शाम एक किसान इस पाठ से हमें क्या सीख मिलती है? - shaam ek kisaan is paath se hamen kya seekh milatee hai?

विषयसूची

  • 1 कविता का मुख्य संदेश क्या है?
  • 2 2 मनुष्यता कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?
  • 3 कविता के माध्यम से क्या कहा गया है?
  • 4 शाम एक कि सान कवि ता का सदं ेश क्या है?
  • 5 मनुष्यता कवि के माध्यम से कवि क्या सदं ेश देना चाहिा है?
  • 6 मनुष्यता कविता से हमें जीवन की सीख मिलती है कैसे?
  • 7 इस काव्यांश के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है *?
  • 8 कवि कुंवर नारायण के अनुसार बिना मुरझाए कौन महकता है?

कविता का मुख्य संदेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्यता. कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि प्रकृति के प्राणियों की तुलना में मनुष्य में चेतना शक्ति की प्रबलता होती है। वह स्वयं के ही नहीं दूसरों के हित-अहित का विचार करके आचरण करता है। जो मनुष्य मनुष्यता के लक्षणें से युक्त होकर दूसरों के लिए जीवित रहता है, वही सच्चे अर्थों में मनुष्य है।

2 मनुष्यता कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?

इसे सुनेंरोकें’मनुष्यता’ कविता द्वारा कवि त्याग,बलिदान, मानवीय एकता, सहानुभूति, सद्भाव, उदारता और करुणा का संदेश देना चाहता है। कवि चाहता है कि समस्त मनुष्य एक-दूसरे के साथ अपनत्व की अनुभूति करें। वह दीन-दुखियों, जरुरतमंदों के लिए सहानुभूति का भाव रखते हुए त्याग करने के लिए सहर्ष तैयार रहे।

इस कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंयह कविता पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सभी प्राणियों को एक समान मानना चाहिए। जन्म को आधार मानकर किसी को अछूत कहना निन्दनीय अपराध हैं। किसी को निम्न जाति का मानकर मंदिर में प्रवेश न करने देना, मारपीट करना सरासर गलत है। मानव-मानव में भेद नहीं करना चाहिए।

कविता के माध्यम से क्या कहा गया है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. इस कविता के माध्यम से कवि ने आजादी के महत्त्व को बतलाने का प्रयास किया है। इसमें कवि ने बताने का प्रयास किया है कि आजादी के साथ आने वाली जिम्मेदारियों का अहसास हमें होना चाहिए। स्वतंत्र होना सभी को अच्छा लगता है लेकिन स्वतंत्रता का सही उपयोग कम ही लोग कर पाते हैं।

शाम एक कि सान कवि ता का सदं ेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशाम एक किसान पाठ सार – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जी ने अपनी कविता ‘शाम-एक किसान’ में शाम के समय का बड़ा ही मनोहर वर्णन किया है। कवि वर्णन करता है कि शाम का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही सुंदर है। इस दौरान पहाड़ एक किसान की तरह बैठा हुआ दिखाई दे रहा है। उसके सिर पर आसमान किसी साफ़े के समान बंधा हुआ प्रतीत हो रहा है।

इस कविता के माध्यम से पंछी क्या संदेश देना चाहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-11 इस कविता के माध्यम से पंछी क्या संदेश देना चाहते हैं? उत्तर – इस कविता के माध्यम से पंछी यह संदेश देना चाहते हैं कि स्वंतत्रता सब को प्रिय होती है और स्वंतत्र रह कर ही हम अपने सभी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं।

मनुष्यता कवि के माध्यम से कवि क्या सदं ेश देना चाहिा है?

इसे सुनेंरोकें’मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि हमें अपना जीवन परोपकार में व्यतीत करना चाहिए। इस कविता में कवि ने दधीचि, करण, रंतिदेव और उशीनर क्षितिश का उदाहरण देकर मनुष्यता का सन्देश दिया हैं। सच्चा मनुष्य दूसरों की भलाई के काम को सर्वोपरि मानता है। हमें मनुष्य-मनुष्य के बीच कोई अंतर नहीं करना चाहिए।

मनुष्यता कविता से हमें जीवन की सीख मिलती है कैसे?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें अपने जीवन को उपयोगी और सार्थक बनाने की सीख मिलती है। कवि का कहना है कि हमें मानव जीवन यूं ही नहीं प्राप्त हुआ है। हमें मनुष्य का जीवन मनुष्य की तरह ही जीना चाहिए और हमें पशु की प्रकृति से ऊपर उठकर अपना जीवन मनुष्य के रूप में जीना चाहिए अर्थात हमें ऐसे कार्य करना चाहिए जो मनुष्यता के अनुकूल हों।

.एक फूल की चाह कविता से क्या प्रेरणा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से यह प्रेरणा मिलती है कि सभी प्राणियों को एक समान मानना चाहिए। जन्म का आधार मानकर किसी को अछूत कहना निंदनीय अपराध है। जब सुखिया का पिता जेल से छूटा तो वह श्मशान में गया। उसने देखा कि वहाँ उसकी बेटी की जगह राख की ढेरी पड़ी थी।

इस काव्यांश के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है *?

इसे सुनेंरोकेंकवयित्री ने काव्यांश के माध्यम से यह संदेश दिया है कि मनुष्य को हिंदू-मुसलमान के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए क्योंकि ईश्वर सर्वव्यापक । वह किसी सीमा में नहीं बंधा हुआ है | उसका वास तो स्वयं मनुष्य के हृदय में है। अतः यदि मनुष्य स्वयं को जान लेगा तो वह ईश्वर को पा लेगा।

कवि कुंवर नारायण के अनुसार बिना मुरझाए कौन महकता है?

इसे सुनेंरोकेंबिना मुरझाए कौन महकता है तथा क्यों? उत्तर: फूलों के खिलने के बहाने कवि ने कविता के अंदर की चिरंतनता को प्रमाणित किया है। फूल खिलता अवश्य है, किन्तु समय के साथ वह मुरझा जाता है।

यह कविता हमें क्या संदेश देती है?

इसे सुनेंरोकें’यह सबसे कठिन समय नहीं’ कविता हमें जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देती है। कवयित्री जया जादवानी का मानना है कि हमें अपना लक्ष्य साधना चाहिए व आगे बढ़ना चाहिए। समय तो सदा अच्छा ही होता है।

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One Line Answer

इस पाठ से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

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Solution

इस पाठ से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जीवन में जीने के लिए मनुष्य के पास जो साधन उपलब्ध हो उनसे संतुष्ट रहना चाहिए।

Concept: गद्य (Prose) (Class 6)

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Chapter 11: जो देखकर भी नहीं देखते - अतिरिक्त प्रश्न

Q 15Q 14Next

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NCERT Class 6 Hindi - Vasant Part 1

Chapter 11 जो देखकर भी नहीं देखते
अतिरिक्त प्रश्न | Q 15

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शाम एक किसान कविता में क्या संदेश देती है?

Solution : शाम-एक किसान. कविता हमें यह सन्देश देती है कि हमें प्रकृति के स्वाभाविक सौन्दर्य को निहार कर उसके आनन्द का रसास्वादन करना चाहिए, क्योंकि बनावटी सौन्दर्य प्राकृतिक सुन्दरता का कभी भी मुकाबला नहीं कर सकता है।

शाम एक किसान पाठ से क्या सीखा?

इस कविता में शाम के दृश्य को किसान के रूप में दिखाया गया है - यह एक रूपक है। इसे बनाने के लिए पाँच एकरूपताओं की जोड़ी बनाई गई है। उन्हें उपमा कहते हैं। पहली एकरूपता आकाश और साफ़े में दिखाते हुए कविता में 4 आकाश का साफ़ा' वाक्यांश आया है।

शाम एक किसान कविता का प्रतिपाद्य क्या है?

कवि सर्वेश्वरदयाल सक्सेना जी ने किसान के रूप में जाड़े की शाम के प्राकृतिक दृश्य का चित्रण किया है इस प्राकृतिक दृश्य में पहाड़ - बैठे हुए एक किसान की तरह दिखाई दे रहा है , आकाश उसके सिर पर बंधे साफे के समान , पहाड़ के नीचे बहती हुई नदी -घुटनों पर रखी चादर सी , पलाश के पेड़ों पर खिले लाल -लाल फूल -जलती अंगीठी के समान , ...

शाम एक किसान पाठ में किसका चित्रण किया गया है?

इस कविता के माध्यम से कवि ने पर्वतीय प्रदेश के सायंकालीन प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाने का प्रयास किया है। शाम को किसान के रूप में बताया है। पहाड़ किसान के रूप में घुटने मोड़े बैठा है। उसके सिर पर आकाश का साफ़ा बँधा है और घुटनों पर नदी की चादर पड़ी है।