हम अपनी आत्मा को कैसे देख सकते हैं? - ham apanee aatma ko kaise dekh sakate hain?

हम अपनी आत्मा को कैसे देख सकते हैं? - ham apanee aatma ko kaise dekh sakate hain?
अपनी आत्मा को कैसे देखे?

  • अपनी आत्मा को कैसे देखे? आत्मा को कैसे पहचाने कैसी दिखती है?
  • अपनी आत्मा को कैसे देखें?
  • जब आप अपनी आत्मा से बात करते हैं,
  • एक असली आदमी की आत्मा
  • आत्मा से बात कैसे करें
  • हमें अपनी आत्मा से बात करना
  • आत्मा से बात करने पर कैसा महसूस होता है
    • पोस्ट निष्कर्ष

अपनी आत्मा को कैसे देखे? आत्मा को कैसे पहचाने कैसी दिखती है?

नमस्कार दोस्तों God Gyan में आपका स्वागत है। अपनी आत्मा को कैसे देखे? अपनी आत्मा को कैसे पहचाने, जब आप अपनी आत्मा से बात करते हैं तो कैसा महसूस होता है। एक के इंसान की आत्मा क्या है? आपके हमारी आत्मा की, दिल की क्षमता क्या? जब आप अपने आप से बात करते हैं उस समय आपके अंदर कैसी फीलिंग होती है। शरीर में कैसा संचार होता है। आदि बातों को हम इस पोस्ट में आपके साथ साझा करने वाले, तो चलिए शुरू करते हैं।

अपनी आत्मा को कैसे देखें?

दोस्तों यदि अपनी आत्मा का साक्षात्कार करना है। देखना है तो किसी पूर्ण महात्मा की मदद लेनी पड़ेगी। क्योंकि आत्मा परमात्मा यह Game बहुत ही अद्भुत एवं आध्यात्मिक है। क्योंकि इसके लिए कोई यंत्र या किसी सूक्ष्मदर्शी या किसी इलेक्ट्रॉनिक सामान से नहीं देखा जा सकता है।

आत्मा हमारे अंदर बैठी हुई है कहाँ बैठी हुई है कैसी दिखती है। यह सब जानकारी आध्यात्मिक पुरुष आपको पूरी Jankari दे सकता है। कि वह कहाँ बैठी हुई है और उसका रूप कहाँ स्थान कहाँ है। आदि तमाम प्रकार की Jankari यदि हम आप किसी पूर्ण संत महात्मा के पास जाएंगे तो वह हमें जानकारी ज़रूर बता देगा। हाँ लेकिन यह बात सच है कि हम आत्मा का दर्शन दीदार कर सकते हैं।

आत्मा का साक्षात्कार कर सकते हैं और अपनी Aatma को देख सकते हैं। इसको सिर्फ़ और सिर्फ़ साधना और योग की ज़रूरत है। Yog का मतलब होता है जोड़ना आत्मा से परमात्मा को जोड़ना, यह क्रिया करेंगे, तभी हम-हम अपनी Jeevaatma को देख सकते हैं। आगे आप जानेंगे आत्मा से जुड़े हुए कुछ महत्त्वपूर्ण शब्द जैसे कि हम अपने आप से आत्मा से कैसे बात करते हैं। क्या है तमाम प्रकार की जानकारी आगे आप जानेंगे।

जब आप अपनी आत्मा से बात करते हैं,

दोस्तों देखा जाए तो यह ज़िन्दगी कोई ठिकाना नहीं है। कब किस समय कुदरत का Game या करिश्मा प्रकृति का खिलवाड़ हमारे साथ हो जाए, क्योंकि इस संसार में सिस्टम ही ऐसा है कि यहाँ पर जो Some भी दिख रहा है सभी का अंत एक न एक दिन निश्चय है। हमारा भी समय होगा, हम भी यहाँ से चले जाएंगे। कब चले जाएंगे इसका कोई पता नहीं है।

इसलिए हमें इस Body में रहकर हमारे अंदर जो चेतन Aatmaa बैठी है। उस आत्मा से हमें चित परिचित होना बहुत ज़रूरी होता है। क्योंकि इंसान जन्म लेता है और इस शरीर को ही सब कुछ समझता है। लेकिन Sareer के अंदर भी कुछ है। जिसके वास्ते हम संसार की क्रियाएँ करते हैं। चलते हैं, फिरते हैं, लोगों से बात करते हैं, देखते हैं, यह Body से तो करते हैं। लेकिन शरीर के अंदर ऐसा क्या पावर है। जिसको हमें जानने की ज़रूरत है।

दोस्तों Sareer के अंदर वह पावर छुपा हुआ है, वह है आत्मा, Aatma हमारे शरीर को चलाएँ मान कर रही है। जब तक हमारे शरीर में आत्मा है। तब तक हमारे Body में प्राण हैं। जब आप अपनी आत्मा से बात करते हैं। तो अंदर कैसा फिलिंग होता है, कैसा संचार होता है, क्या आपके Sareer में कुछ अद्भुत फ़र्क़ पड़ता है। आदि तमाम Jankari को आप हमारे God Gyan पर पढ़ सकते हैं लेकिन यह सब पूर्ण महापुरुष की असीम कृपा से संभव हो सकता है।

एक असली आदमी की आत्मा

अब हम बात करते हैं एक असली Mane की आत्मा, दोस्तों असली नकली इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है। लेकिन असली आदमी की Aatma को हम तभी पहचान सकते हैं। जब हम उस रहस्य को जानना, क्यों की Aatma के रहस्य को केवल भगवान ही जान सकता है और उसके अलावा God के द्वारा नियुक्त महापुरुष,

जैसे कबीर साहब, प्रभु ईसा मसीह, रविदास जी और परम संत बाबा जयगुरुदेव जी, ऐसे महापुरुषों ने आत्मा से बात की और Aatma से आत्मा के भाव को जाना। लोगों को उसकी सच्चाई बताएँ। लोगों को एक सच्चे रास्ते पर जुड़ा, आत्मा से बात वही कर सकता है। जिसके अंदर एक आध्यात्मिक Gyan हो, कोई महापुरुष से वह रास्ता ले-ले जिस रास्ते से महापुरुष आत्मा से बात करते हैं।

आत्मा से बात कैसे करें

दोस्तों इसके बारे में मैंने इस वेबसाइट में ऑलरेडी कुछ Jankari प्रोवाइड की है। लेकिन मैं फिर भी बताना चाहता हूँ कि Aatma से बात कैसे करें? दोस्तों हम यदि एकांत जगह में सुनसान जगह में हम अपने आपसे कुछ प्रश्न करते हैं कि क्यों ऐसा क्या हुआ, ऐसा नहीं करना चाहिए, ऐसा हो गया तो इसका परिणाम क्या हुआ। अपने दिमाग़ में कोई ना कोई कैलकुलेशन निकालते हैं।

तो यह बात तो होती है मन के साथ, क्योंकि हम अपने मन के और Aatma के सम्बंध से कुछ प्रश्नों को करते हैं। उनका रिजल्ट जानने की पूरी कोशिश करते हैं। यह हमारे दिमाग़ में होता है। हमारे दिमाग़ का कैलकुलेशन जब स्थिति खराब हो जाती हो, तो अपने आप में एक कैलकुलेशन निकालते हैं कि हाँ Good हुआ है, ग़लत हुआ है, ऐसा क्यों हुआ, इसका परिणाम क्या होगा।

आगे वाला क्या सोचेगा, पीछे वाला क्या सोचेगा, तमाम प्रकार की अनगिनत बातें ऐसी होती हैं जो हम अपने दिमाग़ में कैलकुलेशन करते हैं। एकांत शांत चित्त जगह बैठकर लेकिन आत्मा से बात करना एक अलग ही तरीक़ा है।

हमें अपनी आत्मा से बात करना

हम बात करते हैं आत्मा से बात कैसे करें, दोस्तों यदि हमें अपनी आत्मा से बात करना है तो उसके लिए हमें किसी पूर्ण महापुरुष की ज़रूरत पड़ेगी। क्योंकि जब तक हमें कोई बताने वाला नहीं मिलेगा कि किस तरह से, किस विधि से, हम अपनी Aatma से बात कर सकते हैं। देख सकते हैं, जान सकते हैं, तब तक हम नहीं जान पाएंगे,

ठीक महापुरुष जैसे ऋषि मुनि हुए, कबीर साहब, रविदास जी, सूरदास जी, तुलसीदास जी और नानक जी और प्रभु यीशु मसीह और भी तमाम प्रकार के ऐसे महापुरुष हुए जो Parmeshyr के द्वारा चुने हुए इस धरती पर आए.

लोगों का उद्धार किया उनके द्वारा आत्मा से बात करने का तरीक़ा बताया गया है। सब ने अपने-अपने अलग-अलग तरीके से बताया है। मैं भी एक महापुरुष जो परम संत बाबा जयगुरुदेव जी उनके द्वारा बताए गए कुछ तरीकों में से आपके साथ साझा करना चाहता हूँ।

आत्मा से बात करने पर कैसा महसूस होता है

दोस्तों ऋषि मुनि बतलाते हैं कि जब आत्मा से हम योग क्रिया या साधना से, जब हम अपनी आत्मा को देखते हैं। उसका दर्शन करते हैं। उससे बात करते हैं। तो हमारे शरीर में एक बहुत ही आनंदित फीलिंग होती है। हम अपने आप में यह समझते हैं कि इस संसार से अलग, हटके हमारे अंदर शरीर में कुछ संचार होता है।

कुछ पावर होता है, कुछ प्रकाश दिव्यता हमारे Body के अंदर आती है। क्योंकि एक नदी प्रवाह जैसा आनंद हमारे शरीर में होता है। आत्मा से बात करने पर महापुरुष बताते हैं कि आप आत्मा (Aatma) से बात कर सकते हैं। आप देख सकते हैं और आत्मा का असली स्वरूप जान सकते हैं।

Aatm का असली स्वरूप क्या है? इसे जानना है तो कोई पूर्ण महापुरुष जिन्होंने soul परमात्मा को अपनी दिव्य दृष्टि से देखा हो, उन्हीं महापुरुषों के द्वारा आत्मा से बात की जाती है। soul को देखने का अनुभव और जो भी शरीर के अंदर फीलिंग होती है। उसको आप अच्छी तरह से जान सकते हैं।

पोस्ट निष्कर्ष

दोस्तों आपने इस पोस्ट में जाना की, अपनी आत्मा को कैसे देखे? जब आप अपनी soul से बातें करते हैं। तो शरीर में एक अद्भुत और नदी प्रवाह जैसी स्थिति पैदा होती है। यह कब संभव होता है जब कोई पूर्ण ज्ञानी अनुभवी Aatma से बात कराने वाला मिल जाए. तो हम इजी तरीक़ा से अपनी आत्मा को देख और बात कर सकते हैं। पोस्ट अच्छी लगी हो तो दोस्तों सोशल नेटवर्क पर ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे, धन्यवाद

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आत्मा को कैसे देखा जा सकता है?

आत्मा का साक्षात्कार कर सकते हैं और अपनी Aatma को देख सकते हैं। इसको सिर्फ़ और सिर्फ़ साधना और योग की ज़रूरत है। Yog का मतलब होता है जोड़ना आत्मा से परमात्मा को जोड़ना, यह क्रिया करेंगे, तभी हम-हम अपनी Jeevaatma को देख सकते हैं।

मृत आत्मा से बात कैसे करें?

एक माध्यम के साथ काम करें: माध्यम मृतकों की आत्माओं के साथ जुड़ने में अच्छी तरह से निपुण हैं। आप आमतौर पर ऑनलाइन या एक फोन की किताब में खोज कर किसी माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप एक मृत व्यक्ति से बात करना चाहते हैं, तो माध्यम आपको घर पर मिलने के लिए पूछ सकता है या आपको उसकी काम की जगह पर बुला सकता है।

शरीर में आत्मा कहाँ निवास करती है?

कठोपनिषद मानता है कि आत्मा का निवास मूलतः मस्तिष्क में है। योग की भाषा में मस्तिष्क का यह हिस्सा सहस्रार चक्र या ब्रह्मरंध्र कहलाता है। कुछ पश्चिमी वैज्ञानिक भी इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि आत्मा मस्तिष्क के भीतर एक विशिष्ट प्रकार की तंत्रिकाओं में निवास करता है।

आत्मा दूसरे के शरीर में कैसे प्रवेश करती है?

आत्मा का ज्ञान होना सूक्ष्म शरीर के होने का आभास दिलाएगा। कैसे होगा यह संभव : चित्त जब वृत्ति शून्य (निरुद्व अवस्था) होता है तब बंधन के शिथिल हो जाने पर और संयम द्वारा चित्त की प्रवेश निर्गम मार्ग नाड़ी के ज्ञान से चित्त दूसरे के शरीर में प्रवेश करने की सिद्धि प्राप्त कर लेता है।