श्री रामानुज| Show हमें फॉलो करें पर्यावरण की रक्षा के लिए मिट्टी के गणपति बनाना न केवल उचित है, बल्कि धर्म के आधार पर भी सिर्फ मिट्टी या कुछ विशेष धातुओं की ही गणेश प्रतिमाओं का निर्माण सही बताया गया है। मिट्टी की गणेश प्रतिमा जल्द ही जल में घुल जाती है जिससे भगवान का अपमान भी नहीं होता। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे बनाएं गणेश चतुर्थी पर शास्त्रोक्त विधि से भगवान श्रीगणेश की मिट्टी की प्रतिमा :- > इन 20 वनस्पतियों और मंत्रों के विधान से श्रीगणेश होंगे प्रसन्न पारद गणेश के पूजन से होती है मनोकामना पूर्ति, जानिए कैसे... श्रीगणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त जानिए आगे पढ़ें सरल तरीके से श्रीगणेश की मिट्टी की प्रतिमा बनाने की विधि... > मिट्टी में गणेश कैसे बनाते हैं?उस मिट्टी को छानकर एवं शुद्ध जल मिलाकर एक आठ वर्षीय बालिका से उस मिट्टी में गंगाजल, केसर व पवित्र चन्दन जल डालकर आटे जैसा गूंथवा लें एवं फिर स्वयं उस मिट्टी से एक गणेशजी की मूर्ति का निर्माण करें। इसके बाद उस मूर्ति को शुद्ध घी एवं सिंदूर का चोला चढ़ाएं एवं जनेऊ धारण करवाएं।
मिट्टी की मूर्ति कैसे बनाते हैं?मिट्टी से मूर्तियाँ दो तरह से बनाई जा सकती हैं। एक तरीका है केवल हाथ से बनाना। इस तरीके से ठोस, पोली तथा उभरी (रिलीफ) मूर्तियाँ बनाई जा सकती हैं। दूसरा तरीका है चाक की मदद से बनाना।
गणेश जी की कौन सी मूर्ति शुभ होती है?अपने घर के लिए गणपति की मूर्ति या मूर्ति चुनते समय, गणेश जी की सूंड पर ध्यान देना आवश्यक है। वास्तु के अनुसार, गणेशजी की मूर्ति की सूंड बाईं ओर झुकी होनी चाहिए, क्योंकि यह सफलता और समृद्धि की दिशा मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि दाईं ओर झुकी हुई सूंड वाली गणेशजी को प्रसन्न करना थोड़ा कठिन होता है।
घर पर गणपति का डेकोरेशन कैसे करें?यहाँ सबसे अद्भुत गणपति सजावट विचारों में से एक है; आपको बस चमकीले रंगों के कुछ खूबसूरत दुपट्टे चाहिए। इन्हें आपस में बांधकर घर पर एक खूबसूरत हैंगिंग स्टाइल गणपति डेकोरेशन बनाएं। पर्दे और दुपट्टे का उपयोग करके पृष्ठभूमि में गणपति की सजावट करना न केवल एक अद्वितीय गणपति सजावट विचार है, बल्कि काफी ट्रेंडी भी है।
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