छत्तीसगढ़ी हाइकु संग्रह : मइनसे के पीरा : प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
हाइकु का जापानी अर्थ है – नट् भंगिमा । प्रायः वह 05-07-05 के ओंजी (Onji) क्रम में
लिखा जाता है । किन्तु वहाँ इसके अपवाद भी सह्य हैं । जापानी में फ्री हाइकु भी खूब लिखे गये हैं, पर नए मुल्ले सड़ी प्याज खाते हैं । तथाकथित कट्टर हिंदी हाइकुवादी 05-07-05 के वर्णक्रम के अलकायदा के कैदी हैं । “दीपक” के यहाँ ऐसा सुन्नीपन नहीं है । उन्होंने 05-07-05, 05-08-05, 05-09-05 वर्णक्रम में हाइकु/हायकू लिखे हैं । यह नयी दिशा और प्रस्थान का सूचक है । कवि ने 05-07-05 के लिए भावों की हत्या नहीं की है । ऐसा करने से हिंदी हाइकु “हाइकु” न रह कर हाइकु की काल कोठरी बन जाते हैं – कविता की कत्लगाह ।
मैंने 1966 में छत्तीसगढ़ी और गोंडी बघेली के मिश्रित रूप में 25 हायकू लिखे थे । किंतु दीपक ने ठेठ छत्तीसगढ़ी में , यह संकलन “मइनसे के पीरा” नाम से रचा है । जहाँ तक मुझे विदित है, यह ठेठ छत्तीसगढ़ी का प्रथम हाइकु संकलन है । यह स्वागत योग्य है ।
□ प्रो. आदित्य प्रताप सिंह पीरा का हिंदी अर्थ क्या होता है?हिन्दीशब्दकोश में पीरा की परिभाषा
पीरा ‡ १ संज्ञा स्त्री० [सं० पीडा] दे० 'पीड़ा' । पीरा २ वि० [सं० पीत, प्रा० पीअर] दे० 'पीला' ।
कूर और कूर का क्या अर्थ है?क्रूर का अर्थ – निर्दयी
वह कूर व्यक्ति सबसे मुंह छुपा रहा है। कंस एक क्रूर और अत्याचारी राजा था।
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