प्राचीन भारत के प्रमुख व्यापार केंद्र प्राचीन भारत के प्रमुख व्यापार केंद्र 5. मथुरा :- 12. भरूच :- 14. ताम्रलिप्ति :- प्राचीन भारत के मुख्य व्यापारिक केंद्र कौन कौन से हैं?वर्तमान में पटना के नाम से जाना जाता है । यह व्यापारिक केंद्र होने के साथ-साथ निर्यातक केंद्र भी था । पाटलिपुत्र विशेष रूप से 'नगीनों' के निर्यात के लिए प्रसिद्ध था ।
प्राचीन काल के चार प्रमुख व्यापारिक मार्ग कौन से थे?उस समय के प्रमुख व्यापारिक शहर मोहनजोदडों ( सिंधु ) , कालीबंगा ( सरस्वती ) , हड़प्पा ( रवि ) , लोथल ( भोगवा ) और रंगपुर ( मदार ) थे। सिंधु सभ्यता के पतन के बाद , एक ग्रामीण सभ्यता वैदिक सभ्यता ( 1500 ईसा पूर्व - 600 ईसा पूर्व ) तक अस्तित्व में आई।
प्राचीन भारत में व्यापार कैसे होता था?यह व्यापार मुख्यतः जल-मार्ग से होता था । लोथल उस काल का प्रसिद्ध समुद्री बन्दरगाह था, जैसाकि वहाँ से प्राप्त गोदीबाड़ा से स्पष्ट होता है । वैदिक युग में भी पश्चिमी जगत के साथ व्यापारिक सम्बन्ध चलता रहा । भारत के व्यापारी फारस की खाड़ी तक जाते थे तथा वहाँ वस्तुओं का क्रय-विक्रय किया करते थे ।
प्राचीन भारत की क्या विशेषता थी?प्राचीन काल में आध्यात्म भावना का बहुत ही ज्यादा प्रचलन था। प्रचीन भारत की संस्कृति हर क्षेत्र को अलग-अलग संस्कृति में लिये होए थी। प्राचीन भारत में अलग-अलग धर्म होने के कारण भी कोई भेद-भाव नहीं था।
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