14 Show कामचोर’ कहानी क्या संदेश देती हैं? ‘कामचोर’ कहानी हमें अपने बच्चों को नौकरों का आदी न होने का संदेश देती है। यह बात सच है कि हमें बचपन से ही अपने बच्चों को छोट-छोटे घरेलू कामों की आदत डालनी चाहिए। इससे न सिर्फ वे मेहनती बनेंगे, बल्कि दैनिक कार्यों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझेंगे।
अगर हम शुरू से ही बच्चों को छोट-मोटे कामों के लिए न टोकें तो आगे चलकर कामचोरी उनके व्यवहार में शामिल हो जाएगी। ऐसे बच्चे भविष्य में अपने माता-पिता का सहारा बनने की बजाये उन पर बोझ बन जाएंगे। माता-पिता के लाड़-प्यार से पले बच्चे अक्सर आगे चलकर अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझने में मात खा जाते हैं और जीवन में परेशानियों से घबरा जाते हैं| Q. तेज़ हवाओं के कारण कभी-कभी उन नाविकों के कपड़े उड़/खो जाते थे। मान लो, ऐसा ही एक मोज़ा तुम्हें अपनी कहानी सुनाना चाहता है। वह क्या-क्या बातें बताएगा, कल्पना से उसकी कहानी पूरी करो– मैं एक मोज़ा हूँ। वैसे तो मैं हमेशा अपने भाई के साथ रहता हूँ। .............................................................................................................................. .............................................................................................................................. .............................................................................................................................. .............................................................................................................................. .............................................................................................................................. 4. 'कामचोर' कहानी क्या संदेश देती है ? Answer : NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर are part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर. प्रश्न-अभ्यास Question 1. कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा
गया? Question 2. बच्चों के ऊधम मचाने के कारण घर की क्या दुर्दशा हुई? Question 3. “या तो बच्चाराज कायम कर लो या मुझे ही रख लो।” अम्मा ने कब कहा? और इसका परिणाम क्या हुआ? Question 4. ‘कामचोर’ कहानी क्या संदेश देती है? Question 5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया
कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे। Question 6. घर के सामान्य काम हों या अपना निजी काम, प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुरूप उन्हें करना आवश्यक क्यों है? Question 7. भरा-पूरा परिवार कैसे सुखद बन सकता है और कैसे दुखद? कामचोर कहानी के आधार पर निर्णय कीजिए। Question 8. बड़े होते बच्चे किस प्रकार माता-पिता के सहयोगी हो सकते हैं और किस प्रकार भार? कामचोर कहानी के आधार पर अपने विचार व्यक्त कीजिए। Question 9. ‘कामचोर’ कहानी एकल परिवार की कहानी है या संयुक्त परिवार की? इन दोनों तरह के परिवारों में क्या-क्या अंतर होते हैं? भाषा की बात Question 1. “धुली-बेधुली बालटी लेकर आठ हाथ चार थनों पर पिल पड़े।” धुली शब्द से पहले ‘बे’ लगाकर बेधुली बना है। जिसका अर्थ है ‘बिना धुली’ ‘बे’ एक उपसर्ग है। More CBSE Class 8 Study Material
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कामचोर कहानी क्या शिक्षा देती है?Hi! कामचोर कहानी से हमें शिक्षा मिलती है की हमें किसी भी काम को बड़ी सूझ-बूझ के साथ करना चाहिए वरना बिना सोचे समझे किया गया हमारा काम हमें मुसीबत में डाल सकत है व बच्चों को समय रहते ही हर काम को करने के लिए उत्साहित करते रहना चाहिए वरना बच्चे उसी प्रकार आलसी व निकम्मे हो जाएंगें जैसे कामचोर पाठ के बच्चे थे।
कामचोर कहानी क्या सीख मिलती है 30 40 शब्दों मेंलि खि ए?उत्तर: इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि बच्चों में बचपन से ही काम करने की आदत डालनी चाहिए जिससे कि वे अपना काम तो खुद कर सकें ।
कामचोर कहानी आज के युवाओं के लिए क्या संदेश छोड़ जाती है कहानी की प्रासंगिकता बताते हुए स्पष्ट कीजिए?'कामचोर' कहानी हमें यह संदेश देती है कि हमें अपना कार्य स्वयं करना चाहिए। हमें अपने कार्यों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। बिना सोचे समझे कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए । आलस्य को अपने समीप फटकने भी नहीं देना चाहिए।
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