Solution : ग्रामीण बस्ती से आशय-गाँव ग्रामीण बस्ती होते हैं, जहाँ लोग कृषि, मत्स्य पालन, वानिकी, दस्तकारी एवं पशुपालन सम्बन्धी कार्य करते हैं। ग्रामीण बस्तियों के प्रकार-ग्रामीण बस्तियाँ दो प्रकार की होती हैं—(1) सघन और (2) प्रकीर्ण। यथा Show
ग्रामीण बस्ती-वे बस्तियाँ जो भूमि से सीधी तथा काफी नजदीकी से जुड़ी होती हैं, ‘ग्रामीण बस्तियाँ’ कहलाती हैं। इन बस्तियों के लोग मुख्यत: प्राथमिक व्यवसाय में लगे होते हैं। ग्रामीण बस्ती की विशेषताएँ ⦁ ग्रामीण बस्ती में लोग मुख्यत: कृषि तथा पशुपालन पर निर्भर करते हैं। नगरीय बस्ती – वे बस्तियाँ जो गैर-कृषिगत क्रियाकलापों जैसे उद्योग, व्यापार, परिवहन, प्रशासनिक तथा सामुदायिक सेवाओं सम्बन्धी कार्यों में लगी रहती हैं, ‘नगरीय बस्तियाँ’ कहलाती हैं। ⦁ नगरीय बस्ती में लोगों का व्यवसाय निर्माण उद्योग, व्यापार तथा प्रशासन होता है। इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: ग्रामीण बस्ती- इन बस्तियों में निवास करने वाले लोगों का प्रमुख व्यवसाय- कृषि, पशुपालन, लकड़ी काटना, खान खोदना, शिकार खेलना आदि होता है। प्रो0 व्लास के अनुसार ” ग्रामीण बस्तियों के प्रकार- बनावट के आधार पर ग्रामीण बस्तियाँ निम्न प्रकार की होती हैं। पढ़ना: गठिया किसकी कमी से होता है? ग्रामीण बस्ती की प्रमुख विशेषता क्या है? इसे सुनेंरोकेंऐसी बस्ती के निवासी अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों का काम ही करते हैं। वह भूमि के संबंधित कार्य करते हैं, जैसे कृषि, पशुपालन, मछली पकड़ना और इन जैसे व्यवसाय करते हैं। ग्रामीण बस्ती की कई विशेषताएं हैं। ग्रामीण बस्ती मुख्यता नदियों के किनारे पर स्थित होते हैं, जहां से जलापूर्ति आसानी से उपलब्ध हो पाती हैं। मानव बस्ती को कितने प्रकार में विभाजित किया गया है?इसे सुनेंरोकेंउत्तर: मानव आवासों के संगठित समूह को बस्ती कहा जाता है। बस्तियों में होने वाले मानवीय व आर्थिक क्रिया-कलापों के आधार पर इन्हें ग्रामीण तथा नगरीय बस्तियों में वर्गीकृत किया जाता है। भारत में ग्रामीण बस्तियों को कितने प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है? इसे सुनेंरोकें(i) विन्यास के आधार पर : इनके मुख्य प्रकार हैं- मैदानी ग्राम, पठारी ग्राम, तटीय ग्राम, वन ग्राम एवं मरुस्थलीय ग्राम। मानव बस्ती किसे कहते हैं मानव बस्ती निर्माण का मुख्य आधार क्या है?इसे सुनेंरोकेंउन आवास समूहों को मानव अधिवास या बस्तियों के नाम से जाना जाता है। इन आवासों में तम्बू, झौंपड़ी, कच्चे मकान एवं पक्के तथा बहुमंजली इमारतें होती हैं। मानव बस्तियों के प्रकार- बस्तियों में निवास करने वाले लोगों के कार्यों के आधार पर एवं बस्तियों के आकार के आधार पर इनको दो भागों में बॉटा जा सकता है। पढ़ना: जलवायु शिखर सम्मेलन २०२१ कहाँ हुआ? नगरिया बस्ती कितने प्रकार के होते हैं? नगरीय बस्ती
ग्रामीण बस्तियों से क्या तात्पर्य है ग्रामीण बस्तियों के प्रकार एवं प्रतिरूप का वर्णन कीजिए?इसे सुनेंरोकेंग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतरा पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं जो एक दूसरे को समकोण पर काटती हैं। इस प्रकार के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं। ग्रामीण बस्ती: ग्रामीण बस्ती अधिक निकटता से तथा प्रत्यक्ष रूप से भूमि से नजदीकी संबंध रखती हैं। यहाँ के निवासी अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं। जैसे-कृषि, पशुपालन एवं मछली पकड़ना आदि इनके प्रमुख व्यवसाय होते हैं। बस्तियों का आकार अपेक्षाकृत छोटा होता है। ग्रामीण बस्तियों की विशेषताएँ:
नगरीय बस्ती: वान रिक्टोफन के अनुसार, "नगर एक संगठित समूह होता हैं जिसमें सामान्यतः कृषि कार्यों के विपरीत प्रमुख व्यवसाय वाणिज्य तथा उद्योग से संबंधित होते हैं। ग्रामीण बस्तियों की प्रमुख विशेषताएं क्या है?ग्रामीण बस्तियों की विशेषताएँ
इन बस्तियों का आकार अपेक्षाकृत छोटा होता है तथा वृद्धि एवं विस्तार की दर बहुत धीमी होती है। ये बस्तियाँ प्रायः किसी जल-स्रोत जैसे-तालाब, झील, नदी, नहर अथवा झरने के समीप बसी होती हैं। ग्रामीण बस्तियों के लोग सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक समरूपता के साथ आपस में गहरे संबंध रखते हैं।
ग्रामीण बस्ती कितने प्रकार के होते हैं?Solution : ग्रामीण बस्ती दो प्रकार की होती है- (1) सघन और (2) प्रकीर्ण। सघन बस्ती में घर पास-पास होते हैं तथा प्रकीर्ण बस्ती में दूर-दूर फैले हुए।
ग्रामीण बस्तियाँ क्या हैं?Solution : ग्रामीण बस्ती से आशय-गाँव ग्रामीण बस्ती होते हैं, जहाँ लोग कृषि, मत्स्य पालन, वानिकी, दस्तकारी एवं पशुपालन सम्बन्धी कार्य करते हैं। ग्रामीण बस्तियों के प्रकार-ग्रामीण बस्तियाँ दो प्रकार की होती हैं—(1) सघन और (2) प्रकीर्ण। यथा <br> (i) सघन बस्ती-सघन बस्तियों में घर पास-पास होते हैं।
ग्रामीण बस्तियों से क्या तात्पर्य है ग्रामीण बस्तियों के प्रकार एवं प्रतिरूप का वर्णन कीजिए?ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतरा पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं जो एक दूसरे को समकोण पर काटती हैं। इस प्रकार के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं।
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