एक माँ की बेबसी कविता का सारांश राजेश जोशी द्वारा रचित इस कविता में रतन नाम के एक अपंग बच्चे की दशा और उसकी माँ की बेबसी का वर्णन किया गया है। रतन देखने में अन्य बच्चों की तरह ही था परन्तु बोल नहीं सकता था। वह रोज बच्चों के साथ खेलने आया करता था। बच्चों के लिए वह अजूबा था क्योंकि वे उसे अपनों से अलग पाते थे। वे उससे घबराते भी थे क्योंकि न तो वे उसके इशारों को समझ पाते थे न ही उसकी घबराहट को।
उसकी आँखों में हमेशा भय समाया रहता था। जब तक वह खेलता उसकी माँ उसके आस-पास बैठी रहती। उसकी नजर हमेशा रतन पर होती। शायद वह उसकी सुरक्षा को लेकर परेशान रहती थी। कवि उन दिनों बच्चा था। अतः रतन की माँ की बेबसी को समझ पाने में बिल्कुल असमर्थ था। परन्तु अब वह बड़ा हो गया है और बचपन की बातें उसे अच्छी तरह याद आ रही हैं। उसे रतन की माँ का वह बेबस चेहरा भी याद आ रहा है। काव्यांशों की व्याख्या 2. थोड़ा घबराते भी थे हम उससे 3. जितनी देर वह रहता देखने के तरीकेप्रश्न 1: इस कविता में देखने से संबंधित कई शब्द आए हैं। ऐसे छः शब्द छाँटकर लिखो। उत्तर: निहारती, झलकती प्रश्न 2: माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी आँखें बहुत कुछ कहती हैं। वे तरह तरह के भाव लिए होती हैं। नीचे ऐसी कुछ आँखों का वर्णन है। इनमें से कौन सी नजरें तुम पहचानते हो? सहमी नजरें, प्यार भरी नजरें, क्रोध भरी आँखें, उनींदी आँखें, शरारती आँखें, डरावनी आँखें उत्तर: सभी प्रश्न 3: नीचे आँखों से जुड़े कुछ मुहावरे दिए गए हैं। तुम इनका प्रयोग किन संदर्भों में करोगे? (a) आँख दिखाना उत्तर: मुझे आँख दिखाने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई? (b) नजर चुराना उत्तर: होमवर्क पूरा न होने के कारण रोहित अपनी टीचर से नजर चुरा रहा था। (c) आँख का तारा उत्तर: स्नेहा अपनी माँ की आँखों का तारा है। (d) नजरें फेर लेना उत्तर: आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मुझसे नजरें फेर लीं। (e) आँख पर पर्दा पड़ना उत्तर: शर्मा जी का बेटा बहुत शरारती है फिर भी उनकी आँखों पर पर्दा पड़ गया है। माँयाद आती रतन से अधिक उसकी माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी प्रश्न 1: रतन की माँ की आँखों में किस तरह की बेबसी झलकती होगी? उत्तर: रतन की माँ को यह चिंता रहती होगी कि कोई अन्य बच्चा उसे चोट न पहुँचा दे। उसे यह भी चिंता रहती होगी कि कोई उसे चिढ़ा न दे। वह अपने बेटे के भविष्य को लेकर भी चिंतित रहती होगी। लेकिन उनके मन में अपने बेटे के लिए कुछ न कर पाने की बेबसी रहती होगी। प्रश्न 2: अपनी माँ के बारे में सोचते हुए नीचे लिखे वाक्यों को पूरा करो (a) मेरी माँ बहुत खुश होती हैं जब उत्तर: मैं परीक्षा में अव्वल नंबर लाता हूँ। (b) माँ मुझे इसलिए डाँटती हैं, क्योंकि उत्तर: देर तक सोने के चक्कर में कभी कभी मेरी स्कूल बस छूट जाती है। (c) मेरी माँ चाहती हैं कि मैं उत्तर: बड़ा होकर डॉक्टर बनूँ। (d) माँ उस समय बहुत बेबस हो जाती हैं जब उत्तर: जब मुझे तेज बुखार हो जाता है। (e) मैं चाहता हूँ कि मेरी माँ उत्तर: हमेशा मेरे पास रहें। रतन का खेलना कौन नहीं आता था?अर्थ-रतन नाम का एक बच्चा है जो बोलने में असमर्थ है। वह रोज़ाना हम बच्चों के साथ खेलने आया करता है। वह जब तक हमारे साथ खेलता है, उसकी माँ उसके पास बैठी रहती है। उसकी नज़र हमेशा खेलते हुए रतन पर होती थी।
रतन की माँ देर तक क्या निहारती रहती थी?उसकी माँ की आँखों में झलकती बेबसी। जितनी देर वह बच्चा वहाँ पर रहता उतनी देर तक उसकी माँ पास बैठी उसे निहारती रहती थी। अब जब कवि एक वयस्क हो चुका है, वह उनकी भाषा कुछ बेहतर समझने लगा है जो बोल नहीं पाते हैं। इसलिए अब कवि को रतन से ज्यादा उसकी माँ की आँखों में झलकती बेबसी याद आती है।
कवि के पड़ोस में कौन रहता था?➲ कवि के पड़ोस में रतन नाम का बच्चा रहता था।
कवि इसे अदृश्य पड़ोस कहता है, क्योंकि उसे पड़ोस में रहने वाले उस बच्चे के विषय में पता नहीं था कि वह पड़ोस के किस घर में रहता था। वो बच्चा गूंगा था, बोल नहीं पाता था और पड़ोस में रहने वाले बाकी बच्चे भी उस बच्चे से बात करने से हिचकते थे।
अदृश्य पड़ोसी का क्या अर्थ है?(ख) यह बच्चा लेखक के पड़ोस में रहता था फिर भी कविता अदृश्य पड़ोस से शुरू होती है। क्योंकि पड़ोस में रहने वाले बाकी बच्चे एक दूसरे से बातें करते थे पर वह बच्चा बोल नहीं पाता था। वह बच्चा गूंगा था इसलिए और बच्चों से मिल नहीं पाता। अत: वह बच्चों के लिए अनजाना रहता था।
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