माथा ठनकना मुहावरे का अर्थ maatha thanakana muhavare ka arth – आशंका होना । Show दोस्तो आज के समय मे लोगो के बिच मे झगडा होता ही रहता है और इसी बिच मे अचानक झगडा करने वाले मे से एक व्यक्ति दुसरे के साथ अच्छा व्यवाहर करने लग जाता है । तो दुसरे व्यक्ति को अहसास हो जाता है की पहले तो इसने कभी भी मेरे साथ ऐसा व्यवाहर नही किया है आज यह कर रहा है । तो उसे उस पर आशंका हो जाती है की जरुर कुछ न कुछ इसके दिमाग मे चल रहा है । और इस तरह से आशंका हाने को ही माथा ठनकना कहा जाता है । यहां पर एक बात ध्यान रखने योग्य है की आशंका का कारण कोई भी हो सकता है । माथाठनकनामुहावरेका वाक्यमेप्रयोग Use in sentence
माथाठनकनामुहावरेपरकहानी Idiom storyप्राचिन समय की बात है किसी नगर मे करमचंद नाम का एक आदमी रहता था । करमचंद के पास बहुत धन दोलत थी इस कारण से उसे कभी भी किसी चिज की कमी महसुस नही होती थी । उसके घर मे उसका भाई था और उसके भाई की अभी अभी शादी हो गई थी । करमचंद का भाई बडा नालायक था वह दुसरो के धन पर अपनी नजर रखता था और अपने धन के बारे मे वह कभी भी सोचता नही था यानि वह अपना काम कम करता था । जिसके कारण से उसके पास धन नही आता था । अब दोनो भाई मे से एक कमाता और उसका भाई घर पर बैठ कर खाता था । मारा मारा फिरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग मुँह चुराना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी मुँह लगाना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग मुँह काला करना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी इस कारण से करमचंद ने उससे अलग होने का फैसला ले लिया था और किसी तरह से उसके साथ अलग हो गया था । अलग हो जाने के कारण से करमचंद के भाई ने करमचंद के पास जो धन था उसमे भी बटवारा मागा था । जिसके कारण से करमचंद को अपने भाई को अपना धन भी देना पडा था । धन ले लेने के कारण से करमचंद की पत्नी को बहुत बुरा लगा और उसने सोच लिया की अब इन लोगो के साथ बातें भी नही करुगी । ऐसा सोचकर करमचंद की पत्नी उन दोनो के साथ बाते भी नही करती थी । धिरे धिरे समय बित गया और अब करमचंद के घर मे उतने ही लोग रहते थे कहने का अर्थ है उसके घर मे कोई भी संतान नही थी । पर करमचंद के भाई के घर मे उसके तिन बेटे थे । जब करमचंद के भाई के बेटे बडे हुए तो उनके पिता ने उनकी शादी कर कर तिनो को अलग कर दिया था । अब करमचंद का भाई जिस बेटे के पास रहता था वह उसके पास बहुत ही खुश रहता था । पर वह समय के साथ दारू पिने लगा था और किसी कारण से वह अपने भाई को दिन और रात गालिया देने लग जाता था । इसी तरह से उसके दो बेटे थे वे भी करमचंद को भला बूरा कह देते थे पर उसका बडा बेटा समझदार था । इस कारण से वह करमचंद को कुछ भी नही कहता और दिन और रात उसका हाल चाल पूछता था । जब करमचंद की उमर काफी अधिक हो गई तो करमचंद के भाई ने अपने छोटे बेटे से कहा की बेटा अब तुम करमचंद के पास रहा करो जिसके कारण से इसके पास जो भी धन है वह तुम्हारा हो जाए। अपने पिता की बात उसके बेटे को समझ मे आ गई थी । इस कारण से अगले ही दिन से करमचंद का भाई और उसका छोटा बेटा करमचंद के आस पास रहने लगा था । ताकी करमचंद अपने भाई के छोटे बेटे को अपने पास रख ले और घर व खेत के साथ साथ अपना धन भी उसे दे दे। पर जब करमचंद के घर वे दोनो आने लगे तब करमचंद का माथा ठनग गया और उसे पता चल गया की ये दोनो आज मेरे पास क्यो आ रहे है । जब करमचंद का भाई और उसका छोटा बेटा दिन और रात उसके पास रहने लगे तब करमचंद ने सोचा की इतने दिनो तक तो ये मुझे गालिया देते थे और आज ये लोग मेरे पास आकर चुपडी चुपडी बाते करते है । तब उसने सोच लिया की मै इन दोनो को तो अपनी जमीन नही दुगा । बल्की उसने सोचा की मै तो मेरे भाई के बडे बेटे को ही दुगा । वही एक इतने दिनो से मेरे साथ अच्छा व्यवाहर करता रहा था। ऐसा सोचकर वह एक दिन शहर गया था और वहां पर जाकर अपनी सारी जमीन अपने भाई के बडे बेटे के नाम लिखा दी । अब करमचंद का भाई करमचंद के पास आता और कहता की तुम मेरे छोटे बेटे को अपने पास रख लो वह तुम्हारी देखभाल कर देगा । तब उसने कहा की ठिक है । ऐसा सुनकर जब करमचंद का भाई अपने घर गया तो अपने बेटे को बताने लगा की मैंने तो उसे मना लिया और उसका माथा भी नही ठनका । उसने जब छोटे बेटे को रखने के लिए कह दिया तो वे लोग करमचंद का बहुत ध्यान रखने लगे थे । और जब वह मर गया तब जाकर करमचंद के भाई को पता चला की यह जमीन तो इसने मेरे बडे बेटे को कब ही दे दी थी । और मैं और मेरा बेटा इसका ध्यान रख रहे थे । तब से करमचंद की पत्नी के पास अब बडा बेटा रहने लगा था । और एक दिन बडे बेटे ने अपने पिता से कहा की आप तो उसके पास पास हो रहे थे पर उसका उसी समय माथा ठनक गया था जब आप उसके साथ चुपडी चुपडी बाते करने लगे थे और उसे गालिया देना बंद कर दिया था । इस कारण से ही आज यह जमीन मेरे नाम हो गई है । ऐसा कहने पर करमचंद के भाई को भी पता चल गया की आखिर उसे पहले ही पता चल गया था की हम उसके पास किस कारण से हो रहे है । इस तरह से आप लोगो को यह तो समझ मे आ गया होगा की इस मुहावरे का अर्थ क्या है । नीचे जिन मुहावरों की लिंक दी जा रही है वे अकसर लोग जानना चाहते है और महत्वपर्ण भी है । बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंग अंग ढीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आवाज उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग मक्खी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग चैन की बंशी बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग भीगी बिल्ली बनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग जान हथेली पर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग लाल पीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंधे की लाठी मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंगूठा दिखाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग नाकों चने चबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग नाक में दम करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग दाल न गलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग कमर कसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग हाथ साफ करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग होश उड़ जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग ऊंट के मुंह में जीरा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग सिर चढ़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग लोहा मानना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँखें चुराना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँख भर आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग माथा ठनकना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?माथा ठनकना. मुहावरे का अर्थ है सन्देह करना।
कान भरना मुहावरे का अर्थ क्या है?Solution : मुहावरे 'कान भरना. का सही अर्थ है-चुगली करना या किसी के मन में किसी के लिए गलत बात कहना।
तूती बोलने का अर्थ क्या होता है?Solution : तूती बोलना-आतंक होना या दबदबा होना।
रंगा सियार मुहावरे का अर्थ क्या है?रंगा सियार होना मुहावरे का अर्थ ranga siyar hona muhavare ka arth – धोका देने वाला । दोस्तो जब कोई व्यक्ति ऐसा हो जो आसानी से किसी पर भी भरोसा कर लेता है ।
|