मकर राशि के इष्ट देव कौन है, मकर राशि के लिए रत्न, मकर राशि वालों को क्या दान करना चाहिए, मकर राशि के दोष का उपाय, मकर राशि के लिए उपाय, Makar Rashi Ke Isht Dev Kaun Hai, Makar Rashi Ke Liye Ratna, Makar Rashi Walon Ko Kya Daan Karna Chaahie, Makar Rashi Ke Dosh Ka Upaay, Makar Rashi Ke Liye Upaay Show
विशेषताआत्मनिर्भर, ईमानदार, विचारशीलकमजोरीअसहिष्णु, अभिमानी, निराशावादीशारीरिक लक्षणबड़े दांत, बड़ा मुख, दुबला-पतला शरीरउपयुक्त नौकरी और व्यवसायवकालत, टैक्स अधिकारी, लोहे के उपकरण का व्यापारमित्र राशियांमिथुन, वृषभ, कन्या, तुला, कुंभ राशिभाग्यशाली साल33 से 49 की आयु में सौभाग्यशालीभाग्यशाली दिन और नंबरशनिवार , 4पसंदतैराकी, घुड़सवारी, यात्रा करनानापसंदबरसात का मौसम, ज्यादा नमक युक्त भोजन करनाJuly 29, 2019 , updated on July 30, 2019 (A) स्वामी बुध मकर राशि का स्वामी शनि है। शनिदेव को क्रूर ग्रह है। इस कारण इन्हें प्रसन्न करना बहुत मुश्किल माना जाता है। मकर राशि के लोग हर शनिवार शनि के निमित्त तेल और काली उड़द का दान करना चाहिए। किसी गरीब को काले कंबल का दान करना भी श्रेष्ठ उपाय है। बतादें कि ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियाँ बताई गयी हैं और इन राशियों के स्वामी ग्रह अलग-अलग हैं। जबकि नौ ग्रह नवग्रह होते है। कौनसा ग्रह किस राशि को संचालित करता है। अपनी नाम राशि के अनुसार आपको देवता की पूजा भी करनी चाहिए जिससे आपका ग्रह स्वामी प्रसन्न हो। राशि और उनके स्वामी Web Title : Makar Rashi Ka Swami Kon Hai सनातन हिंदू धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों से जल्दी और आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। जल्दी और सरलता से प्रसनAlakha Singhलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 23 May 2022 02:04 PM हमें फॉलो करें इस खबर को सुनें 0:00 / ऐप पर पढ़ें सनातन हिंदू धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों से जल्दी और आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। जल्दी और सरलता से प्रसन्न होने के कारण ही शास्त्रों में भगवान शिव को भोलेनाथ कहा गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 12 राशियों में से तीन ऐसी राशियां हैं, जिन पर भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इन राशियों से जुड़े लोगों पर महादेव की कृपा से बिगड़े काम बन जाते हैं। वैसे तो सोमवार को पूरी आस्था के साथ भगवान शिव की पूजा करने वाले सभी भक्त भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करते हैं, लेकिन इन तीन राशियों मेष, मकर और कुंभ के लोग जलाभिषेक मात्र से भगवान शंकर को प्रसन्न कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन तीन लकी राशियों के बारे में- साप्ताहिक राशिफल 22 -28 May 2022 : इस सप्ताह आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे वृश्चिक और धनु राशिवाले, चमकेगा भाग्य मेष राशि- ज्योतिष में 12 राशियों में मेष पहली राशि है। इस राशि के स्वामी मंगलदेव हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को यह राशि अतिप्रिय है। भगवान शिव की कृपा से इस राशि वालों को ज्यादातर कामों में सफलता मिलती है। इस राशि के जातक सुख-सुविधाओं भरा जीवन बिताते हैं। मेष राशि के जातकों को हर सोमवार को भगवान शंकर का जलाभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि भगवान की शिव की अराधना करने से कम समय में ही व्यक्ति को सफलता मिलती है। मकर राशि- ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, मकर राशि पर भी भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इस राशि पर भगवान शंकर के अलावा शनिदेव की भी कृपादृष्टि बनी रहती है। मान्यता है कि मकर राशि वालों के लिए भगवान शंकर की उपासना करना लाभकारी रहता है। इन्हें हर सोमवार को जलाभिषेक करना चाहिए। भगवान शिव की कृपा होने से इस राशि वालों को भाग्यशाली माना जाता है। कुंभ राशि- कुंभ राशि भगवान शिव को अतिप्रिय है। ज्योतिष में कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव माने गए हैं। शनिदेव के साथ-साथ इस राशि पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। इस राशि के जातकों के लिए भगवान शंकर की अराधना करना फलदायी माना गया है। Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। मकर राशि के इष्ट देव कौन से हैं?मकर राशि के व्यक्ति का इष्ट देव :
इष्ट देव : मकर राशि के जातको की इष्ट देव माता लक्ष्मी होती है।
मकर राशि वालों को किसकी पूजा करनी चाहिए?मकर राशि- ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, मकर राशि पर भी भगवान शंकर की कृपा बनी रहती है। इस राशि पर भगवान शंकर के अलावा शनिदेव की भी कृपादृष्टि बनी रहती है। मान्यता है कि मकर राशि वालों के लिए भगवान शंकर की उपासना करना लाभकारी रहता है। इन्हें हर सोमवार को जलाभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि का गुरु कौन होता है?वर्तमान समय में मकर राशि में शनि गोचर कर रहे हैं। अब शनि की स्वराशि मकर में देवगुरु बृहस्पति भी प्रवेश करेंगे। शनि और गुरु दोनों वक्री अवस्था में हैं।
मकर राशि का शुभ रंग कौन सा है?हरा रंग हमेशा से मकर राशि के लिए शुभ रंगों में से एक रहा है। एक पृथ्वी चिन्ह के रूप में, मकर राशि वाले हरे रंग की सराहना करते हैं और गहरे रंग विशेष रूप से तनाव के समय में शांत हो सकते हैं।
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