दीक्षांत भाषण से क्या अभिप्राय है? - deekshaant bhaashan se kya abhipraay hai?

दीक्षांत भाषण - मतलब हिंदी में

Get definition, translation and meaning of दीक्षांत भाषण in hindi. Above is hindi meaning of दीक्षांत भाषण. Yahan दीक्षांत भाषण ka matlab devanagari hindi dictionary bhasha mai (दीक्षांत भाषण मतलब हिंदी में) diya gaya hai.

What is Hindi definition or meaning of दीक्षांत भाषण ? (Dikshant Bhashan ka hindi arth, matlab kya hai?).

Convocation Ceremony Speech in hindi :दीक्षांत समारोह भाषण

हम अपने आर्टिकल Convocation Ceremony Speech in hindi  में  दीक्षांत समारोह  में दिये जाने वाले भाषण का एक नमूना प्रस्तुत कर रहें है। इस भाषण के अंत में, दीक्षांत समारोह के अवसर पर दिये गये  प्रसिद्ध  भाषणों के कुछ अंश भी प्रस्तुत किये जा रहें जिन्हें आप अपने भाषण में शामिल कर सकते हैं। आप अपना भाषण कुछ एैसे कह सकते हैं।

………….

आज के दीक्षान्त समारोह के शुभ अवसर पर माननीय मुख्य अतिथि श्री …… माननीय कैबिनेट मंत्री, कौशल विकास एवं सेवायोजन ……. सरकार, आदरणीय  निदेशक महोदय,  उपस्थित सभी सम्मानित ख्याति लब्ध, प्रतिष्ठित अतिथि गण, जनप्रतिनिधि गण, सभी छात्र एवं छात्राएं , सभी सम्मानित पत्रकार साथियों आप सभी का स्वागत एवं अभिनंदन।

दीक्षांत समारोह हमेशा से ही एक एैसा  विशेष अवसर होता है, जिसमें हम शुरू के वर्षो में की गयी कड़ी मेहनत को  लक्ष्यों की प्राप्ति व सफलता की प्राप्ति से जुड़ते हुए देखते हैं।

यह एक एैसी यात्रा रहती है जो शायद अस्थायी कदमों के साथ शुरू होती है और हमें ऊँचाइयों तक ले जाती है।

इस यात्रा में हम कई असाधारण क्षणों का अनुभव  करते हैं और उन यादों को बनाते हैं जो आगे के बर्षो में याद की जाती है।

मैं सभी छात्रों से कहना चाहता हूॅं कि जीवन में कुछ पाने के लिए हमेशा मन में सीखने की इच्छा को बनाकर रखना चाहिए।  क्योंकि ज्ञान का कोई अंत नहीं होता है। आप अच्छे मनुष्य बनें अच्छा मनुष्य समाज के हर क्षेत्र में अच्छा ही होता है।

एक कहानी में एक बच्चा अपने दादा जी से जीवन का मूल्य पूछता है। इसके उत्तर में मै आपसे कहना चाहता हूॅं कि आप खुद की इज्जत करिये। कभी खुद को सस्ते में मत लीजिए।

आप अलग हैं और अपने आप में पूर्ण हैं। आप कितने अनमोल हैं, यह मतलब नहीं रखता।  समाज हमेशा आपकी आर्थिक स्थिति, जानकारी का स्तर और आत्मविश्वास को महत्व देता है।

सभी छात्र व छात्राएं, अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जब अलग अलग संस्थानो से जुड़ते हैं तब आपको एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि उस संस्था की प्रगति ही आपकी प्रगति होगी।

आपकी प्रगति उस संस्था की प्रगति में छुपी है इसलिए जिस भी संगठन से जुड़कर आप काम करते हैं। उस संगठन को अपना संगठन मानकर चलें।

उस संगठन के नुकसान को अपना नुकसान मानकर चलें। अगर इस सोच के साथ आप आगे बढ़ते हैं तो निश्चित रूप से ऐसे संगठन को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।

किसी भी संस्थान के लिए उसके छात्र ही उसके ब्रांड एम्बेसडर होते हैं। क्योकिं ये ही छात्र जब सफल होकर जब बड़ी बड़ी इंडस्ट्रीज या बड़े प्रशासनिक पदों पर अपनी सेवा देते हैं तो कहीं ना कहीं उस संस्थान को भी उनकी सफलता के साथ याद किया जाता है।

मुझे हेनरी फोर्ड की एक पंक्ति याद आती है जिसमें उन्होंने कहा था, एक साथ आना एक शुरूआत है, एक साथ रहना प्रगति है,और एक साथ काम करना सफलता है। और जैसा कि हम पिछले कुछ  वर्षों से देखते हैं कि शुरुआत हुई थी और प्रगति भी हुई, और हां निर्विवाद रुप से हम सफल रहे हैं।

दीक्षांत समारोह संस्थान के अध्यापकों, कर्मचारियों व छात्रों के अनवरत मेहनत का अंतिम बिंदु है।

अंत में मैं सभी छात्र व छात्राओं को उनके अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूॅं।

हम यहां पर,इस भाषण के साथ-साथ, दीक्षांत समारोह में दिये गये कुछ अन्य प्रसिद्ध भाषणों के अंश भी प्रस्तुत कर रहे हैं जो कि आपको प्रेरणा के साथ-साथ अपने भाषण को तैयार करने में सहायता प्रदान करेंगें।

1– प्रथम अंश में हम भूतपूर्व रिजर्ब बैंक गवर्नर, रघुराम राजन के द्वारा, शिव नादर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में दिये गये भाषण के कुछ महत्वपूर्ण अंश प्रस्तुत कर रहें है।

रघुराम राजन जी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि, मेरे द्वारा कुछ साल पहले कहा हुआ एक शब्द भी अगर आपको याद है तो इसका मतलब मैंने दीक्षांत समारोह के औसत वक्ता को पीछे छोड़ दिया है।

 राजन सोचते हैं कि अधिकतर छात्र अपने दीक्षांत समारोह के भाषण को याद नहीं रखते। परन्तु कुछ वक्ताओं ने इस प्रवृत्ति को कम कर दिया है, उनके द्वारा दीक्षांत समारोह में दिये गये भाषण सालों बाद भी प्रेरणादायक साबित होते हैं।

2- दूसरे अंश में हम आपको, 2005 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्टीव जाब्स द्वारा दिये गये भाषण के कुछ अंश प्रस्तुत कर रहे हैं।

एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जाब्स के द्वारा यह भाषण अपने कैंसर के पता चलने के एक साल बाद दिया गया था। उन्होंने अपने भाषण के एक महत्वपूर्ण वाक्य में कहा कि अपने सपनों को जियो और अपने मन की सुनो।

इसके बाद उन्होंने कहा कि, “आपका समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और का जीवन जीने में बर्बाद न करें। अपने दिल और अंतर्ज्ञान की आवाज को पालन करने का साहस रखें। वे किसी तरह पहले से ही जानते हैं कि आप वास्तव में क्या बनना चाहते हैं। ”

3– तीसरे अंश में हम, श्री रतन टाटा के द्वारा, सन् 2013 में रतनबापू प्रौद्योगिकी संस्थान में दिये गये भाषण के कुछ अंश प्रस्तुत कर रहे हैं।

उन्होंने दीक्षांत समारोह में दिये गये अपने भाषण में एक बहुत महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि

 आप “इस पल को एक संरक्षित वातावरण से एक ऐसे वातावरण में ले जाने के रूप में देखें जहाँ आपको सीखना और सुनना है क्योंकि आपकी पूरी दुनिया सीखने और सुनने वाली है। आपकी सफलता आपकी विनम्रता होगी। “”

4- एलेन डीजेनरेस ने 2009 में अपने एक भाषण मे कहा था कि

 “जब तक आप जंगल में नहीं हैं, तब तक किसी और के रास्ते का पालन न करें और अगर आप खो जायें तो आपको जो एक रास्ता दिखाई दे, हर तरह से आपको उसका पालन करना चाहिए।

 किसी को गलत सलाह न दें,  क्योंकि एक दिन यह आपके पास वापस आयेगी। इसलिए मेरी आपको सलाह है कि आप खुद के प्रति सच्चे रहें ।

रोजगार मेले में प्रभावी भाषण देने के लिए पढ़े।

दीक्षांत भाषण क्या है?

- किसी विद्वान का वह भाषण जो किसी विश्वविद्यालय के उत्तीर्ण छात्रों के सामने उन्हें उपाधि या प्रमाणपत्र आदि देने के समय होता है; (कॉन्वोकेशन ऐड्रेस)।

दिशांत भाषण किसकी रचना है?

एक दीक्षांत भाषण नामक पाठ हरिशंकर परसाई की रचना है।

दीक्षांत समारोह में नेताजी का मन क्या देखकर आनंदित हो उठा?

उत्तर-दीक्षान्त समारोह में छात्रों से अधिक सिपाहियों को देखकर नेताजी का मन पुलकित हो उठा