मौसम और ऋतु में क्या अंतर होता है? - mausam aur rtu mein kya antar hota hai?

Homeसामान्य और महत्वपूर्ण जानकारीऋतु और मौसम में अंतर । Difference between season and Weather in Hindi

ऋतु और मौसम में अंतर क्या अंतर है (Season vs Weather) -:

आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि मौसम और ऋतु में क्या अन्तर (mausam aur ritu mein antar) होता है क्योंकि ऐसे बहुत से लोग हैं जो मौसम और ऋतु के बीच अंतर को नहीं समझ पाते हैं और वह मौसम और ऋतु को एक ही समझ जाते हैं तो आइए जानते हैं मौसम और ऋतु में क्या अन्तर होता हैं।

मौसम और ऋतु में क्या अंतर होता है? - mausam aur rtu mein kya antar hota hai?

हम देखते हैं कि प्रत्येक निश्चित समय के बाद गर्मी का समय, ठंडी का समय, बरसात का समय, शरद का समय, बसंत का समय इत्यादि का समय बदलता रहता हैं। यह संपूर्ण घटनाएं एक निश्चित समय के बाद होती हैं। इस प्रकार निश्चित समय के बाद गर्मी का आना, ठंडी का आना, बरसात का आना, शरद ऋतु इत्यादि का आना ऋतु परिवर्तन होता है।

अब हम मौसम की बात करेंगे कि आखिर मौसम, ऋतु से किस प्रकार अलग है। हम सभी देखते हैं कि सुबह कभी धूप निकला हुआ होता है और अचानक से समय बदल जाता है और बारिश होने लगती है। कभी सुबह बारिश हो रही होती है तो शाम को धूप निकल जाती है तो अचानक कभी ठंड लगने लगती है, कभी-कभी अचानक गर्मी होने लगती है। ये सब प्रक्रियाये मौसम परिवर्तन के कारण होती हैं।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि मौसम निश्चित समय के बाद नही बदलते हैं। ये दिन में ही किसी भी समय या रात में ही किसी भी समय बदल सकते हैं। इनके बदलने का कोई निश्चित समय नही होता है।

अब हम पूरी तरह निष्कर्ष पर आते हैं मौसम अचानक से बदल सकता है, वह किसी भी समय बदल सकता है। अचानक से बारिश होना, अचानक से ठंड बढ़ जाना, अचानक से गर्मी बढ़ जाना, अचानक से बादल का छाना इत्यादि मौसम बिगड़ने के लक्षण है जो कि किसी भी समय हो सकते हैं। जबकि ऋतु परिवर्तन एक निश्चित समय के बाद होते हैं, जिनको बदलने में लम्बा समय लगता है और यह निश्चित समय के बाद आते हैं। जबकि मौसम अचानक कभी भी बिगड़ सकता है जबकि ऋतु एक निश्चित समय के बाद ही बदलते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि मौसम बदलने के लिए किसी निश्चित समय की आवश्यकता नहीं होती है ये कभी भी परिवर्तन हो सकते हैं जबकि ऋतु बदलने के लिए निश्चित समय की आवश्यकता होती है।

मैं आशा करता हूं कि आप लोग समझ गए होंगे कि mausam aur ritu mein kya antar होता है।

मौसम किसे कहते है | मौसम व ऋतु में क्या अंतर है | मौसम का महत्व | mausam kise kahate hain –  हम लोग अकसर सुनते है की प्रकति से ऊपर कोई भी नहीं है. हम समाचार में भी कहि बार सुनते है की किसी जगह पर भूकम्प आ गया, तो किसी जगह पर बाढ़ आ गई. इस प्रकार प्रकति अपने खेल दिखाती रहती है. प्रकृति का एक अन्य खेल मौसम भी है. जिस पर किसी भी प्राणी का नियत्रण नहीं है. जैसा भी मौसम है हमे उसके अनुसार ढलना ही पड़ता है.

इस आर्टिकल में हम जानेगे की मौसम किसे कहते है. इसके साथ ही इस आर्टिकल में हम यह भी जानेगे की मौसम और ऋतू में क्या अंतर है तथा मौसम या ऋतू कितने प्रकार की होती है.

मौसम और ऋतु में क्या अंतर होता है? - mausam aur rtu mein kya antar hota hai?

  • मौसम किसे कहते है | मौसम का अर्थ क्या है | mausam kise kahate hain
  • मौसम के बदलने का क्या कारण है
  • मौसम व ऋतु में क्या अंतर है
  • मौसम या ऋतू कितने प्रकार के होते है
  • मौसम का महत्व क्या है.
  • निष्कर्ष

मौसम किसे कहते है | मौसम का अर्थ क्या है | mausam kise kahate hain

किसी स्थान विशेष पर, किसी विशिष्ट समय और वायु मंडल के ठहराव को मौसम कहते है. यहाँ ठहराव की स्पष्टता  कुछ व्यापक परिप्रेक्षय में की जाती है. उसमे अनेक कारको की उपस्थिति एवं अंत:क्रियाए शामिल होती है. जैसे की  हवा की गर्मी, दबाव, उसके बहने की रफ़्तार और दिशा तथा बादल, कोहरा, वर्षा, ओले का गिरना आदि शामिल है. ये अंतक्रियाए ही मुख्य रूप से किसी मौसम को निश्चित करती है.

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मौसम दिन में कही बार बदल सकता है.  किसी जगह पर तापमान, वर्षा, वायु एवं हवा का प्रवाह आदि के संदर्भ में वायुमंडल की प्रत्येक दिन की परिस्थिति उस जगह का मौसम कहलाता है. तापमान, आध्र्ता और अन्य कारक मौसम के घटक कहलाते है. किसी जगह का मौसम प्रत्येक दिन के साथ ही सप्ताह दर सप्ताह भी बदल सकता है.

मौसम एक अत्यंत जटिल प्राकृतिक परिघटना है. यह क्षण में भी बदल  सकता है. मौसम इतनी जटिल प्राकृतिक परिघटना है की उसका पहले से अंदाजा लगाना मुश्किल है जैसे की हम कभी देखते है की धुप आने के तुरंत बाद वर्षा भी आ जाती है इसलिए मौसम का अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल काम है.

मौसम और ऋतु में क्या अंतर होता है? - mausam aur rtu mein kya antar hota hai?

मौसम के बदलने का क्या कारण है

मौसम में सभी बदलाव सूर्य के कारण होते है. वैसे तो सूर्य हमसे बहुत अधिक अंतर की दुरी पर उपस्थित है. परंतु सूर्य के ऊर्जा की क्षमता इतनी अधिक है की पृथ्वी से इतनी दुरी होने के बावजूद सूर्य हमारे लिए संपूर्ण ऊष्मा और प्रकाश का स्त्रोत है. सूर्य उच्च ताप पर गरम गैसों का बहुत बड़ा शक्तिशाली गोला है.

पृथ्वी के थल क्षेत्र, समुन्द्र और वायुमंडल द्रारा अवशोषित और परावर्तित की जाने वाली ऊर्जा भी किसी जगह पर मौसम को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण होती है. मौसम किन्ही दो दिन अथवा सप्ताह दर सप्ताह समान नहीं होता. मौसम के सभी परिवर्तन सूर्य पर निर्भर है. सूर्य  से ही वह संचालित होते है. तापमान, वायुदबाव, पवन तथा वर्षण मुख्य तत्त्व है. ये एक दुसरे के साथ क्रिया एवं प्रतिक्रिया करते है. ये तत्व पवन की दिशा एवं गति आदि वायुमंडलीय दशाओ को प्रभावित करता है.

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मौसम व ऋतु में क्या अंतर है

मौसम कभी निश्चित नहीं रहता कहने का मतलब ये है की मौसम परिवर्तनशील है. मौसम में परिवर्तन अचानक से हो जाता है जिसका अनुभव हम हर रोज कर सकते है. मौसम का प्रभाव किसी देश के छोटे से भाग में अनुभव किया जा सकता है. हालाँकि ऋतू परिवर्तन होने में लंबा समय लगता है. उसे परिवर्तन होने में कुछ समय लगता है. इसलिए उसे अनुभव करना कठिन है.

ऋतू को परिवर्तन होने में एक लंबा समय लगता है. जबकि मौसम अचानक से परिवर्तन हो सकता है. पृथ्वी के अक्ष के झुकाव और उसके द्वारा सूर्य का परिक्रमण करने के परिणाम स्वरूप जो माहौल तैयार होता है. उसे ऋतू कहते है. ऋतू के बदलने के साथ मौसम की दशाए भी बदल जाती है.

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मौसम या ऋतू कितने प्रकार के होते है

जैसे हमे पता है मौसम किसी भी वक्त बदल जाता है. लेकिन ऋतू के बदलने में समय लगता है. हमारे देश में मुख्यरूप से 6 प्रकार की ऋतू होती है.जो निम्नलिखित है:

  1. बसंत ऋतु – यह हिंदी महीनो के अनुसार चैत्र-बैशाख और अंग्रेजी महीनो के अनुसार मार्च-अप्रैल में आता है.
  2. ग्रीष्म ऋतू – यह ऋतू हिंदी महीनो के अनुसार ज्येष्ठ-आषाढ़ और अंग्रेजी महीनो के अनुसार मई-जून मै आता है.
  3. वर्षा ऋतू – यह ऋतू हिंदी महीनो के अनुसार श्रावण-भाद्रपद  और अंग्रेजी महीनो के अनुसार जुलाई-अगस्त में आता है.
  4. शरद ऋतू – यह ऋतू हिंदी महीनो के अनुसार आश्विन-कार्तिक और अंग्रेजी महीनो के अनुसार सितम्बर-अक्टूम्बर में आता है.
  5. हेमंत ऋतू –  यह ऋतू हिंदी महीनो के अनुसार अगहन-पौष और अंग्रेजी महीनो के अनुसार नवम्बर-दिसम्बर में आता है.
  6. शिशिर ऋतू – यह ऋतू जो हिंदी महीनो के अनुसार माघ-फाल्गुन और अंग्रेजी महीनो के अनुसार जनवरी-फरवरी में आता है.

मौसम और ऋतु में क्या अंतर होता है? - mausam aur rtu mein kya antar hota hai?

मौसम का महत्व क्या है.

मौसम का हमारी सृष्टि के प्रत्येक जीव जंतु पर काफी असर पड़ता है. मौसम में बदलाव भी हमारे लिए अतिआवश्यक है. मौसम चाहे कितना भी अच्छा और सुखद हो फिर भी हम लोग कुछ समय बाद उससे उबने लगते है. लोग मौसम में परिवर्तन चाहते है. क्योंकि मौसम लंबे समय तक एक जैस रहता है. तो शारीरिक दृष्टी से भी वो अच्छा नहीं है. इन्सान मौसम में बदलाव चाहता है.

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मौसम एक प्राकृतिक घटक है जिसे हमें सहन करना ही होता है. इन्सान अगर चाहे भी तो उसे बदल नहीं सकता. मौसम हमारे मन, शरीर और भावनाओ को भी प्रभावित करता है. कुछ लोग शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति, बच्चे और बूढ़े मौसम परिवर्तन के कारण छोटी मोटी बीमारी का शिकार बन जाते है. उन्हें सर्दी, जुखाम जैसी बीमारी होने की संभावना रहती है.

मौसम के बारे में पहले से जानकरी होना बहुत ही आवश्यक है. क्योंकि इसका असर मानव जीवन पर पड़ता है. इसीलिए मौसम विभाग का गठन किया गया है. जो तापमान, पवन, वर्षा और अन्य वायुमंडलीय घटनाओ के बारे में आकडे एकत्र करता है तथा मौसम की पूर्वानुमान जानकरी देना का कार्य करते है. ताकि लोग पहले से संभावित खतरे से संचेत रहे. यह जानकरी एक सप्ताह या 48 घंटे पहले दी जाती है. मौसम के अचानक से बदलाव के कारण लोगो के दैनिक गतिविधियों और कार्यो पर असर पड़ता है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (मौसम किसे कहते है | मौसम व ऋतु में क्या अंतर है | मौसम का महत्व | mausam kise kahate hain ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको मौसम और ऋतू और उनके अंतर के बिच में जानकारी देना है. किसी स्थान विशेष पर, किसी विशिष्ट समय और वायु मंडल के ठहराव को मौसम कहते है. मौसम कभी निश्चित नहीं रहता कहने का मतलब ये है की मौसम परिवर्तनशील है. वही ऋतू को परिवर्तन होने में एक लंबा समय लगता है.

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मौसम और ऋतु में क्या अंतर है?

ऋतु जहां सिर्फ एक बड़े कालखंड के लिये प्रयुक्त होता है वहीं मौसम अपेक्षाकृत छोटे समय के लिये भी प्रयुक्त होता है। उदाहरणार्थ, यह कहा जा सकता है कि फरवरी से मार्च तक वसन्त ऋतु होती है पर ये कहना थोड़ा गलत लगता है कि आज की ऋतु बहुत सुन्दर है। इस जगह पर आज का मौसम बहुत सुन्दर है कहना उचित होगा।

मौसम का दूसरा नाम क्या है?

Rituo Ke Naam – बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमन्त ऋतु, शिशिर ऋतु.

ऋतु ऋतु का क्या अर्थ है?

ऋतु का हिंदी अर्थ मौसम; प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वातावरण में होने वाले परिवर्तन। वातावरण के अनुसार वर्ष के छह परिवर्तन- ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर, बसंत।

मौसम कितने प्रकार के होते हैं?

मौसम कितने प्रकार के होते हैं.
बसंत ऋतु (चैत्र-बैशाख या मार्च-अप्रैल).
ग्रीष्म ऋतु (ज्येष्ठ-आषाढ़ या मर्इ-जून).
वर्षा ऋतु (श्रावण-भाद्रपद या जुलार्इ-अगस्त).
शरद ऋतु (आश्विन- कार्तिक या सितम्बर-अक्टूबर).
हेंमत ऋतु (अगहन-पौष या नवम्बर-दिसम्बर).
शिशिर ऋतु (माघ-फाल्गुन या जनवरी-फरवरी).