हिमाचल प्रदेश का राजकीय पक्षी कौन सा है?October 1, 2021 Show
(A) कोयल Answer : जुजुराना (पश्चिमी ट्रैगोपान)Explanation : हिमाचल प्रदेश का राजकीय पक्षी जुजुराना (पश्चिमी ट्रैगोपान) है। इसे स्थानीय स्तर पर पक्षियों का राजा' भी कहा जाता है। तीसरे स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक (2007) में वेस्टर्न ट्रगोपान को राजकीय पक्षी घोषित किया गया। इसका वैज्ञानिक नाम गोपान सेफैलस है। यह नेपाल का राष्ट्रीय पक्षी भी है। वेस्टर्न ट्रगोपान (जुजराना) को संरक्षित करने के उद्देश्य से इसे राजकीय पक्षी घोषित किया गया है।....अगला सवाल पढ़े Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest QuestionsI’m a freelance professional with over 10 years' experience writing and editing, as well as graphic design for print and web. हर राज्य का राजकीय वृक्ष होता है जो उस राज्य के लिए बहुत महत्व रखता है और उसके बहुत से उपयोग भी होते हैं। वैसे ही जैसे हर राज्य का राजकीय पशु और राजकीय पक्षी होता है। हमे देश के हर राज्य के राजकीय पशु , पक्षी, वृक्षों के बारे में पता होना चाहिए हमे कही भी और कभी भी इसकी जरूरत पड़ सकती है। अगर आप स्टूडेंट है या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो आपको इन प्रश्नो का
उत्तर ज्ञात रखना ही चाहिए। किसी भी प्रकार का ज्ञान और शिक्षा हमेशा फायदा ही देती है। अगर आप जानना चाहते है की हिमाचल प्रदेश का राजकीय वृक्ष कौन सा है ? Himachal Pradesh Ka Rajkiya Vriksh Kaun Sa Hai तो यहाँ निचे इसका जवाब आपको मिल जाएगा। हिमाचल प्रदेश का राजकीय वृक्ष (State Tree of Himachal
Pradesh) देवदार है। यह वृक्ष बहुत ही उपयोगी है इसका खास उपयोग औषधियों के निर्माण के लिए किया जाता है। यह पेड़ बर्फीली जगहों पर उगता है इसलिए यह हिमाचल प्रदेश में पाया जाता है और वहा का राजकीय वृक्ष कहलाता है। यह पेड़ इन्सोम्निया, कफ, यूरिनरी डिसचार्ज, इचिंग, टीबी, ऑफथालमिक डिसऑर्डर जैसी और कई बीमारियों में लाभकारी होता है। यह दिखने में शंकु आकर का होता है और लगभग 40 से 50 मीटर तक लम्बा हो
सकता है। कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
हिमाचल प्रदेश : सुगम सामान्य ज्ञान ( Himachal Pradesh at a Glance ), भारत के 28 राज्यों में से एक है तथा इसकी राजधानी बहुत ही खूबसूरत शहर शिमला है। ‘हिमाचल’ शब्द का अर्थ ‘बर्फ का घर’ होता है। हिमाचल प्रदेश को ‘देवभूमि‘ भी कहा
जाता है। इस क्षेत्र में रहने वाली प्राचीनतम जनजातीय निवासियों को दास कहा जाता था। बाद में आर्य आकर इन जनजातियों में रहने लगे। कालान्तर में पहाड़ी सरदारों ने कुषाण, गुप्त, मौर्य साम्राज्य और कन्नौज शासकों का अधिराजत्व स्वीकार कर लिया। महाराणा रणजीत सिंह ने 19 वीं शताब्दी में बहुत से राज्यों को अपने अधीन कर लिया। बाद में जब अंग्रेज भारत आये तो उन्होंने गोरखाओं को पराजित करके और अन्य राज्यों से सन्धि करके अपना कब्ज़ा कर लिया। आजादी के बाद क्षेत्र की 30 पहाड़ी रियासतों को मिलाकर 15 अप्रैल 1948 को
हिमाचल प्रदेश की स्थापना की गयी। 1 नवम्बर 1966 को पंजाब के अस्तित्व में आने के बाद कुछ अन्य सम्बन्धित क्षेत्रों को हिमाचल में मिला लिया गया। और फिर 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हो गया। हिमाचल प्रदेश की सीमा उत्तर में जम्मू-कश्मीर से, दक्षिण-पश्चिम में पंजाब से, दक्षिण में हरियाणा से, दक्षिण-पूर्व
में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से, कुल 5 राज्यों तथा पूर्व में तिब्बत (चीन) की सीमाओं से लगी है। यहाँ सेब का उत्पादन बहुत अधिक मात्रा में होता है इस कारण हिमाचल प्रदेश को ‘सेब का राज्य‘ भी कहा जाता है। हिमाचल प्रदेश एक नजर में ( Himachal Pradesh At A Glance ) हिमाचल के राज्य पक्षी का नाम क्या है?हिमालयी मोनाल को हिमाचल के राज्य पक्षी के रूप में प्रतिस्थापित करना और इसे 'जुजुराना' भी कहा जाता है जिसका अर्थ है 'पक्षियों का राजा'।
हिमाचल प्रदेश का राष्ट्रीय पशु कौन सा है?सही उत्तर है → हिम तेंदुआ । हिम तेंदुआ हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु है।
हिमाचल प्रदेश का राष्ट्रीय फूल क्या है?और फिर 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हो गया।
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हिमाचल प्रदेश एक नजर में ( Himachal Pradesh At A Glance ). राज्य पक्षी कौन है?मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
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