मुअनजो दड़ो किसकी अनूठी मिसाल है *? - muanajo dado kisakee anoothee misaal hai *?

  1. “अतीत में दबे पांव” नामक पाठ के लेखक कौन है – ओम थानवी
  2. “अतीत में दबे पांव” पाठ क्या हैं -एक यात्रा वृत्तांत और रिपोर्ताज
  3. “अतीत में दबे पांव” नामक पाठ में किस सभ्यता का वर्णन हैं – मुअनजो -दड़ो (सिंधुकालीन)
  4. वर्तमान में यह पुरातात्विक स्थल कहां है – पाकिस्तान के सिंध प्रांत में
  5. मोहनजोदड़ो किस नदी के तट पर स्थित हैं – सिंधु नदी
  6. मुअनजो -दड़ो किस काल के शहरों में सबसे बड़ा शहर है – ताम्रकालीन
  7. मुअनजो -दड़ो का अर्थ क्या है – मृतकों या मुर्दों का टीला
  8. वर्तमान में मुअनजो -दड़ो को किस नाम से जाना जाता है – मोहनजोदड़ो
  9. मुअनजो -दड़ो के टीले कैसे हैं – मानवनिर्मित
  10. सिंधु नदी के पानी से बचने के लिए जमीन की सतह को किस तरह ऊपर उठाया गया था – कच्ची – पक्की ईंटों की चिनाई से (टीलों के रूप में)
  11. मसोपोटेमिया के अभिलेखों में प्रयोग “मेलुहा” शब्द संभवत किसके लिए प्रयोग होता होगा – मोहनजोदड़ो के लिए
  12. मुअनजो -दड़ो (मोहनजोदड़ो) की खोज किसने की – राखलदास बनर्जी
  13. राखलदास बनर्जी कौन थे – पुरातत्ववेदा
  14. राखलदास बनर्जी यहां पर किस वर्ष आए थे – सन 1922 में
  15. मोहनजोदड़ो की खुदाई किस के निर्देश पर शुरू हुई थी – जान मार्शल
  16. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तत्कालीन महानिदेशक कौन थे – जान मार्शल
  17. यह स्थल किस चीज की अनूठी मिसाल है – नगर नियोजन की
  18. सिंधु घाटी सभ्यता कितने साल पुरानी हैं – 5,000 वर्ष पूर्व
  19. मोहनजोदड़ो का नगर कितने हजार साल पहले का है – 5,000 वर्ष पूर्व का
  20. मोहनजोदड़ो अपने काल में किसका केंद्र रहा होगा – सभ्यता का
  21. मोहनजोदड़ो का समाज कैसा था – साक्षर और सुसंस्कृत
  22. सिंधु घाटी की सभ्यता को किस सभ्यता के समकक्ष माना जाता है – मसोपोटेमिया (इराक) और मिस्र की सभ्यता
  23. सिंधु घाटी की जल संबंधी अनूठी विशेषता क्या है – जल निकासी का प्रबंध
  24. मोहनजोदड़ो नगर कितने हेक्टेयर में फैला हुआ था – 200 हेक्टेयर में
  25. लेखक के अनुसार मोहनजोदड़ो की आबादी लगभग कितनी थी – 85000
  26. मोहनजोदड़ो के अलावा सिंधु घाटी सभ्यता का दूसरा शहर कौन सा है – हड़प्पा
  27. सिंधु घाटी संस्कृति किस प्रकार की मानी जाती है – मैदानी संस्कृति
  28. 100 वर्षों में अब तक मोहनजोदड़ो के कितने भाग की खुदाई की गई है – एक तिहाई
  29. मोहनजोदड़ो के स्तूप के चबूतरे वाले हिस्से को किस नाम से पुकारते हैं – गढ़
  30. मोहनजोदड़ो की मुख्य सड़क की चौड़ाई कितनी थी – 33 फीट
  31. महाकुंड कितने फुट लंबा है – 40 फुट
  32. महाकुंड की चौडई कितनी है – 25 फुट
  33. महाकुंड की गहराई कितनी है – 7 फुट
  34. महाकुंड के तीन तरफ किसके कमरे बने हुए हैं – साधुओं के
  35. महाकुंड में पानी के प्रबंध के लिए क्या व्यवस्था है – कुआं
  36. महाकुंड में ईंटों के बीच चूने और चिरोड़ी के गारे का इस्तेमाल क्यों किया गया था – अशुद्ध पानी के प्रवेश को रोकने के लिए
  37. महाकुंड के पास मिले ज्ञान शालाओं के अवशेषों को क्या नाम दिया गया है – कॉलेज ऑफ प्रीस्ट
  38. दो पाँत और 8 स्नानागार कहां बने थे – कुंड के उत्तर में
  39. कोठार किस काम आते थे – कर से प्राप्त अनाज जमा करने के
  40. दाढ़ी वाली मूर्ति का नाम क्या रखा गया – याजक नरेश
  41. नर्तकी के अलावा और किसकी मूर्ति मिली थी – दाढ़ी वाले नरेश
  42. मोहन जोदड़ो से सिंधु नदी कितनी दूरी पर बहती है – 5 किलोमीटर की दूरी पर
  43. मोहनजोदड़ो , हड़प्पा से प्राप्त हुई नर्तकी की मूर्ति किस राष्ट्रीय संग्रहालय में रखी है – राष्ट्रीय संग्रहालय , नई दिल्ली
  44. मोहनजोदड़ो की गलियों तथा घरों को देखकर लेखक को किस प्रदेश का ख्याल आया – राजस्थान का
  45. मोहनजोदड़ो के घरों में टहलते हुए लेखक को किस गांव की याद आई – कुलधरा
  46. मोहनजोदड़ो की खुदाई में निकली पंजीकृत चीजों की संख्या कितनी है – 50,000 से अधिक
  47. मोहनजोदड़ो की लंबी सड़क अब कितनी बची है। – 1/2 मील
  48. सिंधु घाटी सभ्यता में कपास पैदा होता था। इसका क्या प्रमाण है – सूती कपड़ा
  49. मोहनजोदड़ो को नागर भारत का सबसे पुराना क्या कहा गया है – लैंडस्केप
  50. मोहनजोदड़ो की सभ्यता और संस्कृति अब किस जगह की शोभा बढ़ा रही हैं – अजायबघरों की
  51. मोहनजोदड़ो के वास्तुकला की तुलना किस नगर के साथ की गई है – चंडीगढ़
  52. खुदाई से प्राप्त गेहूं का रंग कैसा था – काला
  53. अजायबघर में तैनात व्यक्ति का नाम क्या था – अली नवाज
  54. सिंधु सभ्यता की खूबी क्या है – सौंदर्यबोध
  55. लेखक ने सिंधु सभ्यता के सौंदर्यबोध को क्या नाम दिया है – समाज पोषित सौंदर्यबोध
  56. यहां की आडी और सीधी सड़कों को आज के वास्तुकार क्या कहते हैं – ग्रिड प्लान
  57. भग्न इमारत में कितने खंभे हैं – 20
  58. डी. के. हलका किसके नाम पर रखा गया हैं – दीक्षित काशीनाथ के
  59. सोने की 3 सुईयों किसे मिली थी – काशीनाथ दीक्षित
  60. यहां के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से का नाम डी.के.जी किसके नाम पर रखा गया है – पुरातत्वविद काशीनाथ दीक्षित
  61. सिंधु घाटी सभ्यता में कौन से फल उगाए जाते थे – खजूर और अंगूर
  62. मोहनजोदड़ो के सबसे ऊंचे चबूतरे में क्या विद्यमान हैं – बौद्ध स्तूप
  63. बौद्ध स्तूप कितने फुट ऊंचे चबूतरे पर निर्मित है – 25 फुट
  64. स्तूप से महाकुंड की ओर जाने वाले रास्ते का नाम क्या रखा गया है – डिविनिटी स्ट्रीट यानि देव मार्ग
  65. चबूतरे पर किसके कमरे बने हुए हैं – बौद्ध भिक्षुओं के
  66. साधु के कमरे कहां थे – कुंड के तीन तरफ
  67. दक्षिण में टूटे-फूटे घरों के जमघट को किसकी बस्ती माना गया है। – कामगारों की
  68. उत्तर में दो पांत में कितने स्नानघर हैं – 8
  69. अनाज की ढुलाई के लिए किस वाहन का प्रयोग किया जाता होगा – बैलगाड़ी
  70. मोहनजोदड़ो में कुओं को छोड़कर अन्य चीजों के आकार कैसे थे -चौकोर या आयताकार
  71. सिंधु घाटी के छोटे टीलों पर बनी बस्तियों को क्या कहा गया है – नीचा नगर
  72. रंगरेज के कारखानों में क्या रखा जाता होगा – रंगाई के बर्तन
  73. रंगाई का छोटा कारखाना खुदाई के समय किसे मिला था – माधोस्वरूप वत्स
  74. नालियों की क्या विशेषता थी – नालियों पक्की ईंटों से बनी और ढकी हुई थी
  75. सिंधु की खास पहचान , छापे वाले कपड़ों को क्या कहते हैं – अजरक
  76. समूची सिंधु सभ्यता में औजार तो मिले परंतु क्या नहीं मिले – हथियार

मुअनजो दड़ो से सम्बंधित कौनसा कथन असत्य है?

उत्तर: मुअनजोदड़ो के अजायबघर में प्रदर्शित चीज़ों में औज़ार तो हैं, पर हथियार कोई नहीं है। मुअनजोदड़ो क्या, हड़प्पा से लेकर हरियाणा तक समूची सिंधु सभ्यता में हथियार उस तरह कहीं नहीं मिले हैं जैसे किसी राजतंत्र में होते हैं।

मुअनजोदड़ो कहाँ है और क्यों प्रसिद्ध है?

यह नगर अवशेष सिन्धु नदी के किनारे सक्खर ज़िले में स्थित है। मोहन जोदड़ो शब्द का सही उच्चारण है 'मुअन जो दड़ो'। मोहनजोदड़ो वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है जो कि कच्ची ईटो से निर्मित मकानों के लिए प्रसिद्ध है

मोहनजोदड़ो को क्या कहा जाता है?

मोहनजोदड़ो सिंधी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है मुर्दों का टीला। इसे मुअन जो दाड़ो भी कहा जाता है। हालांकि शहर का असली नाम अब भी किसी को नहीं पता लेकिन मोहनजोदाड़ो की पुरानी सील को देखकर पुरातत्वविदों ने एक द्रविड़ियन नाम पता लगाया जो है कुकूतर्मा। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पुराना और नियोजित शहर था।

मोहनजोदड़ो से क्या क्या प्राप्त हुआ?

यहां खेती और पशुपालन संबंधी कई अवशेष मिले हैं। बताया जाता है कि सिंध के पत्थर और राजस्थान के तांबें से बने उपकरण यहां खेती में इस्तेमाल किए जाते थे। हल से खेत जोतने का एक साक्ष्य हड़प्पा सभ्यता के कालीबंगा में भी मिले हैं। मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति की मुहर पर हाथी, गैंडा, बाघ और बैल अंकित हैं।