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Natural Home Remedies For Cough | तस्वीर साभार: Representative Image मुख्य बातें
सर्दी-जुकाम आमतौर पर किसी भी मौसम में हो जाता है, इससे बचने के लिए हमें हमेशा अपने खानपान को मौसम के अनुकूल रखना पड़ता है। वहीं सर्दी-जुकाम में अक्सर कफ होने की समस्या होती है, जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ या फिर छाती में कुछ जमा हुआ महसूस होने लगता है। शुरुआत में अगर इसे ध्यान न दें, तो आगे चलकर यह लोगों के लिए खतरनाक बन सकता है। बता दें कि कुछ घरेलू नुस्खे हैं, जिसे आप कफ के शुरुआती लक्षण में आजमाएं तो आसानी से इससे छुटकारा पा सकते हैं। अदरक और शहद- अदरक और शहद खाने से सर्दी जुकाम के साथ-साथ कफ की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरत के हिसाब से अदरक को कूट लें और उसमें दो से तीन चम्मच शहद मिला दें। इस पेस्ट को दो से तीन बार दिन भर में खाएं, कुछ दिनों में ही समस्या दूर हो जाएगी। गरारे- कफ से छुटकारा पाने के लिए गरारे करना बेहद फायदेमंद है। इसके लिए एक ग्लास पानी गर्म करें उसमें एक दो से तीन चुटकी नमक मिलाएं अब इससे गरारे करें। सुबह और शाम दोनों बार गरारे करने से आप कुछ ही दिनों में कफ से छुटकारा पा सकते हैं। प्याज और नींबू- प्याज और नींबू के इस्तेमाल से कफ की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले प्याज को अच्छी तरह से छिल के काट लें, अब इसे अच्छी तरह से पीस लें। इसके बाद उसमें एक नींबू का रस मिला दें, फिर दोनों को एक कटोरी पानी में उबाल लें। अच्छी तरह उबलने के बाद आप इसे एक चम्मच शहद के साथ पी सकते हैं। काली मिर्च- खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ काली मिर्च में कई औषधीय गुण भी हैं। इसके इस्तेमाल से आप कफ की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। सबसे पहले काली मिर्च के कुछ दानों को अच्छी तरह से पीस लें और इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। इस पेस्ट को 15 से 20 सेकंड तक गर्म करें और फिर पी लें। इससे पीने से आप काफी हल्का महसूस करेंगे। लेमन टी- अगर आप चाहे तो लेमन टी भी पी सकते हैं, क्योंकि नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड कफ निकालने में मदद करता है। इसके लिए आप ब्लैक टी बनाएं, फिर उसमें एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। कच्ची हल्दी- कफ हो या फिर सर्दी जुकाम इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए आप कच्ची हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं। कच्ची हल्दी का रस मुंह खोल कर के गले में डाले और कुछ वक्त चुप बैठे। गले में धीरे धीरे जाने के बाद आपको फायदा खुद ब खुद नजर आने लगेगा। (डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)
छाती (सीने) में कफ जमना - Chest Congestion in Hindiपरिचय जब आपके फेफड़ों में अधिक मात्रा में कफ या बलगम जमा हो जाता है, तो मेडिकल शब्दों मे इस स्थिति को “चेस्ट कंजेशन” कहा जाता है। यह स्थिति अक्सर सर्दी जुकाम या फिर श्वसन तंत्र में संक्रमण आदि जैसी समस्याओं के साथ विकसित होता है। इनमें से कोई भी संक्रमण होने पर आपका शरीर अधिक मात्रा में कफ बनाने लग जाता है। वैसे तो कफ सामान्य रूप से शरीर में होता ही है। लेकिन जब आपको सर्दी-जुकाम या फ्लू आदि हो जाता है तो ऐसी स्थिति में अत्यधिक मात्रा में कफ बनने लग जाता है और इससे आपको खांसी, छाती में कफ जमा होना और दर्द आदि होने लग जाता है। यह आमतौर पर ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा, सिगरेट पीने या एलर्जी के कारण होती है। स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछते हैं और आपकी सांसों के साथ आने वाली आवाज की जांच की जाती है। इसके अलावा आपका सामान्य शारीरिक परीक्षण भी किया जाता है। डॉक्टर आपकी छाती में जमा कफ का पता लगाने के लिए कुछ प्रकार के लैब टेस्ट भी कर सकते हैं और आपकी छाती का एक्स रे भी किया जाता है। छाती में जमा कफ के लिए किये जाने वाले इलाज का मुख्य लक्ष्य लक्षणों से राहत दिलाना होता है। क्योंकि यह बीमारी आमतौर पर वायरस के कारण होती है और इन पर एंटीबायोटिक दवाएं काम नहीं कर पाती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि एंटीबायोटिक सिर्फ बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण (बैक्टीरियल इन्फेक्शन) का इलाज करती हैं। इसके अलावा सीने में जमा कफ के लिए कुछ प्रकार के घरेलू उपचार भी उपलब्ध हैं, जैसे भाप लेना और भरपूर तरल पदार्थ लेना। वैसे यह कोई हानिकारक समस्या नहीं होती, लेकिन इससे आपके सामान्य जीवन पर असर पड़ने लग सकता है। यदि इस स्थिति को बिना इलाज किये छोड़ दिया जाए तो इससे अन्य कई जटिलताएं पैदा होने लग जाती हैं। (और पढ़ें - ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण का इलाज)
छाती में कफ जमना क्या है - What is Chest Congestion in Hindiसीने में कफ जमना क्या है? इसे अंग्रेजी में चेस्ट कंजेशन कहा जाता है, जिसका मतलब होता है सीने में बलगम या अन्य कोई तरल पदार्थ जमा हो जाना। सामान्य स्थिति में भी बलगम शरीर में जमा होता है, लेकिन जब आपको सर्दी-जुकाम या फ्लू आदि हो जाता है तो ऐसी स्थिति में अत्यधिक मात्रा में बलगम जमा होने लगा जाता है। फेफड़ों में अधिक कफ जमा होने से खांसी और छाती में दर्द होने लगता है। जिन लोगों के सीने में बलगम जमा हो जाता है, उनको कई बार खांसी, घरघराहट और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण होने लग जाते हैं। (और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें) सीने में कफ जमने के लक्षण - Chest Congestion Symptoms in Hindiसीने में कफ जमने के लक्षण क्या हैं? जिन लोगों की छाती में कफ जमा हो जाता है, उनको आमतौर पर छाती व गले में दर्द होने लग जाता है और छाती में भारीपन सा महसूस होता है। यदि आपके फेफड़ों में बलगम जमा हो गया है, तो आपको निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:
डॉक्टर को कब दिखाएं? यदि लगातार 2 हफ्तों से भी अधिक समय तक छाती में कफ रहती है, तो यह किसी गंभीर रोग का संकेत हो सकता है। इसलिए कफ जमा होने के 3, 4 दिन बाद ही घरेलू उपायों से उसका इलाज करना शुरू कर देना चाहिए। हालांकि यदि छाती में कफ दो हफ्तों से भी अधिक समय तक रहता है, तो बिना किसी प्रकार की देरी किए डॉक्टर की मदद ले लेनी चाहिए। इसके अलावा यदि आपको सीने मे जमा कफ के साथ निम्नलिखित में से कोई अन्य लक्षण भी महसूस हो रहा है, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।
(और पढ़ें - कफ निकालने के उपाय) छाती में जमा कफ के कारण व जोखिम कारक - Chest Congestion Causes Risk Factors in Hindiसीने में कफ क्यों बनता है? छाती में कफ जमा होने के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
चेस्ट में कफ जमने का खतरा कब बढ़ता है? स्वास्थ्य संबंधी कुछ सामान्य समस्याएं और कुछ सामान्य उत्तेजक पदार्थ होते हैं, जो छाती में कफ जमने के खतरे को बढ़ा देते हैं, जैसे:
(और पढ़ें - अस्थमा के घरेलू उपाय) चेस्ट में जमा कफ के बचाव - Prevention of Chest Congestion in Hindiछाती में कफ की रोकथाम कैसे करें? नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिनकी मदद से कफ जमा होने से बचाव किया जा सकता है:
छाती में बलगम जमा होने पर क्या ना खाएं? कुछ प्रकार के भोजन हैं जिनसे आपको परहेज करना चाहिए:
(और पढ़ें - पौष्टिक आहार के गुण) छाती में जमा कफ का परीक्षण - Diagnosis of Chest Congestion in Hindiछाती में जमा कफ का परीक्षण कैसे किया जाता है? इस स्थिति का परीक्षण डॉक्टर के द्वारा किया जाता है, डॉक्टर परीक्षण के दौरान आपकी समस्या से संबंधित लक्षणों के बारे में पूछेंगे। इसके अलावा परीक्षण के दौरान डॉक्टर स्टेथोस्कोप का इस्तेमाल करते हैं, जिसकी मदद से सांस के दौरान निकलने वाली असाधारण आवाज का पता लगाया जाता है। इसके अलावा छाती में जमा कफ से होने वाले लक्षणों के अनुसार डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट करवाने के लिए भी कह सकते हैं, जैसे:
(और पढ़ें - बलगम की जांच क्या है)
छाती में जमा कफ का इलाज - Chest Congestion Treatment in Hindiसीने में कफ जमने का इलाज कैसे किया जाता है? डॉक्टर खांसी की मदद से प्राकृतिक तरीके से सीने में जमा कफ को निकालने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए जब आपको जुकाम या फ्लू होता है, तो आपको बहुत अधिक खांसी होती है। यह प्रक्रिया की मदद से छाती में जमा कफ सामान्य रूप से अपने आप निकलने लग जाती है। छाती में कफ जमने के घरेलू उपचार:
यदि घरेलू उपचारों से छाती में जमा कफ बाहर ना निकल पाए, तो ऐसी स्थिति में आपको दवाएं लेनी पड़ सकती हैं। डीकन्जेस्टेंट (Decongestant):
डीकन्जेस्टेंट दवाएं आपके दिल की धड़कनों को बढ़ा देती है, जिससे मरीज को सोने में काफी कठिनाई होने लग जाती है। इसलिए ये दवाएं दिन के समय लेना अधिक बेहतर होता है। वेपर रब (Vapor rub):
(और पढ़ें - अनानास के फायदे) छाती में जमा कफ की जटिलताएं - Chest Congestion Complications in Hindiछाती में कफ जमा होने से क्या जटिलताएं होती हैं? सीने में कफ जमा होना हृदय या फेफड़ों से संबंधित गंभीर रोग या फिर किसी ऐसे विकार का संकेत हो सकता है जिसका तुरंत इलाज करवाना बहुत जरूरी होता है। इसलिए यदि आपको लंबे समय से यह समस्या हो रही है, तो इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। (और पढ़ें - नवजात शिशु को कफ के लक्षण) संदर्भ
छाती (सीने) में कफ जमना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Chest Congestion in Hindiछाती (सीने) में कफ जमना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है। Showing 1 to 10 of 25 entries
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डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ छाती में जमा बलगम कैसे दूर करें?छाती और नाक में जमा कफ से छुटकारा पाने के लिए यह इलाज सबसे बेहतर माना जाता है। सीने में जमा बलगम को बाहर निकालने के लिए नमक के पानी से गरारे करें। गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें। गरारे करने से गले की खराश, खांसी और बुखार के लक्षणों को भी दूर करने में मदद मिल सकती है।
फेफड़ों में जमा कफ कैसे निकाले?Cold Cough Home Remedies: हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होता है जो बलगम की समस्या को कम करने में मददगार है, जानें दूसरे घरेलू उपाय –. स्टीम लें: कफ की दिक्कत को दूर करने में स्टीम लेना सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ... . काली मिर्च: छाती में जमे कफ को दूर करने में काली मिर्च का सेवन भी लाभकारी साबित होता है।. छाती की सफाई कैसे करें?फेफड़ों को साफ करने के लिए इन 5 तरीकों को जरूर अपनाएं. नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सर्दी के दिनों में देश की राजधानी दिल्ली समेत कई शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है। ... . अदरक वाली चाय पिएं. दालचीनी वाली चाय पिएं. हल्दी पानी से गरारे करें. गर्म पानी का भांप जरूर लें. प्राणायाम करें. कफ जम जाए तो क्या करना चाहिए?आइये जानते हैं.. शहद- अदरक- शहद को गले की खराश और कफ दूर करने में काफी कारगर माना गया है. ... . गुड़- अदरक- अगर आपको ज्यादातर कफ खांसी की समस्या रहती है तो आप रोजाना अदरक और गुड़ खा सकते हैं. ... . नींबू- प्याज का रस- अगर आपकी छाती में बलगम जमा है तो आप प्याज और नींबू का रस इस्तेमाल कर सकते हैं.. |