फ्लेमिंग के दाएं हाथ का नियम क्या बताता है? - phleming ke daen haath ka niyam kya bataata hai?

फ्लेमिंग के दाएं हाथ का नियम क्या है?

फ्लेमिंग के दाएं हाथ का नियम (जनित्रों के लिए) प्रेरित धारा की दिशा को दर्शाता है जब एक परिपथ से जुड़ा एक चालक चुंबकीय क्षेत्र में चलता है। चुंबकीय क्षेत्र के सापेक्ष चालक की गति की दिशा में अंगूठे को इंगित किया जाता है।

फ्लेमिंग के दाहिने हाथ और बाएं हाथ के नियम में क्या अंतर है?

इन तीनों दिशाओं की व्याख्या फ़्लेमिङ के वामहस्त नियम द्वारा की जा सकती है। इस नियम के अनुसार, अपने बाएँ हाथ की तर्जनी, मध्यमा तथा अंगुष्ठ को इस प्रकार फैलाया जाना चाहिए कि ये तीनों एक-दूसरे के परस्पर लंबवत हों।

फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम क्या दर्शाता है?

Detailed Solution फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम: जब हम अपने बाएँ हाथ की तर्जनी, मध्यमा और अंगूठे को इस प्रकार फैलाते हैं कि वे परस्पर लंबवत हों, यदि तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को इंगित करती है और मध्यमा धारा की दिशा को इंगित करती है, तो अंगूठा चालक पर बल की दिशा को इंगित करेगा।