मौजूदा समय में भी भारत में जाति एवं क्षेत्र पर आधारित अनेक रेजिमेंट हैं जैसे- गोरखा डोगरा गढवाल जाट मद्रास असम आदि। Show नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। स्वतन्त्रता के बाद से भारत में किसी जाति, संप्रदाय, समुदाय, धर्म अथवा क्षेत्र के आधार पर कोई नयी रेजिमेंट बनाने के बजाय एक ऐसा सैन्य-बल खड़ा करने की नीति रही है जिसमें भारतीय इंफेंट्री के तौर पर सम्पूर्ण देश का प्रतिनिधित्व हो। लेकिन मौजूदा समय में भी भारत में जाति एवं क्षेत्र पर आधारित अनेक रेजिमेंट हैं, जैसे- गोरखा, डोगरा, गढवाल, जाट, मद्रास, असम आदि। आइए जानते हैं भारतीय सेना की उन प्रमुख रेजिमेंट और युद्ध में उनके उदघोष के बारे जिससे दुश्मन खौफ खाता है। मद्रास रेजिमेंट: • स्थापना: 1758 प्रमुख तथ्य: मद्रास रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी इंफेंट्री रेजीमेंटों में से एक है, इस रेजिमेंट के अधिकांश सैनिकों का संबंध तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक एवं आंध्रप्रदेश जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों से होता है एवं कन्नड़, तमिल, तेलगू एवं मलयालम भाषियों को वरीयता दी जाती है। लेकिन रेजिमेंट के अधिकारी के रूप में किसी भी राज्य के निवासी की नियुक्ति हो सकती है। पंजाब रेजिमेंट: • स्थापना: 1761 प्रमुख तथ्य: पंजाब रेजिमेंट भारतीय सेना की उन सबसे पुरानी रेजीमेंट में से एक है जो
अभी भी सेवारत है और इसने विभिन्न लड़ाइयों व युद्धों में भाग लिया है तथा अनेक सम्मान प्राप्त किये हैं। इस रेजिमेंट में मुख्य रूप से पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के सिख एवं डोगरा जाति के लोगों की भर्ती की जाती है जबकि दो बटालियन में अन्य जाति के लोगों की भी भर्ती की जाती है। मराठा लाइट इंफेंट्री: • स्थापना: 1768 प्रमुख तथ्य: इस रेजिमेंट में मूल रूप से महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के कुर्ग क्षेत्र के मराठी भाषी लोगों की भर्ती की
जाती है, अतः इस रेजिमेंट के सैनिकों को “गणपत” भी कहा जाता है, क्योंकि ये लोग भगवान गणेश की पूजा धूमधाम से करते हैं। राजपूताना राइफल्स: • स्थापना: 1775 प्रमुख तथ्य: राजपूताना राइफल्स भारतीय सेना की सबसे पुरानी (सीनियर) राइफल रेजिमेंट है| इस रेजिमेंट में सैनिक के रूप में मूल रूप से राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों के राजपूतों की भर्ती की जाती है। स्वतन्त्रता प्राप्ति से अब तक यह रेजिमेंट पाकिस्तान के विरुद्ध अनेक लड़ाईयों में हिस्सा ले चुकी है। राजपूत रेजिमेंट: • स्थापना: 1778 प्रमुख तथ्य: इस रेजिमेंट में राजपूत, गुर्जर, ब्राह्मण, बंगाली, मुस्लिम, जाट, अहीर, सिख और डोगरा जाति के लोगों की भर्ती की जाती है। जाट रेजिमेंट: • स्थापना: 1795 प्रमुख तथ्य: जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है और भारत में सबसे पुरानी और सबसे अधिक पदक प्राप्त करने वाली रेजीमेंट में से एक है। सन 1839 से 1947 के बीच यह रेजिमेंट 41 युद्ध सम्मान प्राप्त कर चुकी है। इस रेजिमेंट में मुख्यतः पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के हिन्दू जाटों की भर्ती की जाती है। कुमाऊं रेजिमेंट: • स्थापना: 1813 प्रमुख तथ्य: कुमाऊं रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट में मुख्यतः कुमाऊं जाति
एवं उत्तर भारत के अहीर जाति के लोगों की भर्ती की जाती है। महार रेजिमेंट: • स्थापना: 1815 प्रमुख तथ्य: महार रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है। गोरखा रेजिमेंट: • स्थापना: 1815 प्रमुख तथ्य: गोरखा रेजिमेंट में मूल रूप से नेपाली मूल के गोरखा लोगों को शामिल
किया जाता है। वर्तमान समय में इस रेजिमेंट के 11 भाग है जिन्हें क्रमशः 1 गोरखा रेजिमेंट, 2 गोरखा रेजिमेंट, 3 गोरखा रेजिमेंट आदि नामों से जाना जाता है। सिख रेजिमेंट: • स्थापना: 1846 प्रमुख
तथ्य: सिख रेजिमेंट अपने अधिकांश सिपाही एवं अधिकारी सिख समुदाय से भर्ती करती है। डोगरा रेजिमेंट: • स्थापना: 1877 प्रमुख तथ्य: यह भारतीय सेना की एक इंफेंट्री युनिट है जो 17वीं डोगरा रेजिमेंट के रूप में पूर्ववर्ती ब्रिटिश भारतीय सेना का एक भाग थी। यह रेजिमेंट जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों के डोगरा लोगों को भर्ती करती है। गढ़वाल राइफल्सः • स्थापना: 1887 प्रमुख तथ्य: गढ़वाल राइफल्स भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट में मुख्यतः उत्तराखण्ड के गढ़वाली जाति के लोगों की भर्ती की जाती है। असम रेजिमेंट: • स्थापना: 1941 प्रमुख तथ्य: असम रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट में मुख्य रूप से उत्तर-पूर्वी भारत के सात राज्यों के लोगों की भर्ती की जाती है। बिहार रेजिमेंट: • स्थापना: 1941 प्रमुख तथ्य: बिहार रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट का मुख्यालय दानापुर छावनी भारत की दूसरी सबसे पुरानी छावनी है। इस रेजिमेंट में सैनिक के रूप में बिहार, झारखण्ड, ओडिसा, गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों की भर्ती की जाती है। Edited By: Sanjay Pokhriyal इंडियन आर्मी में सबसे खतरनाक रेजिमेंट कौन सी है?गोरखा रेजिमेंट-
गोरखा बटालियन को देश की सबसे खतरनाक रेजिमेंट माना जाता है. इसे दुश्मनों का काल कहा जाता है. इसके लड़ाके दुश्मनों पर रहम नहीं खाते हैं. दुश्मन सेनाओं का मनोबल गोरखा रेजिमेंट का नाम सुनते ही टूट जाता है.
आर्मी में सबसे पुरानी रेजिमेंट कौनसी है?जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की एक पैदल सेना रेजिमेंट है। यह सेना की सबसे पुरानी और सबसे ज्यादा वीरता पुरस्कार विजेता रेजिमेंट है। रेजिमेंट ने वर्ष 1839-1947 के बीच 19 और स्वंत्रता के पश्चात आठ महावीर चक्र, आठ कीर्ति चक्र, 32 शौर्य चक्र, 39 वीर चक्र और 170 सेना पदक जीते हैं।
भारत में कितने Regiment हैं?Indian Army Regiments: भारतीय सेना की 9 रेजिमेंट्स...
रेजिमेंट कितने प्रकार के होते हैं?आर्टिलरी की कुछ यूनिट्स नीचे प्रदशित की गयी हैं :. 140 AAD regt (द स्काई लेन्सर्स). 37 कुर्ग एंटी-टैंक रेजिमेंट RIA.. 9 Parachute फील्ड रेजिमेंट. 11 फील्ड रेजिमेंट. 12 मीडियम रेजिमेंट. 15 मीडियम रेजिमेंट. 16 मीडियम रेजिमेंट. (34 मीडियम रेजिमेंट(कैसिनो). |