तबीयत खराब है मैं क्या करूं? - tabeeyat kharaab hai main kya karoon?

"यहां पर कमी क्या है तुम्हें बहु जो तुम अपने मायके जाना चाहती हो अभी कुछ समय पहले ही तो तुम अपने घर गई थी अपने मम्मी पापा से   मिलने के लिए आज फिर अपने घर जाने के लिए कह रही हो।" सावित्री ने  अपनी बहू अंकिता को कहा तो अंकिता मुस्कुराते हुए बोली" मम्मी जी मुझे यहां पर कुछ भी कमी नहीं है परंतु, माता-पिता की याद तो सबको आती है गर्मियों की छुट्टियों में ही तो गई थी मैं अपने मम्मी पापा से मिलने के लिए अब पापा की तबीयत खराब है इसलिए मेरा उनसे मिलने को मन करता है ।" अंकिता ने कहा  तो उसकी सास  गुस्से में बोली" यदि तेरे पापा की तबीयत खराब है तो इसमें मैं क्या करूं? अरे बुढ़ापा है बुढ़ापे में तो दिल की बीमारियां लगी ही रहती हैं इसका मतलब यह तो नहीं कि उन्हें  देखने जाएगी।"
               यह सुनकर अंकिता बोली "मम्मी जी जब से मेरी शादी हुई है मैं  तो सिर्फ साल में एक बार ही छुट्टियों में  अपने मायके जाती हूं परंतु, दीदी तो हर महीने आप से मिलने आती हैं तब तो आपको बहुत खुशी होती है लेकिन  जब कभी मैं आपसे अपने मायके जाने का नाम लेती हूं तब  आप गुस्सा क्यों होती है? जिस तरह आपकी बेटी का आपसे मिलने को मन करता है उसी तरह मेरा भी तो अपने मम्मी पापा से मिलने का मन करता है।" इतना सुनते ही उसकी  सास सावित्री गुस्से में भड़क गई और अंकिता से बोली "तू तो  मेरी बेटी से चिड़ती है इसलिए ऐसा बोल रही है अबकी बार  मैं उसे मना कर दूंगी कि तु मुझसे  मिलने के लिए यहां पर मत आया कर।"


           सास बहू की बातें सुनकर अंकिता के ससुर मुस्कुराते हुए सावित्री से बोले "अरी  भाग्यवान क्यों बात का बतंगड़ बना रही हो? यह सिर्फ तुमसे अपने  पापा से  मिलकर आने की बात ही तो कर रही है कोई वहां बसने की बात तो नहीं कर रही है  फिर तुम उसे अपने पापा से मिलने के लिए भेज क्यों नहीं देती? बेचारी कह रही है कि उसके पापा की तबीयत खराब है उन्हें दिल का दौरा पड़ा है तो उसे अमित के साथ अपने घर जाने दो तुम्हें बेटी की तरह बहू की खुशी अच्छी क्यों नहीं लगती ?जब बेटी   घर आती है  तुम खुश होती हो और जब  बहू अपने मायके जाने की बात करती है तब तुम गुस्सा हो जाती हो यह बात ठीक तो नहीं तुम्हें बेटी की तरह बहु की खुशी का भी ध्यान रखना चाहिए अरे खुश किस्मत हो कि तुम इतनी अच्छी बहु मिली है  तुम्हें कि वह तुमसे पूछ कर ही अपने मायके जाती है नहीं  तो आजकल की बहु अपने सास-ससुर से पूछती भी नहीं है और चुपचाप अपने घर चली जाती  हैं इससे पहले कि वह तुमसे पूछना बंद कर दे उसे अमित के साथ उसके मायके भेज दो।" अपने पति की बात सुनकर सुमित्रा खामोश हो गई थी।
         2 साल पहले ही  अंकिता का विवाह अमित के साथ हुआ था अंकिता बेहद समझदार और सुलझी हुई युवती थी जो अपने सास  ससुर और पति का बेहद सम्मान करती थीं घर के कामकाज में भी वह बेहद निपुण थी काम की व्यस्तता के कारण वह सिर्फ साल में एक बार गर्मी की छुट्टियों में कुछ दिनों के लिए ही अपने मायके जाती थी परंतु ,उसकी ननंद आरती हर महीने सब से मिलने के लिए अपने मायके आती थी तब उसकी  सास बेहद खुश होती थी लेकिन जब कभी अंकिता अपने मायके चलने की बात करती तब उसकी सास उससे गुस्सा हो जाती थी इसलिए वह कभी भी अपनी सास से अपने मायके जाने की बात नहीं करती थी।
        एक दिन दिल का दौरा पड़ने से उसके पापा की तबीयत बेहद खराब हो गई थी तब उसने अमित से अपने पापा से मिलकर आने की बात कही तब अमित उससे बोला "मम्मी से पूछ लो फिर तुम्हारे पापा से मिलने के लिए जाएंगे।"
           जब अंकिता ने अपनी सास से अपने मायके  जाने के लिए पूछा तो वह गुस्सा हो गई थी तब ससुर के समझाने पर वह अंकिता से बोली" जाओ बेटी अपने पापा से मिल कर आओ और कुछ दिन उनके साथ रहकर उनकी देखभाल भी करना तुम्हारा भी तो मन करता होगा अपने मम्मी पापा के साथ रहने के लिए सासु मां की बात सुनकर अंकिता के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई थी वह जल्दी से अपने घर जाने की तैयारी करने लगी।डिस्क्लेमर:  इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय Momspresso.com के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों .कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और मॉम्सप्रेस्सो की उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं है ।

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जी आप की तबीयत खराब है आपको क्या करना चाहिए आप के ट्वीट क्या खराबी है उसके मुताबिक आफ ट्रीटमेंट दीजिए उपचार कीजिए तो फ्री हो गाना ऐसी कोई डॉक्टर आपको क्या बताएगा भी आप की तबीयत खराब है और उसका क्या इलाज हो सकता है कोई जोशी तो होता नहीं आप अपनी तकलीफ बताएंगे अपनी उम्र बताएंगे अपनी बीमारी बताएंगे अपना दुख बताएंगे अभी कुछ सामने वाला आपको ट्रीटमेंट करेगा और ट्रीटमेंट डॉक्टर के करने वाला है या और ट्रीटमेंट खान भी से ठीक होना है यह सारी बातें सोच भी होती आपके लाइफ स्टाइल भी कमी है जीने में उसके हिसाब से इसका समाधान कहां होगा मेरा तो ऐसे तबीयत खराब होती है यह तो कोई बीमारी नहीं है ना

ji aap ki tabiyat kharab hai aapko kya karna chahiye aap ke tweet kya kharabi hai uske mutabik of treatment dijiye upchaar kijiye toh free ho gaana aisi koi doctor aapko kya batayega bhi aap ki tabiyat kharab hai aur uska kya ilaj ho sakta hai koi joshi toh hota nahi aap apni takleef batayenge apni umr batayenge apni bimari batayenge apna dukh batayenge abhi kuch saamne vala aapko treatment karega aur treatment doctor ke karne vala hai ya aur treatment khan bhi se theek hona hai yah saree batein soch bhi hoti aapke life style bhi kami hai jeene mein uske hisab se iska samadhan kahaan hoga mera toh aise tabiyat kharab hoti hai yah toh koi bimari nahi hai na

जी आप की तबीयत खराब है आपको क्या करना चाहिए आप के ट्वीट क्या खराबी है उसके मुताबिक आफ ट्री

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तबीयत खराब होने पर क्या खाएं?

फीवर में हल्का खाना चाहिए जो कि जल्दी से पच जाए. खिचड़ी के साथ सूप भी बुखार के लिए बेहतर खाना माना जाता है. इसमें मौजूद पोषक तत्‍व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं. यदि आप बुखार में सूप को अपने डाइट चार्ट में शामिल कर ले, तो जल्‍द र‍िकवरी होगी और कमजोरी दूर हो जाएगी.

मेरी तबीयत खराब है तो मैं क्या करूं?

तबीयत खराब होना एक आम बात है।.
जब लेटे हों तो सीधे उठकर खड़े न हों। पहले बैठें, कुछ सेकेंड रुकें, फिर उठकर खड़े हों।.
कम से कम आठ गिलास पानी और तरल पदार्थ रोज पिएं।.
खाने में नमक की मात्र बढ़ा दें।.
अगर खाने के बाद ब्लड प्रेशर कम हो जाता है तो थोड़ी मात्र में खाएं।.
सुबह शाम टहलना शुरू कर दें,अच्छी संतुलित भोजन करें।.

बार बार तबीयत क्यों खराब होती है?

वायरसों में सबसे आम मानव राइनोवायरस (एचआरवी) है जो सभी तबीयत खराब होने के 40 प्रतिशत तक के मामलों का कारण बनता है। वे ठंडे मौसम में पनपते हैं, जैसे कि वसंत और सर्दियों में। गर्मियों में मौसमी एलर्जी वाले लोगों में बहती नाक और आँखों में खुजली होती है जब वे पराग, फफूंदी या घास के पास होते हैं।

तबीयत क्या होता है गूगल?

- 1. शरीर या मन की स्थिति; मिज़ाज 2. चित्त; मन; जी; हृदय 3. स्वास्थ्य; सेहत 4.