व्यक्तिगत स्वच्छता की प्रक्रिया क्या है? - vyaktigat svachchhata kee prakriya kya hai?

विषयसूची

  • 1 व्यक्तिगत स्वच्छता क्या है और क्यों यह महत्वपूर्ण है?
  • 2 रसोई में भोजन स्वच्छता का क्या महत्व है वर्णन करें?
  • 3 स्वच्छता का क्या महत्व?
  • 4 स्वच्छता सार्वजनिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है?

व्यक्तिगत स्वच्छता क्या है और क्यों यह महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंव्‍यक्तिगत स्‍वच्‍छता एवं स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यक्ति को निम्‍न बातों में सहायता करता है। ऑंख, कान एवं नाक को स्‍वस्‍थ एवं रोगों से मुक्‍त रखने में। व्‍यक्ति में ऊर्जा (गर्मी) शक्ति को बनाये रखने तथा काय्र क्षमता बढाने में। शरीर में रोगों के खिलाफ लडने की शक्ति को बनाये रखने तथा संक्रमण की रोकथाम करने में।

रसोई में भोजन स्वच्छता का क्या महत्व है वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंभोजन पकने के बर्तन साफ करने के लिए भरपूर ठण्ड व गर्म पानी उपलब्ध होना चाहिए। स्वच्छ भोजन मानवीय जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। रसोईघर की सफाई का अर्थ है -कीटाणु रोगाणु व जीवाणु-रहित रसोईघर। स्वच्छ भोजन खाने से हमारा स्वास्थ्य ठीक बना रहता है और कोई बिमारी होने की संभावना नहीं रहती है।

व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने के लिए 10 बातें क्या है?

व्यक्तिगत स्वच्छता

  • स्वास्थ्य
  • सिर की सफाई
  • आँख, कान और नाक की सफाई
  • मुँह की सफाई
  • त्वचा की देखभाल
  • हाथ धोना
  • शौच के बाद सफाई
  • जननांगों की सफाई

वातावरण को स्वच्छ रखना क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छ वातावरण से ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ शरीर में ही अच्छे व्यक्तित्व का विकास होता है। अच्छे व्यक्तित्व से ही देश और समाज महान बनता है।

स्वच्छता का क्या महत्व?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छता सभी की जिम्मेदारी है और उन्हें अपने और अपने आसपास की स्वच्छता और स्वच्छता को बनाए रखने की आवश्यकता है। एक स्वच्छ शरीर हमें स्वस्थ रखता है और डॉक्टरों से दूर रखता है और इस प्रकार चिकित्सा खर्च और समय की हानि से बचाता है। स्वच्छता से मन में अच्छे और सकारात्मक विचार आते हैं जो रोगों की घटना को धीमा करता है।

स्वच्छता सार्वजनिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है?

इसे सुनेंरोकेंस्‍वच्‍छता खुजली और सूजन, और बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाती है। अपनी त्वचा का प्राकृतिक स्वास्थ्य फिर से प्राप्‍त करने की युक्तियाँ जानें क्योंकि तनाव और प्रदूषण के कारण आपकी त्वचा अपनी खूबसूरती खोकर निष्‍प्राण हो सकती है। सार्वजनिक स्थानों पर कीटाणुओं और विषाणुओं के हमले से अपने आपको सुरक्षित रखने की युक्तियाँ जानें।

इसे सुनेंरोकेंव्‍यक्तिगत स्‍वच्‍छता एवं स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यक्ति को निम्‍न बातों में सहायता करता है। एक अच्‍छा सुडौल शरीर बनाये रखने में। मांसपेशियों में अच्‍छी शक्ति बनाये रखने में। सुन्‍दर, स्‍वच्‍छ एवं स्‍वस्‍थ मुख बनाये रखने में तथा दांतों को नष्‍ट होने से बचाने में।

व्यक्तिगत स्वास्थ्य का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंस्वस्थ्य जीवन के हेतु मानव को किन नियमों का पालन करना चाहिए। व्यक्तिगत स्वास्थ्य का अर्थ एंव नियम- शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य को व्यक्तिगत स्वास्थ्य कहते हैं। यदि व्यक्ति का शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा हो तो व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा और परिणामस्वरूप घर में सुख, शान्ति तथा समृद्धि बनी रहेगी।

विषयसूची

  • 1 व्यक्तिगत स्वच्छता के तीन कदम कौन सी है लिखिए?
  • 2 स्वच्छता कैसे रखें?
  • 3 स्वच्छता और बीमारी में क्या अंतर है?
  • 4 स्वच्छता से क्या अभिप्राय है?
  • 5 अपने आस पास की खुली जगह को साफ करने के लिए क्या करना चाहिए?

व्यक्तिगत स्वच्छता के तीन कदम कौन सी है लिखिए?

व्यक्तिगत स्वच्छता

  • स्वास्थ्य
  • सिर की सफाई
  • आँख, कान और नाक की सफाई
  • मुँह की सफाई
  • त्वचा की देखभाल
  • हाथ धोना
  • शौच के बाद सफाई
  • जननांगों की सफाई

व्यक्तिगत स्वच्छता से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकें* व्यक्तिगत स्वच्छता का आशय उस जीवनचर्या से है जिनके फलस्वरूप एक स्वस्थ और स्वच्छ परिवेश बनता है उदाहरण के लिए- प्रतिदिन नहाना, साफ तथा स्वच्छ कपड़े पहनना, बाल बनाना, नियमित रूप से बाल कटवाना, दाढ़ी बनवाना, दांतों की सफाई, और नाखून काटना।

स्वच्छता कैसे रखें?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण को बचाने के लिये पेड़-पौधों और वृक्षारोपण करेंगे। शौचालय का प्रयोग करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलायें। अपने आस-पास रखे कूड़ेदान का प्रयोग करने के लिये लोगों को बतायें। कॉर्टून और चित्रों के जरिये लोगों को स्वच्छता के सही मायने समझायें।

स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छ जीवन के लिए स्वच्छता का विशेष महत्व है। स्वच्छता अपनाने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है और एक स्वस्थ राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह सुखी जीवन की आधारशिला है। साफ-सुथरा रहना मनुष्य का प्राकृतिक गुण है।

स्वच्छता और बीमारी में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकई बीमारियों का मुख्य कारण गंदगी में रहना ही होता है। बच्चों में गंदगी के कारण कई सारी बीमारियां होती है, जिनमें से मुख्य है डायरिया, टायफायड। स्वच्छता को अपना कर इन बीमारियों से बचा जा सकता है। अपने आस-पास साफ सफाई रखी जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है।

व्यक्तिगत साफ सफाई स्वास्थ्य के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंव्‍यक्तिगत स्‍वच्‍छता एवं स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यक्ति को निम्‍न बातों में सहायता करता है। सुन्‍दर, स्‍वच्‍छ एवं स्‍वस्‍थ मुख बनाये रखने में तथा दांतों को नष्‍ट होने से बचाने में। त्‍वचा (चमडी) को स्‍वस्‍थ रखने एवं रोगों से मुक्‍त रखने में। ऑंख, कान एवं नाक को स्‍वस्‍थ एवं रोगों से मुक्‍त रखने में।

स्वच्छता से क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छता का अर्थ होता है अपने वातावरण और स्वयं को हानिकारक तत्व जैसे गंदगी या कीटाणुओं आदि से बचाना। स्वच्छता का आशय शरीर और वातावरण में उत्पन्न हुए मल को उचित समय पर स्वच्छ करना होता है। वातावरण स्वच्छता विश्व के लिए हितकर है इसलिए हमें सर्वप्रथम हमारा घर फिर आस-पड़ोस और फिर कार्यस्थल और अपने देश को स्वच्छ रखना चाहिए।

सड़क को स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है कैसे लिखें?

इसे सुनेंरोकें(1) घर के साथ सड़क को भी साफ रखना हमारा कर्तव्य है। (2) सड़क के आसपास जो भी शोच करता है उसे शौचालय का उपयोग करने की जानकारी देना चाहिए। (3) जगह – जगह आजकल सार्वजनिक शौचालय बने होते हैं कोई भी व्यक्ति हो उसे उसका प्रयोग करना चाहिए ना कि जगह जगह गंदगी करें यह समझना प्रति व्यक्ति का कर्तव्य।

अपने आस पास की खुली जगह को साफ करने के लिए क्या करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें- अपने आस-पास सफाई रखने के लिए अपने घर से शुरुआत करें। ध्यान रखें कि घर में गीला कचरा और सूखा कचरा अलग-अलग रखें। जिसको बाद में नगर निगम की गाड़ी में डालें साथ ही नगर निगम की गाड़ी में लगे तीसरे लिटरबिन में डाइपर, नैपकिन जैसे जैविक अपशिष्ट डाले। – दफ्तरों और घरों में प्लास्टिक का यूज कम से कम करें।

व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए तीन कदम क्या है?

* प्रतिदिन स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। * बालों को नियमित रूप से धोकर साफ रखें । हमेशा शौच के बाद तथा खाने से पहले हाथों को साबुन से धोएं। शारीरिक गतिविधि शारीरिक गतिविधि शरीर की वह गतिविधि है जिसमें शारीरिक ऊर्जा की खपत होती है ।

व्यक्तिगत स्वच्छता के मुख्य घटक क्या हैं?

व्यक्तिगत स्वच्छता के अंतर्गत सबसे पहले शरीर की सफ़ाई है। बच्चे को प्रतिदिन स्नान करने और हाथ धोने का महत्व बताएँ। सफ़ाई की आदतों में सबसे महत्वूपर्ण प्रतिदिन नहाना और भोजन से पहले और टॉयलेट का उपयोग करने के बाद, भली प्रकार हाथ धोना सीखना है। इसी में नियमित रूप से बालों को धोना, शैम्पू करना, तेल लगाना भी शामिल है।

व्यक्तिगत स्वास्थ्य से आप क्या समझते हैं?

व्यक्तिगत स्वास्थ्य का अर्थ अतः वह शारीरिक रूप से रोगमुक्त, बलशाली, कुशल एवं प्रफुल्ल होना चाहिए तथा मानसिक रूप से उत्साही, सक्रिय एवं विवेकशील होना चाहिए और इनके साथ-साथ उसका पारिवारिक एवं सामाजिक अनुकूलन सही होना चाहिए।

पर्सनल हाइजीन में क्या क्या आता है?

बार- बार हाथ धोएं हाथों को साफ करने के लिए सोप का इस्तेमाल जरूर करें। खाना खाने के बाद, पेट्स के साथ खेलने के बाद या टॉयलेट से आने के बाद- हैंड वॉश बहुत जरूरी है। गार्डनिंग करते समय ग्लव्स पहन लीजिए। जितनी बार धोएं, उतनी बार उनको सूखाएं भी।