अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए | अश्वगंधा की पहचान | अश्वगंधा के फायदे | अश्वगंधा के नुकसान – हमारे ऋषि मुनियों ने अनेको सालो तक विभिन्न औषधियों पर शोध किया. तथा इनके परिणाम और नुकसान पर अध्ययन किया. इसके पश्चात् इनका उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज में किया. जिस में से एक महत्वपूर्ण औषधि अश्वगंधा हैं. आपने जरुर अश्वगंधा का नाम सुना होगा और इसके चमत्कारी लाभ से भी परिचित होंगे. Show लेकिन आपको पता हैं की आप अधिकतर कितने दिन तक अश्वगंधा का इस्तेमाल कर सकते हैं. तो इस आर्टिकल (अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए) में हम बताएगे की आप कितने दिन तक अश्वगंधा को खा सकते हैं. इसके साथ इस आर्टिकल में पढेगे की अश्वगंधा के क्या फायदे और नुकसान हैं.
अश्वगंधा क्या हैं?हमारे ऋषि मुनियों ने अनेक वर्षो तक आयुर्वेद विज्ञान में शोध करके अनेक औषधि और उनके गुण-दोष की जानकारी प्राप्त की हैं. इसमें से एक विशेष औषधि अश्वगंधा हैं. अश्वगंधा के जड़ो को हाथ से मसलने पर इन में से घोड़े के मूत्र की गंध आती हैं. इसके कारन इस औषधि का नाम अश्वगंधा हैं. अश्वगंधा एक चमत्कारी जड़ी बूटी हैं. जिसके लेने से घोड़े के भांति ताकत आपके शरीर में आती हैं. इस औषधि का सेवन करने के अनेक तरीके हैं. इसे सुबह के वक्त चाय के साथ भी लिया जा सकता हैं. इसके लिए अश्वगंधा को चाय के साथ कम से कम 10 मिनट तक उबालना होता हैं. इसका सेवन तनाव और मानसिक विकारो को दूर करने के लिए किया जाता हैं. योग किसे कहते हैं – आधुनिक युग में योग क्यों जरूरी हैं अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए?अश्वगंधा एक कारगर औषधि हैं. तथा इसका उपयोग अनेक प्रकार की बीमारियों के इलाज में होता हैं. लेकिन अत्यधिक मात्रा में अश्वगंधा का इस्तेमाल करने से उल्टी, दस्त और पेट ख़राब रहना इत्यादि समस्याए होती हैं. इसलिए अश्वगंधा को कब और कितना सेवन करना चाहिए. इसकी जानकारी होना अनिवार्य हैं. इसके लिए निम्नलिखित बिन्दुओ का ध्यान रखे:
अनार के दाने खाने के फायदे क्या है? Anar Benefits in Hindi अश्वगंधा की पहचान क्या हैं?आपको बाजार में अश्वगंधा के अनेक उत्पाद मिल जाते हैं. लेकिन असली अश्वगंधा के प्रयोग से ही आपके शरीर के विकार दूर हो सकते हैं. इसलिए असली अश्वगंधा की पहचान करना अनिवार्य हैं. असली अश्वगंधा की पहचान के लिए अश्वगंधा को अपने हाथ में ले. तथा इसे अपने हाथ में कुछ समय तक मसलते रहे. कुछ समय मसलने के पश्चात् इस में से इसके नाम के भांति अश्व अर्थात घोड़े के मूत्र की बदबू उत्पन्न होती हैं. अगर कुछ समय के पश्चात् भी घोड़े के मूत्र की बदबू नहीं आए. तो आपको ज्ञात होना चाहिए की अश्वगंधा नकली हैं. अश्वगंधा के फायदे क्या हैं?अश्वगंधा की खोज हमारे ऋषि मुनियों ने सैकड़ो वर्षो पूर्व ही कर दी थी. तथा तब से ही इस चमत्कारी औषधि का उपयोग अनेक रोगों के इलाज में किया जाता हैं. अश्वगंधा के अनेक लाभ हैं. जिन्हें निचे बताया गया हैं:
इस प्रकार आप देख सकते हैं. की अश्वगंधा के अनेक लाभ हैं. इसका उपयोग अनेक प्रकार की बीमारियों के इलाज में होता हैं. लेकिन अश्वगंधा के कुछ नुकसान भी हैं. जिसका ज्ञान होना बहुत आवश्यक हैं. तभी हम अश्वगंधा का सही रूप में सेवन कर पाएगे. गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण, बचाव , कारण , और उपचार क्या है? अश्वगंधा के नुकसान क्या हैं?अत्यधिक मात्रा में अश्वगंधा का इस्तेमाल करने पर उल्टी तथा पेट ख़राब होने की संभावना होती हैं. गर्भवती महिलाओ को अश्वगंधा से दूर रहने की सलाह दी जाती हैं. क्योंकि इसमें गर्भ को गिराने के गुण होते हैं. बहुत से लोगो को अश्वगंधा के सेवन के पश्चात् एलर्जी होने की संभावना रहती हैं. इसप्रकार अश्वगंधा के गलत इस्तेमाल से बहुत सारे नुकसान भी होते हैं. जिसे निचे बिन्दुओ में बताया गया हैं:
विटामिन ए की कमी से कौनसे रोग होता हैं निष्कर्षइस आर्टिकल (अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको अश्वगंधा के बारे में जानकारी सरल भाषा में देना हैं. अश्वगंधा एक चमत्कारी औषधि हैं. जिसको लेने से घोड़े के भांति ताकत आपके शरीर में आती हैं. लेकिन इसका अत्यधिक सेवन शरीर के लिए घातक हो सकता हैं. इसलिए अगर आपको अश्वगंधा से कोई एलर्जी नहीं होती हैं. तो इसे अधिकतर एक वर्ष तक ही खाए. अमेरिका में भारतीय जनसंख्या कितनी है – सम्पूर्ण जानकारी विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहा हैं – सम्पूर्ण जानकारी महाभारत किसने लिखा था – महाभारत के लेखक और रचियता अश्वगंधा कितने समय तक लेनी चाहिए?तनाव को कम करने के लिए आपको महीने भर तक रोजाना 500 से 600 एमजी अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए आपको कम से कम तीन महीने तक 5 ग्राम अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए।
अश्वगंधा लेते समय क्या परहेज करना चाहिए?विशेषज्ञों की मानें तो अश्वगंधा एक औषधि है लेकिन कुछ लोगों को इससे परहेज करने की जरूरत है। खासकर गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। अगर गर्भवती महिलाएं इसका लगातार सेवन करती हैं तो गर्भपात का खतरा हो सकता है। रक्तचाप के मरीजों को भी अश्वगंधा के सेवन से परहेज की जरूरत है।
अश्वगंधा का असर कितने दिन में होता है?अश्वगंधा का सेवन करके बढ़ाए शारीरिक शक्ति
एक साल तक करें इस्तेमाल: हर शरीर अश्वगंधा या दवाई के लिए अलग प्रकार से रिएक्ट करता है। अगर आपको कोई शारीरिक परेशानी पेश आ रही है और आप अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं कर सकते हैं तो आप 2-4 ग्राम बताए गए तरीके से इसका सेवन एक साल तक करें और आपको काफी लाभ होगा।
रोज अश्वगंधा खाने से क्या होता है?इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, लीवर टॉनिक और एंटी-बैक्टीरियल जैसे गुण भरपूर रूप से मौजूद होते हैं। यह सभी पोषक तत्व शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में असरदार हैं। अश्वगंधा के सेवन से स्ट्रेस दूर हो सकता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में अश्वगंधा काफी प्रभावी है।
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