Show अतः हम कह सकते हैं कि 'भावों और विचारों की अभिव्यक्ति
के लिए रूढ़ अर्थों में प्रयुक्त ध्वनि संकेतों की व्यवस्था ही भाषा है।' प्रत्येक देश की अपनी एक भाषा होती है। हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी है। संसार में अनेक भाषाएँ हैं। जैसे- हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, बँगला, गुजराती, पंजाबी, उर्दू, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, फ्रैंच, चीनी, जर्मन इत्यादि।
भाषा को शुद्ध करने वाले शास्त्र का नाम क्या है?भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान कराने वाले शास्त्र को व्याकरण कहते हैं। व्याकरण से ही भाषा का शब्द रूप ज्ञात होता है।
भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान करने वाला शास्त्र क्या कहलाता है *?व्याकरण वह शास्त्र है जिसके द्वारा किसी भी भाषा के शब्दों और वाक्यों के शुद्ध स्वरूपों एवं शुद्ध प्रयोगों का विशद ज्ञान कराया जाता है। अतः विकल्प 3 'व्याकरण' सही उत्तर है।
भाषा का नियमन कौनसा शास्त्र करता है?राजनीति शास्त्र के अन्तर्गत राज्य, सरकार एवं व्यक्ति के अन्तः संबंधों का अध्ययन किया जाता है ।
भाषा को शुद्ध लिखने तथा बोलने के नियम बताने वाले शास्त्र को क्या कहते हैं?D भाषा के नियम बतानेवाले शास्त्र को व्याकरण कहते हैं । व्याकरण भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान कराता है।
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