मकर राशि का कौन सा देवता है? - makar raashi ka kaun sa devata hai?

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मकर राशि का कौन सा देवता है? - makar raashi ka kaun sa devata hai?
जन्मदिन गणना: 22 दिसंबर - 19 जनवरी

विशेषता
आत्मनिर्भर, ईमानदार, विचारशील
कमजोरी
असहिष्णु, अभिमानी, निराशावादी
शारीरिक लक्षण
बड़े दांत, बड़ा मुख, दुबला-पतला शरीर
उपयुक्त नौकरी और व्यवसाय
वकालत, टैक्स अधिकारी, लोहे के उपकरण का व्यापार
मित्र राशियां
मिथुन, वृषभ, कन्या, तुला, कुंभ राशि
भाग्यशाली साल
33 से 49 की आयु में सौभाग्यशाली
भाग्यशाली दिन और नंबर
शनिवार , 4
पसंद
तैराकी, घुड़सवारी, यात्रा करना
नापसंद
बरसात का मौसम, ज्यादा नमक युक्त भोजन करना

July 29, 2019 , updated on July 30, 2019

(A) स्वामी बुध
(B) स्वामी सूर्य
(C) स्वामी शनि
(D) स्वामी गुरु

मकर राशि का कौन सा देवता है? - makar raashi ka kaun sa devata hai?

मकर राशि का स्वामी शनि है। शनिदेव को क्रूर ग्रह है। इस कारण इन्हें प्रसन्न करना बहुत मुश्किल माना जाता है। मकर राशि के लोग हर शनिवार शनि के निमित्त तेल और काली उड़द का दान करना चाहिए। किसी गरीब को काले कंबल का दान करना भी श्रेष्ठ उपाय है। बतादें कि ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियाँ बताई गयी हैं और इन राशियों के स्वामी ग्रह अलग-अलग हैं। जबकि नौ ग्रह नवग्रह होते है। कौनसा ग्रह किस राशि को संचालित करता है। अपनी नाम राशि के अनुसार आपको देवता की पूजा भी करनी चाहिए जिससे आपका ग्रह स्वामी प्रसन्न हो।

राशि और उनके स्वामी
मेष राशि : मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है।
वृषभ राशि : इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह को बताया गया है।
मिथुन राशि : बुध ग्रह इस राशी का स्वामी है।
कर्क राशि : इस राशि का स्वामी चन्द्र देवता है।
सिंह राशि : सूर्य को सिंह राशि का स्वामी बताया गया है।
कन्या राशि : इस ग्रह का स्वामित्व बुध ग्रह के अधीन है।
तुला राशि : तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है।
वृश्चिक राशि : इस राशि के देवता मंगल है।
धनु राशि : धनु राशि के स्वामी बृहस्पति ग्रह को बताया गया है।
मकर राशि : इस राशि के देवता शनि देव को बताया गया है।
कुंभ राशि : शनि इस राशि के स्वामी है।
मीन राशि : स्वामी बृहस्पति ग्रह है।....अगला सवाल पढ़े

Tags : मकर राशि

Web Title : Makar Rashi Ka Swami Kon Hai

सनातन हिंदू धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों से जल्दी और आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। जल्दी और सरलता से प्रसन

मकर राशि का कौन सा देवता है? - makar raashi ka kaun sa devata hai?

Alakha Singhलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 23 May 2022 02:04 PM

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सनातन हिंदू धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों से जल्दी और आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। जल्दी और सरलता से प्रसन्न होने के कारण ही शास्त्रों में भगवान शिव को भोलेनाथ कहा गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 12 राशियों में से तीन ऐसी राशियां हैं, जिन पर भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इन राशियों से जुड़े लोगों पर महादेव की कृपा से बिगड़े काम बन जाते हैं। वैसे तो सोमवार को पूरी आस्था के साथ भगवान शिव की पूजा करने वाले सभी भक्त भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करते हैं, लेकिन इन तीन राशियों मेष, मकर और कुंभ के लोग जलाभिषेक मात्र से भगवान शंकर को प्रसन्न कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन तीन लकी राशियों के बारे में-

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मेष राशि- ज्योतिष में 12 राशियों में मेष पहली राशि है। इस राशि के स्वामी मंगलदेव हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को यह राशि अतिप्रिय है। भगवान शिव की कृपा से इस राशि वालों को ज्यादातर कामों में सफलता मिलती है। इस राशि के जातक सुख-सुविधाओं भरा जीवन बिताते हैं। मेष राशि के जातकों को हर सोमवार को भगवान शंकर का जलाभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि भगवान  की शिव की अराधना करने से कम समय में ही व्यक्ति  को सफलता मिलती है।

मकर राशि- ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, मकर राशि पर भी भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इस राशि पर भगवान शंकर के अलावा शनिदेव की भी कृपादृष्टि बनी रहती है। मान्यता है कि मकर राशि वालों के लिए भगवान शंकर की उपासना करना लाभकारी रहता है। इन्हें हर सोमवार को जलाभिषेक करना चाहिए। भगवान शिव की कृपा होने से इस राशि वालों को भाग्यशाली माना जाता है।

कुंभ राशि- कुंभ राशि भगवान शिव को अतिप्रिय है। ज्योतिष में कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव माने गए हैं। शनिदेव के साथ-साथ इस राशि पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। इस राशि के जातकों के लिए भगवान शंकर की अराधना करना फलदायी माना गया है।

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

मकर राशि के इष्ट देव कौन से हैं?

मकर राशि के व्यक्ति का इष्ट देव : इष्ट देव : मकर राशि के जातको की इष्ट देव माता लक्ष्मी होती है।

मकर राशि वालों को किसकी पूजा करनी चाहिए?

मकर राशि- ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, मकर राशि पर भी भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इस राशि पर भगवान शंकर के अलावा शनिदेव की भी कृपादृष्टि बनी रहती है। मान्यता है कि मकर राशि वालों के लिए भगवान शंकर की उपासना करना लाभकारी रहता है। इन्हें हर सोमवार को जलाभिषेक करना चाहिए

मकर राशि का गुरु कौन होता है?

वर्तमान समय में मकर राशि में शनि गोचर कर रहे हैं। अब शनि की स्वराशि मकर में देवगुरु बृहस्पति भी प्रवेश करेंगे। शनि और गुरु दोनों वक्री अवस्था में हैं।

मकर राशि का शुभ रंग कौन सा है?

हरा रंग हमेशा से मकर राशि के लिए शुभ रंगों में से एक रहा है। एक पृथ्वी चिन्ह के रूप में, मकर राशि वाले हरे रंग की सराहना करते हैं और गहरे रंग विशेष रूप से तनाव के समय में शांत हो सकते हैं।