For the best experience use inshorts app on your smartphone केरल के मलप्पुरम से 3-जून को मक्का (सऊदी अरब) में हज के लिए 8640-किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू करने वाला 29-वर्षीय शिहाब चोट्टुरा मंगलवार को दहानु (महाराष्ट्र) पहुंचा। शिहाब अब वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान जाएगा और फिर वहां से इराक, ईरान और कुवैत के रास्ते मक्का पहुंचेगा। शिहाब रोज़ाना 25-किलोमीटर चलता है और उसकी यात्रा फरवरी 2023 में खत्म होगी। short by गुंजन कुमार गोस्वामी / 09:20 pm on 12 Jul For the best experience use inshorts app on your smartphone हिंदी न्यूज़ राजस्थानकेरल से हज के लिए पैदल ही निकले, 2000 किलोमीटर चल पहुंचे उदयपुर; 8 हजार से ज्यादा किमी के सफर में पाकिस्तान और इराक भी जाएंगे इसके लिए उन्होंने भारत, पाकिस्तान, ईरान, ईराक और सऊदी अरब की सरकारों से पूरी प्रक्रिया को अपनाते हुए इजाजत ली है। भारत में भी वे जिस राज्य से गुजर रहे हैं, वहां की सरकार और प्रशासन से इजाजत ली है।केरल से मक्का तक 8640 किलोमीटर के मुकद्दस सफर पर पैदल निकले शिहाब छोत्तूर उदयपुर पहुंचे हैं। अब तक लगभग 2000 किलोमीटर तक का सफर उन्होंने तय कर लिया है। अभी उन्हें 6640 किमी तक का सफर तय करना बाकी है। अपने बचपन की ख्वाहिश और मां का सपना पूरा करने निकले शिहाब का हर जगह लोग गर्मजोशी से इस्तकबाल कर रहे हैं, लेकिन अनियंत्रित भीड़ उनके इस मुश्किल सफर को और मुश्किल बना रही है। इत्मिनान और अनुशासन से पेश आने की बजाय कुछ उत्साही युवा इस मुकद्दस सफर में खलल पैदा करने में लगे हैं। बहरहाल हम आपको बताते हैं कि आखिर शिहाब छोत्तूर हैं कौन? 29 वर्षीय शिहाब केरल में वालांचेरी के पास छोत्तूर के रहने वाले हैं। वो पेशे से डॉक्टर हैं, यू-ट्यूबर हैं और बिजनेसमैन भी हैं। शिहाब ने केरल से मक्का, सऊदी अरब तक पैदल सफर कर 2023 जून में हज करने का निर्णय किया है। वो 2 जून को अपने दोस्तों और परिवारों से विदा लेकर इस सफर पर निकल पड़े हैं। इस वक्त वे उदयपुर के पास हैं और अब तक लगभग 2000 किमी तक का सफर तय कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शिहाब छोत्तूर को प्रसिद्धि मिली। शिहाब के सफर पर कितना होगा खर्च... कुछ मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक शिहाब के इस पैदल सफर पर 70 लाख से एक करोड़ रुपये तक का खर्च आने का अनुमान लगाया गया है। वे पिछले एक साल से इस सफर को शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने भारत, पाकिस्तान, ईरान, ईराक और सऊदी अरब की सरकारों से पूरी प्रक्रिया को अपनाते हुए इजाजत ली है। भारत में भी वे जिस राज्य से गुजर रहे हैं, वहां की सरकार और स्थानीय प्रशासन से इजाजत ले चुके हैं। उनके साथ चल रही सिक्योरिटी और स्थानीय पुलिस के लिए भी शिहाब ने रकम अदा की है। इतना पैदल कैसे चलेंगे : इस सफर पर पैदल जाने के लिए शिहाब एक साल से पैदल चलने की ट्रेनिंग ले रहे हैं। वे एक साल से हर रोज 25 से 30 किमी तक सफर कर रहे हैं। ऐसा भी बताया गया है कि उन्होंने केरल से दिल्ली तक भी पैदल सफर किया है। ज्यादातर इंस्टाग्राम और फेसबुक का इस्तेमाल करने के अलावा शिहाब ने यूट्यूब जैसे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो और वीडियो भी पोस्ट किए। शिहाब ने अपनी यात्रा शुरू की, तो उन्होंने पेशेवर यात्री और अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों से कोई मदद या सलाह नहीं ली। इसके बजाय, उन्होंने अपनी प्रतिभा पर भरोसा किया और अपनी प्रतिभा के साथ डिजिटल दुनिया में अपनी पहचान बनाई, लेकिन उनका सफर चुनौतियों से भी भरा है। जरूरत का सामान और मस्जिदों में ही ठहरना : रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिहाब सिर्फ अपने साथ बुनियादी जरूरत का सामान लेकर पैदल चल रहे हैं। ठहरने के लिए उनकी प्राथमिकता मस्जिदें ही है। नहीं होने पर होटल में रुकेंगे। फिजिकल फिटनेस के प्रति गंभीर : शिहाब फिजिकल फिटनेस के प्रति एक सेलिब्रिटीज की तरह गंभीर हैं। इसको लेकर वे सोशल मीडिया पर भी प्रसिद्ध हैं। शिहाब फिटनेस पर काफी ध्यान रखते हैं और इसके लिए वह रोजाना वर्कआउट, योगा और एक्सरसाइज करते हैं। जन्म और शिक्षा : शिहाब का जन्म साल 1993 में मल्लीपुर, केरल, भारत में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा एक प्रसिद्ध निजी स्कूल से पूरी की और इंटरमीडिएट पूरी करने के बाद उन्होंने चिकित्सा विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए एक निजी संस्थान में प्रवेश लिया। हुसैन ने बताया कि चितूर को यात्रा पर निकले हुए 100 दिन का समय हो गया है। पहले चितूर दिन के समय ही प्रतिदिन 30 से 35 किलोमीटर की यात्रा कर रहा था। अब गर्मी होने के कारण वह रात्रि के समय यात्रा कर रहा है। जागरण संवाददाता, फरीदकोट: हज यात्रा के लिए पैदल निकले केरल निवासी शिहाब चितूर रविवार रात मुक्तसर जिले से कोटकपूरा पहुंचे। फरीदकोट के मुस्लिम भाईचारे ने उनका स्वागत किया। मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी फरीदकोट के प्रधान हाजी दिलावर हुसैन, मुन्ना खान व हनीश कुरैशी ने बताया कि कई साल में यह पहला अवसर है कि भारत से कोई व्यक्ति पैदल हज यात्रा पर जा रहा है। यात्रा पर निकले हुए लगभग 100 दिन का समय उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए बेहद खुशी की बात है। हुसैन ने बताया कि चितूर को यात्रा पर निकले हुए लगभग 100 दिन का समय हो गया है। पहले चितूर दिन के समय ही प्रतिदिन 30 से 35 किलोमीटर की यात्रा कर रहा था। अब दिन के समय ज्यादा गर्मी होने के कारण वह रात्रि के समय यात्रा कर रहा है। ईरान होते हुए साउदी अरब के मक्का में पहुंचेगा उन्होंने बताया कि चितूर साउदी अरब स्थित मक्का मदीना में जून 2023 तक पहुंचेगा। इस दौरान वह भारत, पाकिस्तान, कुवैत, ईरान होते हुए साउदी अरब के मक्का में पहुंचेगा। उसने जून में भारत सरकार से पैदल हज यात्रा पर जाने की परमिशन मांगी थी, जो उसे मिल गई। अमृतसर बार्डर से पाकिस्तान में होंगे दाखिल यात्रा की शुरूआत से लेकर मक्का पहुंचने तक कुल 8600 किलोमीटर का सफर शिहाब चितूर पूरा करेगा। फरीदकोट से अमृतसर के लिए निकलेंगे। अमृतसर बार्डर से वह पाकिस्तान में दाखिल होंगे। यह भी पढ़ेंः-जालंधर के चर्च में कैंसर पीड़ित 4 वर्षीय बच्ची की मौत, 8 माह से प्रार्थना के जरिए किया जा रहा था इलाज; विज्ञापन देख दिल्ली से आए थे स्वजन यह भी पढ़ेंः- एनआइए ने गैंगस्टर विनय दियोड़ा के घर समेत तीन जगह पर दबिश संवाद सहयोगी, कोटकपूरा। पंजाब के गैंगस्टरों के आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने राज्य के बाकी हिस्सों की तरह फरीदकोट जिले के कोटकपूरा शहर में कुख्यात गैंगस्टर विनय दियोड़ा समेत तीन बदमाशों केघरों पर छापे मारे। इस दौरान टीम की तरफ से इन घरों में लगभग 3 से 5 घंटे तक तलाशी ली गई। Edited By: Deepika |