जमशेदपुर का पुराना नाम क्या है? - jamashedapur ka puraana naam kya hai?

जमशेदपुर जिसका दूसरा नाम टाटानगर भी है, भारत के झारखंड राज्य का एक शहर है। यह झारखंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित पूर्वी सिंहभूम जिले का हिस्सा है। जमशेदपुर की स्थापना को पारसी व्यवसायी जमशेदजी नौशरवान जी टाटा के नाम से जोड़ा जाता है। १९०७ में टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी (टिस्को) की स्थापना से इस शहर की बुनियाद पड़ी। इससे पहले यह साकची नामक एक आदिवासी गाँव हुआ करता था। यहाँ की मिट्टी काली होने के कारण यहाँ पहला रेलवे-स्टेशन कालीमाटी के नाम से बना जिसे बाद में बदलकर टाटानगर कर दिया गया। खनिज पदार्थों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता और खड़कई तथा सुवर्णरेखा नदी के आसानी से उपलब्ध पानी, तथा कोलकाता से नजदीकी के कारण यहाँ आज के आधुनिक शहर का पहला बीज बोया गया। जमशेदपुर आज भारत के सबसे प्रगतिशील औद्योगिक नगरों में से एक है। टाटा घराने की कई कंपनियों के उत्पादन इकाई जैसे टिस्को, टाटा मोटर्स, टिस्कॉन, टिन्पलेट, टिमकन, ट्यूब डिवीजन, इत्यादि यहाँ कार्यरत है। .

125 संबंधों: चक्रधरपुर, चौदहवीं लोकसभा, टाटा नैनो, टाटा पावर, टाटा मोटर्स, टाटा योदोगावा, टाटा राबिन्स फ्रेजर, टाटा समूह, टाटा इस्पात, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटानगर जंक्शन रेलवे स्टेशन, टायो रोल्स, टिनप्लेट कंपनी आफ इंडिया लिमिटेड, टेल्कान, एम डी मदन, झारखण्ड, झारखण्ड के जिले, झारखंड आंदोलन, झारखंड के पर्यटन स्थल, झारखंड के शहर, झारखंड के विश्वविद्यालयों की सूची, दलमा अभयारण्य, दसलाखी नगर, दिलीप ट्रॉफी, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1999-00, दैनिक जागरण, दोराबजी टाटा, नरेन्द्र कोहली, नरेश अग्रवाल, न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1995-96, नोआमुंडी, पत्थलगड़ी, पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1986-87, पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2004-05, प्रत्युषा बनर्जी, प्रभात खबर, प्रमथनाथ बोस, प्रियंका चोपड़ा, प्रेमलता अग्रवाल, पूर्वी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम जिला, पूर्वी सिंहभूम का मानचित्र, बनगाँव (बिहार ), बलदेव सिंह (रक्षामंत्री), बिष्टुपुर, जमशेदपुर, बिहार आक्सीजन कंपनी, बिग एफएम (रेडियो), भारत में दशलक्ष-अधिक शहरी संकुलनों की सूची, भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाले महानगरों की सूची, भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ..., भारत का भूगोल, भारत के दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर, भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची - संख्या अनुसार, भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश, भारत के शहरों की सूची, भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची, भारत के हवाई अड्डे, भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम, मनमोहन (अभिनेता), महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, मुजफ्फरपुर तकनीकी संस्थान, मैथिली भाषा, मेरी बेटी , मेरी पहचान, रणजी ट्रॉफी 2016-17 ग्रुप सी, रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी 2017-18, राँची, राँची विश्वविद्यालय, राँची विश्ववविद्यालय, राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर, राष्ट्रीय राजमार्ग ३२, राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (भारत), रघुवर दास, लोयला स्कूल जमशेदपुर, लीना नायर, शान्ति स्वरूप भटनागर, श्वेता बासु प्रसाद, सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत, सिमोन सिंह, सिंदरी, संजय कुमार, सुनील कुमार बर्नवाल, सुनील कुमार महतो, सुमन महतो, सुवर्णरेखा नदी, स्पिरिट एअर (भारत), सोनारी हवाई-अड्डा, सोनारी जमशेदपुर, हावड़ा मुम्बई मेल, हिन्दी समाचारपत्रों की सूची, हिन्दी की साहित्यिक पत्रिकायें, हुडको झील, हेमचंद दासगुप्त, जमशेदपुर, जमशेदपुर महिला महाविद्यालय, जमशेदपुर वर्कर्स कालेज, जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज, जमशेदजी टाटा, ज़ेवियर प्रबंधन संस्थान, जुबली पार्क जमशेदपुर, जेम्को, जोबा मुर्मु, घाटशिला, वर्गीज कुरियन, वंदना टेटे, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद, वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1983-84, आवाज, इशिता दत्ता, इंडियन स्टील ऐंड वायर प्रोडक्टस कंपनी लिमेटेड, इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1992-93, इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2005-06, करीम सिटी कालेज, काटी, कालीमाटी, कौन बनेगा करोड़पति, कीनॉन स्टेडियम, अब्दुल बारी स्मारक महाविद्यालय, अर्जुन मुंडा, उदितवाणी, उद्योग, उषा मार्टिन, छोटा नागपुर पठार, छोटा गोविंदपुर जमशेदपुर। सूचकांक विस्तार (75 अधिक) » « सूचकांक हटना

चक्रधरपुर भारत के झारखंड प्रांत के पश्चिमी सिंहभूम जिले का एक प्रमुख नगर है। यह संजय नदी के किनारे पर पठार को तलहटी में बसा हुआ है। यह जमशेदपुर के ६२ किमी पश्चिम में स्थित है। यहाँ पर लाख और कागज बनाने के कुटीर उद्योग हैं। यहाँ के अधिकांश निवासी 'हो' नामक आदिवासी हैं। यहाँ प्रसिद्ध रेवले जंकशन है जो दक्षिण-पूर्वी रेलवे लाइन पर स्थित है। श्रेणी:झारखंड श्रेणी:झारखंड के शहर.

नई!!: जमशेदपुर और चक्रधरपुर · और देखें »

भारत में चौदहवीं लोकसभा का गठन अप्रैल-मई 2004 में होनेवाले आमचुनावोंके बाद हुआ था। .

नई!!: जमशेदपुर और चौदहवीं लोकसभा · और देखें »

टाटा नैनो टाटा मोटर्स के द्वारा निर्मित सबसे नवीन कार है। यह विश्व की सबसे सस्ती कार है जिसका दाम १ लाख भारतीय रुपये है। मीडिया ने इसे लखटकिया कार नाम से ज़्यादातर संबोधित किया। इसकी बिक्री जून २००८ से प्रारंभ होगी। रतन टाटा ने जनता की कार ‘ नैनो ’ को पेश करते हुए आश्वासन दिया कि इस कार की कीमत वादे के मुताबिक एक लाख रुपए ही होगी साथ ही यह सभी प्रकार के सुरक्षा और प्रदूषण स्तरों को पूरा करती है। टाटा ने मारुति ८०० को अपनी परियोजना के लिए निशाना बनाया जिसने करीब दो दशक तक भारतीय बाजार पर राज किया और उन्होंने ऐसी कार बनाई जो लंबाई में आठ फीसदी छोटी लेकिन अंदर से २१ फीसदी ज़्यादा जगह वाली है। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटा नैनो · और देखें »

टाटा पावर टाटा घराने की एक कम्पनी है जो निजी क्षेत्र में विद्युत का उत्पादन, संप्रेषण एवं वितरण का काम करती है। बिजली वितरण के क्षेत्र में तो यह पहले से कार्यरत थी लेकिन बिजली उत्पादने के क्षेत्र में इसकी विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना है। जमशेदपुर के छोटागोविंदपुर से लगे जोजोबेड़ा में प्रायोगिक तौर पर बिजली के उत्पादन के बाद पहले चरण में धनबाद के मैथन, गुजरात के मुनरा व उड़ीसा के कटक (नारजमाथापुर) में नयी यूनिट लगा रही है। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटा पावर · और देखें »

टाटा मोटर्स भारत में व्यावसायिक वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। इसका पुराना नाम टेल्को (टाटा इंजिनीयरिंग ऐंड लोकोमोटिव कंपनी लिमिटेड) था। यह टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों में से एक है। इसकी उत्पादन इकाइयाँ भारत में जमशेदपुर (झारखंड), पुणे (महाराष्ट्र) और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) सहित अन्य कई देशों में हैं। जैसा कि नाम से स्पष्ट है टाटा घराने द्वा्रा इस कारखाने की शुरुआत अभियांत्रिकी और रेल इंजन के लिये हुआ था। किन्तु अब यह कम्पनी मुख्य रूप से भारी एवं हल्के वाहनों का निर्माण करती है। इसने ब्रिटेन के प्रसिद्ध ब्रांडों जगुआर और लैंड रोवर को खरीद लिया है। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटा मोटर्स · और देखें »

टाटा योदोगावा जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और टाटा योदोगावा · और देखें »

टीआरएफ जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और टाटा राबिन्स फ्रेजर · और देखें »

टाटा समूह एक निजी व्यवसायिक समूह है जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। वर्तमान में इसके अध्यक्ष रतन टाटा हैं टाटा समूह के चेयरमेन रतन टाटा ने 28 दिसम्बर 2012 को सायरस मिस्त्री को टाटा समूह का उत्तराधिकारी नियुक्त किया। रतन टाटा पिछले 50 सालों से टाटा समूह से जुड़े हैं वे 21 सालों तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे। रतन टाटा ने जे आर डी टाटा के बाद 1991 में कार्यभार संभाला। टाटा परिवार का एक सदस्य ही हमेशा टाटा समूह का अध्यक्ष रहा है। इसका कार्यक्षेत्र अनेक व्यवसायों व व्यवसाय से सम्बंधित सेवाओं के क्षेत्र में फैला हुआ है - जैसे इंजिनियरंग, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, वाहन, रासायनिक उद्योग, ऊर्जा, साफ्टवेयर, होटल, इस्पात एवं उपभोक्ता सामग्री। टाटा समूह की सफलता को इसके आंकडे बखूबी बयां करते हैं। 2005-06 में इसकी कुल आय $967229 मिलियन थी। ये समस्त भारत कि GDP के 2.8 % के बराबर है। 2004 के आंकड़ों के अनुसार टाटा समूह में करीब 2 लाख 46 हज़ार लोग काम करते हैं। market capitalization का आंकड़ा $57.6 बिलियन को छूता है। टाटा समूह कि कुल 96 कम्पनियां 7 अलग अलग व्यवसायिक क्षेत्रों में सक्रिय हैं। इन 96 में से केवल 28 publicly listed कम्पनियाँ हैं। टाटा समूह ६ महाद्वीपों के 40 से भी अधिक देशों में सक्रिय है। टाटा समूह दुनिया के 140 से भी अधिक देशों को उत्पाद व सेवाएँ निर्यात करता है। इसके करीब 65.8% भाग पर टाटा के Charitable Trust का मालिकाना हक है। टिस्को (TISCO), जिसे अब टाटा स्टील (Tata steel) के नाम से जाना जाता है, की स्थापना 1907 में भारत के पहले लोहा व इस्पात कारखाने के तौर पर हुई थी। इसकी स्थापना जमशेदपुर में हुई थी जिसे लोग टाटा नगर भी पुकारते हैं। इस्पात (steel) व लोहे का असल उत्पादन 1912 में शुरू हुआ। यह दुनिया में सबसे किफायती दरों पर इस्पात का निर्माण करता है। इसका मुख्य कारण है कि समूह की ही एक अन्य कंपनी इसे कच्चा माल, जैसे कोयला और लोहा आदि, उपलब्ध कराती है। 1910 में टाटा जलविद्युत शक्ति आपूर्ति कम्पनी (Tata Hydro-Electric Power Supply Company) की स्थापना हुई। 1917 में टाटा आयल मिल्स (Tata Oil Mill) की स्थापना के साथ ही समूह ने घरेलू वस्तुयों के क्षेत्र में कदम रखा और साबुन, कपडे धोने के साबुन, डिटर्जेंट्स (detergents), खाना पकाने के तेल आदि का निर्माण शुरू किया। 1932 में टाटा एयरलाइन्स (Tata Airlines) की शुरुआत हुई। टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) का आगमन 1939 में हुआ। टेल्को (TELCO), जिसे अब टाटा मोटर्स (TataMotors) के नाम से जाना जाता है, ने 1945 में रेल इंजनों और अन्य मशीनी उत्पादों का निर्माण शुरू किया। जनवरी 2007 का महीना टाटा समूह के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। टाटा स्टील ने यूनाइटेड किंगडम (UK) में स्थित कोरस समूह (Corus Group) की सफल बोली लगा कर उसे हासिल किया। कोरस समूह दुनिया की सबसे बड़ी लोहा व इस्पात निर्माण कंपनी है। बोली के अप्रत्याशित 9 दौर चले जिसके अंत में टाटा समूह ने कोरस का 100 प्रति शत हिस्सा 608 पाउंड प्रति शेयर (नकद) के हिसाब से कुल 12.

नई!!: जमशेदपुर और टाटा समूह · और देखें »

right टाटा स्टील (पूर्व में टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी लिमिटड) अर्थात टिस्को के नाम से जाने जाने वाली यह भारत की प्रमुख इस्पात कंपनी है। जमशेदपुर स्थित इस कारखाने की स्थापना 1907 में की गयी थी। यह दुनिया की पांचवी सबसे बडी इस्पात कंपनी है जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता २८ मिलियन टन है। यह फार्च्यून ५०० कंपनियों में भी शुमार है जिसमें इसका स्थान ३१५ वां है। कम्पनी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह बृहतर टाटा समूह की एक अग्रणी कंपनी है। टाटा स्टील भारत की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली नीजि क्षेत्र की दूसरी बडी कंपनी भी है जिसकी सकल वार्षिक आय १,३२,११० करोड रुपये है जिसमें ३१ मार्च २००८ को समाप्त हुए वर्ष में शुद्ध लाभ १२,३५० करोड रुपये दर्ज किया गया था। कंपनी का मुख्य प्लांट जमशेदपुर, झारखंड में स्थित है हलाकि हाल के अधिग्रहणो के बाद इसने बहुराष्ट्रीय कम्पनी का रूप हासिल कर लिया है जिसका काम कई देशों में होता है। वर्ष २००० में इसे दुनिया में सबसे कम लागत में इस्पात बनाने वाली कंपनी का खिताब भी हासिल हुआ। २००५ में इसे दुनिया में सर्वश्रेष्ट इस्पात बनाने का खिताब भी मिला था । कंपनी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के साथ साथ नेशनल स्टाक एक्सचेंज में भी सूचित है एवं वर्ष २००७ के आंकडो के अनुसार इसमें लगभग ८२,७०० कर्मचारी कार्यरत हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटा इस्पात · और देखें »

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड (टीसीएस) एक भारतीयबहुराष्ट्रीय कम्पनी सॉफ्टवेर सर्विसेस एवं कंसल्टिंग कंपनी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी सूचना तकनीकी तथा बिज़नस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता कंपनियों में से है। साल २००७ में, इसे एशिया की सबसे बड़ी सूचना प्रोद्योगिकी कंपनी आँका गया। भारतीय आई टी कंपनियों की तुलना में टीसीएस के पास सबसे अधिक कर्मचारी हैं। टीसीएस के ४४ देशों में २,५४,००० कर्मचारी हैं। ३१ मार्च २०१२ को ख़त्म होने वाले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने १०.१७ अरब अमेरिकी डॉलर का समेकित राजस्व हासिल किया। टीसीएस भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है। टीसीएस एशिया की सबसे बड़ी कंपनी समूह में से एक टाटा समूह का एक हिस्सा है। टाटा समूह ऊर्जा, दूरसंचार, वित्तीय सेवाओं, निर्माण, रसायन, इंजीनियरिंग एवं कई तरह के उत्पाद बनाता है। वित्त वर्ष 2009-10 में कंपनी का मुनाफा 33.19% बढ़कर 7,000.64 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी की आमदनी करीब 8% बढ़कर 30,028.92 करोड़ रुपये हो गयी। अप्रैल 2018 में, टीसीएस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अपनी एम-कैप 6,79,332.81 करोड़ रुपये (102.6 अरब डॉलर) के बाद 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण करने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी बन गई, और दूसरी भारतीय कंपनी (रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2007 में इसे हासिल करने के बाद)। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज · और देखें »

टाटानगर जमशेदपुर शहर के रेलवे-स्टेशन का नाम है जो झारखंड प्रांत में स्थित है। पहले यह बिहार का हिस्सा हुआ करता था। टाटानगर दक्षिणपूर्व रेलवे का एक प्रमुख एवं व्यस्त स्टेशन है जो हावडा मुंबई मुख्य लाईन पर स्थित है। .

नई!!: जमशेदपुर और टाटानगर जंक्शन रेलवे स्टेशन · और देखें »

टायो रोल्स (पूर्व मे टाटा योडोगावा) टाटा इस्पात की सहायक कंपनी है जो कास्ट रोल, रोल जाली, विशेष कास्टिंग और ढलवां लोहे के निर्माण में शामिल है। यह भारत की टाटा स्टील और जापान के योडोगावा स्टील्स के बीच संयुक्त उद्यम है और इसका मुख्यालय जमशेदपुर, झारखंड (भारत) मे स्थित है। यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 504961 कोड के साथ सूचीबद्ध है। टायो का भारत में एक व्यापक ग्राहक आधार मौजूद है। टायो ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, जर्मनी, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, नेपाल, नार्वे, न्यूजीलैंड, ओमान, कतर, सऊदी अरब, स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, त्रिनिदाद, ताइवान, संयुक्त अरब अमीरात, रोमानिया, चेक गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका को रोल निर्यात करता है। श्रेणी:टाटा समूह.

नई!!: जमशेदपुर और टायो रोल्स · और देखें »

टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और टिनप्लेट कंपनी आफ इंडिया लिमिटेड · और देखें »

टेल्कान जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और टेल्कान · और देखें »

एमडी मदन भारत के सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं शिक्षाविद थे। जमशेदपुर उनकी कर्मभूमि रही। भारत में सहकारिता के आधार पर स्थापित एकमात्र महाविद्यालय जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज है। पचास के दशक में स्व.

नई!!: जमशेदपुर और एम डी मदन · और देखें »

झारखण्ड यानी 'झार' या 'झाड़' जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और 'खण्ड' यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का 'रूर' भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। 1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग ‘झारखंड’ का सपना देखा.

नई!!: जमशेदपुर और झारखण्ड · और देखें »

कोई विवरण नहीं।

नई!!: जमशेदपुर और झारखण्ड के जिले · और देखें »

झारखंड का अर्थ है "वन क्षेत्र", झारखंड वनों से आच्छादित छोटानागपुर के पठार का हिस्सा है जो गंगा के मैदानी हिस्से के दक्षिण में स्थित है। झारखंड शब्द का प्रयोग कम से कम चार सौ साल पहले सोलहवीं शताब्दी में हुआ माना जाता है। अपने बृहत और मूल अर्थ में झारखंड क्षेत्र में पुराने बिहार के ज्यादतर दक्षिणी हिस्से और छत्तीसगढ, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के कुछ आदिवासी जिले शामिल है। देश की लगभग नब्बे प्रतिशत अनुसूचित जनजाति का यह निवास स्थल है। इस आबादी का बड़ा हिस्सा 'मुंडा', 'हो' और 'संथाल' आदि जनजातियों का है, लेकिन इनके अलावे भी बहुत सी दूसरी आदिवासी जातियां यहां मौजूद हैं जो इस झारखंड आंदोलन में काफी सक्रिय रही हैं। चूँकि झारखंड पठारी और वनों से आच्छादित क्षेत्र है इसलिये इसकी रक्षा करना तुलनात्मक रूप से आसान है। परिणामस्वरुप, पारंपरिक रूप से यह क्षेत्र सत्रहवीं शताब्दी के शुरुआत तक, जब तक मुगल शासक यहाँ नहीं पहुँचे, यह क्षेत्र स्वायत्त रहा है। मुगल प्रशासन ने धीरे धीरे इस क्षेत्र में अपना प्रभुत्व स्थापित करना शुरु किया और फलस्वरुप यहाँ की स्वायत्त भूमि व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन हुआ, सारी व्यवस्था ज़मींदारी व्यवस्था में बदल गयी जबकि इससे पहले यहाँ भूमि सार्वजनिक संपत्ति के रूप में मानी जाती थी। यह ज़मींदारी प्रवृति ब्रिटिश शासन के दौरान और भी मज़बूत हुई और जमीने धीरे धीरे कुछ लोगों के हाथ में जाने लगीं जिससे यहाँ बँधुआ मज़दूर वर्ग का उदय होने लगा। ये मजदू‍र हमेशा कर्ज के बोझ तले दबे होते थे और परिणामस्वरुप बेगार करते थे। जब आदिवासियों के ब्रिटिश न्याय व्यवस्था से कोई उम्मीद किरण नहीं दिखी तो आदिवासी विद्रोह पर उतर आये। अठारहवीं शताब्दी में कोल्ह, भील और संथाल समुदायों द्वारा भीषण विद्रोह किया गया। अंग्रेजों ने बाद मेंउन्निसवीं शताब्दी और बीसवीं शताब्दी में कुछ सुधारवादी कानून बनाये। 1845 में पहली बार यहाँ ईसाई मिशनरियों के आगमन से इस क्षेत्र में एक बड़ा सांस्कृतिक परिवर्तन और उथल-पुथल शुरु हुआ। आदिवासी समुदाय का एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा ईसाईयत की ओर आकृष्ट हुआ। क्षेत्र में ईसाई स्कूल और अस्पताल खुले। लेकिन ईसाई धर्म में बृहत धर्मांतरण के बावज़ूद आदिवासियों ने अपनी पारंपरिक धार्मिक आस्थाएँ भी कायम रखी और ये द्वंद कायम रहा। झारखंड के खनिज पदार्थों से संपन्न प्रदेश होने का खामियाजा भी इस क्षेत्र के आदिवासियों को चुकाते रहना पड़ा है। यह क्षेत्र भारत का सबसे बड़ा खनिज क्षेत्र है जहाँ कोयला, लोहा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और इसके अलावा बाक्साईट, ताँबा चूना-पत्थर इत्यादि जैसे खनिज भी बड़ी मात्रा में हैं। यहाँ कोयले की खुदाई पहली बार 1856 में शुरु हुआ और टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनीकी स्थापना 1907 में जमशेदपुर में की गई। इसके बावजूद कभी इस क्षेत्र की प्रगति पर ध्यान नहीं दिया गया। केंद्र में चाहे जिस पार्टी की सरकार रही हो, उसने हमेशा इस क्षेत्र के दोहन के विषय में ही सोचा था। .

नई!!: जमशेदपुर और झारखंड आंदोलन · और देखें »

मैक्लुस्कीगंज, रांची: एंग्लो-इंडियन समुदाय के एकमात्र गांव को एक इंग्लिश अफसर मैक्लुस्की ने देश भर के एंग्लो-इंडियन को बुलाकर बसाया था हालाँकि पहले वाली बात नहीं रही और ना उस संख्या में एंग्लो इंडियन समुदाय, पर अब भी कई कॉटेज, हवेली यहां मौजूद हैं, जिसे देखने लोग आते हैं। टैगोर हिल, रांची: कवीन्द्र रविन्द्र नाथ टैगोर फुर्सत के पलों में अपने रांची प्रवास के दौरान यहां आया करते थे। मोरहाबादी इलाके की इस पहाड़ी का नामकरण उनकी याद में किया गया है। झारखण्ड वार मेमोरियल, रांची: यह सैनिकों की अदम्य वीरता की याद कायम करने के लिए दीपाटोली में स्थापित किया गया है। नक्षत्र वन.

नई!!: जमशेदपुर और झारखंड के पर्यटन स्थल · और देखें »

झारखंड के प्रमुख शहरों की सूची.

नई!!: जमशेदपुर और झारखंड के शहर · और देखें »

# बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा, राँची.

नई!!: जमशेदपुर और झारखंड के विश्वविद्यालयों की सूची · और देखें »

दलमा अभयारण्य झारखंड के जमशेदपुर, राँची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के बीच बसा पूर्वी भारत का एक प्रमुख वन्य जीव अभयारण्य है। इस अभयारण्य को खास तौर पर हाथियों के संरक्षण के लिये चुना गया है। .

नई!!: जमशेदपुर और दलमा अभयारण्य · और देखें »

जो शहर मोटे अक्षरों में लिखे हैं वो अपने राज्य या केंद्रशासित प्रदेश की राजधानी भी हैं .

नई!!: जमशेदपुर और दसलाखी नगर · और देखें »

दिलीप ट्राफी (क्रिकेट) भारत की एक घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। दिलीप ट्रॉफी में एक घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतियोगिता में भारत की भौगोलिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले टीमों के बीच भारत में खेला जाता है। प्रतियोगिता नवानगर के कुमार श्री दिलीपसिंहजी (भी "दिलीप" जाना जाता है) के नाम पर है। सेंट्रल जॉन मौजूदा चैंपियन हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और दिलीप ट्रॉफी · और देखें »

दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 2 टेस्ट मैच श्रृंखला और 5 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए 2000 में भारत का दौरा किया। दक्षिण अफ्रीका ने भारत को टेस्ट सीरीज़ में सफाया कर दिया जबकि भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला जीती। .

नई!!: जमशेदपुर और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1999-00 · और देखें »

दैनिक जागरण उत्तर भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय समाचारपत्र है। पिछले कई वर्षोँ से यह भारत में सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला समाचार-पत्र बन गया है। यह समाचारपत्र विश्व का सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला दैनिक है। इस बात की पुष्टि विश्व समाचारपत्र संघ (वैन) द्वारा की गई है। वर्ष 2008 में बीबीसी और रॉयटर्स की नामावली के अनुसार यह प्रतिवेदित किया गया कि यह भारत में समाचारों का सबसे विश्वसनीय स्रोत दैनिक जागरण है। .

नई!!: जमशेदपुर और दैनिक जागरण · और देखें »

दोराबजी टाटा सर दोराबजी टाटा (१८५९-१९३३ ई०) जमशेदजी टाटा के सबसे बड़े पुत्र थे। .

नई!!: जमशेदपुर और दोराबजी टाटा · और देखें »

डॉ॰ नरेन्द्र कोहली (जन्म ६ जनवरी १९४०) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं। कोहली जी ने साहित्य के सभी प्रमुख विधाओं (यथा उपन्यास, व्यंग्य, नाटक, कहानी) एवं गौण विधाओं (यथा संस्मरण, निबंध, पत्र आदि) और आलोचनात्मक साहित्य में अपनी लेखनी चलाई है। उन्होंने शताधिक श्रेष्ठ ग्रंथों का सृजन किया है। हिन्दी साहित्य में 'महाकाव्यात्मक उपन्यास' की विधा को प्रारंभ करने का श्रेय नरेंद्र कोहली को ही जाता है। पौराणिक एवं ऐतिहासिक चरित्रों की गुत्थियों को सुलझाते हुए उनके माध्यम से आधुनिक सामाज की समस्याओं एवं उनके समाधान को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना कोहली की अन्यतम विशेषता है। कोहलीजी सांस्कृतिक राष्ट्रवादी साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीय जीवन-शैली एवं दर्शन का सम्यक् परिचय करवाया है। जनवरी, २०१७ में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। .

नई!!: जमशेदपुर और नरेन्द्र कोहली · और देखें »

डॉ नरेश अग्रवाल (जन्म: ०१ सितंबर १९६०) एक भारतीय कवि एवं लेखक हैं। वे जमशेदपुर, झारखण्ड से हैं, लेकिन झुनझुनू, राजस्थान इनका पैत्रिक स्थान हैं। वे द्वैमासिक पत्रिका 'कुरजाँ' के सह-सम्पादक और ‘मरुधर’ रंगीन द्विमासिक साहित्यिक पत्रिका के सम्पादक हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और नरेश अग्रवाल · और देखें »

न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 1995-96 के सीजन में तीन टेस्ट मैचेस और छह एकदिवसीय मैच खेलने के लिए भारत का दौरा किया। भारत ने 3 टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से जीत ली और 5 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 3 (5 वां वनडे गेंद को बिना गेंद पर छोड़ दिया गया)। 1995 के भारत चक्रवात से तीसरे टेस्ट पर भारी असर पड़ा। .

नई!!: जमशेदपुर और न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1995-96 · और देखें »

नोआमुंडी झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला में स्थित है। प्रशासनिक इकाई के रूप में यह एक प्रखंड है.

नई!!: जमशेदपुर और नोआमुंडी · और देखें »

पत्थलगड़ी उन पत्थर स्मारकों को कहा जाता है जिसकी शुरुआत इंसानी समाज ने हजारों साल पहले की थी। यह एक पाषाणकालीन परंपरा है जो आदिवासियों में आज भी प्रचलित है। माना जाता है कि मृतकों की याद संजोने, खगोल विज्ञान को समझने, कबीलों के अधिकार क्षेत्रों के सीमांकन को दर्शाने, बसाहटों की सूचना देने, सामूहिक मान्यताओं को सार्वजनिक करने आदि उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रागैतिहासिक मानव समाज ने पत्थर स्मारकों की रचना की। पत्थलगड़ी की इस आदिवासी परंपरा को पुरातात्त्विक वैज्ञानिक शब्दावली में ‘महापाषाण’, ‘शिलावर्त’ और मेगालिथ कहा जाता है। दुनिया भर के विभिन्न आदिवासी समाजों में पत्थलगड़ी की यह परंपरा मौजूदा समय में भी बरकरार है। झारखंड के मुंडा आदिवासी समुदाय इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं जिनमें कई अवसरों पर पत्थलगड़ी करने की प्रागैतिहासिक और पाषाणकालीन परंपरा आज भी प्रचलित है। .

नई!!: जमशेदपुर और पत्थलगड़ी · और देखें »

पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 1986-87 के मौसम में पांच टेस्ट मैचों और छह वनडे मैचों के लिए भारत का दौरा किया। उन्होंने तीन प्रथम श्रेणी के मैच भी खेले। श्रृंखला के अंतिम मैच में पाकिस्तानी टीम 16 टेस्ट से जीत के बाद 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी, पिछले चार मैचों की श्रृंखला ड्रॉ की गई थी। इमरान खान ने पाकिस्तान की कप्तानी की थी, जिसे "मैन ऑफ द सीरीज" वोट दिया गया था। .

नई!!: जमशेदपुर और पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1986-87 · और देखें »

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने 8 मार्च से 17 अप्रैल 2005 तक भारत का दौरा किया। इस दौरे में छह एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे) और तीन टेस्ट मैच शामिल थे। टेस्ट सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ बना था जबकि पाकिस्तान ने एकदिवसीय श्रृंखला 4-2 जीती थी। .

नई!!: जमशेदपुर और पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2004-05 · और देखें »

प्रत्युषा बनर्जी एक भारतीय अभिनेत्री थीं जो कलर्स पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक बालिका वधु में आनंदी के किरदार के लिए जानी गई। वो रियलिटी शो झलक दिखला जा सीजन 5 व बिग बॉस सीजन 7 की प्रतिभागी भी रही थीं। इनके अलावा उन्होंने ससुराल सिमर का, हम हैं ना, कॉमेडी क्लासेज, आहट, व सावधान इंडिया आदि कार्यक्रमों में भी योगदान दिया। .

नई!!: जमशेदपुर और प्रत्युषा बनर्जी · और देखें »

प्रभात खबर राँची, जमशेदपुर, कोलकाता और देवघर से प्रकाशित होने वाला हिन्दी भाषा का एक दैनिक है। .

नई!!: जमशेदपुर और प्रभात खबर · और देखें »

प्रमथनाथ बोस (12 मई 1855 - 27 अप्रैल 1934 ई.) सुप्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक और भूगर्भविद। इनका जन्म 12 मई 1855 ई. को बंगाल के नदिया जिले में गायपुर नामक स्थान पर हुआ था। आपकी उच्च शिक्षा लंदन विश्वविद्यालय में हुई, जहाँ से आपने भूविज्ञान में बी.

नई!!: जमशेदपुर और प्रमथनाथ बोस · और देखें »

प्रियंका चोपड़ा (जन्म: १८ जुलाई, १९८२) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और प्रियंका चोपड़ा · और देखें »

प्रेमलता अग्रवाल (जन्म: 1963) एक भारतीय महिला पर्वतारोही हैं, जिन्होने 20 मई, 2011 कों सुबह 9:35 बजे 48 साल की उम्र में 29,029 फुट की ऊंचाई पर पहुँचकर माउंट एवरेस्ट के शिखर कों छूने वाली प्रथम भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया। वहीं 50 वर्ष की उम्र में 23 मई, 2013 को उत्तरी अमेरिका के अलास्का के माउंट मैकेनले को फतह करके उन्होने नई उपलब्धि हासिल की। इस पर्वत शिखर पर चढ़ने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं। सातों महाद्वीपों के शिखर पर चढ़ने वाली प्रेमलता एक कुशल गृहिणी हैं। उन्होने ३५ बरस की उम्र के बाद पहली बार पर्वतारोहण से नाता जोड़ा। वर्ष 1984 में लगभग 29 साल की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव हासिल करने वाली बछेंद्री पाल भी उनके अभियान की निगरानी कर रही थी। बछेंद्री के प्रोत्साहित किए जाने पर पर्वतारोहण सीखने वाली प्रेमलता अग्रवाल नेपाल की एशियन ट्रेकिंग कंपनी की देख रेख में मार्च के अंत में शुरू हुए इको एवरेस्ट अभियान 2011 के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं। उन्होंने दार्जिलिंग से पर्वतारोहण की शिक्षा प्राप्त की है। वे झारखंड के जुगसलाई, जमशेदपुर की रहने वाली हैं। इन्हें 2013 मे पद्म श्री दिया गया है। .

नई!!: जमशेदपुर और प्रेमलता अग्रवाल · और देखें »

पूर्वी सिंहभूम झारखंड प्रान्तका एक जिला है। .

नई!!: जमशेदपुर और पूर्वी सिंहभूम · और देखें »

पूर्वी सिंहभूम भारतीय राज्य झारखंड का एक जिला है। जिले का मुख्यालय जमशेदपुर है। क्षेत्रफल - 3,533 वर्ग कि.मी.

नई!!: जमशेदपुर और पूर्वी सिंहभूम जिला · और देखें »

जमशेदपुर झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले का मुख्यालय है।.

नई!!: जमशेदपुर और पूर्वी सिंहभूम का मानचित्र · और देखें »

बनगाँव भारत के बिहार राज्य के सहरसा जिले के पश्चिम मे अवस्थित एक गाँव है जिसकी पहचान सदियों से रही है। जनसँख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से ये गाँव ना सिर्फ राज्य के बल्कि देश के सबसे बड़े गांवों मे एक हैं। २००१ की जनगणना के मुताबिक़ इस गाँव की आबादी ६०००० है हालांकि पिछले दशक जनसख्या मे बढोत्तरी को ध्यान मे रखते हुए ये संख्या वर्तमान मे ७००००-७५००० के मध्य मे हो सकती है। यह गाँव कोसी प्रमंडल के कहरा प्रखंड के अंतर्गत आता है। इस गाँव से तीन किलोमीटर पूर्व मे बरियाही बाजार, आठ किलोमीटर पश्चिम मे माँ उग्रतारा की पावन भूमि महिषी और उत्तर मे बिहरा गाँव अवस्थित है। इस गाँव मे तीन पंचायतें हैं। हर पंचायत के एक मुखिया हैं। सरकार द्वारा समय समय पर पंचायती चुनाव कराये जातें है। इन्ही चुनावों से हर पंचायत के सदस्यों का चुनाव किया जाता है। वक्त के हर पड़ाव पर इस गाँव का योगदान अपनी आंचलिक सीमा के पार राज्य, देश और दुनिया को मिलता रहा है। इन योगदानों मे लोक शासन, समाज सेवा, साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति, देशसेवा और भक्ति मे योगदान प्रमुख हैं। भक्ति और समाजसेवा के ऐसे की एक स्तंभ, संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं, जिन्होंने इस गाँव को अपनी कर्मभूमि बनाई, को लोग भगवान की तरह पूजते है। उनका मंदिर गाँव के प्रमुख दार्शनिक स्थलों मे से एक है। गाँव के बोलचाल की भाषा मैथिली है और यहाँ हिंदू तथा इस्लाम धर्मों को माननेवाले सदियों से आपसी सामंजस्य और धार्मिक सहिष्णुता से साथ रहते हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और बनगाँव (बिहार ) · और देखें »

बलदेव सिंह (11 जुलाई, 1902 -- 29 जून, 1961) भारत के स्वतन्त्रता सेनानी एवं सिख नेता थे। वे भारत के प्रथम रक्षामन्त्री बने। सरदार बलदेव सिंह का जन्म 11 जुलाई, 1902 को जाट-सिख परिवार में हुआ था। बलदेव सिंह ने अपनी शिक्षा अम्बाला में पूरी करके अमृतसर में अपने पिताजी के साथ उनके काम में हाथ बंटाना शुरू किया। औद्यौगिक प्रतिष्ठान थे। 1930 में सरदार बलदेव सिंह ने राजनीति में प्रवेश किया। उनके पिता इंदर सिंह उस समय देश में स्टील किंग के तौर पर जाने जाते थे और उनका रुतबा अमीर पंजाबियों में शुमार था। उनके जमशेदपुर (अब झारखंड) और पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) में बलदेव सिंह भारत की राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेते रहे और लंदन सम्मेलन सहित अंग्रेजों के साथ सभी महत्वपूर्ण वार्ता में उन्होंने सिखों का प्रतिनिधित्व किया। वह जून 1942 से सितंबर 1946 तक आजादी से पहले संयुक्त पंजाब सरकार में विकास मंत्री थे। रक्षामंत्री के रूप में उन्होंने देश के विभाजन के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाई साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र बलों के विभाजन व कश्मीरी घुसपैठ को रोकने में भी भूमिका निभाई थी। उस समय सबसे बड़ा मुद्दा था बटवारे के बाद उजड़कर आए लोगों को बसाना। होशियारपुर शहर के जोधामल रोड के साथ साथ वर्तमान राम कालोनी कैंप में शरणार्थी शिविर बनाए गए थे। बलदेव सिंह बतौर लोकसभा सदस्य रहते लोकसभा में शरणार्थियों की समस्याएं जोर-शोर से उठाते थे। श्रेणी:भारतीय स्वतंत्रता सेनानी.

नई!!: जमशेदपुर और बलदेव सिंह (रक्षामंत्री) · और देखें »

बिष्टुपुर (बांग्ला: বিস্তুপুর), जमशेदपुर अर्थात टाटा नगर में एक आवासीय तथा वाणिज्यिक क्षेत्र का नाम है, जो झारखण्ड प्रदेश के अन्तर्गत आता है। श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और बिष्टुपुर, जमशेदपुर · और देखें »

बिहार आक्सीजन कंपनी जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और बिहार आक्सीजन कंपनी · और देखें »

150px बिग एफएम (रेडियो), एक राष्ट्रव्यापी निजी एफएम रेडियो स्टेशन है। इस रेडियो स्टेशन के मालिक प्रसिद्द भारतीय व्यवसायी अनिल अम्बानी हैं। यह रेडियो स्टेशन ९२.७ मेगाहर्ट्स एफएम बैंड फ्रिकुएंसी पर प्रसारित होता है। वर्तमान में यह स्टेशन ४४ विभिन्न शहरों में प्रसारित होता है। यह एकमात्र ऐसा रेडियो स्टेशन है जो कि जम्मू और कश्मीर में भी प्रसारित होता है। १ जुलाई २००८ से बिग एफएम सिंगापूर में भी अपना प्रसारण शुरू कर दिया। सिंगापूर में यह सुबह ५ बजे से रत ८ बजे तक हर रोज़ ९६.३ मेगाहर्ट्स पर प्रसारित होता है। बिग एफएम रेडियो का टैगलाइन है - "सुनो सुनाओ, लाइफ बनाओ" .

नई!!: जमशेदपुर और बिग एफएम (रेडियो) · और देखें »

भारत दक्षिण एशिया में एक देश है। भौगोलिक क्षेत्र के अनुसार, वह सातवाँ सबसे बड़ा देश है, और १.२ अरब से अधिक लोगों के साथ, वह दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। भारत में उनतीस राज्य और सात संघ राज्यक्षेत्र हैं। वह विश्व की जनसंख्या के १७.५ प्रतिशत का घर हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत में दशलक्ष-अधिक शहरी संकुलनों की सूची · और देखें »

इस लेख में भारत के सर्वोच्च सौ महानगरीय क्षेत्रों की सूची (२००८ अनुसार) है। इन सौ महानगरों की संयुक्त जनसंख्या राष्ट्र की कुल जनसंख्या का सातवां भाग बनाती है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाले महानगरों की सूची · और देखें »

भारत के प्रथम रिएक्टर '''अप्सरा''' तथा प्लुटोनियम संस्करण सुविधा का अमेरिकी उपग्रह से लिया गया चित्र (१९ फरवरी १९६६) भारतीय विज्ञान की परंपरा विश्व की प्राचीनतम वैज्ञानिक परंपराओं में एक है। भारत में विज्ञान का उद्भव ईसा से 3000 वर्ष पूर्व हुआ है। हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो की खुदाई से प्राप्त सिंध घाटी के प्रमाणों से वहाँ के लोगों की वैज्ञानिक दृष्टि तथा वैज्ञानिक उपकरणों के प्रयोगों का पता चलता है। प्राचीन काल में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में चरक और सुश्रुत, खगोल विज्ञान व गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट द्वितीय और रसायन विज्ञान में नागार्जुन की खोजों का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान है। इनकी खोजों का प्रयोग आज भी किसी-न-किसी रूप में हो रहा है। आज विज्ञान का स्वरूप काफी विकसित हो चुका है। पूरी दुनिया में तेजी से वैज्ञानिक खोजें हो रही हैं। इन आधुनिक वैज्ञानिक खोजों की दौड़ में भारत के जगदीश चन्द्र बसु, प्रफुल्ल चन्द्र राय, सी वी रमण, सत्येन्द्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस, श्रीनिवास रामानुजन्, हरगोविन्द खुराना आदि का वनस्पति, भौतिकी, गणित, रसायन, यांत्रिकी, चिकित्सा विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी · और देखें »

भारत का भूगोल या भारत का भौगोलिक स्वरूप से आशय भारत में भौगोलिक तत्वों के वितरण और इसके प्रतिरूप से है जो लगभग हर दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। दक्षिण एशिया के तीन प्रायद्वीपों में से मध्यवर्ती प्रायद्वीप पर स्थित यह देश अपने ३२,८७,२६३ वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। साथ ही लगभग १.३ अरब जनसंख्या के साथ यह पूरे विश्व में चीन के बाद दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी है। भारत की भौगोलिक संरचना में लगभग सभी प्रकार के स्थलरूप पाए जाते हैं। एक ओर इसके उत्तर में विशाल हिमालय की पर्वतमालायें हैं तो दूसरी ओर और दक्षिण में विस्तृत हिंद महासागर, एक ओर ऊँचा-नीचा और कटा-फटा दक्कन का पठार है तो वहीं विशाल और समतल सिन्धु-गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान भी, थार के विस्तृत मरुस्थल में जहाँ विविध मरुस्थलीय स्थलरुप पाए जाते हैं तो दूसरी ओर समुद्र तटीय भाग भी हैं। कर्क रेखा इसके लगभग बीच से गुजरती है और यहाँ लगभग हर प्रकार की जलवायु भी पायी जाती है। मिट्टी, वनस्पति और प्राकृतिक संसाधनो की दृष्टि से भी भारत में काफ़ी भौगोलिक विविधता है। प्राकृतिक विविधता ने यहाँ की नृजातीय विविधता और जनसंख्या के असमान वितरण के साथ मिलकर इसे आर्थिक, सामजिक और सांस्कृतिक विविधता प्रदान की है। इन सबके बावजूद यहाँ की ऐतिहासिक-सांस्कृतिक एकता इसे एक राष्ट्र के रूप में परिभाषित करती है। हिमालय द्वारा उत्तर में सुरक्षित और लगभग ७ हज़ार किलोमीटर लम्बी समुद्री सीमा के साथ हिन्द महासागर के उत्तरी शीर्ष पर स्थित भारत का भू-राजनैतिक महत्व भी बहुत बढ़ जाता है और इसे एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करता है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत का भूगोल · और देखें »

* अमृतसर.

नई!!: जमशेदपुर और भारत के दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर · और देखें »

भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची (संख्या के क्रम में) भारत के राजमार्गो की एक सूची है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची - संख्या अनुसार · और देखें »

भारत राज्यों का एक संघ है। इसमें उन्तीस राज्य और सात केन्द्र शासित प्रदेश हैं। ये राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश पुनः जिलों और अन्य क्षेत्रों में बांटे गए हैं।.

नई!!: जमशेदपुर और भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश · और देखें »

कोई विवरण नहीं।

नई!!: जमशेदपुर और भारत के शहरों की सूची · और देखें »

यह सूचियों भारत के सबसे बड़े शहरों पर है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची · और देखें »

यह सूची भारत के हवाई यातायात है। .

नई!!: जमशेदपुर और भारत के हवाई अड्डे · और देखें »

उत्तरी कर्नाटक में वनवासियों के लिये वनवासी कल्याण आश्रम का विद्यालय वनवासी कल्याण आश्रम का प्रतीक चिंह अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम भारत के वनो मे बसने वाले ८ करोड वनवासियों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य में संलग्न संस्था है। आश्रम वनवासियों के विकास के लिये सूदूर जनजातीय गांवों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिये तरह-तरह के कार्यक्रम चलाता रहता है। पूरे भारत में इसकी शाखाएँ हैं। इसका मुख्यालय जमशेदपुर (झारखण्ड में है। इसका ध्येयवाक्य है - "नगरवासी, ग्रामवासी, वनवासी: हम सभी हैं भारतवासी" .

नई!!: जमशेदपुर और भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम · और देखें »

मनमोहन हिन्दी फ़िल्मों के एक चरित्र अभिनेता थे जो मुख्यतः खलनायक की भूमिका के लिये जाने जाते हैं। उन्होनें कई बंगाली, पंजाबी तथा गुजराती फ़िल्मों में भी कार्य किया है। .

नई!!: जमशेदपुर और मनमोहन (अभिनेता) · और देखें »

महात्मा गांधी मेडिकल कालेज ऐंड हास्पिटल झारखंड प्रांत के जमशेदपुर शहर के बाहरी छोर पर राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर स्थित है। राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध यह संस्थान दक्षिणी झारखंड सहित पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा के निकटवर्ती क्षेत्र के छात्रों के लिए चिकित्सा संबंधी अध्यन का एक प्रमुख केन्द्र है। .

नई!!: जमशेदपुर और महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय · और देखें »

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) महाराष्ट्र में स्थापित एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल है जो "भूमि पुत्र"(Son (of)for the soil) के सिद्धांत पर कार्यरत है। उद्धव ठाकरे के साथ मतभेद और चुनाव में टिकट वितरण जैसे प्रमुख निर्णयों में दरकिनार किये जाने की वजह से शिव सेना छोड़ देने के पश्चात, इसे 9 मार्च 2006 को मुंबई में राज ठाकरे द्वारा स्थापित किया गया था। .

नई!!: जमशेदपुर और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना · और देखें »

कोई विवरण नहीं।

नई!!: जमशेदपुर और मुजफ्फरपुर तकनीकी संस्थान · और देखें »

मैथिली भारत के उत्तरी बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा है। यह हिन्द आर्य परिवार की सदस्य है। इसका प्रमुख स्रोत संस्कृत भाषा है जिसके शब्द "तत्सम" वा "तद्भव" रूप में मैथिली में प्रयुक्त होते हैं। यह भाषा बोलने और सुनने में बहुत ही मोहक लगता है। मैथिली भारत में मुख्य रूप से दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, शिवहर, भागलपुर, मधेपुरा, अररिया, सुपौल, वैशाली, सहरसा, रांची, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद और देवघर जिलों में बोली जाती है| नेपाल के आठ जिलों धनुषा,सिरहा,सुनसरी, सरलाही, सप्तरी, मोहतरी,मोरंग और रौतहट में भी यह बोली जाती है। बँगला, असमिया और ओड़िया के साथ साथ इसकी उत्पत्ति मागधी प्राकृत से हुई है। कुछ अंशों में ये बंगला और कुछ अंशों में हिंदी से मिलती जुलती है। वर्ष २००३ में मैथिली भाषा को भारतीय संविधान की ८वीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया। सन २००७ में नेपाल के अन्तरिम संविधान में इसे एक क्षेत्रीय भाषा के रूप में स्थान दिया गया है। .

नई!!: जमशेदपुर और मैथिली भाषा · और देखें »

"मेरी बेटी, मेरी पहचान" बालिका समृद्धि को लेकर झारखण्ड के जमशेदपुर क्षेत्र से आरम्भ किया गया एक अभियान है जो धीरे धीरे पूरे देश में चर्चा का विषय बना। झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजय कुमार के द्वारा 02 अगस्त 2016 को आरम्भ इस अभियान के तहत सबसे पहले तिरिंग गांव के ग्रामीणों की मदद से बेटियों के नाम की नेम प्लेट घरों के दरवाजों पर लगाई गयीं ताकि गांव की बेटियों का मनोबल बढे। कालांतर में ऐसे ही कार्यक्रम देश के अन्य हिस्सों में भी इसी अभियान के नक़्शे कदम पर चलाये जा रहे हैं। श्रेणी:झारखंड.

नई!!: जमशेदपुर और मेरी बेटी , मेरी पहचान · और देखें »

रणजी ट्रॉफी 2016-17 की रणजी ट्रॉफी, भारत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट के 83 वें मौसम है। यह तीन समूहों में विभाजित 28 टीमों ने चुनाव लड़ा जा रहा है। ग्रुप ए और बी नौ टीमों का समावेश है और ग्रुप सी दस टीमों के शामिल हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और रणजी ट्रॉफी 2016-17 ग्रुप सी · और देखें »

रणजी ट्रॉफी 2017-18 भारत की प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का 84 वां सत्र है। यह 28 टीमों द्वारा चार समूहों में विभाजित किया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक में सात टीम हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी 2017-18 · और देखें »

राँची भारत का एक प्रमुख नगर और झारखंड प्रदेश की राजधानी है। यह झारखंड का तीसरा सबसे प्रसिद्ध शहर है। इसे झरनों का शहर भी कहा जाता है। पहले जब यह बिहार राज्य का भाग था तब गर्मियों में अपने अपेक्षाकृत ठंडे मौसम के कारण प्रदेश की राजधानी हुआ करती थी। झारखंड आंदोलन के दौरान राँची इसका केन्द्र हुआ करता था। राँची एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र भी है। जहाँ मुख्य रूप से एच ई सी (हेवी इंजिनियरिंग कारपोरेशन), भारतीय इस्पात प्राधिकरण, मेकन इत्यादि के कारखाने हैं। राँची के साथ साथ जमशेदपुर और बोकारो इस प्रांत के दो अन्य प्रमुख औद्योगिक केन्द्र हैं। राँची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटीज मिशन के अन्तर्गत एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जाने वाले सौ भारतीय शहरों में से एक के रूप में चुना गया है। राँची भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का गृहनगर होने के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड की राजधानी राँची में प्रकृति ने अपने सौंदर्य को खुलकर लुटाया है। प्राकृतिक सुन्दरता के अलावा राँची ने अपने खूबसूरत पर्यटक स्थलों के दम पर विश्व के पर्यटक मानचित्र पर भी पुख्ता पहचान बनाई है। गोंडा हिल और रॉक गार्डन, मछली घर, बिरसा जैविक उद्यान, टैगोर हिल, मैक क्लुस्किगंज और आदिवासी संग्राहलय इसके प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। इन पर्यटक स्थलों की सैर करने के अलावा यहां पर प्रकृति की बहुमूल्य देन झरनों के पास बेहतरीन पिकनिक भी मना सकते हैं। राँची के झरनों में पांच गाघ झरना सबसे खूबसूरत है क्योंकि यह पांच धाराओं में गिरता है। यह झरने और पर्यटक स्थल मिलकर राँची को पर्यटन का स्वर्ग बनाते हैं और पर्यटक शानदार छुट्टियां बिताने के लिए हर वर्ष यहां आते हैं। राँची का नाम उराँव गांव के पिछले नाम से एक ही स्थान पर, राची के नाम से लिया गया है। "राँची" उराँव शब्द 'रअयची' से निकला है जिसका मतलब है रहने दो। पौराणिक कथाओं के अनुसार, आत्मा के साथ विवाद के बाद,एक किसान ने अपने बांस के साथ आत्मा को हराया। आत्मा ने रअयची रअयची चिल्लाया और गायब हो गया। रअयची राची बन गई, जो राँची बन गई। राची के ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण पड़ोस में डोरांडा (दुरन "दुरङ" का अर्थ है गीत और दाह "दएः" का अर्थ मुंदारी भाषा में जल है)। डोरांडा हीनू (भुसूर) और हरमू नदियों के बीच स्थित है, जहां ब्रिटिश राज द्वारा स्थापित सिविल स्टेशन, ट्रेजरी और चर्च सिपाही विद्रोह के दौरान विद्रोही बलों द्वारा नष्ट किए गए थे। .

नई!!: जमशेदपुर और राँची · और देखें »

राँची विश्वविद्यालय झारखंड और भारत का एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है। इस विश्वविद्यालय का मुख्य परिसार राँची में है और सिंहभूम तथा राँची जिले में इसके ३५ से ज्यादा अंगीभूत कालेज हैं। रांची विश्वविद्यालय की स्थापना १० जुलाई १९६० को की गयी थी। .

नई!!: जमशेदपुर और राँची विश्वविद्यालय · और देखें »

राँची विश्वविद्यालय झारखंड और भारत का एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है, विश्वविद्यालय का मुख्य परिसार राँची में है और सिंहभूम तथा राँची जिले में इसके 70 से ज्यादा अंगीभूत कालेज हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और राँची विश्ववविद्यालय · और देखें »

राष्ट्रीय मैटलर्जी प्रयोगशाला, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद की भारत में फैली ३८ प्रयोगशालाओं में से एक है। इस प्रयोगशाला की आधारशिला २१ नवम्बर १९४६ को भारत के प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य द्वारा रखी गयी थी। प्रयोगशाला का उद्घाट्न २६ नवम्बर १९५० को पंडित जवाहर लाल नेहरु ने किया था। यह जमशेदपुर के बर्मामाइन्स क्षेत्र में स्थित है। .

नई!!: जमशेदपुर और राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला · और देखें »

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर भारत के लगभग बीस राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एन आई टी) में से एक है। पहले इसे क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर (Regional Institute of Technology (RIT)) के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापना १९६० में की गई थी तथा २७ दिसम्बर २००२ को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। यह संस्थान जमशेदपुर के बाहरी क्षेत्र में अदित्यपुर के पास है। इसके आस-पास अनेक लघु औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं। संस्थान में १३ विभाग हैं। यह सिविल, मैकेनिकल, इलैक्ट्रीकल, धातुकर्म तथा कम्प्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे विषयों में अवर-स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान स्नातकोत्तर पाठयक्रम और एम.सी.ए. भी संचालित करता है। संस्थान में एक सुसज्जित पुस्तकालय है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेद्पुर का प्रशासकीय भवन एवं मुख्य प्रवेश-द्वार .

नई!!: जमशेदपुर और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर · और देखें »

१७९ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग पूर्वी भारत में गोबिन्द्पुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से निकलकर धनबाद के रास्ते जमशेदपुर तक जाता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

नई!!: जमशेदपुर और राष्ट्रीय राजमार्ग ३२ · और देखें »

भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने २५ अक्टूबर २०११ को राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (National Manufacturing Policy) को मंजूरी दी गयी। नई नीति में अगले दस साल में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को बढ़ा कर 25 फीसद करने और 2020 तक दस करोड़ रोजगार सृजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस समय भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 15 से 16 प्रतिशत है जबकि कोरिया का 25 फीसद, मलेशिया का 25 फीसद, थाइलैंड 30 फीसद, चीन 34 फीसद है। इस स्थिति को देखते हुए नई नीति में अगले दस साल में जीडीपी में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 25 फीसद करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। नई नीति के तहत देश में सात नए औद्योगिक शहर स्थापित करने का निर्णय किया गया है जो संविधान के अनुच्छेद 243 (सी) के प्रावधानों के अनुरूप होंगे। आजादी के बाद देश में जमशेदपुर और चंडीगढ़ दो औद्योगिक शहर स्थापित किए गए हैं। नीति के अनुसार, सरकार विनिर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विश्वस्तरीय अधोसंरचना और निवेश अनुकूल नियमों वाले राष्ट्रीय विनिर्माण निवेश जोन विकसित करने में मदद करेगी। इसके पूर्व चीन ने ऐसा किया है, जर्मनी ने ऐसा किया है, जापान ने ऐसा किया है और अब भारत ने ऐसा करने का निर्णय लिया है। .

नई!!: जमशेदपुर और राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (भारत) · और देखें »

रघुवर दास एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में झारखण्ड के मुख्यमंत्री है। वे झारखण्ड के जमशेदपुर से विधायक है। २०१४ के चुनावों में उन्होंने 'जमशेदपुर पूर्व' सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा तथा वे इंडियन नेशनल कांग्रेस के उम्मीदवार आनन्द बिहारी दुबे को 70157 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए। इनका जन्म 3 मई, 1955 को जमशेदपुर में हुआ। 1977 में वे जनता पार्टी के सदस्य बने तथा 1980 में बीजेपी की स्थापना के साथ ही वह सक्रिय राजनीति में आए। 1995 में वे पहली बार जमशेदपुर पूर्व से विधायक चुने गए। तब से लगातार पांचवीं बार उन्होंने इसी क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता है। .

नई!!: जमशेदपुर और रघुवर दास · और देखें »

लोयला स्कूल जमशेदपुर की स्थापना 1947 में सोशायटी ऑफ जीशस द्वारा की गयी थी जो एक जेसुइट मतावलंबी के थे जिन्होंने पूरे भारत में कई स्कूल एवं कालेजों की स्थापना की है। इस विद्यालय के सचालन का ज़िम्मा लोयला जमशेदपुर, नामक एक संस्थान के हाथों में है जो एक पंजीकृत संस्था है। .

नई!!: जमशेदपुर और लोयला स्कूल जमशेदपुर · और देखें »

लीना नायर (1969-) यूनिलीवर के संगठनात्मक विकास और लीडरशिप मामलों की वरिष्ठ उपाध्यक्ष है। वे सेंट जेवीयर्स कॉलेज ऑफ मानेजमेंट से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1992 में यूनिलीवर की भारतीय शाखा से जुड़ गई। जून 2007 में उन्हें कार्यकारी निदेशक मानव संसाधन के रूप में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसके साथ ही हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के प्रबंधन समिति में शामिल होने वाली वे पहली महिला बनीं। .

नई!!: जमशेदपुर और लीना नायर · और देखें »

सर शांति स्वरूप भटनागर, OBE, FRS (२१ फरवरी १८९४ – १ जनवरी १९५५) जाने माने भारतीय वैज्ञानिक थे। इनका जन्म शाहपुर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। इनके पिता परमेश्वरी सहाय भटनागर की मृत्यु तब हो गयी थी, जब ये केवल आठ महीने के ही थे। इनका बचपन अपने ननिहाल में ही बीता। इनके नाना एक इंजीनियर थे, जिनसे इन्हें विज्ञान और अभियांत्रिकी में रुचि जागी। इन्हें यांत्रिक खिलौने, इलेक्ट्रानिक बैटरियां और तारयुक्त टेलीफोन बनाने का शौक रहा। इन्हें अपने ननिहाल से कविता का शौक भी मिला और इनका उर्दु एकांकी करामाती प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाया था। भारत में स्नातकोत्तर डिग्री पूर्ण करने के उपरांत, शोध फ़ैलोशिप पर, ये इंगलैंड गये। इन्होंने युनिवर्सिटी कालेज, लंदन से १९२१ में, रसायन शास्त्र के प्रोफ़ैसर फ़्रेड्रिक जी डोन्नान की देख रेख में, विज्ञान में डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। भारत लौटने के बाद, उन्हें बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से प्रोफ़ैसर पद हेतु आमंत्रण मिला। सन १९४१ में ब्रिटिश सरकार द्वारा इनकी शोध के लिये, इन्हें नाइटहुड से सम्मानित किया गया। १८ मार्च १९४३ को इन्हें फ़ैलो आफ़ रायल सोसायटी चुना गया। इनके शोध विषय में एमल्ज़न, कोलाय्ड्स और औद्योगिक रसायन शास्त्र थे। परन्तु इनके मूल योगदान चुम्बकीय-रासायनिकी के क्षेत्र में थे। इन्होंने चुम्बकत्व को रासायनिक क्रियाओं को अधिक जानने के लिये औजार के रूप में प्रयोग किया था। इन्होंने प्रो॰ आर.एन.माथुर के साथ भटनागर-माथुर इन्टरफ़ेयरेन्स संतुलन का प्रतिपादन किया था, जिसे बाद में एक ब्रिटिश कम्पनी द्वारा उत्पादन में प्रयोग भी किया गया। इन्होंने एक सुन्दर कुलगीत नामक विश्वविद्यालय गीत की रचना भी की थी। इसका प्रयोग विश्वविद्यालय में कार्यक्रमों के पहले होता आया है। भारत के प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू वैज्ञानिक प्रसार के प्रबल समर्थक थे। १९४७ में, भारतीय स्वतंत्रता के उपरांत, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की स्थापना, श्री भटनागर की अध्यक्षता में की गयी। इन्हें सी.एस.आई.आर का प्रथम महा-निदेशक बनाया गया। इन्हें शोध प्रयोगशालाओं का जनक कहा जाता है व भारत में अनेकों बड़ी रासायनिक प्रयोगशालाओं के स्थापन हेतु स्मरण किया जाता है। इन्होंने भारत में कुल बारह राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं स्थापित कीं, जिनमें प्रमुख इस प्रकार से हैं.

नई!!: जमशेदपुर और शान्ति स्वरूप भटनागर · और देखें »

श्वेता बासु प्रसाद एक भारतीय अभिनेत्री हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकार हिंदी फिल्मों से शुरू की थी उसके बाद से वह तेलुगू, बंगाली और तमिल सिनेमा में भी मुख्य भूमिकाए निभाई। २००२ में श्वेता बासु ने बतौर बाल कलाकार "मकडी" फिल्म में बहुत तारीफे बटोरी और इस फिल्म के लिए उन्हें "सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार" भी मिला। .

नई!!: जमशेदपुर और श्वेता बासु प्रसाद · और देखें »

सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत जिसे 'एन आई टी सूरत' के नाम से भी जाना जाता है, प्रौद्योगिकी एवम अभियांत्रिकी का राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारत के लगभग तीस राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एन आई टी) में से एक है। इसे भारत सरकार ने १९६१ में स्थापित किया था। इसकी संगठनात्मक संरचना एवम स्नातक प्रवेश प्रक्रिया शेष सभी एन आई टी की तरह ही है। संस्थान में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, विज्ञान मानविकी और प्रबंधन में स्नातक, पूर्व स्नातक एवम डॉक्टरेट के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत · और देखें »

फिल्म एवं टेलीविजन अभिनेत्री सिमोन सिंह, (जन्म 10 नवंबर, जमशेदपुर) के एक सिख पिता एवं बंगाली माता के परिवार में। सिमोन ने अपने कैरियर की शुरुआत टेलीविजन सीरियल स्वाभिमान, से सन 1995 में की। इसके बाद इन्होंने एक अन्य मशहूर सीरियल हिना, में मुख्य किरदार निभाया। इसके तुरंत बाद इन्होंने भारतीय सिनेमा की दुनिया में एक रिश्ता: द बॉन्ड ऑफ लव से 2001 में कदम रखा। सिमोन ने और कई फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएँ निभाई हैं और इनके अभिनय की तारीफ बोमन ईरानी सैफ अली खान एवं डिंपल कपाड़िया के साथ की गयी फिल्म बीईंग सायरस में खूब की गयी। .

नई!!: जमशेदपुर और सिमोन सिंह · और देखें »

अवलोकन सिंदरी धनबाद झारखंड राज्य के धनबाद जिला के नगरपालिका सीमा के भीतर एक औद्योगिक नगरी है। जल्दी औद्योगिक भारत में यहाँ कल्पना - सिंदरी अच्छी तरह से एक बड़ी उर्वरक कारखाना (FCIL, 2002 में बंद भारत का उर्वरक निगम) की वजह से जाना जाता था। यह भी जाना जाता था एसोसिएटेड सीमेंट कंपनी (एसीसी), इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी (इस्को) है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा किया गया है पर ले लिया की कोयला खान जैसे यहां स्थित कुछ अन्य कंपनियों के लिए सेल और परियोजनाओं और विकास इंडिया लिमिटेड पीडीआईएल, पूर्व योजना एवं विकास प्रभाग भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की एक सहायक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के FCIL और कोयला खान के.

नई!!: जमशेदपुर और सिंदरी · और देखें »

संजय कुमार झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी हैं। वर्तमान में झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के जमशेदपुर कैम्प कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर हैं।.

नई!!: जमशेदपुर और संजय कुमार · और देखें »

सुनील कुमार वर्णवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं एवं झारखंड में पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त हैं जिसका मुख्यालय जमशेदपुर में है। श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:प्रशासनिक अधिकारी श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और सुनील कुमार बर्नवाल · और देखें »

सुनील महतो (11 जनवरी 1966 - 4 मार्च 2007) जमशेदपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद रहे हैं। झारखंड आंदोलन में सक्रिय रहे श्री महतो की हत्या नक्सलवादियों ने जमशेदपुर के घाटशिला अनुमंडल में एक फुटबाल प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान अंधाधुंध गोलियाँ चलाकर कर दी। .

नई!!: जमशेदपुर और सुनील कुमार महतो · और देखें »

सुमन महतो झामुमो की सांसद थीं, एवं झारखंड के जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र का चौदहवीं लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही थीं। श्रीमती महतो झामुमो नेता स्वर्गीय सुनील महतो, सांसद की पत्नी हैं। श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:सांसद श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और सुमन महतो · और देखें »

सुवर्णरेखा या स्वर्णरेखा भारत के झारखंड प्रदेश में बहने वाली एक पहाड़ी नदी है। यह राँची नगर से 16 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित नगड़ी गाँव में रानी चुआं नामक स्थान से निकलती है और उत्तर पूर्व की ओर बढ़ती हुई मुख्य पठार को छोड़कर प्रपात के रूप में गिरती है। इस प्रपात (झरना) को हुन्डरु जलप्रपात (hundrughagh) कहते हैं। प्रपात के रूप में गिरने के बाद नदी का बहाव पूर्व की ओर हो जाता है और मानभूम जिले के तीन संगम बिंदुओं के आगे यह दक्षिण पूर्व की ओर मुड़कर सिंहभूम में बहती हुई उत्तर पश्चिम से मिदनापुर जिले में प्रविष्टि होती है। इस जिले के पश्चिमी भूभाग के जंगलों में बहती हुई बालेश्वर जिले में पहुँचती है। यह पूर्व पश्चिम की ओर टेढ़ी-मेढ़ी बहती हुई बालेश्वर नामक स्थान पर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इस नदी की कुल लंबाई 474 किलोमीटर है और लगभग 28928 वर्ग किलोमीटर का जल निकास इसके द्वारा होता है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ काँची एवं कर्कारी हैं। भारत का प्रसिद्ध एवं पहला लोहे तथा इस्पात का कारखाना इसके किनारे स्थापित हुआ। कारखाने के संस्थापक जमशेद जी टाटा के नाम पर बसा यहाँ का नगर जमशेदपुर या टाटानगर कहा जाता है। अपने मुहाने से ऊपर की ओर यह 16 मील तक देशी नावों के लिए नौगम्य (navigable) है। श्रेणी:भारत की नदियाँ श्रेणी:झारखंड.

नई!!: जमशेदपुर और सुवर्णरेखा नदी · और देखें »

स्पिरिट एअर (भारत) एक चार्टर एयरलाइन है जो संचालन बेंगलुरु और कोलकाता से करती है। यह फिलहाल बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा मे सेवाएँ प्रदान करती है। यह दक्षिण भारत मे विस्तार करना चाहती है। यह संचालन के लिए सेसस्ना 172 विमान का उपयोग करती है। .

नई!!: जमशेदपुर और स्पिरिट एअर (भारत) · और देखें »

सोनारी हवाई अड्डा झारखंड प्रान्त में स्थित जमशेदपुर स्थित घरेलू हवाई-अड्डा। यह जमशेदपुर स्थित एक स्थानीय हवाई अड्डा है। पहले यह वायुदूत की सेवाओं द्वारा कोलकाता जैसे नगरों से जुड़ा था। परंतु अभी यहाँ कोई सार्वजनिक विमान नहीं आता। आमतौर पर इस हवाई अड्डे का उपयोग कुछ विमान चालन प्रशिक्षण क्लबों और टिस्को के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। श्रेणी:झारखंड में स्थापत्य.

नई!!: जमशेदपुर और सोनारी हवाई-अड्डा · और देखें »

सोनारी जमशेदपुर के उत्तरपूर्व में बसा एक क्षेत्र है। खासतौर से यहाँ जमशेदपुर का स्थानीय हवाई अड्डा होने के कारण जाना जाता है। सोनारी क्षेत्र के कागलनगर में झारखंड की दो प्रमुख नदियों स्वर्णरेखा और खड़कई नदियों का संगम स्थल है जिसे दुमुहानी के नाम से जाना जाता है। हर वर्ष खासतौर पर मकर संक्राति के अवसर पर यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ जमती है और लोग यहाँ दुमुहानी में पवित्र स्नान करते हैं। यह जमशेदपुर के प्रमुख पिकनिक स्थल के रूप में भी खासा प्रसिद्ध है। .

नई!!: जमशेदपुर और सोनारी जमशेदपुर · और देखें »

हावडा मुंबई भारतीय रेल के एक सुपरफास्ट रेलगाड़ी हैं, जो दक्षिण पूर्वी रेलवे ड़ीविज़न की और से चलती हैं। ये रेलगाड़ी हावडा (स्टेशन कोड: HWH)– मुंबई (स्टेशन कोड: MUM) के बीच चलती हैं। ये भारत के सबसे पुरानी रूट पे चलने वाली ट्रेन में से एक हैं। ये देश के 2 महत्वपूर्ण जगहों को जोड़ती हैं जो ब्रिटिश काल से ही भारत के इतिहास में अपना महत्व रखती हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और हावड़ा मुम्बई मेल · और देखें »

इंटरनेट एवं प्रिंट दोनो पर उपलब्ध हिन्दी समाचार पत्र.

नई!!: जमशेदपुर और हिन्दी समाचारपत्रों की सूची · और देखें »

हिंदी की साहित्यिक पत्रिकाएँ, हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं के विकास और संवर्द्धन में उल्लेखनीय भूमिका निभाती रहीं हैं। कविता, कहानी, उपन्यास, निबंध, नाटक, आलोचना, यात्रावृत्तांत, जीवनी, आत्मकथा तथा शोध से संबंधित आलेखों का नियमित तौर पर प्रकाशन इनका मूल उद्देश्य है। अधिकांश पत्रिकाओं का संपादन कार्य अवैतनिक होता है। भाषा, साहित्य तथा संस्कृति अध्ययन के क्षेत्र में साहित्यिक पत्रिकाओं का उल्लेखनीय योगदान रहा है। वर्तमान में प्रकाशित कुछ प्रमुख पत्रिकाओं की सूची निम्नवत है: .

नई!!: जमशेदपुर और हिन्दी की साहित्यिक पत्रिकायें · और देखें »

हुडको झील जमशेदपुर में छोटा गोविंदपुर और टेल्को कालोनी के बीच स्थित टाटा मोटर्स द्वारा निर्मित एक कृत्रिम झील है। कंपनी द्वारा इस क्षेत्र को एक पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित किया गया है। श्रेणी:भारत की झीलें श्रेणी:जमशेदपुर श्रेणी:पर्यटन श्रेणी:झारखंड.

नई!!: जमशेदपुर और हुडको झील · और देखें »

हेमचंद दासगुप्त (१८७८ - १९३३) भूविज्ञानी थे। इनका जन्म सन्‌ 1878 में दीनाजपुर जिले में हुआ था। जिला स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करके के उपरांत 1895 में आपने कलकत्ता प्रेसीडेंसी कालेज में प्रवेश किया। यहाँ सन्‌ 1900 में आपने एम.

नई!!: जमशेदपुर और हेमचंद दासगुप्त · और देखें »

जमशेदपुर जिसका दूसरा नाम टाटानगर भी है, भारत के झारखंड राज्य का एक शहर है। यह झारखंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित पूर्वी सिंहभूम जिले का हिस्सा है। जमशेदपुर की स्थापना को पारसी व्यवसायी जमशेदजी नौशरवान जी टाटा के नाम से जोड़ा जाता है। १९०७ में टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी (टिस्को) की स्थापना से इस शहर की बुनियाद पड़ी। इससे पहले यह साकची नामक एक आदिवासी गाँव हुआ करता था। यहाँ की मिट्टी काली होने के कारण यहाँ पहला रेलवे-स्टेशन कालीमाटी के नाम से बना जिसे बाद में बदलकर टाटानगर कर दिया गया। खनिज पदार्थों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता और खड़कई तथा सुवर्णरेखा नदी के आसानी से उपलब्ध पानी, तथा कोलकाता से नजदीकी के कारण यहाँ आज के आधुनिक शहर का पहला बीज बोया गया। जमशेदपुर आज भारत के सबसे प्रगतिशील औद्योगिक नगरों में से एक है। टाटा घराने की कई कंपनियों के उत्पादन इकाई जैसे टिस्को, टाटा मोटर्स, टिस्कॉन, टिन्पलेट, टिमकन, ट्यूब डिवीजन, इत्यादि यहाँ कार्यरत है। .

नई!!: जमशेदपुर और जमशेदपुर · और देखें »

जमशेदपुर महिला महाविद्यालय जमशेदपुर का एक कालेज है। यह शहर के बिष्टुपुर क्षेत्र में गोपाल मैदान (जिसे पहले रीगल ग्राउंड के नाम से जाना जाता था), के पास स्थित है। यह महाविद्यालय रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध है। .

नई!!: जमशेदपुर और जमशेदपुर महिला महाविद्यालय · और देखें »

जमशेदपुर वर्कर्स कालेज झारखंड प्रांत के जमशेदपुर में स्थित एक प्रमुख महाविद्यालय है जो साक्ची में स्थित है। महाविद्यालय राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान है। .

नई!!: जमशेदपुर और जमशेदपुर वर्कर्स कालेज · और देखें »

जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज झारखंड प्रांत के जमशेदपुर में स्थित एक प्रमुख महाविद्यालय है जो साक्ची में स्थित है। महाविद्यालय राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान है। यह भारत का पहला सहकारी महाविद्यालय है। यह सन् १९७० में आरम्भ हुआ था। .

नई!!: जमशेदपुर और जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज · और देखें »

जमशेदजी टाटा जमशेदजी टाटा (३ मार्च १८३९ - १९ मई १९०४)) भारत के महान उद्योगपति तथा विश्वप्रसिद्ध औद्योगिक घराने टाटा समूह के संस्थापक थे। .

नई!!: जमशेदपुर और जमशेदजी टाटा · और देखें »

जेवियर श्रमिक प्रबंधन संस्थान यानि एक्स एल आर आई झारखंड में जमशेदपुर स्थित भारत के सर्वोच्च प्रबंधन संस्थानों में से एक है। श्रेणी:जमशेदपुर श्रेणी:झारखंड श्रेणी:शिक्षण संस्थान.

नई!!: जमशेदपुर और ज़ेवियर प्रबंधन संस्थान · और देखें »

पार्क का मुख्य सरोवर टाटा स्टील द्वारा निर्मित जुबली पार्क जमशेदपुर न्यायलय परिसर के समीप स्थित यह पार्क जमशेदपुर पर्यटन के प्रमुखा आकर्षणों में से एक है। शहर के इस केन्द्रीय पार्क के निर्माण की शुरुआत 1937 में श्री एस लैंकस्टर के निर्देशन में शुरु किया गया था परन्तु बीच में इसमें कई बाधाएँ आई। 1955 के अगस्त महीने में इस पार्क का निर्माण टाटा स्टील के आनेवाले 50 वीं वर्षगाँठ को ध्यान में रखकर फिर से शुरु किया गया और इसबार जिम्मेवारी श्री जी एच क्रुम्बिगेल और बी एस निर्दय को दिया गया जो पहले मैसूर और दिल्ली के राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन के निर्माण कार्य की देख रेख कर चुके थे। पूरा बाग लगभग 500 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है तथा इसके उत्तर में दलमा अभयारण्य की सुरम्य दलमा पहाड़ का दृश्य तथा दक्षिण में टाटा स्टील के कारखाने का दृश्य देखने को मिलता है। लगभग दो वर्षों के अंतराल में बनाया गया यह बाग भारत के सबसे खूबसूरत बागों में से एक है। बाग की मुख्य धुरी जमशेदपुर के संस्थापक जमशेदजी टाटा की मूर्ति है और उसके गिर्द फैली है रोज गार्डन, मुगल गार्डन, मुख्य झील, मनोरंजन पार्क और टाटा स्टील वन्य जीव उद्यान और झील के बीचोबीच स्थित कृत्रिम टापू। इसके अलावा मनोरंजन पार्क तथा बच्चों के पार्क में स्केटिंग केन्द्र तथा कैफेटेरिया की सुविधा भी मौजूद है। झील में नौका विहार का आनंद भी लिया जा सकता है। मुगल गार्डन मे तीन मुख्य फव्वारों के साथ साथ सैकड़ों छोटे संगीतमय फव्वारे रात को खास रोशनी के इंतजाम से जगमगा उठते हैं। संस्थापक दिवस 3 मार्च को बाग में खास रोशनी का इंतजाम और समारोह को देखने के लिये हजारों प्रय्टक आस पास के इलाके से यहाँ आते हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और जुबली पार्क जमशेदपुर · और देखें »

जेम्को जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और जेम्को · और देखें »

जोबा मुर्मु कारंदीह, दुखू तोला, जमशेदपुर में रहने वाली संथाली महिला हैं जिन्हें उनके भाषा योगदान के कारण नवम्बर 14, 2017 को साहित्य अकादमी का बाल साहित्य पुरस्कार प्राप्त हुआ।http://jharkhandstatenews.com/article/top-stories/2393/joba-murmu-santali-writer-selected-for-bal-sahitya-award/ .

नई!!: जमशेदपुर और जोबा मुर्मु · और देखें »

घाटशिला झारखंड में जमशेदपुर के पास स्थित एक छोटा शहर है जो अपने यूरेनियम, ताँबा और अन्य खनिजों की खान के लिये प्रसिद्ध है। यहीं पास में भारतीय यूरेनियम निगम का कारखाना स्थित है जो पूरे देश के यूरेनियम की जरूरत पूरी करता है। .

नई!!: जमशेदपुर और घाटशिला · और देखें »

डॉ॰ वर्गीज़ कुरियन (26 नवम्बर 1921 - 9 सितंबर 2012) एक प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक उद्यमी थे और 'फादर ऑफ़ द वाइट रेवोलुशन' के नाम से अपने 'बिलियन लीटर आईडिया' (ऑपरेशन फ्लड) - विश्व का सबसे बड़ा कृषि विकास कार्यक्रम - के लिए आज भी मशहूर हैं। इस ऑपरेशन ने 1998 में भारत को अमरीका से भी ज़यादा तरक्की दी और दूध -अपूर्ण देश से दूध का सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया| डेयरी खेती भारत की सबसे बड़ी आत्मनिर्भर उद्योग बन गयी। उन्होंने पदभार संभालकर भारत को खाद्य तेलों के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता दी। उन्होंने लगभग 30 संस्थाओं कि स्थापना की (AMUL, GCMMF, IRMA, NDDB) जो किसानों द्वारा प्रबंधित हैं और पेशेवरों द्वारा चलाये जा रहे हैं। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF), का संस्थापक अध्यक्ष होने के नाते डॉ॰ कुरियन अमूल इंडिया के उत्पादों के सृजन के लिए ज़िम्मेदार थे। अमूल की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी की उन्होंने प्रमुख दुग्ध उत्पादक राष्ट्रों मैं गाय के बजाय भैंस के दूध का पाउडर उपलब्ध करवाया| डॉ॰ कुरियन की अमूल से जुडी उपलब्धियों के परिणाम स्वरुप तब प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने उन्हें 1965 में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड का संस्थापक अध्यक्ष नियुक्त किया तांकि वे राष्ट्रव्यापी अमूल के "आनंद मॉडल" को दोहरा सकें.

नई!!: जमशेदपुर और वर्गीज कुरियन · और देखें »

वंदना टेटे (जन्मः 13 सितम्बर 1969) एक भारतीय आदिवासी लेखिका, कवि, प्रकाशक, एक्टिविस्ट और आदिवासी दर्शन ‘आदिवासियत’ की प्रबल पैरोकार हैं। सामुदायिक आदिवासी जीवनदर्शन एवं सौंदर्यबोध को अपने लेखन और देश भर के साहित्यिक व अकादमिक संगोष्ठियों में दिए गए वक्तव्यों के जरिए उन्होंने आदिवासी विमर्श को नया आवेग प्रदान किया है। आदिवासियत की वैचारिकी और सौंदर्यबोध को कलाभिव्यक्तियों का मूल तत्व मानते हुए उन्होंने आदिवासी साहित्य को ‘प्रतिरोध का साहित्य’ की बजाय ‘रचाव और बचाव’ का साहित्य कहा है। आदिवासी साहित्य की दार्शनिक अवधारणा प्रस्तुत करते हुए उनकी स्थापना है कि आदिवासियों की साहित्यिक परंपरा औपनिवेशिक और ब्राह्मणवादी शब्दावलियों और विचारों से बिल्कुल भिन्न है। आदिवासी जीवनदृष्टि पक्ष-प्रतिपक्ष को स्वीकार नहीं करता। आदिवासियों की दृष्टि समतामूलक है और उनके समुदायों में व्यक्ति केन्द्रित और शक्ति संरचना के किसी भी रूप का कोई स्थान नहीं है। वे आदिवासी साहित्य का ‘लोक’ और ‘शिष्ट’ साहित्य के रूप में विभाजन को भी नकारती हैं और कहती हैं कि आदिवासी समाज में समानता सर्वोपरि है, इसलिए उनका साहित्य भी विभाजित नहीं है। वह एक ही है। वे अपने साहित्य को ‘ऑरेचर’ कहती हैं। ऑरेचर अर्थात् ऑरल लिटरेचर। उनकी स्थापना है कि उनके आज का लिखित साहित्य भी उनकी वाचिक यानी पुरखा (लोक) साहित्य की परंपरा का ही साहित्य है। उनकी यह भी स्थापना है कि गैर-आदिवासियों द्वारा आदिवासियों पर रिसर्च करके लिखी जा रही रचनाएं शोध साहित्य है, आदिवासी साहित्य नहीं। आदिवासियत को नहीं समझने वाले हिंदी-अंग्रेजी के लेखक आदिवासी साहित्य लिख भी नहीं सकते। .

नई!!: जमशेदपुर और वंदना टेटे · और देखें »

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद भारत का सबसे बड़ा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान एवं विकास संबंधी संस्थान है। इसकी स्थापना १९४२ में हुई थी। इसकी ३९ प्रयोगशालाएं एवं ५० फील्ड स्टेशन भारत पर्यन्त फैले हुए हैं। इसमें १७,००० से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। आधिकारिक जालस्थल हालांकि इसकी वित्त प्रबंध भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा होता है, फिर भी ये एक स्वायत्त संस्था है। इसका पंजीकरण भारतीय सोसायटी पंजीकरण धारा १८६० के अंतर्गत हुआ है। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं/संस्थानों का एक बहुस्थानिक नेटवर्क है जिसका मैंडेट विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयुक्त अनुसंधान तथा उसके परिणामों के उपयोग पर बल देते हुए अनुसंधान एवं विकास परियोजनाएं प्रारंभ करना है। वतर्मान में ३९ अनुसंधान संस्थान हैं जिनमें पाँच क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाएं शामिल हैं। इनमें से कुछेक संस्थानों ने अपने अनुसंधान क्रियाकलापों को और गति प्रदान करने के लिए प्रायोगिक, सर्वेक्षण क्षेत्रीय केन्द्रों की भी स्थापना की है तथा वतर्मान में 16 प्रयोगशालाओं से सम्बद्ध ऐसे 39 केन्द्र कायर्रत हैं। सीएसआईआर की गिनती विश्‍व में इस प्रकार के 2740 संस्‍थानों में 81वें स्‍थान पर होती है।(सितंबर २०१४) .

नई!!: जमशेदपुर और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद · और देखें »

1983-84 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने भारत के दौरे पर 1983 के विश्वकप में अपनी आश्चर्यजनक हार के बाद भारत का दौरा किया। क्लाइव लॉयड द्वारा कप्तानी किए गए, वेस्ट इंडीज ने दूसरे प्रथम श्रेणी मैचों के अलावा भारत के साथ ही पांच वनडे के खिलाफ छह टेस्ट मैचों में खेले। श्रृंखला को बदला श्रृंखला के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें वेस्टइंडीज़ ने तीन टेस्ट जीतकर और सभी पांच वनडे मैच जीते थे। श्रृंखला में भारतीय बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज के खिलाफ खेलने के लिए संघर्ष किया। ज्यादातर मैचों में भारत 4-5 विकेट से पहले ही हार गया। विनाशकारी 3-0 के नुकसान घरेलू मिट्टी पर हार का सबसे बड़ा अंतर था। भारतीय खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बावजूद, भारत ने इस श्रृंखला में कुछ रिकॉर्ड बनाने का प्रबंधन किया। कपिल देव ने एक पारी में 9 विकेट लेकर 83 रन की पारी खेली थी और गावस्कर ने इस श्रृंखला में अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ 236 रन बनाए। 236 रनों की इस पारी में उन्होंने 29 टेस्ट शतकों के डोनाल्ड ब्रैडमैन का रिकार्ड और वीनू मांकड का रिकार्ड स्कोर 231 रन बनाकर आउट किया। इन सीरीज में कई अन्य प्रकाश डाला गया। 5 वीं टेस्ट में, भारत के खराब प्रदर्शन के कारण भीड़ खराब हो गईं और उन्होंने सुनील गावस्कर को दोषी ठहराया और उन्हें पत्थरों और सड़ा हुआ फलों पर पेल दिया गया। श्रीनगर में खेले गए इस श्रृंखला के पहले एकदिवसीय मैच में पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था। मेजबान टीम भीड़ के एक वर्ग द्वारा लगातार बुझी थी। अलगाववादियों ने दोपहर के भोजन के ब्रेक के दौरान पिच को खोदने का विरोध किया। इस श्रृंखला में रिची रिचर्डसन, रोजर हार्पर, चेतन शर्मा, नवजोत सिद्धू और राजू कुलकर्णी की शुरुआत हुई। एंडी रॉबर्ट्स और यशपाल शर्मा इस श्रृंखला में अपने अंतिम मैच खेलने के बाद सेवानिवृत्ति में गए। अहमदाबाद के गुजरात स्टेडियम में तीसरा टेस्ट मैच इस मैदान पर खेला गया पहला टेस्ट मैच था। छठे टेस्ट के बाद मैल्कम मार्शल ने कुल विकेट 33 विकेट बनाये जिसमें वेस्टइंडीज की एक श्रृंखला में सबसे अधिक विकेट लिए गए। एक ही टेस्ट में, विंस्टन डेविस को एक प्रेक्षक द्वारा फेंकने वाली एक मिसाइल से मारा गया जिसमें कप्तान क्लाइव लॉयड ने अपनी टीम वापस मंडप में खींच कर ली। लॉयड को राज्य के राज्यपाल से आश्वासन प्राप्त होने के बाद ही मैच फिर शुरू हुआ था कि सुरक्षा में वृद्धि होगी। .

नई!!: जमशेदपुर और वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1983-84 · और देखें »

जमशेदपुर एवं धनबाद से प्रकाशित हिन्दी दैनिक। श्रेणी:हिन्दी प्रकाशन.

नई!!: जमशेदपुर और आवाज · और देखें »

इशिता दत्ता एक भारतीय फ़िल्म तथा टेलीविज़न अभिनेत्री है ये मुख्य रूप से एक घर बनाऊँगा धारावाहिक से के लिए जानी जाती है। इशिता अभिनेत्री तनुश्री दत्ता की बहन है। .

नई!!: जमशेदपुर और इशिता दत्ता · और देखें »

आईएसडब्ल्यूपी जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और इंडियन स्टील ऐंड वायर प्रोडक्टस कंपनी लिमेटेड · और देखें »

इंग्लिश क्रिकेट टीम ने जनवरी, फरवरी और मार्च 1993 के दौरान भारत का दौरा किया। इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन और परिणाम, चयन, दौरे प्रबंधन, भारतीय व्यंजनों और जलवायु, हवाई अड्डे औद्योगिक कार्रवाई के साथ और यहां तक ​​कि खिलाड़ियों के चेहरे के बाल सफलता की कमी के लिए दोषी ठहराया गया था पर विवाद से घिरा हुआ था। जहां तक ​​दस्ते चयन का संबंध था, प्राथमिक ध्यान डेविड गॉवर का हिस्सा था, जिसने पाकिस्तान के खिलाफ पिछली गर्मियों की सीरीज़ में 50 से अधिक रन बनाये हैं। उनके प्रतिस्थापन डर्मोट रीवे थे जिन्होंने टेस्ट श्रृंखला में भी शामिल नहीं किया। गॉवर को टीम के बाहर छोड़ने का आधिकारिक कारण यह था कि वह "बहुत पुराना" था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद में क्रिकेट खेलने के प्रतिबंध से सिर्फ वापसी करने के बावजूद, दिग्गज माइक गैटिंग और जॉन एम्बुरी ने भी यात्रा कर दी है, ऐसा लग रहा था बल्कि नकली। इसके बारे में प्रश्न भी संसद में उठाए गए और एमसीसी के एक विशेष आम बैठक बुलाई गई, लेकिन इसका असर नहीं हुआ, और भारत में गॉवर की उपस्थिति मीडिया के प्रतिनिधि के रूप में ही थी। इस गड़हे के नीचे दफन कर दिया गया था जैक रसेल के अतिरिक्त चूक, इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर होने के लिए सबसे अधिक माना जाता है, जो काफी हद तक अनधिकृत रिचर्ड ब्लेकी के पक्ष में था। भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भी दक्षिण अफ्रीका के एक खराब दौरे के बाद श्रृंखला में बढ़त के दबाव में थे, जिसके बाद भारतीय मीडिया ने उनकी कप्तानी पर सवाल उठाया, लेकिन पहले टेस्ट में मैच जीतने के प्रदर्शन के बाद टोन बदल गया। भारत ने टेस्ट सीरीज 3-0 से जीती, उसी ग्यारह को पूरा करते हुए, और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में तीन मैचों का खेल बनाया गया था। .

नई!!: जमशेदपुर और इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1992-93 · और देखें »

इंग्लिश क्रिकेट टीम ने फरवरी, मार्च और अप्रैल 2006 के दौरान भारत का दौरा किया। इंग्लिश क्रिकेट टीम पाकिस्तान के खिलाफ अपने विनाशकारी स्पैल से पहले उन्हें आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में दूसरे स्थान पर ले जाने वाले फॉर्म को बनाए रखने के इच्छुक था, और जिसने ऑस्ट्रेलिया में घर पर 2005 एशेज सीरीज जीतने में मदद की। यह लक्ष्य सामान्य पेट की शिकायतों से काफी हद तक रुका हुआ था, जो लगभग हमेशा भारतीय दौर के भारतीय दौरों में इंग्लिश टीम को कुचलने के लिए और कप्तान माइकल वॉन की चोट की एक पुनरावृत्ति होती है; स्विंग बॉलर साइमन जोन्स और एशले गइल्स की अनुपस्थिति, जो ऑपरेशन के लिए दौरे को याद नहीं करती थी। इसके साथ ही, स्टैंड-इन कप्तान मार्कस ट्रेस्कोथिक "व्यक्तिगत कारणों" के लिए घर चले गए, आगे नहीं बोलना चाहते थे, एंड्रयू फ्लिंटॉफ को छोड़कर, जो अपने बेटे के जन्म से चूक गए, पहली बार कप्तान का खिताब लेने के लिए कप्तान दो तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों: इंग्लैंड की ओर से एलेस्टर कूक और मोंटी पनेसर के साथ-साथ शंतकुमारन श्रीसंत, पियुष चावला और मुनाफ पटेल। भारत ने आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर पहुंचने की उम्मीद की श्रृंखला शुरू की, जिसमें इंग्लैंड ने उन्हें हाल में बाहर कर दिया। तीन टेस्ट मैचों और सात एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आयोजन किए गए थे। बारिश के कारण एक एकदिवसीय (गुवाहाटी में) बाहर धोया गया। टेस्ट श्रृंखला 1-1 से ड्रॉ की गई जबकि भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला 5-1 जीती। .

नई!!: जमशेदपुर और इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2005-06 · और देखें »

करीम सिटी कालेज जमशेदपुर स्थित एक प्रमुख अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान है जो राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान है। .

नई!!: जमशेदपुर और करीम सिटी कालेज · और देखें »

काटी झारखंड, उड़ीसा व छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का प्राचीन खेल है। यह लकड़ी से बने अर्धचंद्राकार वस्तु से खेला जाता है, जिसमें 9 से 12 खिलाड़ी भाग लेते हैं। अभी हाल ही में टाटा स्टील ने इस खेल को जमशेदपुर के जेआरडी टाटा स्पो‌र्ट्स कांपलेक्स में 1 जनवरी 2008 को एक काटी प्रतियोगिता करवाकर पुनर्जीवित करने का प्रयास किया था। .

नई!!: जमशेदपुर और काटी · और देखें »

कालीमाटी जमशेदपुर शहर का पुराना नाम है।.

नई!!: जमशेदपुर और कालीमाटी · और देखें »

कौन बनेगा करोड़पति (संक्षेप में कौबक या केबीसी) भारत का एक रियालिटी/गेम शो है। इसमें कोई व्यक्ति अधिकतम निर्धारित १, २, ३, ४, ५, ६, ७ करोड़ रूपये जीत सकता है। इसका पहला प्रसारण सन् 2000 में हुआ था। भारत के फिल्मोद्योग के महानायक अमिताभ बच्चन इसके सूत्रधार (होस्ट) हैं। अमिताभ बच्चन का दूरदर्शन पर पदार्पण इसी को लेकर हुआ। यह अत्यन्त लोकप्रिय कार्यक्रम है। सुशील कुमार मोतिहारी बिहार के निवासी सेशन 5 में 5 करोड़ रुपये जीते। .

नई!!: जमशेदपुर और कौन बनेगा करोड़पति · और देखें »

जमशेदपुर, भारत में स्थित कीनन स्टेडियम। कीनन स्टेडियम (Keenan Stadium) झारखंड प्रान्त के जमशेदपुर में स्थित देश का एक प्रमुख स्टेडियम है। स्टेडियम का रखरखाव टाटा स्टील करती है। इसकी दर्शक-क्षमता करीब बीस हजार है। आमतौर पर यहाँ क्रिकेट और फुटबाल के खेलों का आयोजन होता है। हालाँकि यहाँ अभी तक राष्ट्रीय महत्व के खेलों का आयोजन बहुत कम हुआ है, लेकिन टाटा समूह के कर्मचारीगण खासकर टाटा फुटबाल अकादमी के खिलाड़ी इस परिसर का ज्यादातर उपयोग करते हैं। .

नई!!: जमशेदपुर और कीनॉन स्टेडियम · और देखें »

अब्दुल बारी स्मारक महाविद्यालय झारखंड प्रांत के जमशेदपुर में स्थित एक प्रमुख महाविद्यालय है जो गोलमुरी में स्थित है। महाविद्यालय राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान है। .

नई!!: जमशेदपुर और अब्दुल बारी स्मारक महाविद्यालय · और देखें »

अर्जुन मुंडा झारखंड प्रान्त के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है। महज 35 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले अर्जुन मुंडा के नाम देश में सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है। स्वर्गीय गणेश मुंडा के पुत्र 5 जून 1968 को घोड़ाबाँधा जमशेदपुर में जन्में श्री मुंडा फरवरी 2005 में झारखंड में दूसरी बार मुख्यमंत्री निर्वाचित हुये। मध्य वर्गीय परिवार से आनेवाले श्री मुंडा बिहार औऱ झारखंड विधानसभा में खरसाँवा का प्रतिनिधित्व करते हैं। फिलहाल वे जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। उनका राजनीतिक जीवन 1980 से शुरू हुआ।.उस वक्त अलग झारखंड आंदोलन का दौर था।.अर्जुन मुंडा ने राजनीतिक पारी की शुरूआत झारखंड मुक्ति मोर्चा से की।.आंदोलन में सक्रिय रहते हुए अर्जुन मुंडा ने जनजातीय समुदायों और समाज के पिछड़े तबकों के उत्थान की कोशिश की।.1995 में वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में खरसावां विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर बिहार विधानसभा पहुंचे। बतौर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी 2000 और 2005 के चुनावों में भी उन्होंने खरसावां से जीत हासिल की। वर्ष 2000 में अलग झारखंड राज्य का गठन होने के बाद अर्जुन मुंडा बाबूलाल मरांडी के कैबिनेट में समाज कल्याण मंत्री बनाये गये। वर्ष 2003 में विरोध के कारण बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री के पद से हटना पड़ा.

नई!!: जमशेदपुर और अर्जुन मुंडा · और देखें »

उदितवाणी जमशेदपुर से प्रकाशित पहला हिन्दी दैनिक था। .

नई!!: जमशेदपुर और उदितवाणी · और देखें »

एक औद्योगिक क्षेत्र का दृश्य किसी विशेष क्षेत्र में भारी मात्रा में सामान का निर्माण/उत्पादन या वृहद रूप से सेवा प्रदान करने के मानवीय कर्म को उद्योग (industry) कहते हैं। उद्योगों के कारण गुणवत्ता वाले उत्पाद सस्ते दामों पर प्राप्त होते है जिससे लोगों का रहन-सहन के स्तर में सुधार होता है और जीवन सुविधाजनक होता चला जाता है। औद्योगिक क्रांति के परिणामस्वरूप यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका में नये-नये उद्योग-धन्धे आरम्भ हुए। इसके बाद आधुनिक औद्योगीकरण ने पैर पसारना अरम्भ किया। इस काल में नयी-नयी तकनीकें एवं उर्जा के नये साधनों के आगमन ने उद्योगों को जबर्दस्त बढावा दिया। उद्योगों के दो मुख्य पक्ष हैं: १) भारी मात्रा में उत्पादन (मॉस प्रोडक्सन) उद्योगों में मानक डिजाइन के उत्पाद भारी मात्रा में उत्पन्न किये जाते हैं। इसके लिये स्वतः-चालित मशीनें एवं असेम्बली-लाइन आदि का प्रयोग किया जाता है। २) कार्य का विभाजन (डिविजन ऑफ् लेबर) उद्योगों में डिजाइन, उत्पादन, मार्कटिंग, प्रबन्धन आदि कार्य अलग-अलग लोगों या समूहों द्वारा किये जाते हैं जबकि परम्परागत कारीगर द्वारा निर्माण में एक ही व्यक्ति सब कुछ करता था/है। इतना ही नहीं, एक ही काम (जैसे उत्पादन) को छोटे-छोटे अनेक कार्यों में बांट दिया जाता है। सकल घरेलू उत्पाद (Gross domestic product/GDP) हरा - कृषि, लाल - उद्योग, नीला - सेवा क्षेत्र .

नई!!: जमशेदपुर और उद्योग · और देखें »

उषा मार्टिन कंपनी लिमिटेड जमशेदपुर स्थित एक कंपनी है। श्रेणी:उद्योग श्रेणी:भारतीय कंपनियाँ श्रेणी:झारखंड श्रेणी:जमशेदपुर.

नई!!: जमशेदपुर और उषा मार्टिन · और देखें »

राँची स्थित हुँडरु जलप्रपात छोटा नागपुर पठार पूर्वी भारत में स्थित एक पठार है। झारखंड राज्य का अधिकतर हिस्सा एवं उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार व छत्तीसगढ़ के कुछ भाग इस पठार में आते हैं। इसके पूर्व में सिन्धु-गंगा का मैदान और दक्षिण में महानदी हैं। इसका कुल क्षेत्रफल 65,000 वर्ग किमी है।, mapsofindia, Accessed 2010-05-02 .

नई!!: जमशेदपुर और छोटा नागपुर पठार · और देखें »

छोटागोविंदपुर जमशेदपुर के दक्षिण पूर्वी सीमांत पर बसा एक आवासीय कालोनी है। इसकी स्थापना सन 1960 के दशक में बिहार राज्य आवासीय निगम द्वारा टाटा मोटर्स के कर्मचारियों के लिये की गयी थी। जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र के अनुसार इसे ग्रामीण इलाकों में गिना जाता है तथा यह झारखंड के जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। 2001 के भारत की जनगणना के अनुसार, छोटा गोबिंदपुर की जनसंख्या 24,751 है जिसमें 53% पुरुष एवं 47% महिलायें शामिल हैं। यहाँ की औसत साक्षरता दर 76% है जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से काफी अधिक है एवं यहाँ 82% पुरुष एवं 69% महिलायें साक्षर हैं। इस कस्बे की 12% आबादी 6 वर्ष या उससे कम की है। .

जमशेदपुर का पहला नाम क्या है?

इससे पहले यह साकची नामक एक आदिवासी गाँव हुआ करता था। यहाँ की मिट्टी काली होने के कारण यहाँ पहला रेलवे-स्टेशन कालीमाटी के नाम से बना जिसे बाद में बदलकर टाटानगर कर दिया गया।

जमशेदपुर का उपनाम क्या है?

जमशेदपुर, जासं। देश भर में जमशेदपुर की पहचान क्लीन सिटी-ग्रीन सिटी के नाम से विख्यात है।

जमशेदपुर का नाम कब रखा गया?

Jamshedpur. झारखंड का यह शहर 101 वर्ष का हो गया है। इसे 1919 में जमशेदपुर का नाम मिला था। वायसराय लार्ड चेम्सफोर्ड ने साकची से बदलकर शहर का नाम जमशेदपुर रखा था।

टिस्को की स्थापना कहाँ हुई?

25 अगस्त 1907, जमशेदपुर, भारतटाटा स्टील / स्थापना की तारीख और जगहnull