Kuldevi Mantra is simply a tool to please the Goddess that brought the clan into this world. Every clan has Kuldevi or Kuldevta. Kuldevta or Kuldevi has great importance in our life. Their worship has been going on since time immemorial. Show Without their blessings, no auspicious work is done. Kuldevi or Kuldevta is the god or goddess who always maintains a security cordon to protect the family. Whatever religious work we do, the Punya or fruits reaches to protect the family. The progress of the total lineage takes place only from the blessings of Kuldevi. But in today's modern era, people do not even know who our Kuldevi or Goddess is. The consequences of which we are suffering today. Because of not worshipping the lineage Goddess many troubles are being faced by the family as a whole. You must have seen that there are many such people who do a lot of worship, are very religious, yet there is no happiness and peace in their family. Unemployment even after getting degrees, consistent fights between family members, unnecessary expenses, no savings, delayed and unhappy marriage, delay in the birth of children, and deformities in kids are some of the examples of the issues that a family faces these days. This is a sign that your Kuldev or Goddess is angry with you, the protection aura has been removed from you, due to which negative forces dominate you. Then no matter how much worship you do, there will be no benefit. But modern people do not believe in these things. Closing the eyes does not make the night come true. That's why you are requested to find out your Kuldevi or Goddess and take refuge in their lotus feet and ask for forgiveness of your mistakes. Kuldevi always protects our family, no matter what kind of obstacles are going to come on us. There are many people who do not know their Kuldevi and there are some who know Kuldevi but do not know their worship or sadhana. So this sadhana is very suitable to get their boons. By the means of this Kuldevi sadhana, a sadhak can remove many troubles from family. The sadhana ensures a smooth and uniform flow of money and happiness. Scarcity and diseases are simply eradicated from life. The sadhana simply placates the Kuldevi and grants blessings. Materials To Perform Kuldevi Sadhana3 coconuts with water, red clothes, 9 supari or betel nuts, 8 or 16 makeup items, 9 leaves to eat, 3 ghee lamps, kumkum, turmeric, vermilion, molly, and three types of sweets. How To Perform Kuldevi Mantra Sadhana
Kuldevi mantraOm Hreem Shreem Kuleshwari Praseed Praseed Aim Namah: After the completion of sadhna, the whole family should perform aarti. कुलदेवता या कुलदेवी का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है । इनकी पूजा आदिकाल से चलती आ रही है इनके आशिर्वाद के बिना कोई भी शुभ कार्य नही होता है यही वो देव या देवी है जो कुल की रक्षा के लिए हमेशा सुरक्षा घेरा बनाये रखती है । आपकी पूजा पाठ व्रत कथा जो भी आप धार्मिक कार्य करते है उनको वो आपके इष्ट तक पहुचाती है । इनकी किरपा से ही कुल वंश की प्रगति होती है । लेकिन आज के आधुनिक युग में लोगो को ये ही नही पता की हमारे कुलदेव या देवी कोन है । जिसका परिणाम हम आज भुगत रहे हैं । क्योकि पता ही नही चल रहा की इतनी मुसीबते आ क्यों रहे है । आपने देखा होगा बहुत से ऐसे लोग भी है जो बहुत पूजा पाठ करते है बहुत धार्मिक है फिर भी उसके परिवार में सुख शांति नही । बेटा बेरोजगार होता है बहुत पड़ने लिखने के बाद भी पिता पुत्र में लड़ाई होती रहती है जो धन आता है घर मे पता ही नही चलता कोनसे रास्ते निकल जाता है । शादी नही होती शादी किसी तरह हो गई तो संतान नही होती । ये संकेत है की आपके कुलदेव या देवी आपसे रुष्ट है आपके ऊपर से सुरक्षा चक्र हट चूका है जिसके कारन नकारात्मक शक्तिया आप पर हावी हो जाती है । फिर चाहे आप कितना पूजा पाठ करवा लो कोइ लाभ नही होगा । लेकिन आधुनिक लोग इन बातो को नही मानते । आँखे बन्द कर लेने से रात नही हो जाती सत्य सत्य ही रहेगा जो हमारे बुजुर्ग लोग कह गए वो सत्य है भले ही वो आप सबकी तरह अग्रेजी स्कूल में ना पढ़े हो लेकिन समझ उनमे आपसे ज्यादा थी ।उनके जैसे संस्कार आज के बच्चों में नही मिलेगे । इसलिए आपसे निवेदन है अपने कुलदेव या देवी का पता लगाओ और उनकी शरण में जाओ अपनी भूल की क्षमा माँगो l कुलदेवी कृपा प्राप्ति साधनाकुलदेवी सदैव हमारी कुल कि रक्षा करती है,हम पर चाहे किसी भी प्रकार कि कोई भी बाधाये आने वाली हो तो सर्वप्रथम हमारी सबसे ज्यादा चिंता उन्हेही ही होती है.कुलदेवी कि कृपा से कई जीवन के येसे कार्य है जिनमे पूर्ण सफलता मिलती है | कई लोग येसे है जिन्हें अपनी कुलदेवी पता ही नहीं और कुछ येसे भी है जिन्हें कुलदेवी पता है परन्तु उनकी पूजा या फिर साधना पता नहीं है | तो येसे समय यह साधना बड़ी ही उपयुक्त है | यह साधना पूर्णतः फलदायी है और गोपनीय है | इस साधना के माध्यम से घर मे क्लेश चल रही हो,कोई चिंता हो,या बीमारी हो,धन कि कमी,धन का सही तरह से इस्तेमाल न हो,या देवी/देवतओं कि कोई नाराजी हो तो इन सभी समस्या ओ के लिये कुलदेवी साधना सर्वश्रेष्ट साधना है| सामग्री :- ३ पानी वाले नारियल,लाल वस्त्र, ९ सुपारिया, ८ या १६ शृंगार की वस्तुये, खाने के ९ पत्ते , ३ घी के दीपक, कुंकुम, हल्दी, सिंदूर,मौली , 3 प्रकार की मिठाई साधना विधि :-
कुलदेवी मंत्र || ओम ह्रीं श्रीं कुलेश्वरी प्रसीद - प्रसीद ऐम् नम : || साधना समाप्ति के बाद सहपरिवार आरती कर दे| कुलदेवी का मंत्र क्या है?स्थान का नाम भी नहीं मालूम होतो तो हे माता कुलदेवी और कुलदेवता आपकी सदा विजयी हो। दुर्गा माता की जय, भैरू महाराज की जय। 2. एक ऐसा भी दिन होता है जबकि संबंधित कुल के लोग अपने देवी और देवता के स्थान पर इकट्ठा होते हैं।
अपनी कुलदेवी को कैसे खुश करें?कुलदेवता को हल्दी में लिपटे पीले चावल पानी में भिगोकर अर्पण करना शुभ माना जाता है. पूजा के समय पान के पत्ते का बहुत महत्व है. यदि आप पान का पत्ता अर्पित कर रहे हैं तो साथ में सुपारी, लौंग, इलायची और गुलकंद भी अर्पण करना चाहिए. इससे कुलदेवता प्रसन्न होते हैं.
अपने कुलदेवता को कैसे प्रसन्न करें?कुलदेवता को पान का पत्ता चढ़ाएं
पूजा के वक्त अपने कुलदेवता को पान का पत्ता चढ़ाना चाहिए। पान के पत्ते कोका पूजा के समय बड़ा महत्व माना जाता है। अगर आप अपने कुल देवता को पान का पत्ता अर्पित करते हैं तो इसके साथ सुपारी, लौंग, इलायची और गुलकंद भी अर्पण करना चाहिए. इससे कुलदेवता प्रसन्न होते हैं।
कुलदेवी की पूजा करने से क्या होता है?Importance of Worshiping kuldevi, Devi Darshan Part 9: हिंदू धर्म में कुलदेवी या देवता हर घर में होते हैं। कुल देवी या देवता अलग-अलग होते हैं। पुराणों में इनकी पूजा करना बहुत जरूरी माना गया है। जिस तरह घर में अन्य देवोया देवता की पूजा होती है, कुल देवी या देवता की पूजा भी करने का विधान है।
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