D फ्रांसीसी क्रांति के सबसे महत्वपूर्ण विरासत क्या थे? - d phraanseesee kraanti ke sabase mahatvapoorn viraasat kya the?

फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई? 


निम्नलिखित परिस्थितियाँ फ्रांस में क्रांतिकारी प्रतिरोध को भड़काने में सहायक रही-
(i) पेरिस में 14 जुलाई, 1789 को खतरे की घंटी का बजाया जाना l
(ii) शहर में राजा द्वारा सेना को प्रवेश करने की आज्ञा देना l
(iii) राजा जल्दी ही नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश देने वाला है जैसी अफवाहों को फैलाना l
(iv) जब 5 मई 1789 को राजा द्वारा एस्टेट के प्रतिनिधियों को बुलाया गया, तो दूसरे तथा पहले एस्टेटों के प्रतिनिधि तो बैठे हुए थे परन्तु, तीसरे एस्टेट के 600 प्रतिनिधियों को पीछे की ओर खड़ा रखा गया l साथ ही, तीसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों को पहले तथा दूसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों के बराबर मतदान का अधिकार नहीं दिया गया l इन्हीं कारणों से फ्रांस में क्रन्तिकारी प्रतिरोध की आग भड़की l


इसे सुनेंरोकें1789 की फ्रांसीसी क्रांति यूरोप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह शासक की निरंकुशता के खिलाफ लोगों का पहला महान विद्रोह था। इसने स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के विचारों को उत्पन्न किया जिसने फ्रांस की सीमाओं को पार किया और पूरे यूरोप को प्रभावित किया।

फ्रांसीसी क्रांति के लिए कौन कौन से कारक जिम्मेदार हैं?

फ्रांसीसी क्रांति के कारण: राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक कारण

  • राजनीतिक कारण: अठारहवीं शताब्दी के दौरान फ्रांस निरंकुश राजशाही का केंद्र था।
  • सामाजिक कारण: अठारहवीं शताब्दी के दौरान फ्रांस की सामाजिक स्थिति बहुत दयनीय थी।
  • आर्थिक कारण: फ्रांस की आर्थिक स्थिति ने फ्रांसीसी क्रांति के फैलने का एक और कारण बनाया।

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फ्रान्स कि क्रांती क्यों लोकप्रिय है?

इसे सुनेंरोकेंयूरोप में फ्रांस ही वह देश है जिसने क्रांति के माध्यम से पुरातन व्यवस्था के पतन को सुनिश्चित किया। इस क्रांति का प्रभाव यूरोप तक ही सीमित न रहा। इसने समस्त विश्व को प्रभावित किया। क्रांति के नारे स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का प्रसार पूरे यूरोप में हुआ।

विश्व पर फ्रांसीसी क्रांति का क्या प्रभाव पड़ा?

इसे सुनेंरोकेंफ्रांसीसी क्रान्ति फ्रांस के इतिहास की राजनैतिक और सामाजिक उथल-पुथल एवं आमूल परिवर्तन की अवधि थी जो 1789 से 1799 तक चली। इस क्रान्ति ने आधुनिक इतिहास की दिशा बदल दी। इससे विश्व भर में निरपेक्ष राजतन्त्र का ह्रास होना शुरू हुआ, नये गणतन्त्र एवं उदार प्रजातन्त्र बने।

फ्रांस की क्रांति के परिणामों के सम्बन्ध में कौन सा कथन सही है *?

फ्रांस की क्रांति के परिणामों के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सही है?…फ्रांस की क्रांति

Aराजतंत्र का अंत हो गयाBउपर्युक्त सभी कथन सही हैंCसामंतवाद के अवशेष समाप्त हो गएDनागरिकों के मौलिक अधिकारों की घोषणा हुई

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फ्रांसीसी क्रांति के बाद यूरोप के बारे में कौन सा कथन सही है?

इसे सुनेंरोकें✎… फ्रांसीसी क्रांति के बाद यूरोप के बारे में ये कथन सही हैं कि कुछ क्रमिक परिवर्तन चाहते थे, अन्य पूर्ण परिवर्तन चाहते थे। फ्रांसीसी क्रांति के बाद यूरोप में सभी लोग पूरे समाज के परिवर्तन के पक्ष में नहीं थे। समाज का एक तबका मानता था कि समाज का आमूल पुनर्गठन जरूरी है।

फ्रांसीसी क्रांति ने फ्रांस व विश्व के लिए क्या विरासत छोड़ी?

इसे सुनेंरोकेंउन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसिसी क्रांति कौन-से विरासत छोड़ गई? (i) लोकतान्त्रिक अधिकारों के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार 19वीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में भी फैले।

नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस को कितने प्रांतों में बांटा था?

इसे सुनेंरोकेंनेपोलियन बोनापार्ट (15 अगस्त 1769 – 5 मई 1821) (जन्म नाम नेपोलियोनि दि बोनापार्टे) फ्रान्स की क्रान्ति में सेनापति, 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक प्रथम कांसल के रूप में शासक और 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक नेपोलियन के नाम से सम्राट रहा। वह पुनः 20 मार्च से 22 जून 1815 में सम्राट बना।

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फ्रांस की क्रांति के बाद वहां कौन सी शासन प्रणाली को अपनाया गया?

इसे सुनेंरोकेंनिरंकुश शासन का अंत कर प्रजातंत्रात्मक शासन-प्रणाली की नींव डाली गई. प्रशासन के साथ-साथ सामजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुए.

फ्रांसीसी क्रांति का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?

इसे सुनेंरोकेंक्रांति के फलस्वरूप राजा को गद्दी से हटा दिया गया, एक गणतंत्र की स्थापना हुई, खूनी संघर्षों का दौर चला, और अन्ततः नेपोलियन की तानाशाही स्थापित हुई जिससे इस क्रांति के अनेकों मूल्यों का पश्चिमी यूरोप में तथा उसके बाहर प्रसार हुआ। …

फ्रांसीसी क्रांति ने यूरोप के देशों को कैसे प्रभावित किया?

इसे सुनेंरोकेंफ्रांसीसी क्रांति को पूरे विश्व के इतिहास में मील का पत्थर कहा जाता है। इस क्रान्ति ने अन्य यूरोपीय देशों में भी स्वतन्त्रता की ललक कायम की और अन्य देश भी राजशाही से मुक्ति के लिए संघर्ष करने लगे। इसने यूरोपीय राष्ट्रों सहित एशियाई देशों में राजशाही और निरंकुशता के खिलाफ वातावरण तैयार किया।

इसे सुनेंरोकेंAnswer: फ्रांसीसी क्रांति / रेवोलुस्योँ फ़्राँसेज़ ; 1789-1799) फ्रांस के इतिहास की राजनैतिक और सामाजिक उथल-पुथल एवं आमूल परिवर्तन की अवधि थी जो 1789 से 1799 तक चली। बाद में, नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांसीसी साम्राज्य के विस्तार द्वारा कुछ अंश तक इस क्रांति को आगे बढ़ाया।

फ्रांसीसी क्रांति के परिणाम क्या थे?

इसे सुनेंरोकेंइस क्रांति के परिणामस्वरूप देश की बहुसंख्यक जनता को सामन्तवाद से छुटकारा मिल गया। व्यापार कर कुलीनों व सामन्तों का एकाधिकार समाप्त हो गया। फ्रांस में राजनीतिक चेतना के कारण नये राजनीतिक वातारण का सृजन हुआ तथा फ्रांस में सम्प्रभुता के सिद्धांत की प्रतिस्थापना हुई। मध्यमवर्गीय जनता की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई।

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फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला कौन से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: फ्रांसीसी क्रांति से मध्यम वर्ग, किसानों और मजदूरों को फायदा मिला। दूसरी तरफ, कुलीन वर्ग और पादरी वर्ग के लोगों को सत्ता छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। जाहिर है कि जिस समूह को सत्ता छोड़नी पड़ी उस समूह के लोगों को निराश होना पड़ा होगा।

क्रांति का तत्कालीन कारण क्या था?

इसे सुनेंरोकें1857 के विद्रोह के तात्कालिक कारणों में यह अफवाह थी कि 1853 की राइफल के कारतूस की खोल पर सूअर और गाय की चर्बी लगी हुई है। यह अफवाह हिन्दू एवं मुस्लिम दोनों धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही थी। ये राइफलें 1853 के राइफल के जखीरे का हिस्सा थीं।

फ्रांस से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंफ्रांस में निरंकुश राजतंत्र था जो राजत्व के दैवी सिद्धान्त पर आधारित था। इसमें राजा को असीमित अधिकार प्राप्त थे और राजा स्वेच्छावादी था। चौदहवें लुई के शासनकाल में (1643-1715) निरंकुशता अपनी पराकाष्ठा पर थी। उसने कहा- “मैं ही राज्य हूँ”।

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फ्रांस की क्रांति के परिणामों के सम्बन्ध में कौन सा कथन सही है *?

फ्रांस की क्रांति के परिणामों के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सही है?…फ्रांस की क्रांति

Aराजतंत्र का अंत हो गयाBनागरिकों के मौलिक अधिकारों की घोषणा हुईCसामंतवाद के अवशेष समाप्त हो गएDउपर्युक्त सभी कथन सही हैं

फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला कौन से समूह?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : फ़्रांसीसी समाज के श्रमिक तबकों (वर्ग) तथा कृषक वर्ग को फ़्रांसीसी क्रांति का फ़ायदा मिला। इसका कारण यह था कि ये समाज के सबसे शोषित वर्ग थे।

19वीं और 20वीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसीसी क्रांति कौन सी विरासत छोड़ी गई?

इसे सुनेंरोकेंउन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसिसी क्रांति कौन-से विरासत छोड़ गई? (i) लोकतान्त्रिक अधिकारों के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार 19वीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में भी फैले।

फ्रांसीसी क्रांति के सबसे महत्वपूर्ण विरासत क्या थे?

उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसीसी क्रांति कौन-सी विरासत छोड़ गई? Solution : स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ़्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार उन्नीसवीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में फैले और इनके कारण वहाँ सामंती व्यवस्था का नाश हुआ।

फ्रांस की क्रांति का सबसे महत्वपूर्ण नारा क्या था?

(3) 14 जुलाई, 1789 ई. (4) समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे का नारा फ्रांस की राज्याक्रांति की देन है.

फ्रांस की क्रांति के तीन महत्वपूर्ण विचार क्या है?

क्रांतिकारियों ने 1792 में घोषणा भी कर दी कि फ्रांस का गणतंत्र स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की भावनाओं पर आधारित है और इन भावनाओं का प्रसार करना वह अपना कर्तव्य समझता है।

फ्रांस में प्रथम विरोध कब हुआ था?

फ्रांस में प्रथम विद्रोह 14 जुलाई, 1789 हुआ था। फ्रांसीसी क्रांति फ्रांस के इतिहास में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल और आमूलचूल परिवर्तन का दौर था, जो 1789 से 1799 तक चला। बाद में, नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांसीसी साम्राज्य के विस्तार से इस क्रांति को कुछ हद तक आगे बढ़ाया।