| December 13, 2018 | Letter in Hindi | Bhrashtachar Par Sampadak Ko Patra likhe – मान लो आपका नाम सुमेश खन्ना है। आप 31-B, माडल टाऊन, मेरठ में रहते हैं। भ्रष्टाचार निवारण के लिए सम्पादक को पत्र लिखो। सेवा में, महोदय, आज हमारे देश में भ्रष्टाचार सारी सीमाएं लांघ रहा है। प्रष्टाचार देश को घुन की तरह खाए जा रहा है। राष्ट्रीय चरित्र में कमी होने के कारण भ्रष्टाचार सब को निगलने को तैयार खड़ा है। देश में हरेक आदमी की दौड़ लगी हुई है–धन पाने की। अनैतिक ढंग से लोग अधिक से अधिक धन इकट्ठा कर रहे हैं।
आपका, सम्पादक Fee Concession Application in Hindi Khomche walo ki shikayat pradhanacharya ko patra Police Aayukt ko Loud Speakers ko band karne hetu patra in Hindi Suggestion Letter for Public Issue in Hindi Letter to deputy commissioner in Hindi Letter to Chief Minister in Hindi Thank you for reading Bhrashtachar Par Sampadak Ko Patra in Hindi. Send your feedback through the comment box. अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे। About The AuthorHindi In HindiHomeहिंदी पत्रBhrashtachar ke bare me apne vichar prakat karte hue Editor ko patra “भ्रष्टाचार के बारे में अपने विचार प्रकट करते हुए संपादक को पत्र ”, Hindi Letter for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12. - Thursday, October 15, 2020 किसीदैनिकसमाचारपत्रके संपादककोपत्रलिखकरभ्रष्टाचारकेबारे मेंअपनेविचारप्रकटकीजिए। अविचलत्यागी 12, सैक्टर-23 चंडीगढ़ 13.3.2014 सेवामें संपादकमहोदय दैनिकट्रिब्यून चंडीगढ़ विषय : भ्रष्टाचार-उन्मूलनकेबारेमें महोदय मैं भारतमेंफैलतेभ्रष्टाचारसेअत्यंतव्यथितहूँ।कृपयामेरेनिम्नलिखितविचारपाठकोंतकपहुँचानेकाकष्टकरें। आज भारतवर्षकोभ्रष्टाचारकीदीमकोंनेपूरीतरहखोखला करदियाहै।सरकार 120 करोड़नागरिकोंकेलिएजोपैसा ।आबंटितकरतीहै, उसेसरकारकेहीमंत्री, संत्री औरअधिकारीमिलकरचटकरजातेहैं।ऊपरसेचले हए 100 रुपयोंमेंसेमुश्किलसे 10 या 15 रुपयेहीजनतातकपहुँचतेहैं।शेष 85-90 रुपयेभ्रष्टअफसरों, नेताओंयामंत्रियोंकी तिजोरियोंमेंकैदहै।इनमेंसेअधिकांशपैसातो विदेशीबैंकोंमेंपड़ा-पड़ासड़रहाहै।सरकारखुद तोअपनेभ्रष्टकारनामोंकापर्दाफाशकरनहींसकती। अतःअबसमयआगयाहैकिजनताअपनेलुटे हुएधनकोवापससरकारीखजानेमेंजमाकरेऔर सरकारमेंबैठेअजगरोंकोकुचले, मसलेतथासत्तासे बाहरकरदे।अन्नाहजारेऔरबाबारामदेवनेजो अलखजगाईहै, उसेपूरादेशसुनेऔरक्रांतिवीरबनकर आगेआए। धन्यवाद ! भवदीय अविचलत्यागी |