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द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है एक प्रयोग द्वारा दर्शाइए की रासायनिक परिवर्तन के लिए भी यह नियम सत्य है?इसे सुनेंरोकेंकिसी अभिक्रिया में क्रियाकारकों का कुल द्रव्यमान एवं उत्पादों का कुल द्रव्यमान बराबर रहता है अर्थात द्रव्यमान में ना तो वृद्धि होती है और ना ही कमी होती है। यह द्रव्यमान संरक्षण का नियम कहलाता है। यह नियम लेवोशिए ने दिया था। द्रव्यमान संरक्षण का नियम किसने और कब दिया था?इसे सुनेंरोकेंयह नियम सर्वप्रथम फ्रांस के रसायन शास्त्री लाव्वास्ये द्वारा 1789 में दिया गया है। द्रव्य की अविनाशिता का नियम अथवा द्रव्यमान संरक्षण का नियम के अनुसार किसी बंद तंत्र का द्रव्यमान अपरिवर्तित रहता है, चाहे उस तंत्र के अन्दर जो कोई भी प्रक्रिया चल रही हो। द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है उदाहरण सहित लिखिए? इसे सुनेंरोकेंद्रव्यमान के संरक्षण का सिद्धांत (Law of conservation of mass in hindi) यह सिद्धांत कहता है कि किसी भी बंद व्यवस्था (क्लोज्ड सिस्टम) में द्रव्यमान (mass) सदा ही संरक्षित रहता है। वह ना तो बढ़ता है और ना ही घटता है। द्रव्यमान का ना ही सृजन हो सकता है तथा ना इसे नष्ट किया जा सकता है। द्रव्यमान संरचना का नियम क्या है? निम्नलिखित में से कौन सा नियम इस कथन को वैध ठहराता है कि द्रव्य का न तो सृजन किया जा सकता है और न ही विनाश?इसे सुनेंरोकेंऊर्जा संरक्षण का नियम, इस कथन को वैध ठहराता है कि द्रव्य का न तो सृजन किया जा सकता है और न ही विनाश। रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है रासायनिक समीकरण को संतुलित करने की विधि के नाम लिखिए?इसे सुनेंरोकेंसमीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान के सरंक्षण के नियम के अनुसार किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में ना तो कोई परमाणु नष्ट होता है और ना ही निर्माण इस नियम के अनुसार दोनों और अभिकारकों को तथा उत्पादन के द्रव्यमान के समान होने चाहिए और वह तभी संभव है जब दोनों और वह तभी संभव है जब दोनों और तत्वों के परमाणु की … रासायनिक अभिक्रिया को संतुलित कैसे करते हैं? इसे सुनेंरोकेंरासायनिक अभिक्रिया को संतुलित करना :- द्रव्यमान संरक्षण का नियम – किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है न ही विनाश । रासयनिक अभिक्रिया के पहले ( अभिकारक ) एवं उसके पश्चात ( उत्पाद ) प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान होनी चाहिए । द्रव्यमान संरक्षण का नियम कब और किसने दिया था? द्रव्यमान संरक्षण का नियम लिखिए किसी भी रासायनिक समीक्षा को संतुलित करना क्यों शिक्षक है?इसे सुनेंरोकेंExplanation: समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान के संरक्षण के नियम के अनुसार किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है और न ही विनाश। इसके अनुसार दोनों तरफ़ द्रव्यमान समान होना चाहिए और वह तभी संभव है अगर दोनों तरफ़ तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान हों। द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है उदाहरण दीजिए?इसे सुनेंरोकेंउदाहरण: जब कैल्शियम कार्बोनेट को गर्म किया जाता है, तो कैल्शियम ऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड बनाने के लिए एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है। द्रव्यमान के संरक्षण का नियम एंटोनी लावोज़ियर की 1789 की खोज से मिलता है कि रासायनिक प्रतिक्रियाओं में द्रव्यमान न तो बनाया जाता है और न ही नष्ट होता है। द्रव्यमान संरक्षण का सिद्धांत क्या है? द्रव्यमान संरक्षण नियम क्या है एक उदाहरण देकर समझाइए? संरक्षकता क्या है समझाइए?इसे सुनेंरोकेंसंरक्षकता एक कानूनी शब्द है जो एक ऐसे व्यक्ति के मामलों पर एक संरक्षक की कानूनी जिम्मेदारियों का जिक्र करता है जिसे अदालत द्वारा गंभीर रूप से अक्षम माना गया है और भोजन, कपड़े और आश्रय की अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ है। वे राज्य के व्यक्तिगत कानूनों द्वारा शासित होते हैं। द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है उदाहरण सहित समझाइए?द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है नियम की आधुनिक स्थिति क्या है? इसे सुनेंरोकेंद्रव्यमान के संरक्षण का नियम या द्रव्यमान संरक्षण का सिद्धांत कहता है कि पदार्थ और ऊर्जा के सभी हस्तांतरणों के लिए बंद किसी भी प्रणाली के लिए, सिस्टम का द्रव्यमान समय के साथ स्थिर रहना चाहिए, क्योंकि सिस्टम का द्रव्यमान नहीं बदल सकता है, इसलिए मात्रा को न तो जोड़ा जा सकता है और न ही हटाया जाना। दवयमान संरक्षण का नियम लिखिए किसी भी रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है? आधुनिक स्थिति क्या है?इसे सुनेंरोकेंइन प्रयोगों के अनुसार, “आधुनिकता” का तात्पर्य था हाल के अतीत का त्याग करना, एक नई शुरुआत का पक्ष लेना और ऐतिहासिक मूल की पुनर्व्याख्या करना। द्रव्यमान संरक्षण का नियम किसने दिया और कब?रासायनिक समीकरणों को संतुलित करने की हिट एवं ट्रायल विधि क्या है? इसे सुनेंरोकेंचरण-1-सबसे बड़े सूत्र वाले यौगिक को चुना जाता है। उपयुक्त संख्या से गुणा करके समीकरण के दोनों ओर विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या को बराबर किया जाता है। । चरण-2-फिर न्यूनतम संख्या के साथ समीकरण के दोनों ओर के समान तत्त्वों को चुना जाता है तथा उनकी संख्या को बराबर किया जाता है। रासायनिक संयोग के प्रथम नियम क्या है? इसे सुनेंरोकें1. द्रव्यमान संरक्षण का नियम : यह नियम 1774 में ‘लेवोशियर’ ने दिया था। यह नियम कहता है कि द्रव्य न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। द्रव्यमान संरक्षण का नियम लिखिए किसी भी रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है?समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान के संरक्षण के नियम के अनुसार किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है और न ही विनाश। इसके अनुसार दोनों तरफ़ द्रव्यमान समान होना चाहिए और वह तभी संभव है अगर दोनों तरफ़ तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान हों।
द्रव्यमान संरक्षण नियम क्या है समझाइए?Solution : किसी अभिक्रिया में क्रियाकारकों का कुल द्रव्यमान एवं उत्पादों का कुल द्रव्यमान बराबर रहता है अर्थात द्रव्यमान में ना तो वृद्धि होती है और ना ही कमी होती है। यह द्रव्यमान संरक्षण का नियम कहलाता है।
रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ?`?रासायनिक समीकरण को सन्तुलित करना इसलिए आवश्यक है, क्योंकि किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है न ही विनाश। अर्थात् उत्पाद तत्वों का कुल द्रव्यमान = अभिकारक तत्वों का कुल द्रव्यमान, अतः रासायनिक समीकरण में द्रव्यमान के संरक्षण नियम का पालन होता है।
द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है इस नियम की आधुनिक स्थिति स्पष्ट कीजिए?यह सिद्धांत कहता है कि किसी भी बंद व्यवस्था (क्लोज्ड सिस्टम) में द्रव्यमान (mass) सदा ही संरक्षित रहता है। वह ना तो बढ़ता है और ना ही घटता है। द्रव्यमान का ना ही सृजन हो सकता है तथा ना इसे नष्ट किया जा सकता है। परंतु वह आपस मे पुनर्व्यवस्थित अवश्य हो सकता है।
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