जाता है पर उनका रंग लाल या पीला इसलिए हो जाता है क्योंकि उन पौधों में क्लोरोफिल के अलावा दूसरे रसायन ज्यादा मात्रा में होते हैं जो पौधे के पत्तियों के रंग को लाल या पीला कर देते हैं। यही कारण है कि कुछ पत्तियां हरी होने के बजाय लाल या पीली दिखाई देते हैं। पौधे सजीव होते हैं या निर्जीवपेड़ पौधे सजीव होते हैं। पौधों में जीव होता है या नहीं होता है पौधे सजीव होते हैं या निर्जीव यह सवाल लगभग सभी लोगों के मन में आता है। क्योंकि सजीव का परिभाषा होता है जो सांस ले और जिसमें भोजन को खाने और पचाने की क्षमता हो वह सजीव होता है पर यह सवाल होता है कि पेड़ पौधे बिल्कुल निर्जीव की तरह दिखते हैं फिर यह सजीव कैसे हो सकते हैं क्या पेड़ पौधे सजीव होते हैं तो आइए जाने। पेड़ पौधे सजीव होते हैं क्योंकि पेड़ पौधे भोजन बनाते हैं और पेड़ पौधे भी एक जीव है। पेड़ पौधे अपना भोजन खुद बनाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं और ऑक्सीजन बाहर निकालते हैं इसलिए वैज्ञानिकों का मानना है कि पेड़ पौधे सजीव होते हैं। पेड़ पौधों के बारे में अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो और आपको अच्छी तरह समझ में आ गया हो कि पेड़ पौधे की पत्तियां हरी क्यों होती है तो इसे शेयर कर दें ताकि यह जानकारी दूसरों तक भी पहुंच सके। |