लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का मंत्र - lakshmee jee ko prasann karane ka mantr

धन की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए हिन्दू धर्मशास्त्रों में मंत्रों का जाप करने का विधान बताया गया है. माता के अलग-अलग मंत्रों के जाप से आर्थिक प्राप्तियां होती हैं और माता की अखंड कृपा से सभी कार्य सफलता पूर्वक सम्पन्न होते हैं. आइए जानते हैं मंत्रों के बारे में

1. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: यह वैभव लक्ष्मी का मंत्र है,इस मंत्र का जाप 108 बार करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है।

2. धनाय नमो नम: देवी मां के इस मंत्र का रोजाना 11 बार जाप करना चाहिए। इससे व्यक्ति की धन संबंधित परेशानियां दूर होती हैं।

3. ॐ लक्ष्मी नम: इस मंत्र का अगर जाप किया जाए तो व्यक्ति के घर में लक्ष्मी का वास होता है. साथ ही घर में कभी अन्न और धन की कमी भी नहीं होती है. इस मंत्र का जाप कुश आसन पर ही करना चाहिए.

4. ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम: इस मंत्र का जाप किसी भी शुभ कार्य करने से पहले करें. ऐसा करने से सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं.

5. लक्ष्मी नारायण नम: इस मंत्र का जाप करने से दाम्पत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. पति-पत्नी के बीच का संबंध भी अच्छा बना रहता है.

6. पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम् मां लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप 108 बार करें. इसका जाप स्फटिक की माला के साथ करें. इससे घर में हमेशा अन्न और धन बना रहता है.

7. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है. मां लक्ष्मी की चांदी या अष्ट धातु की मूर्ति की पूजा करनी चाहिए.

8 ॐ धनाय नम: इस मंत्र का जाप करने से धन लाभ की प्राप्ति होती है. इसका शुक्रवार के दिन कमलगट्टे की माला के साथ करना चाहिए.

9. ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा: अगर आप कर्जे से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप करें. इससे आर्थिक तंगी दूर हो जाती है.

10. ऊं ह्रीं त्रिं हुं फट किसी भी कार्य में सफलता के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे मां की कृपा हमेशा बनी रहती है.

लक्ष्मी प्राप्ति के लिए कौन सा मंत्र है?

“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:” माना जाता है कि इस महालक्ष्मी मंत्र का जाप नियमित करते रहने से मां लक्ष्मी शुभ आशीष देती हैं. मान्यता ये भी हैं कि कर्ज से मुक्ति पाने के लिए इस मंत्र का जाप करने से इंसान ऋण मुक्त हो सकता है.

माता लक्ष्मी का मूल मंत्र क्या है?

श्री लक्ष्मी महामंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:।। पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम् ।। ऊं ह्रीं त्रिं हुं फट।। अगर शुक्रवार के दिन उपर्युक्त मंत्र से मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाए तो जीवन में हमेशा ही मां की कृपा हम पर बरसेगी.

लक्ष्मी पूजा करते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?

लक्ष्मी जी के मंत्रो का जाप करने के लिए कमलगट्टे की माला का प्रयोग करना चाहिए। इससे वे अतिशीघ्र प्रसन्न होती हैं। मां लक्ष्मी मंत्र- ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ सौभाग्य प्राप्ति मंत्र- ऊं श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।

महालक्ष्मी को प्रसन्न कैसे करें?

इस तरह मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न: जब भी किसी शुभ कार्य के लिए जाएं तो पहले मीठा दही खाएं। उसके बाद घर से निकलें। अगर शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी के मंदिर में शंख, कोड़ी, कमल का फूल, मखाने, बताशे, खीर और गुलाब का इत्र चढ़ाया जाए तो मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।